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युपी की सरकार द्वारा संविधान की अवमानना कर जातिवाद का नंगा नाच!!! ये है जातिवाद का जिंदा सबूत....!!! @highlight
RK itoriya
युपी की सरकार द्वारा संविधान की अवमानना कर जातिवाद का नंगा नाच!!! ये है जातिवाद का जिंदा सबूत....!!! @highlight
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- बात सही है तो कमेंट करके बता देना#पांच उंगली एक बराबर नहीं होती#🙏♥️🙏#जय राम जी की भाई1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- उधारी के पैसे मांगने पर युवक की गोविंद चौराहे पर हुई बेरहमी से पिटाई, हथौड़े के वार से पैर फ्रैक्चर, पीड़ित ने की शिकायत शहर के नवाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत गोविंद चौराहे पर उधारी के रुपयों के लेनदेन को लेकर एक युवक के साथ बेरहमी से मारपीट का मामला सामने आया है। दबंगों ने युवक पर हथौड़े से हमला कर उसका पैर फ्रैक्चर कर दिया। पीड़ित परिवार ने इस संबंध में नवाबाद थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित फैजान ने शुक्रवार को 3:40 पर आपबीती बताते हुए कहा कि उसका विपक्षियों पर कुल 3,500 बकाया था। जब उसने अपने पैसे मांगे, तो आरोपियों ने उसे केवल 2,500 दिए। बाकी के 1,000 की मांग करने पर आरोपी भड़क गए और गाली-गलौज शुरू कर दी। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दबंगों ने फैजान पर हमला बोल दिया। फैजान का आरोप है कि मारपीट के दौरान दबंगों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं और उसके पैर पर भारी हथौड़े से वार किया। इस हमले में उसका पैर बुरी तरह फ्रैक्चर हो गया है। घटना के बाद घायल अवस्था में पीड़ित नवाबाद थाने पहुँचा और न्याय की गुहार लगाई। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।।4
- Aaj karera me kohre ke karan bazar me soonsan1
- Post by Rajesh singh Kushwaha Mirgpura1
- जालौन, उरई में पारिवारिक विवाद ने लिया हिंसक रूप, लाठी-डंडों से मारपीट, कंधा टूटा,,,, https://shakyasandesh.com/3780/रिपोर्ट-रामवतार उरई से शाक्यसंदेश भारत दर्शन ।।1
- Post by विकास वर्मा1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- झांसी के बस स्टैंड पर यातायात पुलिस कर्मी और एक युवक के बीच हुई तीखी बहस एक दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप #यातायात #JhansiPolice #jhansipublic1