Crime dastak news Shabbir.n.shaikh President Gujarat मिलती जानकारी के आधार पर Crime Dastak | विशेष रिपोर् 10 मिनट की देरी की कीमत मौत? नालासोपारा स्कूल कांड में टीचर–प्रिंसिपल कटघरे में, शिक्षा नहीं यह क्रूरता है!** महाराष्ट्र के नालासोपारा क्षेत्र से सामने आया यह मामला शिक्षा व्यवस्था के मुंह पर करारा तमाचा है। 15 दिसंबर 2025 को सामने आए इस प्रकरण में एक 13 वर्षीय छात्रा को स्कूल पहुंचने में मात्र 10 मिनट की देरी पर ऐसा अमानवीय दंड दिया गया, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। आरोप है कि संबंधित टीचर के आदेश पर छात्रा को भारी स्कूल बैग के साथ करीब 100 उठक-बैठक कराई गईं। बच्ची की तबीयत बिगड़ गई, रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह सवाल अब सीधा है— क्या स्कूल कानून से ऊपर हैं? क्या बच्चों की जान इतनी सस्ती है? --- टीचर और प्रिंसिपल की सीधी जवाबदेही Crime Dastak स्पष्ट शब्दों में कहता है कि— यह सिर्फ “गलती” नहीं, आपराधिक लापरवाही है टीचर जिसने सज़ा दी, वह सीधे तौर पर दोषी है प्रिंसिपल, जिसने ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया या रोका नहीं, वह भी बराबर का जिम्मेदार है “अनुशासन” के नाम पर कानून तोड़ने की इजाज़त किसी को नहीं अब लीपापोती नहीं, सख़्त और साफ़ कार्रवाई होनी चाहिए। --- कानून क्या कहता है – और क्या होना चाहिए दोष सिद्ध होने पर निम्न कड़ी सज़ाएं अनिवार्य हों: 1. टीचर की तत्काल गिरफ्तारी (JJ Act व IPC के तहत) 2. प्रिंसिपल को निलंबित कर आपराधिक केस 3. स्कूल की मान्यता तत्काल प्रभाव से निलंबित 4. शिक्षा विभाग द्वारा ब्लैकलिस्टिंग की कार्रवाई 5. पीड़ित परिवार को भारी मुआवज़ा 6. बाल अधिकार आयोग की विशेष जांच समिति 7. पूरे जिले के स्कूलों का सेफ्टी व व्यवहार ऑडिट --- सख़्त शब्दों में चेतावनी अब बहुत हो चुका। अगर आज टीचर और प्रिंसिपल पर सख़्ती नहीं हुई, तो कल कोई और बच्चा इसका शिकार बनेगा। जो हाथ बच्चों को किताब पकड़ाने के लिए बने थे, अगर वही हाथ सज़ा देने के औज़ार बन जाएँ, तो ऐसे लोगों को कक्षा में नहीं, कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। --- समाजवादी सोच: बच्चा बोझ नहीं, भविष्य है समाजवादी विचारधारा साफ़ कहती है— बच्चा मजदूर नहीं, मशीन नहीं, प्रयोग की वस्तु नहीं है। वह समाज का भविष्य है। अनुशासन डर से नहीं, समझ से आता है। गरीब हो या अमीर—हर बच्चे का जीवन बराबर की कीमत रखता है। --- Crime Dastak की दो टूक मांग दोषियों को उदाहरणात्मक सज़ा शिक्षा के नाम पर चल रही तानाशाही पर पूर्ण विराम स्कूलों को फिर से शिक्षा के मंदिर बनाया जाए, यातना गृह नहीं यह मामला सिर्फ एक स्कूल का नहीं, पूरे सिस्टम की परीक्षा है।
