"मौ नगर में वृक्षारोपण एवं मौ महोत्सव मेला का भव्य शुभारंभ" अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह और मौ नगर पालिका अध्यक्ष सज्जन सिंह यादव ने किया उद्घाटन भारतीय जन शक्ति मौ अब्दुल हमीद, भिण्ड जिले के ऐतिहासिक नगर मौ में इस बार का वृक्षारोपण एवं मौ महोत्सव मेला एक नई ऊर्जा, नवीन सोच और समरसता के प्रतीक के रूप में उभरा। यह मेला न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रभावशाली पहल बना, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और नगर के विकास में जनभागीदारी का उत्सव भी बन गया।शुभारंभ समारोह में उमड़ा जनसैलाब 3 अगस्त 2025 की सुबह मौ नगर के [स्थान/मेला प्रांगण का नाम] पर जब लोगों का कारवां उमड़ना शुरू हुआ, तो वातावरण में एक नई उम्मीद की हरियाली साफ नज़र आने लगी। उद्घाटन समारोह में नगर के विभिन्न वर्गों, स्कूलों, सामाजिक संगठनों, महिला मंडलों, व्यापारिक समूहों और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी ने कार्यक्रम को एक जनांदोलन का रूप दे दिया।उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लाल सिंह उपस्थित रहे, जिन्होंने समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। उनके साथ मौ नगर पालिका अध्यक्ष श्री सज्जन सिंह यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित रहे। इनके साथ-साथ अनेक गणमान्य अतिथि भी मंचासीन थे, जिनमें सामाजिक कार्यकर्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पत्रकार, शिक्षक, और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी शामिल थे। फीता काटा, पौधारोपण किया, जनता को संदेश दिया श्री लाल सिंह और श्री सज्जन सिंह यादव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया और फिर पौधारोपण करते हुए संदेश दिया कि “प्रकृति से प्रेम ही सच्चा विकास है। जब हर व्यक्ति एक वृक्ष लगाएगा, तभी जीवन सुरक्षित रहेगा।” अपने ओजस्वी भाषण में राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह ने कहा: आज जिस तेजी से वनों की कटाई और प्रदूषण बढ़ रहा है, ऐसे में वृक्षारोपण एक जरूरी जिम्मेदारी बन गई है। मौ नगर की जनता ने जो पहल की है, वह अनुकरणीय है। यह मेला संस्कृति, सेवा और पर्यावरण चेतना का संगम है।"उन्होंने आगे कहा:जाति, धर्म, भाषा और राजनीति से ऊपर उठकर जब समाज पर्यावरण और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट होता है, तब देश की असली तस्वीर नज़र आती है। मुझे गर्व है कि मैं ऐसे आयोजन का हिस्सा बना।" सज्जन सिंह यादव का संकल्प: ‘हरियाली ही पहचान बने मौ की’ मौ नगर पालिका अध्यक्ष श्री सज्जन सिंह यादव ने अपने संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली उद्बोधन में कहा: हमने मौ नगर को स्वच्छ, सुंदर और हराभरा बनाने का संकल्प लिया है। यह मेला उसी दिशा में एक मजबूत कदम है। वृक्षारोपण हो या सफाई अभियान — सब जनसहभागिता से ही संभव है।" उन्होंने स्थानीय जनता, कर्मचारियों, और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में यह महोत्सव एक राज्य स्तरीय पहचान प्राप्त करेगा सांस्कृतिक झलकियाँ: लोक परंपराओं का सुंदर प्रदर्शन उद्घाटन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई, जिनमें स्थानीय विद्यालयों, युवक-युवती मंडलों और महिला समितियों ने भाग लिया। प्रस्तुति देने वाले कलाकारों ने लोकगीत, देशभक्ति गीत, नुक्कड़ नाटक, पर्यावरण जागरूकता गीत, और नृत्य के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।