*ओमकार हॉस्पिटल से बंधक मुक्त हुए मरीज,परिजन एवं सरपंच ने कलेक्टर और प्रेस क्लब के प्रति जताया आभार* *गंभीर मरीज बताकर लाखों की वसूली का खेल,जांच में निकला पूरी तरह स्वस्थ* *जबड़ा टूटा बताकर लाखों झटकने की थी तैयारी, पत्रकारों और कलेक्टर के हस्तक्षेप से बंधनमुक्त हुआ मरीज* *मरीज, परिजन सहित सरपंच ने दिया कलेक्टर सहित प्रेस क्लब को लिखित आभार पत्र* बलौदाबाजार l जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर चल रहे व्यावसायिक शोषण का एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है, जिसने यह उजागर कर दिया कि कैसे सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पताल तक, कुछ तत्व मिलकर गरीब मरीजों को डराने, उलझाने और अंततः भारी रकम वसूलने के खेल में शामिल हैं। उक्त प्रकरण घायल शम्भू पटेल पिता गोरेलाल पटेल निवासी बसंतपुर ब्लॉक मस्तूरी जिला बिलासपुर के रहने वाले का है, जो 02 नवंबर 2025 की रात में पनगाँव बायपास के पास सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसके रिश्तेदार अजय पटेल एवं अन्य लोग उसे आनन-फानन में जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार लेकर पहुँचे, जहाँ प्राथमिक उपचार के रूप में सिर्फ ड्रेसिंग और टांका लगाया गया। यहीं से खेल शुरू होता है वहां के मिलीभगत स्टॉफ एवं एंबुलेंस ड्राईवर ने डॉक्टर अनुपस्थित बताकर मौजूद अस्पताल कर्मचारी तथा एंबुलेंस चालक ने परिजनों को यह कहते हुए मानसिक रूप से दबाव में ले लिया कि यहाँ ठीक से ईलाज नहीं होगा, अभी डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं, ओमकार हॉस्पिटल में ले जाओ वहां आयुष्मान योजना के तहत ईलाज हो जाएगा। मजबूर परिजन एंबुलेंस ड्राईवर आदि के भरोसे आयुष्मान योजना के तहत ईलाज कराने ओमकार हॉस्पिटल पहुँचे। ओमकार हॉस्पिटल पहुँचते ही परिजनों पर भय का वातावरण बनाया गया। जबकि मरीज शम्भू स्वयं सामान्य स्थिति में था, अस्पताल की डॉक्टर मैडम ने मौके का फायदा उठाते हुए घोषणा कर दी मरीज का जबड़ा टूट गया है, तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा, हालत गंभीर है। इसके बाद करीब डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्च बताया गया और साफ कहा गया कि आयुष्मान योजना में ईलाज यहां संभव नहीं है। यह सुनकर परिजन स्तब्ध रह गए, क्योंकि सरकारी अस्पताल ने उसे केवल हल्का घायल बताया था l जब गरीब परिवार ने इतनी बड़ी राशि जमा करने में अपनी असमर्थता जताई और डिस्चार्ज का अनुरोध किया, तभी अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों से 5–6 कागजों में जबरन हस्ताक्षर करवाए गए, परिजनों को अपने बाउंसरों से वार्ड से बाहर निकलवा दिया गया, और घायल शम्भू को ऑक्सीजन, कैथेटर आदि लगाकर कमरे में बंद कर दिया गया l मरीज को बंधक बनाकर रखा गया जिसे छोड़े जाने हेतु परिजनों से सीधे-सीधे 80 हजार रुपये की मांग की गई और कहा गया कि पैसा दो, तभी मरीज मिलेगा। यह पूरा घटनाक्रम पैसे वसूलने का एक सुनियोजित षड्यंत्र था, जिसे परिजन अकेले रहते हुए शायद कभी उजागर नहीं कर पाते। मरीज के पिता गोरेलाल पटेल ने मामले की लिखित शिकायत तत्काल बलौदाबाजार जिला कलेक्टर सहित बलौदाबाजार प्रेस