19वीं सदी की तरह नीलगिरी के पेड़ के नीचे शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर नौनिहाल एंकर- भारत सहित मध्य प्रदेश भी नई-नई ऊंचाइयों को छू रहा है भारत चांद पर पहुंच गया विकास के नाम पर ऊंची ऊंची इमारतें बनाई जा रही हैं पर आज भी जंगलों की बीच ऐसे गांव है जहां शासन की योजना और विकास तो नहीं पहुंचा, पहुंचा है तो सिर्फ भ्रष्टाचार। सिवनी जिले का लखनादौन विधानसभा मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र कहलाता है यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इस क्षेत्र में मध्य प्रदेश सरकार शैक्षणिक कार्य और शैक्षणिक भवन को लेकर गंभीर नजर आती है बावजूद इसके इस विधानसभा में ऐसे स्कूल स्थित है जहां आज भी नौनिहाल नीलगिरी के पेड़ के नीचे दरी बिछाकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है। मामला जनपद पंचायत घंसौर की ग्राम पंचायत अंडिया का है, इस गांव में स्थित प्राथमिक शाला में स्कूल का संपूर्ण भवन जर्जर हो चुका है 5 वर्ष पहले ग्राम पंचायत ने जो अतिरिक्त कक्ष बनाया था वह भी अधूरा है जिस कारण स्कूल में अध्ययन करने वाले लगभग 35 नौनिहाल नीलगिरी के पेड़ के नीचे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हालांकि इस मामले पर स्कूल में पदस्थ शिक्षकों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों की इसकी जानकारी तो दे दी तो दूसरी और ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी अधूरे निर्माण कर पर जांच करने की बात कर रहे हैं जबकि 5 वर्ष पहले स्कूल परिसर में अतिरिक्त कक्षा हेतु पहले ही लाखों रुपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। जो भी हो भ्रष्टाचारी रुपी डीमक के चलते स्कूल में अध्ययन करने वाले नौनेहलो को भारी ठंड में नीलगिरी के पेड़ के नीचे अध्ययन करने की मजबूरी बन गई है। भारत सरकार प्रदेश सरकार जी विकास की बात कर रही है वह विकास आज भी आदिवासी अंचलों में अछूत है अगर कुछ इस अंचलों में नजर आता है तो वह सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार है।
19वीं सदी की तरह नीलगिरी के पेड़ के नीचे शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर नौनिहाल एंकर- भारत सहित मध्य प्रदेश भी नई-नई ऊंचाइयों को छू रहा है भारत चांद पर पहुंच गया विकास के नाम पर ऊंची ऊंची इमारतें बनाई जा रही हैं पर आज भी जंगलों की बीच ऐसे गांव है जहां शासन की योजना और विकास तो नहीं पहुंचा, पहुंचा है तो सिर्फ भ्रष्टाचार। सिवनी जिले का लखनादौन विधानसभा मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र कहलाता है यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इस क्षेत्र में मध्य प्रदेश सरकार शैक्षणिक कार्य और शैक्षणिक भवन को लेकर गंभीर नजर आती है बावजूद इसके इस विधानसभा में ऐसे स्कूल स्थित है जहां आज भी नौनिहाल नीलगिरी के पेड़ के नीचे दरी बिछाकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है। मामला जनपद पंचायत घंसौर की ग्राम पंचायत अंडिया का है, इस गांव में स्थित प्राथमिक शाला में स्कूल का संपूर्ण भवन जर्जर हो चुका है 5 वर्ष पहले ग्राम पंचायत ने जो अतिरिक्त कक्ष बनाया था वह भी अधूरा है जिस कारण स्कूल में अध्ययन करने वाले लगभग 35 नौनिहाल नीलगिरी के पेड़ के नीचे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हालांकि इस मामले पर स्कूल में पदस्थ शिक्षकों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों की इसकी जानकारी तो दे दी तो दूसरी और ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी अधूरे निर्माण कर पर जांच करने की बात कर रहे हैं जबकि 5 वर्ष पहले स्कूल परिसर में अतिरिक्त कक्षा हेतु पहले ही लाखों रुपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। जो भी हो भ्रष्टाचारी रुपी डीमक के चलते स्कूल में अध्ययन करने वाले नौनेहलो को भारी ठंड में नीलगिरी के पेड़ के नीचे अध्ययन करने की मजबूरी बन गई है। भारत सरकार प्रदेश सरकार जी विकास की बात कर रही है वह विकास आज भी आदिवासी अंचलों में अछूत है अगर कुछ इस अंचलों में नजर आता है तो वह सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार है।
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- झांसी लखनादौन एक्सप्रेसवे1
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- पीला गमछा में नारायणगंज पोंडी beejadandi बाजार गायक दीपचंद मरावी गोंडी गीत1
- নারায়ণগঞ্জ ফতুল্লা বালুর মাঠে পাখির হাট*narayanganj fatullah খুব সুন্দর সুন্দর পাখি পাওয়া যায়1
- প্রিয় নারায়নগন্জ ♥️♥️❤️❤️1
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