बाल कलाकारों ने “धरती रो रही है, चलो पेड़ लगाएं” गीत पर शानदार प्रस्तुति दी।महिला मंडल ने “कचनार की छांव में बैठेंगे फिर से” नामक लोकनृत्य प्रस्तुत किया।विद्यालयी बच्चों ने प्लास्टिक मुक्ति और जल संरक्षण पर नुक्कड़ नाटक कर तालियाँ बटोरीं।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के दौरान मंच संचालन शिक्षक राजेश शर्मा और पत्रकार अंजुम खान ने बेहद प्रभावशाली ढंग से किया। वृक्षारोपण अभियान: लक्ष्य 5 हज़ार पौधे मेला समिति और नगर पालिका ने इस वर्ष 5000 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। उद्घाटन दिवस पर ही लगभग 700 पौधे लगाए गए। जिनमें से अधिकांश ऐसे पौधे हैं जो न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं बल्कि छाया और औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं।पौधों की देखरेख के लिए नगरपालिका ने स्थानीय स्कूलों, वार्ड समितियों और स्वयंसेवी संस्थाओं को जिम्मेदारी दी है। इस तरह यह अभियान केवल रोपण तक सीमित नहीं, बल्कि संरक्षण तक विस्तारित रहेगा।व्यवस्था और सजावट ने खींचा ध्यान पूरे मेला प्रांगण को हरियाली, रंग-बिरंगी झंडियों, पारंपरिक तोरण द्वारों और नारों से सजाया गया था। मुख्य द्वार पर लिखा गया था: आओ पेड़ लगाएं, मौ को हराभरा बनाएं!स्थानीय नगर परिषद कर्मियों ने सफाई व्यवस्था, पानी की उपलब्धता और ट्रैफिक नियंत्रण में शानदार कार्य किया। पुलिस और नगर रक्षा समिति के स्वयंसेवकों ने भी अनुशासन बनाए रखा।स्थानीय दुकानदार और ग्रामीण भी रहे उत्साहित मेला प्रांगण में लगे हेंडमेड उत्पादों, कृषि सामग्री, स्थानीय खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प की दुकानों पर भारी भीड़ रही। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा बनाए गए अचार, पापड़, मसाले और हस्तशिल्प वस्तुएं लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं। संदेश: प्रकृति, संस्कृति और सहभागिता का संगम इस पूरे आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर स्थानीय प्रशासन, सामाजिक संगठनों और आमजन की मंशा और दिशा एक हो, तो कोई भी नगर प्रगति और पर्यावरणीय संतुलन की मिसाल बन सकता है। मुख्य संदेश"एक वृक्ष – सौ पुण्य! एक मेला – समाज का आइना!" अंत में मौ नगर का वृक्षारोपण एवं मौ महोत्सव मेला केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक समर्पण है। ऐसे आयोजनों से न केवल नगर का सौंदर्य बढ़ता है, बल्कि सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक चेतना और पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश दूर-दूर तक फैलता है।
"मौ नगर में वृक्षारोपण एवं मौ महोत्सव मेला का भव्य शुभारंभ" अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह और मौ नगर पालिका अध्यक्ष सज्जन सिंह यादव ने किया उद्घाटन भारतीय जन शक्ति मौ अब्दुल हमीद, भिण्ड जिले के ऐतिहासिक नगर मौ में इस बार का वृक्षारोपण एवं मौ महोत्सव मेला एक नई ऊर्जा, नवीन सोच और समरसता के प्रतीक के रूप में उभरा। यह मेला न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रभावशाली पहल बना, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और नगर के विकास में जनभागीदारी का उत्सव भी बन गया।शुभारंभ समारोह में उमड़ा जनसैलाब 3 अगस्त 2025 की सुबह मौ नगर के [स्थान/मेला प्रांगण का नाम] पर जब लोगों का कारवां उमड़ना शुरू हुआ, तो वातावरण में एक नई उम्मीद की हरियाली साफ नज़र आने लगी। उद्घाटन समारोह में नगर के विभिन्न वर्गों, स्कूलों, सामाजिक संगठनों, महिला मंडलों, व्यापारिक समूहों और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी ने कार्यक्रम को एक जनांदोलन का रूप दे दिया।उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लाल सिंह उपस्थित रहे, जिन्होंने समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। उनके साथ मौ नगर पालिका अध्यक्ष श्री सज्जन सिंह यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित रहे। इनके साथ-साथ अनेक गणमान्य अतिथि भी मंचासीन थे, जिनमें