क्लब के अध्यक्ष नरेश गनशानी एवं अन्य पत्रकारों से की l माननीय कलेक्टर एवं प्रेस क्लब के पत्रकारों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल प्रबंधन को जवाबदेह बनाया। कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने शम्भू पटेल को तुरंत बंधन से मुक्त कराया गया और परिजनों के सुपुर्द किया गया। मामले की सच्चाई तब और स्पष्ट हो गई जब परिजनों ने शम्भू का परीक्षण जिले के अन्य चिकित्सकों से कराया। जांच में न तो कोई जबड़ा टूटा मिला, न कोई गंभीर स्थिति, न कोई ऑपरेशन की आवश्यकता अर्थात ओमकार हॉस्पिटल द्वारा बताई गई पूरी गंभीरता की कहानी झूठी थी। आश्चर्यजनक रूप से, जिसे प्राइवेट अस्पताल ऑपरेशन योग्य गंभीर मरीज बता रहा था, वही शम्भू अन्य डॉक्टरों के अनुसार पूरी तरह स्वस्थ निकला। शम्भू पटेल पिता गोरेलाल पटेल सहित ग्राम पंचायत बसंतपुर के सरपंच ने आज स्वयं कलेक्टर कार्यालय और प्रेस क्लब पहुँचकर लिखित में माननीय जिला कलेक्टर महोदय और प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री नरेश गनशानी सहित पत्रकारगणों को भावुक होकर धन्यवाद व आभार व्यक्त किया। परिजनों ने कहा कि समय पर मिले सहयोग ने न केवल मरीज को बंधन से मुक्त कराया, बल्कि उनके परिवार को एक बड़ा आर्थिक और मानसिक बोझ से भी बचा लिया। अगर आप सब नहीं होते तों आज मेरे बेटे कों न जाने किस हाल में रखा जाता। यह मामला स्वास्थ्य तंत्र के लिए चेतावनी है कि ऐसे अस्पतालों पर कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता है, ताकि मानव जीवन को भय, धोखे और वसूली का साधन बनाने वालों पर अंकुश लगे। समाज भी यह समझे कि ईलाज के नाम पर फैलाए जाने वाले डर से सावधान रहना जरूरी है।
*ओमकार हॉस्पिटल से बंधक मुक्त हुए मरीज,परिजन एवं सरपंच ने कलेक्टर और प्रेस क्लब के प्रति जताया आभार* *गंभीर मरीज बताकर लाखों की वसूली का खेल,जांच में निकला पूरी तरह स्वस्थ* *जबड़ा टूटा बताकर लाखों झटकने की थी तैयारी, पत्रकारों और कलेक्टर के हस्तक्षेप से बंधनमुक्त हुआ मरीज* *मरीज, परिजन सहित सरपंच ने दिया कलेक्टर सहित प्रेस क्लब को लिखित आभार पत्र* बलौदाबाजार l जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर चल रहे व्यावसायिक शोषण का एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है, जिसने यह उजागर कर दिया कि कैसे सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पताल तक, कुछ तत्व मिलकर गरीब मरीजों को डराने, उलझाने और अंततः भारी रकम वसूलने के खेल में शामिल हैं। उक्त प्रकरण घायल शम्भू पटेल पिता गोरेलाल पटेल निवासी बसंतपुर ब्लॉक मस्तूरी जिला बिलासपुर के रहने वाले का है, जो 02 नवंबर 2025 की रात में पनगाँव बायपास के पास सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसके रिश्तेदार अजय पटेल एवं अन्य लोग उसे आनन-फानन में जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार लेकर पहुँचे, जहाँ प्राथमिक उपचार के रूप में सिर्फ ड्रेसिंग और टांका लगाया गया। यहीं से खेल शुरू होता है वहां के मिलीभगत स्टॉफ एवं एंबुलेंस ड्राईवर ने डॉक्टर अनुपस्थित बताकर मौजूद अस्पताल कर्मचारी तथा एंबुलेंस चालक ने परिजनों को यह कहते हुए मानसिक रूप