दुनिया में प्रेम की गंगा बहाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीन सतयुगी भगवान गणेश तीर्थराज स्थल जयपुर का इतिहास सन 2010 में भगवानों के आदेशों से दुनिया मे सुख ही सुख और प्रेम की गंगा बहाने वापस सामने आया तो कलयुगी लोकतंत्र के चारों स्तंभ इसके दुश्मन बन गये और इसमें खुलेआम महा अन्याय कर कर के ईश्वर और भगवानों से दुनिया को कोरोना जैसी महामारियां और अनेक प्राकृतिक महा दुखो की सजाए दिलवा रहे हैं लेकिन मीडिया ने इसकी खबर को आजतक जनता को नहीं दिखाया, ये सबके सब कलयुगी राक्षस है इन राक्षसों को सन 2016 में सैंकड़ों पत्र इसमें हों रहे अत्याचारों कों रोकने और इसके अतिक्रमण हटवाने के लिए लिखकर भेजें गए, और चेताया गया था कि अगर आपने ऐसा नहीं किया तों इसका परिणाम सारी दुनिया कों भोगना पड़ेगा, लेकिन इन्होंने नाही अत्याचार बंद करवाए और ना ही अतिक्रमणो कों हटवाया, जिसके कारण ईश्वर और भगवानों ने दुनिया को कोरोना दिया, भारत के लोकतंत्र के चारों स्तंभ कोरोना के जिम्मेदार है और कोरोना से मरने वाले दुनिया के लोगों के जिम्मेदार है इनके लिए फांसी की सजा भी कम है इनमें बीजेपी, कांग्रेस, सुप्रीम कोर्ट, जयपुर हाईकोर्ट,सेसन कोर्ट, मीडिया व उच्च अधिकारी सब शामिल हैं इस सतयुगी गणेश तीर्थराज के नियमों के अनुसार इसमें अत्याचार करने और कराने के जुर्म में बीजेपी, कांग्रेस, सुप्रीम कोर्ट व जयपुर हाईकोर्ट पर पांच सौ पांच सौ करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया हुआ है जिसका इनको मालूम है लेकिन इन्होंने जुर्माना अभीतक नहीं दिया है पूरा जयपुर सतयुगी शहर है जो भगवानों का धरती पर स्वर्ग है और भगवानो के धर्म वसुधैव कुटुंबकम् धर्म का निर्माण करवाया हुआ है ऐसा ईश्वर और भगवानों ने तब किया था जब हिंदू धर्म के ठेकेदारों ने भगवानों के विरुद्ध जाति और वर्ण बनाकर तमाम अवतारों से भी नहीं सुधरे थे तब इस सतयुग का निर्माण ईश्वर और भगवानों ने राजा जयसिंह से करवाया था और सतयुग का शुभारंभ किया था लेकिन हिंदू धर्म के ठेकेदार तों खुद ही भगवानों के भगवान बने हुए थे इसलिए इस सतयुगी गणेश तीर्थराज कों राजा जयसिंह के निधन पश्चात लात मारकर आंखो देखे सबूतों सहित सभी देवी देवताओं को लात मार दिया था जिसके कारण ईश्वर ने भारत देश को अनेकों अकाल, बाढ़ त्रासदियां, तूफानो व महामारियों की सजाए दी है जिसमें छप्पनिया अकाल, लाल बुखार महामारी इत्यादि शामिल हैं। भगवानों के मुताबिक इस सतयुगी गणेश तीर्थराज का आदेश मानना अत्यंत जरूरी है और जों इसका आदेश नहीं मानते हैं वो सतयुगी जयपुर में नहीं रह सकते हैं और ना ही कोई आ सकता है लेकिन इस सतयुगी गणेश तीर्थराज कों प्राचीन काल में लात मारने से इस सतयुगी जयपुर में कलयुगी अधर्मी लोग बस गये है और आ रहें हैं जिसके कारण दुनिया पर खतरा मंडरा रहा है। इस सतयुगी गणेश जी के दर्शनों से सतयुग में प्रवेश करने वालों के ही सतयुगो बाद पहली बार सब देवी देवता हैं और उनको ही सुख शांति व मोक्ष मुक्ति मिलेगी, , यह सत्य सच्चाई है लिखने को तो बहुत है यह तीन किलोमीटर पहाड़ों के शेषनागफन में है यह रहस्यमयी प्रभातपुरी खोला का इतिहास है। इसके चमत्कारो और इतिहास को लिखने में तो ग्रंथ बन जाएगा।