सामाजिक कार्यकर्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पत्रकार, शिक्षक, और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी शामिल थे। फीता काटा, पौधारोपण किया, जनता को संदेश दिया श्री लाल सिंह और श्री सज्जन सिंह यादव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया और फिर पौधारोपण करते हुए संदेश दिया कि “प्रकृति से प्रेम ही सच्चा विकास है। जब हर व्यक्ति एक वृक्ष लगाएगा, तभी जीवन सुरक्षित रहेगा।” अपने ओजस्वी भाषण में राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह ने कहा: आज जिस तेजी से वनों की कटाई और प्रदूषण बढ़ रहा है, ऐसे में वृक्षारोपण एक जरूरी जिम्मेदारी बन गई है। मौ नगर की जनता ने जो पहल की है, वह अनुकरणीय है। यह मेला संस्कृति, सेवा और पर्यावरण चेतना का संगम है।"उन्होंने आगे कहा:जाति, धर्म, भाषा और राजनीति से ऊपर उठकर जब समाज पर्यावरण और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट होता है, तब देश की असली तस्वीर नज़र आती है। मुझे गर्व है कि मैं ऐसे आयोजन का हिस्सा बना।" सज्जन सिंह यादव का संकल्प: ‘हरियाली ही पहचान बने मौ की’ मौ नगर पालिका अध्यक्ष श्री सज्जन सिंह यादव ने अपने संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली उद्बोधन में कहा: हमने मौ नगर को स्वच्छ, सुंदर और हराभरा बनाने का संकल्प लिया है। यह मेला उसी दिशा में एक मजबूत कदम है। वृक्षारोपण हो या सफाई अभियान — सब जनसहभागिता से ही
संभव है।" उन्होंने स्थानीय जनता, कर्मचारियों, और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में यह महोत्सव एक राज्य स्तरीय पहचान प्राप्त करेगा सांस्कृतिक झलकियाँ: लोक परंपराओं का सुंदर प्रदर्शन उद्घाटन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई, जिनमें स्थानीय विद्यालयों, युवक-युवती मंडलों और महिला समितियों ने भाग लिया। प्रस्तुति देने वाले कलाकारों ने लोकगीत, देशभक्ति गीत, नुक्कड़ नाटक, पर्यावरण जागरूकता गीत, और नृत्य के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।बाल कलाकारों ने “धरती रो रही है, चलो पेड़ लगाएं” गीत पर शानदार प्रस्तुति दी।महिला मंडल ने “कचनार की छांव में बैठेंगे फिर से” नामक लोकनृत्य प्रस्तुत किया।विद्यालयी बच्चों ने प्लास्टिक मुक्ति और जल संरक्षण पर नुक्कड़ नाटक कर तालियाँ बटोरीं।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के दौरान मंच संचालन शिक्षक राजेश शर्मा और पत्रकार अंजुम खान ने बेहद प्रभावशाली ढंग से किया। वृक्षारोपण अभियान: लक्ष्य 5 हज़ार पौधे मेला समिति और नगर पालिका ने इस वर्ष 5000 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। उद्घाटन दिवस पर ही लगभग 700 पौधे लगाए गए। जिनमें से अधिकांश ऐसे पौधे हैं जो न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं बल्कि छाया और औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं।पौधों की देखरेख के लिए नगरपालिका ने स्थानीय स्कूलों, वार्ड समितियों और स्वयंसेवी संस्थाओं को जिम्मेदारी दी है। इस तरह यह अभियान केवल रोपण तक सीमित
