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जिला गौरेला, पेंड्रा,मरवाही के ग्राम दानीकुंडी में तेज रफ़्तार ऑलटो कार ने मोटरसाइकिल चालक को मारी टक्कर, देख पूरा खबर..
User10481Wasukant Jaiswal
जिला गौरेला, पेंड्रा,मरवाही के ग्राम दानीकुंडी में तेज रफ़्तार ऑलटो कार ने मोटरसाइकिल चालक को मारी टक्कर, देख पूरा खबर..
- Rajendra RathourPendra Road Gorella, Gaurella Pendra Marwahi🙏on 13 August
- User6459Magarlod, Dhamtari💣on 10 August
- Royal RajputParsahi😤on 10 August
More news from Shahdol and nearby areas
- Post by Durgesh Kumar Gupta1
- https://youtu.be/LgamixKakVA?si=nswqDEspPFBoCkzJ 👆👆👆👆👆👆👆👆 👇👇👇👇👇👇👇👇 *देखें खबर विस्तार से..* ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ *भूपेंद्र लहरे@ इलेक्ट्रानिक मीडिया समूह हर छोटी बड़ी खबरों के लिए हमारे चैनल के साथ बने रहें, subscribe करना न भूलें,हमारे चैनल के बेहतरीन एंकर के साथ देखें खबर विस्तार से यदि आपको रिपोर्टर बनकर अपना नाम पत्रकारिता में रौशन करना है तो हमें संपर्क करें मो. 9399836726, 8720007747*1
- मैनपाट महोत्सव के आयोजन को लेकर सीतापुर विधायक ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल जी से मुलाकात कर की चर्चा , 1 से 3 फरवरी तक हो सकता है आयोजन,, मैनपाट पर्यटन क्षेत्र में सैलानियों की संख्या बढ़ाने के लिए हर वर्ष मैनपाट महोत्सव का आयोजन किया जाता है,, विगत वर्ष आचारसहिता की वजह से मैनपाट महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया था, परंतु 2026 के फरवरी माह में इसका आयोजन हो सकता है, जिसको लेकर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो जी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी एवं पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल जी से संयुक्त रूप से मुलाकात कर इस आयोजन के विषय में चर्चा किया है,, क्षेत्र के नागरिकों का हमेशा मांग रहा है कि इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाए, इस साल आयोजन की जानकारी मिलने के बाद लोगों में भारी उत्साह नजर आ रहा है,, यह कार्यक्रम मैनपाट के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से किया जाता है जिसने स्थानीय लोगों के साथ दूर दराज के लोग पहुंचते हैं, वहीं मैनपाट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी की सरकार अनेक योजनाओं पर काम कर रही है, वहीं मैनपाट महोत्सव के आयोजन को लेकर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल जी का विशेष आभार व्यक्त किया है,,,1
- Post by SAURABH AGRAHARI1
- IGNTU अमरकंटक की छात्रा ने प्रोफेसर पर लगाए गंभीर आरोप । जांच में जुटी पुलिस Anuppur police Bsp24news Anuppur news rajendragram news kotma news Bijuri news Pushaprajgarh News IGNTU Amarkatak University #anuppur #anuppurnews #bsp24news #JituPatwari #cmmohanyadav1
- Post by Bablu Namdev1
- सुशासन सप्ताह अंतर्गत सिलतरा मे आयोजित "प्रशासन गांव की ओर" कार्यक्रम में शामिल हुए बिल्हा विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक शुक्रवार की रात 8.30 बजे बिल्हा विधायक धरम लाल कौशिक जी के निज सचिव द्वारा जारी किये गए प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी अनुसार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने सुशासन सप्ताह अंतर्गत 19-25 दिसम्बर, 2025 तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी अभियान “प्रशासन गाँव की ओर” कार्यक्रम के पहले दिन बिल्हा विधानसभा के जनपद पंचायत बिल्हा अंतर्गत जोन सिलतरा में आयोजित कर्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने इस दौरान ग्रामीणजनों से आत्मीय संवाद कर उनकी आवश्यकताओं, समस्याओं एवं सुझावों को गंभीरता से सुना गया। कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों का अन्नप्रासन संस्कार संपन्न कराया, स्वयं सहायता समूह की सशक्त बहनों को आर्थिक सहयोग स्वरूप चेक प्रदान किए