आज हम बात करने वाले है कुछ पत्रकारों के बारे में जो दीमक की तरह वन विभाग को खोखला कर रहे और वन विभाग ही क्या और काई ऐसे विभाग है जिसमें बहरूपिया पत्रकारों की खूब असूली चलती है असली पत्रकार मीडिया वाला अपनी जान की बाजी लगा कर सच्चाई को सभी के सामने लाता है काई तो अपनी जान दे दिए हमारे इस देश के लिए ऐसे भी पत्रकार मीडिया के भाई बहन रहे उनको मेरा दिल से सलाम नमन सब से पहले अब बात आती है कुछ इस तरह के पत्रकार मीडिया वालो की जिनका खबर न तो अखबार दिखता है उनका कार्य सिर्फ असूली करना रहता है अगर कोई अधिकारी थोड़ी कड़क हो उनसे न निकल पाए धन तो किसी न किसी तरह उनको अपने जाल में फसा ही लिया जाता है कभी सूचना का अधिकार को बनाए हथियार तो कभी कलम को बनाए हथियार और खूब असूली चलता नजर आता है आप को बता दे कि जिला अधिकारी से लेकर सरपंच सचिव खास वन विभाग उनके नजरों में टारगेट होता है कई ऐसे सबूत भी है जो साफ साफ दिखाई देता है एवं इस तरह के असूली पत्रकार पकड़ में भी आ सकते है बोलते है न कि चोर कितना भी होशियार हो कुछ न कुछ गलती जरूर करता है अब आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि आखिर किस चीज का पैसा लेते है यह पत्रकार और क्या बोलते है एक हिसाब से देखा जाए तो यह बहुत बड़ी बात है एवं गंभीर विषय इस तरह से जो सच्चे ईमानदार मीडिया पत्रकार है उनके ऊपर भी आने वाले समय में दाग लगेगा अगर समय रहते इस तरह के बहरूपिया पत्रकारों को न पकड़ा गया अब देखना यह है कि शासन प्रशाशन इस ओर कितना ध्यान देती है और आगे क्या करती है जब सच्चाई को सामने वाला ही भ्रष्टाचार में लिप्त होगा तो बाकी का क्या हाल होगा समझ सकते है यह सब चीज से समझ आता है कितना भ्रष्टाचार हो रहा आगे की खबर पुरे विस्तार से jald
आज हम बात करने वाले है कुछ पत्रकारों के बारे में जो दीमक की तरह वन विभाग को खोखला कर रहे और वन विभाग ही क्या और काई ऐसे विभाग है जिसमें बहरूपिया पत्रकारों की खूब असूली चलती है असली पत्रकार मीडिया वाला अपनी जान की बाजी लगा कर सच्चाई को सभी के सामने लाता है काई तो अपनी जान दे दिए हमारे इस देश के लिए ऐसे भी पत्रकार मीडिया के भाई बहन रहे उनको मेरा दिल से सलाम नमन सब से पहले अब बात आती है कुछ इस तरह के पत्रकार मीडिया वालो की जिनका खबर न तो अखबार दिखता है उनका कार्य सिर्फ असूली करना रहता है अगर कोई अधिकारी थोड़ी कड़क हो उनसे न निकल पाए धन तो किसी न किसी तरह उनको अपने जाल में फसा ही लिया जाता है कभी सूचना का अधिकार को बनाए हथियार तो कभी कलम को बनाए हथियार और खूब असूली चलता नजर आता है आप को बता दे कि जिला अधिकारी से लेकर सरपंच सचिव खास वन विभाग उनके नजरों में टारगेट होता है कई ऐसे सबूत भी है जो साफ साफ दिखाई देता है एवं इस तरह के असूली पत्रकार पकड़ में भी आ सकते है बोलते है न कि चोर कितना भी होशियार हो कुछ न कुछ गलती जरूर करता है अब आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि आखिर किस चीज का पैसा लेते है यह पत्रकार और क्या बोलते है एक हिसाब से देखा जाए तो यह बहुत बड़ी बात है एवं गंभीर विषय इस तरह से जो सच्चे ईमानदार मीडिया पत्रकार है उनके ऊपर भी आने वाले समय में दाग लगेगा अगर समय रहते इस तरह के बहरूपिया पत्रकारों को न पकड़ा गया अब देखना यह है कि शासन प्रशाशन इस ओर कितना ध्यान देती है और आगे क्या करती है जब सच्चाई को सामने वाला ही भ्रष्टाचार में लिप्त होगा तो बाकी का क्या हाल होगा समझ सकते है यह सब चीज से समझ आता है कितना भ्रष्टाचार हो रहा आगे की खबर पुरे विस्तार से jald
- ye najara hai!ambikapur nager nigam ke mahamaya chauk ka jara dekhiye janab yaha jaam ki bhari samshya har din ki ho gayi hai.traffic pulis mahkama ise thik dhang se sudhar kar pane mai asmarth ho gaya hai..publik ko bhari paresaniyo ka samna karna padta hai.khas report himanshu raj patrkar ambikapur cg.7805838076.2
- जैतहरी के पास ट्रेन से टकराने पर तेंदुआ की मौत अनूपपुर। गुरुवार शुक्रवार की मध्य रात्रि अनूपपुर जैतहरी रेल मार्ग के मध्य ट्रेन से टकराने के कारण वन्यप्राणी तेंदुआ की मौत हो गई । घटना की जानकारी पर वन विभाग मौके पर पहुंचकर मृत तेन्दुआ के शव को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए कार्रवाई में जुटी हुई है। जैतहरी नगर के समीप मिलन की कुटिया ढाबा के पास ट्रेन से टकराने के कारण वन्यप्राणी तेंदुआ की स्थल पर मौत हो गई । घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर ने वन विभाग को दिए जाने पर जैतहरी वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचकर मृत वन्यप्राणी तेंदुआ के शव का पंचनामा तैयार कर अपनी अभिरक्षा में लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से मृत तेंदुआ के शव को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ले जाकर जांच की जा रही है।1