दुनिया में प्रेम की गंगा बहाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीन सतयुगी भगवान गणेश तीर्थराज स्थल जयपुर का इतिहास सन 2010 में भगवानों के आदेशों से दुनिया मे सुख ही सुख और प्रेम की गंगा बहाने वापस सामने आया तो कलयुगी लोकतंत्र के चारों स्तंभ इसके दुश्मन बन गये और इसमें खुलेआम महा अन्याय कर कर के ईश्वर और भगवानों से दुनिया को कोरोना जैसी महामारियां और अनेक प्राकृतिक महा दुखो की सजाए दिलवा रहे हैं लेकिन मीडिया ने इसकी खबर को आजतक जनता को नहीं दिखाया, ये सबके सब कलयुगी राक्षस है इन राक्षसों को सन 2016 में सैंकड़ों पत्र इसमें हों रहे अत्याचारों कों रोकने और इसके अतिक्रमण हटवाने के लिए लिखकर भेजें गए, और चेताया गया था कि अगर आपने ऐसा नहीं किया तों इसका परिणाम सारी दुनिया कों भोगना पड़ेगा, लेकिन इन्होंने नाही अत्याचार बंद करवाए और ना ही अतिक्रमणो कों हटवाया, जिसके कारण ईश्वर और भगवानों ने दुनिया को कोरोना दिया, भारत के लोकतंत्र के चारों स्तंभ कोरोना के जिम्मेदार है और कोरोना से मरने वाले दुनिया के लोगों के जिम्मेदार है इनके लिए फांसी की सजा भी कम है इनमें बीजेपी, कांग्रेस, सुप्रीम कोर्ट, जयपुर हाईकोर्ट,सेसन कोर्ट, मीडिया व उच्च अधिकारी सब शामिल हैं इस सतयुगी गणेश तीर्थराज के नियमों के अनुसार इसमें अत्याचार करने और कराने के जुर्म में बीजेपी, कांग्रेस, सुप्रीम कोर्ट व जयपुर हाईकोर्ट पर पांच सौ पांच सौ करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया हुआ है जिसका इनको मालूम है लेकिन इन्होंने जुर्माना अभीतक नहीं दिया है पूरा जयपुर सतयुगी शहर है जो भगवानों का धरती पर स्वर्ग है और भगवानो के धर्म वसुधैव कुटुंबकम् धर्म का निर्माण करवाया हुआ है ऐसा ईश्वर और भगवानों ने तब किया था जब हिंदू धर्म के ठेकेदारों ने भगवानों के विरुद्ध जाति और वर्ण बनाकर तमाम अवतारों से भी नहीं सुधरे थे तब इस सतयुग का निर्माण ईश्वर और भगवानों ने राजा जयसिंह से करवाया था और सतयुग का शुभारंभ किया था लेकिन हिंदू धर्म के ठेकेदार तों खुद ही भगवानों के भगवान बने हुए थे इसलिए इस सतयुगी गणेश तीर्थराज कों राजा जयसिंह के निधन पश्चात लात मारकर आंखो देखे सबूतों सहित सभी देवी देवताओं को लात मार दिया था जिसके कारण ईश्वर ने भारत देश को अनेकों अकाल, बाढ़ त्रासदियां, तूफानो व महामारियों की सजाए दी है जिसमें छप्पनिया अकाल, लाल बुखार महामारी इत्यादि शामिल हैं। भगवानों के मुताबिक इस सतयुगी गणेश तीर्थराज का आदेश मानना अत्यंत जरूरी है और जों इसका आदेश नहीं मानते हैं वो सतयुगी जयपुर में नहीं रह सकते हैं और ना ही कोई आ सकता है लेकिन इस सतयुगी गणेश तीर्थराज कों प्राचीन काल में लात मारने से इस सतयुगी जयपुर में कलयुगी अधर्मी लोग बस गये है और आ रहें हैं जिसके कारण दुनिया पर खतरा मंडरा रहा है। इस सतयुगी गणेश जी के दर्शनों से सतयुग में प्रवेश करने वालों के ही सतयुगो बाद पहली बार सब देवी देवता हैं और उनको ही सुख शांति व मोक्ष मुक्ति मिलेगी, , यह सत्य सच्चाई है लिखने को तो बहुत है यह तीन किलोमीटर पहाड़ों के शेषनागफन में है यह रहस्यमयी प्रभातपुरी खोला का इतिहास है। इसके चमत्कारो और इतिहास को लिखने में तो ग्रंथ बन जाएगा।
- Post by Osho rajneesh1
- राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा और संघ प्रचारक मोहन सिंह गुर्जर के जन्मदिवस एवं प्रदेश सरकार के दो सफल वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यहाँ भूतनाथ गौशाला में गोवंश को हरा चारा, गुड़ एवं दलिया खिलाकर मुख्यमंत्री के उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और प्रदेश की निरंतर उन्नति की मंगलकामना की गई। युवा मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र कसाना के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शर्मा जी के कुशल मार्गदर्शन में राजस्थान उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उनके जन-केंद्रित नेतृत्व ने प्रदेश के विकास को नई गति दी है। इस अवसर पर पूर्व मंडल अध्यक्ष रामप्रकाश नाई, राहुल यादव, पूर्व मंडल महामंत्री फहलाद गुर्जर, मंडल उपाध्यक्ष नंदलाल गुर्जर, चंचल शर्मा, इस्माइल खान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति एवं स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एकस्वर से मुख्यमंत्री को हार्दिक बधाई दी और प्रदेश सरकार की सफलता के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं। कार्यक्रम में गौसेवा को समर्पण का प्रतीक बताते हुए कहा गया कि यही सेवाभाव राज्य के समग्र विकास की नींव है। इस तरह के सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यक्रम मुख्यमंत्री के जन्मदिवस को एक सार्थक उत्सव में बदल देते हैं।1
- गंगापुर सिटी के ग्लोबल एकेडमी एंड एग्रीकल्चर स्कूल में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा सेमिनार का आयोजन कर स्वदेशी अपनाना एवं नशा मुक्ति पर दिलाया संकल्प1
- सीएम भजनलाल का जन्मदिन पर सम्मान समारोह रक्तदान शिविर शाहपुरा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जन्मदिन के उपलक्ष पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए । इस मौके पर भाजपा नेता उपेन यादव के नेतृत्व में शाहपुरा के डाक बंगला परिसर में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर में युवाओं ने रक्तदान किया। शिविर में ब्लड बैंक की टीम ने यूनिट रक्त एकत्रित किया। रक्तदाताओं को आयोजको की ओर से सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने रक्तदान को पुण्य का कार्य बताते हुए लोगो में रक्तदान के प्रति जागरूकता लाने की बात कही1
- road skin se bache aur khaskar ke Dhyan rakhen auto per chalu Na Rahe1
- राजस्थान प्रबल कार्यक्रम जयपुर विधानसभा में करौली जिले का प्रतिनिधित्व करने वाली लाडली बिटिया प्रियंका चौधरी निवासी खेड़ा जमालपुर को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं2
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- शाहपुरा के स्थित खोरी परमानंद धाम गौशाला में संत हरिओम दास के सानिध्य में पशुपालन विभाग द्वारा गौपूजन एवं गौ माता के उत्तम स्वास्थ्य हेतु दीर्घायु हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस अवसर पर पंडित पवन टीलावत ने विधि विधान से पूजन कराकर हवन संपन्न करवाया इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता इंजीनियर बाबूलाल जाट जनसंख्या समाधान फाऊंडेशन के राष्ट्रीय सह संयोजक पवन शर्मा जवानपुरा,सामाजिक कार्यकर्ता महेश सैनी नंदा पालम गौशाला सचिव सरदारमल यादव डॉक्टर प्रहलाद रेगर डॉक्टर हेमंत सैनी मुकेश यादव सावित्री देवी ललिता बुनकर भागीरथ शर्मा गिरिराज गुर्जर हीरा गुर्जर कालू कुमावत सहित अनेक लोग उपस्थित रहे सभी ने गौ माता की पूजा कर गौ माता को हरा चारा एवं गुड खिलाया इस मौके पर संत हरिओम दास ने कहा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जन्मदिन के अवसर पर ऐसा प्रेरणादायक कार्यक्रम निश्चित ही प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए शुभ सूचना है । इस मौके पर पशुपालन विभाग के अधिकारियों का माल्यार्पण कर दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मान किया गया पवन शर्मा एवं बाबूलाल जाट ने कहा हम सभी को मंदिरों और गौशालाओं से अपने बच्चों सहित परिवार जनों को ज्यादा से ज्यादा जोड़ना होगा तभी सनातन संस्कृति सुरक्षित होंगी ।।1