Crime dastak news Shabbir.n.shaikh President Gujarat मिलती जानकारी के आधार पर Crime Dastak | विशेष रिपोर् 10 मिनट की देरी की कीमत मौत? नालासोपारा स्कूल कांड में टीचर–प्रिंसिपल कटघरे में, शिक्षा नहीं यह क्रूरता है!** महाराष्ट्र के नालासोपारा क्षेत्र से सामने आया यह मामला शिक्षा व्यवस्था के मुंह पर करारा तमाचा है। 15 दिसंबर 2025 को सामने आए इस प्रकरण में एक 13 वर्षीय छात्रा को स्कूल पहुंचने में मात्र 10 मिनट की देरी पर ऐसा अमानवीय दंड दिया गया, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया। आरोप है कि संबंधित टीचर के आदेश पर छात्रा को भारी स्कूल बैग के साथ करीब 100 उठक-बैठक कराई गईं। बच्ची की तबीयत बिगड़ गई, रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह सवाल अब सीधा है— क्या स्कूल कानून से ऊपर हैं? क्या बच्चों की जान इतनी सस्ती है? --- टीचर और प्रिंसिपल की सीधी जवाबदेही Crime Dastak स्पष्ट शब्दों में कहता है कि— यह सिर्फ “गलती” नहीं, आपराधिक लापरवाही है टीचर जिसने सज़ा दी, वह सीधे तौर पर दोषी है प्रिंसिपल, जिसने ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया या रोका नहीं, वह भी बराबर का जिम्मेदार है “अनुशासन” के नाम पर कानून तोड़ने की इजाज़त किसी को नहीं अब लीपापोती नहीं, सख़्त और साफ़ कार्रवाई होनी चाहिए। --- कानून क्या कहता है – और क्या होना चाहिए दोष सिद्ध होने पर निम्न कड़ी सज़ाएं अनिवार्य हों: 1. टीचर की तत्काल गिरफ्तारी (JJ Act व IPC के तहत) 2. प्रिंसिपल को निलंबित कर आपराधिक केस 3. स्कूल की मान्यता तत्काल प्रभाव से निलंबित 4. शिक्षा विभाग द्वारा ब्लैकलिस्टिंग की कार्रवाई 5. पीड़ित परिवार को भारी मुआवज़ा 6. बाल अधिकार आयोग की विशेष जांच समिति 7. पूरे जिले के स्कूलों का सेफ्टी व व्यवहार ऑडिट --- सख़्त शब्दों में चेतावनी अब बहुत हो चुका। अगर आज टीचर और प्रिंसिपल पर सख़्ती नहीं हुई, तो कल कोई और बच्चा इसका शिकार बनेगा। जो हाथ बच्चों को किताब पकड़ाने के लिए बने थे, अगर वही हाथ सज़ा देने के औज़ार बन जाएँ, तो ऐसे लोगों को कक्षा में नहीं, कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। --- समाजवादी सोच: बच्चा बोझ नहीं, भविष्य है समाजवादी विचारधारा साफ़ कहती है— बच्चा मजदूर नहीं, मशीन नहीं, प्रयोग की वस्तु नहीं है। वह समाज का भविष्य है। अनुशासन डर से नहीं, समझ से आता है। गरीब हो या अमीर—हर बच्चे का जीवन बराबर की कीमत रखता है। --- Crime Dastak की दो टूक मांग दोषियों को उदाहरणात्मक सज़ा शिक्षा के नाम पर चल रही तानाशाही पर पूर्ण विराम स्कूलों को फिर से शिक्षा के मंदिर बनाया जाए, यातना गृह नहीं यह मामला सिर्फ एक स्कूल का नहीं, पूरे सिस्टम की परीक्षा है।
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- રંગપુર પોલીસ સ્ટેશન વિસ્તારમાંથી વિદેશી દારૂ ભરેલી બોલેરો ઝડપાઈ, લોકલ ક્રાઇમ બ્રાન્ચની મોટી કાર્યવાહી1