से दबाव में ले लिया कि यहाँ ठीक से ईलाज नहीं होगा, अभी डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं, ओमकार हॉस्पिटल में ले जाओ वहां आयुष्मान योजना के तहत ईलाज हो जाएगा। मजबूर परिजन एंबुलेंस ड्राईवर आदि के भरोसे आयुष्मान योजना के तहत ईलाज कराने ओमकार हॉस्पिटल पहुँचे। ओमकार हॉस्पिटल पहुँचते ही परिजनों पर भय का वातावरण बनाया गया। जबकि मरीज शम्भू स्वयं सामान्य स्थिति में था, अस्पताल की डॉक्टर मैडम ने मौके का फायदा उठाते हुए घोषणा कर दी मरीज का जबड़ा टूट गया है, तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा, हालत गंभीर है। इसके बाद करीब डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्च बताया गया और साफ कहा गया कि आयुष्मान योजना में ईलाज यहां संभव नहीं है। यह सुनकर परिजन स्तब्ध रह गए, क्योंकि सरकारी अस्पताल ने उसे केवल हल्का घायल बताया था l जब गरीब परिवार ने इतनी बड़ी राशि जमा करने में अपनी असमर्थता जताई और डिस्चार्ज का अनुरोध किया, तभी अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों से 5–6 कागजों में जबरन हस्ताक्षर करवाए गए, परिजनों को अपने बाउंसरों से वार्ड से बाहर निकलवा दिया गया, और घायल शम्भू को ऑक्सीजन, कैथेटर आदि लगाकर कमरे में बंद कर दिया गया l मरीज को बंधक बनाकर रखा गया जिसे छोड़े जाने हेतु परिजनों से सीधे-सीधे 80 हजार रुपये की मांग की गई और कहा गया कि पैसा दो, तभी मरीज मिलेगा। यह पूरा घटनाक्रम पैसे वसूलने का एक सुनियोजित षड्यंत्र था, जिसे परिजन अकेले रहते हुए शायद कभी उजागर नहीं कर पाते। मरीज के पिता गोरेलाल पटेल ने मामले की लिखित शिकायत तत्काल बलौदाबाजार जिला कलेक्टर सहित बलौदाबाजार प्रेस क्लब के अध्यक्ष नरेश गनशानी एवं अन्य पत्रकारों से की l माननीय कलेक्टर एवं प्रेस क्लब के पत्रकारों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल प्रबंधन को जवाबदेह बनाया। कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने शम्भू पटेल को तुरंत बंधन से मुक्त कराया गया और परिजनों के सुपुर्द किया गया। मामले की सच्चाई तब और स्पष्ट हो गई जब परिजनों ने शम्भू का परीक्षण जिले के अन्य चिकित्सकों से कराया। जांच में न तो कोई जबड़ा टूटा मिला, न कोई गंभीर स्थिति, न कोई ऑपरेशन की आवश्यकता अर्थात ओमकार हॉस्पिटल द्वारा बताई गई पूरी गंभीरता की कहानी झूठी थी। आश्चर्यजनक रूप से, जिसे प्राइवेट अस्पताल ऑपरेशन योग्य गंभीर मरीज बता रहा था, वही शम्भू अन्य डॉक्टरों के अनुसार पूरी तरह स्वस्थ निकला। शम्भू पटेल पिता गोरेलाल पटेल सहित ग्राम पंचायत बसंतपुर के सरपंच ने आज स्वयं कलेक्टर कार्यालय और प्रेस क्लब पहुँचकर लिखित में माननीय जिला कलेक्टर महोदय और प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री नरेश गनशानी सहित पत्रकारगणों को भावुक होकर धन्यवाद व आभार व्यक्त किया। परिजनों ने कहा कि समय पर मिले सहयोग ने न केवल मरीज को बंधन से मुक्त कराया, बल्कि उनके परिवार को एक बड़ा आर्थिक और मानसिक बोझ से भी बचा लिया। अगर आप सब नहीं होते तों आज मेरे बेटे कों न जाने किस हाल में रखा जाता। यह मामला स्वास्थ्य तंत्र के लिए चेतावनी है कि ऐसे अस्पतालों पर कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता है, ताकि मानव जीवन को भय, धोखे और वसूली का साधन बनाने वालों पर अंकुश लगे। समाज भी यह समझे कि ईलाज के नाम पर फैलाए जाने वाले डर से सावधान रहना जरूरी है।
