मां की ममता मां, एक ऐसा शब्द जो सुनते ही हृदय में अद्भुत प्रेम, स्नेह और सुरक्षा की भावना जाग उठती है। मां की ममता एक ऐसी भावना है, जो किसी परिभाषा की मोहताज नहीं होती। यह न केवल एक बच्चे को जन्म देने वाली स्त्री का गुण है, बल्कि यह पूरे परिवार और समाज को जोड़ने वाली एक मजबूत डोर है। मां की ममता निस्वार्थ होती है। वह अपने बच्चों की खुशियों के लिए हर त्याग करने को तैयार रहती है। एक मां अपने बच्चे की पहली गुरु होती है, जो उसे जीवन के मूलभूत गुण सिखाती है। वह अपने बच्चों के लिए अपने सपनों और इच्छाओं को भी बलिदान कर देती है। उसके प्यार में कोई शर्त नहीं होती, और वह अपने बच्चों की गलतियों को भी माफ कर देती है। मां की ममता का सबसे बड़ा उदाहरण तब देखने को मिलता है, जब बच्चा बीमार होता है। वह अपनी रातों की नींद छोड़कर बच्चे का ख्याल रखती है। उसका प्यार और देखभाल बच्चे के जीवन में सबसे बड़ा सहारा बनता है। मां का स्नेह केवल उसके अपने बच्चों तक सीमित नहीं रहता। उसकी ममता का आंचल इतना बड़ा होता है कि वह अपने परिवार और समाज के सभी लोगों को समेट लेती है। उसकी ममता का कोई मोल नहीं होता, और उसकी जगह कोई नहीं ले सकता। मां की ममता को शब्दों में बांधना असंभव है। यह एक ऐसा अनमोल रत्न है, जो हर इंसान के जीवन को सुंदर और सार्थक बनाता है। मां के इस असीम प्यार और बलिदान के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए हमें हमेशा उनका सम्मान और आदर करना चाहिए। मां के बिना जीवन अधूरा है, क्योंकि मां ही जीवन की असली शक्ति है।
मां की ममता मां, एक ऐसा शब्द जो सुनते ही हृदय में अद्भुत प्रेम, स्नेह और सुरक्षा की भावना जाग उठती है। मां की ममता एक ऐसी भावना है, जो किसी परिभाषा की मोहताज नहीं होती। यह न केवल एक बच्चे को जन्म देने वाली स्त्री का गुण है, बल्कि यह पूरे परिवार और समाज को जोड़ने वाली एक मजबूत डोर है। मां की ममता निस्वार्थ होती है। वह अपने बच्चों की खुशियों के लिए हर त्याग करने को तैयार रहती है। एक मां अपने बच्चे की पहली गुरु होती है, जो उसे जीवन के मूलभूत गुण सिखाती है। वह अपने बच्चों के लिए अपने सपनों और इच्छाओं को भी बलिदान कर देती है। उसके प्यार में कोई शर्त नहीं होती, और वह अपने बच्चों की गलतियों को भी माफ कर देती है। मां की ममता का सबसे बड़ा उदाहरण तब देखने को मिलता है, जब बच्चा बीमार होता है। वह अपनी रातों की नींद छोड़कर बच्चे का ख्याल रखती है। उसका प्यार और देखभाल बच्चे के जीवन में सबसे बड़ा सहारा बनता है। मां का स्नेह केवल उसके अपने बच्चों तक सीमित नहीं रहता। उसकी ममता का आंचल इतना बड़ा होता है कि वह अपने परिवार और समाज के सभी लोगों को समेट लेती है। उसकी ममता का कोई मोल नहीं होता, और उसकी जगह कोई नहीं ले सकता। मां की ममता को शब्दों में बांधना असंभव है। यह एक ऐसा अनमोल रत्न है, जो हर इंसान के जीवन को सुंदर और सार्थक बनाता है। मां के इस असीम प्यार और बलिदान के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए हमें हमेशा उनका सम्मान और आदर करना चाहिए। मां के बिना जीवन अधूरा है, क्योंकि मां ही जीवन की असली शक्ति है।