नहीं, बल्कि संरक्षण तक विस्तारित रहेगा।व्यवस्था और सजावट ने खींचा ध्यान पूरे मेला प्रांगण को हरियाली, रंग-बिरंगी झंडियों, पारंपरिक तोरण द्वारों और नारों से सजाया गया था। मुख्य द्वार पर लिखा गया था: आओ पेड़ लगाएं, मौ को हराभरा बनाएं!स्थानीय नगर परिषद कर्मियों ने सफाई व्यवस्था, पानी की उपलब्धता और ट्रैफिक नियंत्रण में शानदार कार्य किया। पुलिस और नगर रक्षा समिति के स्वयंसेवकों ने भी अनुशासन बनाए रखा।स्थानीय दुकानदार और ग्रामीण भी रहे उत्साहित मेला प्रांगण में लगे हेंडमेड उत्पादों, कृषि सामग्री, स्थानीय खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प की दुकानों पर भारी भीड़ रही। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा बनाए गए अचार, पापड़, मसाले और हस्तशिल्प वस्तुएं लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं। संदेश: प्रकृति, संस्कृति और सहभागिता का संगम इस पूरे आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर स्थानीय प्रशासन, सामाजिक संगठनों और आमजन की मंशा और दिशा एक हो, तो कोई भी नगर प्रगति और पर्यावरणीय संतुलन की मिसाल बन सकता है। मुख्य संदेश"एक वृक्ष – सौ पुण्य! एक मेला – समाज का आइना!" अंत में मौ नगर का वृक्षारोपण एवं मौ महोत्सव मेला केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक समर्पण है। ऐसे आयोजनों से न केवल नगर का सौंदर्य बढ़ता है, बल्कि सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक चेतना और पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश दूर-दूर तक फैलता है।
- फूप थाना पुलिस ने सोशल मीडिया स्ट्राग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर लड़की को परेशान करने वाले युवक को तकनीकी सहायता से पकड़ा भेजा जेल*1
- किसी की जान बचना सबसे बड़ा धर्म है1
- इटावा महोत्सव एवं प्रदर्शनी पंडाल में प्रेस क्लब इटावा के तत्वावधान में पत्रकार सम्मेलन व सम्मान समारोह का कार्यक्रम मां सरस्वती के चित्र पर दीप जलाकर सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सदर विधायिका श्री मती सरिता भदौरिया व विशिष्ट अतिथि एस एस पी इटावा श्री ब्रृजेश कुमार श्रीवास्तव का प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश शाक्य, महामंत्री श्री विशुन यादव, वरिष्ठ पत्रकार गौरव डूडेजा बीरेश मिश्रा, संजय सक्सेना, सन्तोष पाठक ने मंच पर आकर शाल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर तथा जनपद के वरिष्ठ पत्रकार व जनपद के कई वरिष्ठ अधिकारियों व शिक्षा विदो का सम्मान किया गया। सम्मान करने वालों प्रमुख भूमिका में वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप शर्मा दोस्त, बृजेश शुक्ला, रमेश यादव, अखिल सक्सेना, नीलकमल, मनोज दीक्षित, सुघर सिंह यादव, कुश चतुर्वेदी, रजत सिंह, अमित तिवारी, निहाल, उवेश चौधरी, प्रेरणा जुबैरी, रज्जन सिंह, बबलू यादव, महेश कुशवाहा, वी वी सिंह, प्रेम सिंह व रवि कुमार, राजीव शर्मा ने सम्मान किया। इस कार्यक्रम का संचालन विशुन यादव ने किया। रजत यादव पत्रकार नव भारत संवाद इटावा1
