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आशीष श्रीवास्तव सभासद BJP
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- देखो सुनो दिल्ली वालो सरकार अटल कैंटीन खुल रही है नई दिल्ली/दिल्ली में 5, रुपया में पौष्टिक भोजन 25 DEC 25 को अटल कैंटीन शुरुआत होने जा रही है देखे दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता जी गरीब बेसहारा लोगों के लिए दिल्ली सरकार अटल कैंटीन सीएम रेखा गुप्ता जी 25 दिस 25 को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा यह भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी के जन्म दिन के शुभ अवसर पर अटल कैंटीन की शुरुआत होने जा रही है दिल्ली में न कोई भूखा रहे न कोई भूखा सोय इसी उद्देश्य के साथ दिल्ली में अटल कैंटीन की शुरुआत होने जा रही है।।।।।।। रिपोर्टिंग Lal Chand Soni, ।। आज सुबह टाइम्स।।। ।। नई दिल्ली न्यूज नेटवर्क ।।1
- श्री राम कथा अष्टम दिवस कथा व्यास परम पूज्य श्री अतुल कृष्ण भारद्वाज जी भक्ति में बाधक बनता है लालच। शबरी पर कृपा कर श्रीराम ने दिया सामाजिक समरसता का संदेश। कथा व्यास: परमपूज्य श्री अतुल कृष्ण भारद्वाज जी महाराज श्रीराम कथा में पूज्य श्री अतुल कृष्ण भारद्वाज जी महाराज ने श्रोताओं से कहा कि शबरी की भक्ति से प्रभावित होकर श्रीराम ने उसके जूठे बेर खाकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया। इसके अतिरिक्त सीता हरण, जटायु मोक्ष, शबरी भेंट एवं हनुमान मिलन के प्रसंगों को भाव-विभोर होकर सुनाया, जिससे सभी श्रोता भाव-विभोर हो गए। श्रीराम कथा में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। कथा के दौरान व्यास जी ने स्वर्ण मृग (सोने का हिरण) की घटना का बड़े ही रोचक ढंग से वर्णन करते हुए कहा कि जब भक्ति भगवान से विमुख होकर केवल भौतिक साधनों की ओर आकर्षित हो जाती है, तब जीव को भगवान-प्राप्ति के लिए भटकना ही पड़ता है। जैसे—माता सीता जानकी सोने का हिरण नहीं चाहती थीं, परंतु सोने के प्रति आकर्षण के कारण वे प्रभु श्रीराम जैसे ‘सोने’ को भूल गईं। जटायु के प्रसंग की व्याख्या करते हुए व्यास जी ने कहा कि जो दूसरों की सेवा में लगा रहता है, उसकी चिंता स्वयं भगवान करते हैं। जैसे—जटायु ने माता सीता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए, तब प्रभु श्रीराम ने उस गिद्ध जाति के पक्षी को उठाकर अपनी गोद में बैठाया और हृदय से लगाया। इसी कारण श्री तुलसीदास जी ने जटायु को ‘मानस में परम बड़भागी’ कहा है। जटायु को भगवान के हाथों मोक्ष प्राप्त हुआ और वह सीधे स्वर्गलोक को गया। इसी प्रकार शबरी भगवान की अनन्य भक्त थीं। श्रीराम यह जानते हुए भी कि वह भीलनी जाति की हैं, उनके जूठे बेर प्रेमपूर्वक खाए और सामाजिक समरसता का महान संदेश दिया। भगवान की साधना में जाति-पाति का कोई भेदभाव नहीं होता। भगवान श्रीराम ने शबरी को नवधा भक्ति का उपदेश भी दिया। व्यास जी ने सुग्रीव मिलन और बालि वध के प्रसंग के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया कि अधर्म कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः उसका पतन निश्चित है और धर्म की विजय सदा होती है। संवाददाता रवि गुप्ता4
- जयगुरुदेव वाणी1
- अंबेडकरनगर के अष्ठखंभा तीर्थस्थल लोरपुर में पूर्व सांसद व वर्तमान एमएलसी श्री हरिओम पांडेय जी एवं सीडीओ श्री आनंद शुक्ल जी ने रविवार को राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव राजभर की नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण किया....उपेक्षा का शिकार हो चुका महाराज सुहेलदेव का यह किला जल्द ही एमएलसी श्री हरिओम पांडेय जी के प्रयासों से जिले के एतिहासिक महत्व के साथ ही राजभर समाज के गौरवशाली इतिहास का बोध कराएगा.....इस गौरवशाली धरोहर को सजोने में सहयोग कर रहे सभी लोगों का दिल से आभार...कार्यक्रम की कुछ शानदार तस्वीरें..3
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