- કાલોલની શાંતિનિકેતન ટ્રસ્ટ ના મેનેજીંગ ટ્રસ્ટી ને કાયદેસરની ફરજો બજાવતા અટકાવી ઝપાઝપી કરતા મામલો પોલીસ મથકે પહોંચ્યો. *શૈક્ષણિક સંસ્થાને સમરાંગણ બનાવવા મહિલાઓને આગળ કરી મેનેજીંગ ટ્રસ્ટી ને ધક્કે ચડાવ્યા મીડિયા કર્મી ઉપર પણ હાથ ઉપાડ્યો* કાલોલ તા ૧૮/૧૨/૨૫ કાલોલ ના શામળદેવી રોડ ઉપર આવેલી શાંતિનિકેતન એજ્યુકેશન ટ્રસ્ટના મેનેજીંગ ટ્રસ્ટી નારણભાઇ પટેલ અને બીજા ચાર ટ્રસ્ટીઓની બહુમતી હોય તેમજ આસિસ્ટન્ટ ચેરીટી કમિશનર કચેરીમાં ફાલ્ગુનભાઈ પટેલ અને વિનય ચૌધરી દ્વારા નારણભાઇ પટેલ અને અન્ય ટ્રસ્ટીઓના નામ કમી કરાવવા ફેરફાર રિપોર્ટ કરવાંમાં આવ્યો હતો જે ફેરફાર રિપોર્ટ આસિસ્ટન્ટ ચેરીટી કમિશનર દ્વારા નામંજૂર કરાયો હતો જેથી ટ્રસ્ટી તરીકે ની કાયદેસર ફરજો બજાવવા માટે નારણભાઇ પટેલ આજ રોજ સવારે શાંતિનિકેતન એજ્યુકેશન ટ્રસ્ટ ની શાળા ખાતે ટ્રસ્ટની ઓફિસમાં પહોંચ્યા હતા જયાં સરીનભાઈ ચૌધરી અને તેમના પુત્ર વિનય ચૌધરી દ્વારા દાદાગીરી કરી કાયદેસરની ફરજો બજાવતા અટકાવી શાળાના મહિલા સ્ટાફ ને બોલાવી ઉશ્કેરણી કરાવી નારણભાઇ પટેલ ને ઘેરાબંધી કરી ટપલી દાવ કર્યો હતો અને ગડદા પાટુ નો માર માર્યો હતો. મહિલાઓ દ્વારા પણ નારણભાઈ પટેલ સાથે ખરાબ વર્તન કર્યું હતુ ત્યા હાજર મીડિયા કર્મી ઉપર પણ ગુસ્સો કાઢી સરીનભાઈ ચૌધરી દ્વારા પાછળથી બોચીના ભાગે થપ્પડ મારી અહીંથી નીકળો એમ કહ્યુ હતુ. વધુમાં મેનેજિંગ ટ્રસ્ટી નારણભાઇ પટેલ જે કાર લઈ આવ્યા હતા તે કારને પણ ઉશ્કેરણી કરાવી તોડફોડ કરાઈ હતી અને ટાયરમાંથી હવા કાઢી નાખી હતી.પોતાના બચાવ માટે અંગરક્ષકો લઈને નારણભાઈ જો ના ગયા હોત તો ખુબ મોટો બનાવ બની જાત તેવુ ચર્ચાઈ રહ્યુ છે મેનેજીંગ ટ્રસ્ટી નારણભાઇ પટેલ અને સાથે ના ચાર લોકોને સ્કુલ કમ્પાઉન્ડમાં બંધક જેવા બનાવી દેવામાં આવ્યા હતા અને અપશબ્દો નો વરસાદ વરસાવ્યો હતો બહાર આવેલ તેમના પુત્ર દ્વારા 112 ને ફોન કરતા પોલીસ ઘટના સ્થળે દોડી આવી હતી અને નારણભાઇ પટેલ સહિત ચાર લોકોને પીસીઆર વાનમાં બેસાડી શાળાના કમ્પાઉન્ડ બહાર લાવવામાં આવ્યા હતા.પોલીસ મથકે બન્ને પક્ષો દ્વારા સામસામી ફરિયાદોની અરજી આપવામાં આવી હોવાની માહિતી મળી રહી છે.3
- કોમી એકતાના પ્રતીક હઝરત હલીમશાહ દાતાર ભંડારીના ૪૪૨માં ઉર્સનો ભવ્ય પ્રારંભ1
- सोशल मीडिया पर एक मज़ेदार वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक बिल्ली मुंह में कबूतर दबाकर सड़क पार कर रही होती है। तभी कार सवार व्यक्ति के अचानक हॉर्न बजाने से बिल्ली घबरा जाती है और उसका शिकार छूट जाता है। कबूतर उड़ जाता है, जबकि बिल्ली का गुस्से भरा रिएक्शन लोगों को खूब हंसा रहा है। #ViralVideo #FunnyAnimals #CatVideo #UnexpectedMoment #InternetLaughs #AnimalReels #TrendingNow1
- Post by GUJARAT MANTRA NEWS1
- Post by RK News1
- દૂધધારા ડેરી ખાતે સહકારથી સમૃદ્ધિ અભિયાન અંતર્ગત સેમિનારનું આયોજન1