- इटावा महोत्सव एवं प्रदर्शनी पंडाल में प्रेस क्लब इटावा के तत्वावधान में पत्रकार सम्मेलन व सम्मान समारोह का कार्यक्रम मां सरस्वती के चित्र पर दीप जलाकर सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सदर विधायिका श्री मती सरिता भदौरिया व विशिष्ट अतिथि एस एस पी इटावा श्री ब्रृजेश कुमार श्रीवास्तव का प्रेस क्लब के अध्यक्ष दिनेश शाक्य, महामंत्री श्री विशुन यादव, वरिष्ठ पत्रकार गौरव डूडेजा बीरेश मिश्रा, संजय सक्सेना, सन्तोष पाठक ने मंच पर आकर शाल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर तथा जनपद के वरिष्ठ पत्रकार व जनपद के कई वरिष्ठ अधिकारियों व शिक्षा विदो का सम्मान किया गया। सम्मान करने वालों प्रमुख भूमिका में वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप शर्मा दोस्त, बृजेश शुक्ला, रमेश यादव, अखिल सक्सेना, नीलकमल, मनोज दीक्षित, सुघर सिंह यादव, कुश चतुर्वेदी, रजत सिंह, अमित तिवारी, निहाल, उवेश चौधरी, प्रेरणा जुबैरी, रज्जन सिंह, बबलू यादव, महेश कुशवाहा, वी वी सिंह, प्रेम सिंह व रवि कुमार, राजीव शर्मा ने सम्मान किया। इस कार्यक्रम का संचालन विशुन यादव ने किया। रमेश यादव पत्रकार नव भारत टाइम्स इटावा1
- त्रिदिवसीय जैन जन्मकल्याणक महोत्सव का भव्य शुभारम्भ, ------ शनिवार को जैन समाज द्वारा भगवान पार्श्वनाथ एवं चंद्र प्रभु भगवान के जन्मकल्याणक महोत्सव के अवसर पर आयोजित त्रिदिवसीय कार्यक्रमों का भव्य एवं श्रद्धापूर्ण शुभारम्भ हुआ। महोत्सव के प्रथम दिन प्रातःकाल भगवान पार्श्वनाथ एवं चंद्र प्रभु भगवान के जन्मकल्याणक अवसर पर अभिषेक एवं शांतिधारा का आयोजन किया गया, जिसका सौभाग्य राजकमल जैन एवं चिराग जैन को प्राप्त हुआ।इस अवसर पर टीकमगढ़ से पधारे मोनू एंड पार्टी के संयोजक मोनू जैन द्वारा चंद्र प्रभु विधान की समस्त धार्मिक क्रियाएं विधि-विधान एवं शास्त्रोक्त परंपरा के अनुसार सम्पन्न कराई गईं। आयोजन के दौरान जैन समाज में विशेष उत्साह एवं भक्ति का वातावरण देखने को मिला। महिलाओं ने भक्ति भाव से पूजा-अर्चना एवं स्तुतियाँ कीं, वहीं पुरुष वर्ग ने भक्ति नृत्य एवं गान के माध्यम से अपनी श्रद्धा प्रकट की।कार्यक्रम में जिनशासन म्यूजिकल ग्रुप, आगरा से पधारे संगीतकार संस्कार जैन ने संगीतमय भक्ति भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को भक्ति की गंगा में सराबोर कर दिया। इस दौरान नवदेवता पूजन, पार्श्वनाथ पूजन, चंद्र प्रभु पूजन एवं चंद्र प्रभु विधान संगीतमय वातावरण में सम्पन्न हुए।संध्या के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसके उपरांत नवीन रथ निर्माण के संदर्भ में बोलियाँ लगाई गईं। इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग ने उत्साहपूर्वक बढ़-चढ़कर सहभागिता करते हुए अपनी श्रद्धानुसार बोलियाँ लगाईं।कार्यक्रम की सफलता पर समाज के वरिष्ठजनों ने हर्ष व्यक्त किया। नगर के स्वाध्याय एवं अध्यात्म से जुड़े उत्साही युवा आराध्य जैन ने बताया कि भगवान पार्श्वनाथ का जन्म आज से लगभग 2902 वर्ष पूर्व काशी (वाराणसी) में हुआ था। इस पावन दिवस को जैन समाज श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाता है तथा यह संकल्प लेता है कि हम भी अपने जीवन के कष्टों का त्याग कर परम सुख अर्थात मोक्ष की ओर अग्रसर हों।1
- इटावा महोत्सव1
- छत्तीसगढ़ के दुर्ग में परसोदा में.... VHP-बजरंग दल के सदस्यों ने दूसरे गांव वालों के साथ मिलकर 85 साल के एक दलित ईसाई आदमी को पब्लिक श्मशान घाट में दफनाने का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। जब दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं हुए तो तनाव बढ़ गया। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को दखल देना पड़ा। बाद में अधिकारियों ने परिवार को पब्लिक श्मशान घाट के बजाय अपनी निजी ज़मीन पर शव को दफनाने का निर्देश दिया।1
- वैष्णो देवी माता रानी का शानदार भजन जरूर सुनिए1