तथा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को उनके अधिकार व सामग्री ससम्मान वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि “प्रशासन गाँव की ओर” केवल एक नारा नहीं है, बल्कि प्रभावी शासन को ग्रामीण लोगों के करीब लाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी प्रयास है। प्रशासन गांव की ओर अभियान का मुख्य उद्देश्य जन शिकायतों का प्रभावी निवारण, सेवा वितरण आवेदनों का समय पर निपटान, सुशासन की कार्य प्रणालियों का दस्तावेजीकरण है। उन्होंने कहा कि सुशासन का अर्थ है सीधे जनता के बीच जाकर उनकी वास्तविक स्थिति को समझना और त्वरित समाधान देना। प्रशासनिक व्यवस्था तभी सफल मानी जाती है जब अंतिम व्यक्ति की बात सीधे शासन तक पहुँचे। हमारी सरकार ‘विष्णु के सुशासन’ की भावना के अनुरूप अब शासन केवल नीतियों तक सीमित नहीं, बल्कि सीधे जनता तक पहुँचकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहा है जहाँ प्रशासन स्वयं गाँव की चौखट पर उपस्थित है। यही संवेदनशीलता, पारदर्शिता और जनसेवा के प्रति समर्पण हमारी सरकार की पहचान है। श्री कौशिक ने कहा कि ग्रामीणों से पीएम आवास योजना योजना, महतारी वंदन योजना, धान के बोनस, आयुष्मान योजना के में ग्रामीणों से जानकारी लेते हुए उनकी समस्याओं के बारे में पूछा और उनका तत्काल समाधान भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, भाजपा कार्यकर्ता, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।1
- शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट1
- ‘नई चेतना 4.0’ अभियान के तहत मैनपाट में मिशन SHG के तहत् कैंप एवं जेंडर सशक्तीकरण कार्यक्रम आयोजित डांगबुड़ा ग्राम में महिलाओं को बीमा, वित्तीय साक्षरता और जेंडर समानता की दिलाई गई शपथ केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘नई चेतना 4.0’ राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत आज जिला सरगुजा के ग्राम डांगबुड़ा, क्लस्टर खड़गांव में मिशन SHG के तहत बीमा कैंपिंग एवं जेंडर सशक्तीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय रूप से सक्षम बनाना और लैंगिक समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को बीमा योजनाओं, स्वयं सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से लोन, वित्तीय साक्षरता, तथा बैंक लिंकेज से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही समूहों की ग्रेडिंग (ग्रुप 1, 2 एवं 3) की प्रक्रिया को समझाया गया, ताकि मिशन एसएचजी के अंतर्गत 100 प्रतिशत ग्राम पंचायत सदस्यों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाया जा सके। इस अवसर पर जेंडर शपथ भी दिलाई गई, जिसमें महिलाओं एवं ग्रामीणों ने लैंगिक समानता, सम्मान और हिंसा के विरुद्ध एकजुट रहने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में उपस्थित जेंडर मास्टर ट्रेनर्स ने जेंडर कैंपेन की भूमिका को स्पष्ट करते हुए बताया कि किस प्रकार समूह स्तर से लेकर ग्राम संगठन स्तर तक जेंडर कैंपियन को और अधिक प्रभावी व उत्साहपूर्ण बनाया जा सकता है। कार्यक्रम में ग्राम संगठन पदाधिकारी व विभिन्न संसाधन व्यक्तियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रमुख रूप से PRP सुमन राय, FLCRP सुल्ताना बानो, शोशांति एक्का, जेंडर MT रुकमणी एवं कस्तूरी, FNHW MT मीना दास एवं रूपा पांडे, CRP इंद्रमती महंत, पशु सखी पुष्पा महंत, कृषि सखी ममता, VO सहायिका रमिला उपस्थित रहीं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, गुतुरमा शाखा की ब्रांच मैनेजर श्रीमती अंजू पन्ना, ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती रजंती टोप्पो, समूह की दीदियां एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को न केवल आर्थिक जानकारी दी गई, बल्कि उन्हें सामाजिक बदलाव की अग्रणी भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित किया गया। यह आयोजन ग्रामीण भारत में महिला-नेतृत्व वाले विकास और जेंडर समानता को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।1