- धान खरीदी की अव्यवस्था अब किसानों की जान पर बन आई है। महासमुंद में टोकन न मिलने से एक किसान ने आत्महत्या का प्रयास किया, यह घटना बताती है कि भाजपा सरकार की तैयारियाँ कितनी भयावह रूप से विफल हैं। टोकन सिस्टम, ऐप... हर जगह अव्यवस्था इतनी गहरी है कि किसान अपनी ही फसल बेचने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। प्रशासन आरोप टाल रहा है, पर किसान की जिंदगी का बोझ कौन उठाएगा? जब सरकार केवल बयान दे और जमीन पर व्यवस्था ध्वस्त हो...तब ऐसी त्रासदियाँ ही जन्म लेती हैं। धान खरीदी का प्रबंधन पूरी तरह टूट चुका है और इसकी सीधी मार किसानों पर पड़ रही है। किसान की पीड़ा तकनीकी गलती नहीं, शासन की नाकामी का जीता-जागता सबूत है।1
- ग्राम सेवती में नवसीखिया युवाती ने अनंत्रित कार को घर में घुसाया कार में सवार तीन यूवती गंभीर रूप से घायल आज रविवार की दोपहर 3 बजे बरतोरी के भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता तीज राम यादव जी से मिली जानकारी के अनुसार आज रविवार की दोपहर 12:50 पर बिल्हा से बरतोरी बलौदा बाजार जाने वाले सड़क पर ग्राम सेवती में एक अनियंत्रित कार क्रमांक cg 04 pz 7065 घर का दिवाला तोड़कर जा घुसी बताया जा रहा है कि कार में तीन यूतियां सवार थी जिनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है एवं घटना इस्थल पर मौजूद कुछ लोगो का कहना है कि दो यूतियों की मौत हो चुकी है घटना के बाद तत्काल वहां से जा रहे एक वाहन से तीनों घायल यूतियों को बिल्हा अस्पताल रवाना किया गया है क्षतिग्रस्त कार अब तक घर में घुसी पड़ी है बताया जा रहा है कि तीनों बिल्हा की ओर से बलौदा बाजार जाने को निकली थी कार बलौदा बाजार जिले के कसडोल क्षेत्र की बताई जा रही है तीनों के शरीर एवं सीने में गंभीर चोटे आई है नाक मुँह से खून बह चूका हैं कार का एयरबैग खुल चूका हैं तीनों की जान बच पाएगी या नहीं यह बता पाना मुश्किल हैं शुक्र हैं की जिस घर में अनंत्रित कार घुसी है उस घर में उस वक्त कोई नहीं था इसलिए घर के किसी व्यक्ति को चोटे नहीं आई है कार कैसे अनियंत्रित हुई इसकी जानकारी भी किसी को नहीं हैं आप को बता दे की इस दिसंबर माह में प्रतिदिन क्षेत्र की सड़के दुर्घटनाओं की वजह से लाल हों रही हैं और प्रतिदिन मौत की खबर सामने आ रही है इसलिए कार चलते वक्त सीट बेल्ट और बाइक चलाते वक्त हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें क्योंकि जीवन अमूल्य एवं शराब पी कर वाहन न चलाये धीरे चले सुरक्छित घर पहुंचे क्योंकि आपका परिवार घर मे आपका इंतजार कर रहा होता हैं1
- https://youtu.be/rIHIuxOBTHM?si=h2KKVVQNTgYHGMsF सुहेला में मुख्यमंत्री का मेगा लोकार्पण–भूमिपूजन, 195 करोड़ की सौगात तिल्दा–नेवरा को नया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 2.50 करोड़ की स्वीकृति1
- जिमनास्टिक इतिहास के सबसे खतरनाक मूव्स में से एक "ट्रिपल ट्रिपलेट",जिसे दुनिया के सिर्फ 1% एथलीट कोशिश करते हैं, और यह खिलाड़ी उसे परफ़ेक्ट लैंड करके सबको हैरान कर गया। इस स्टंट के लिए इनह्यूमन एयरटाइम, परफेक्ट टॉर्क और ज़ीरो हेज़िटेशन चाहिए। एक गलत एंगल सीधा क्रैश,लेकिन इस रोटेशन ने इतिहास बना दिया। #GymnasticsLife #ExtremeSkills #WorldGames2025 #AthleteLife #ViralSports1
- Post by Hari sharma Sharma1
- नशा मुक्ति रैली बछौद बलौदा के पास भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़1
- Post by Gupesh Verma1
- एन एच सडक पर भोजपुरी टोल प्लाजा रोड पर अज्ञात वाहन की ठोंकर से बईक चलक कोटवार की हुई मौत पुलिस मामले की जांच मे जुटी शनिवार की शाम 7:00 बजे हिर्री पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर रायपुर नेशनल हाईवे सडक से फिर एक दर्दनाक खबर सामने आई है। लगातार हो रहे हादसों के बीच एक और व्यक्ति ने अपनी जान गंवा दी। मामला भोजपुरी टोल प्लाज़ा रोड पर ओवरब्रिच ढलान का है, जहां अज्ञात वाहन की टक्कर से एक बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हैं। घटना शनिवार 10 बजे का बताया जा रहा हैं सूचना मिलते ही रात मे ही हिर्री पुलिस की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान ग्राम सावा ताल थाना हिर्री निवासी रविदास ग्राम कोटवार के रूप मे हुई हैं बताया जा रहा है की कोटवार रविदास अपने साथी के साथ मोटरसाइकिल से सरगांव से अपने घर सावा ताल लौट रहा था इस दौरान नेशनल हाइवे सडक पर ग्राम भोजपुरी के ओवरब्रिच के पास ढलान मे पंहुचा था तभी किसी अज्ञात वाहन ने उनकी मोटर सायक़ल को टक्कर मार दी जिके बाद रविदास और उसके साथ सडक पर गिर गए जिसकी वजह से रविदास के सिर मे गंभीर चोटे आई और बहुत सारा खून बहने से उसकी घटना इस्थल पर ही मौत हों गई नेशनल हाईवे में हादसे की वजह से सड़के लाल हो रही है एक बार फिर नेशनल हाईवे सडक पर यह देखने को मिला। घटना शुक्रवार की रात 10 बजे की बताई जा रही हैं बहरहाल मृतक के शव को रात में ही एम्बुलेंस की मदद से सिम्स अस्पताल भिजवाया गया एवं उसके घायल साथी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जिसकी हालत नाजुक बनी हुई हैं सिम्स चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को शनिवार की दोपहर 12.15 मिनट पर पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस अब आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर वाहन की पहचान करने में जुटी है। एवं इस घटना में मृतक कोटवार ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था जिसकी वजह से सिर में गंभीर चोट आने के कारण उसकी घटना स्तर पर ही मौत हो गई एवं आपको बता दे कि शुक्रवार की रात 2:00 बजे के करीब इसी नेशनल हाइवे सड़क पर पेण्ड्री डी चौक के आगे बोडसरा ओवर ब्रिच पर ग्राम झलफा के एक बाइक चालक की अज्ञात ट्रक की चपेट में आने से सिर फट जाने से दर्द नाक मौत हो गई थी इन दोनों मामलों में दोनों ही वाहन चलाको ने हेलमेट नहीं लगाया हुआ था अगर दोनों ही मामलों में वाहन चालक हेलमेट लगाए होते तो शायद उनकी जान बच सकती थी इसलिए इस घटना को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा की मोटर सायकल चलाने समय हेलमेट का प्रयोग करना खुद की जान के लिए सुरक्षा का कवच बन सकता है1