- Post by Santoshi Yadav1
- राजापुर में बुजुर्ग का शव तालाब में तैरता मिला, सीतापुर पुलिस कानूनी कार्यवाही में जुटी 75 वर्षीय जगरो एक्का का शव बरामद, सीतापुर पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा; मामले की जांच जारी राजापुर निवासी जगरो एक्का (लगभग 75 वर्ष) का शव गांव के तालाब में तैरता हुआ मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों ने कल शाम तालाब में शव देखा, जिसके बाद तत्काल इसकी जानकारी गांव के सरपंच को दी गई। सरपंच के माध्यम से सीतापुर पुलिस को सूचना दी गई। आज सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को तालाब से बाहर निकलवाया। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। सीतापुर पुलिस का कहना है कि आज पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का स्पष्ट खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है।1
- ये समस्या का कारण सिर्फ अस्थानी नेता का कमी के वजह से ये हालत बना रहता गांवों का क्यूंकि वह अपने क्षेत्र में कभी घूमते नहीं है न समस्या को ऊपर पहुंचाते हैं अगर आप लोग का सहयोग रहा तो हर गांवों का समस्या देखने को तैयार हु1
- Post by Men of jharkhand1
- *गुंडा एवं अपराधी ने 80 साल की बृद्धा के साथ की मारपीट..* *शिकायत के बाद भी पुलिस नहीं कर रही कार्यवाही..* *मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल* सीधी। अमिलिया थाना अंतर्गत ग्राम चमरौहा में पीड़िता शांति पाण्डेय की जमीन जो पारिवारिक विवादित है न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। लेकिन सोसल मीडिया में वायरल वीडियो पर देखा बेखौफ होकर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी पर महिला के साथ किराए के गुंडो के द्वारा मारपीट की गई। पीड़िता ने मीडिया को अपने बयान पर बताया कि मेरी जमीन का विवाद मालती देवी के साथ चल रहा है। उसे जमीन पर ना तो मोहनलाल गुप्ता का कोई नाम अंकित है और ना ही उसका कोई हिस्सा 5 किलोमीटर दूर उसका निवास है। मोहनलाल गुप्ता मालती देवी लवकुश पाण्डेय, सतीश पांडेय अन्य तीन गुण्डो के साथ 2 ट्रैक्टर 1 जेसीबी मशीन लेकर आये और जमीन जेसीबी चलाने लगे पीड़िता ने मना किया उसको पकड़कर घसीटा गया उस समय पीड़िता के घर में कोई पुरुष मौजूद नहीं थे उसकी बहू बेटियां थीं जिनके साथ अभद्रता गाली गलौज और पूरे जमीन घर जेसीबी चलाना चाहा लेकिन पीड़िता पीछे नहीं हटी पुलिस को सूचना दी गई पुलिस भी आई लेकिन पुलिस के मौजूदगी में गाली गलौज किया गया। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई और थाना प्रभारी अमिलिया को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया लेकिन थाना प्रभारी राकेश वैश्य घटना को गंभीरता से लेते हुए वीट प्रभारी उग्रभान मिश्रा एस आई को जांच के लिए सौंपा लेकिन एस आई साहब पीड़िता के साथ हुये शर्मशार करने वाली घटना को नजर अंदाज किये और पीड़ित परिवार का कहना है थाना प्रभारी ने इस घटना को गंभीरता से लिया लेकिन एस आई उग्रभान मिश्रा ने गुमराह कर सरहंग मोहनलाल गुप्ता का सहयोग किया। मीडिया ने पड़ताल की पीड़ित थाना प्रभारी से बात करनी चाही लेकिन थाना प्रभारी की व्यस्तता होने से थाना में मुलाकात नहीं हुई, जांच अधिकारी एस आई उग्रभान मिश्रा से जानकारी चाहा लेकिन ओ किसी भी तरह की जानकारी नहीं देनी चाही। *पड़ताल में साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं पुलिस का सरहंगो को सहयोग मिल रहा।* *पड़ताल में यह भी जानकारी सामने आई मारपीट करने वाले आरोपी मोहनलाल गुप्ता के खिलाफ पुलिस विभाग में कई प्रकरण दर्ज है* *पीड़िता की मांग है-* माननीय मुख्यमंत्री महोदय और पुलिस कमिश्नर, पुलिस अधीक्षक महोदय मुझे न्याय दीजिए और सरहंगो के ऊपर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए अन्यथा पीड़ित परिवार की जान खतरे में है बार बार धमकी दी जा रही। पीड़िता पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आमरण अनशन इच्छा मृत्यु दें। *निष्कर्ष-* यह एक शासन प्रशासन की व्यवस्था पर बहुत बड़ा अंकुश है अगर कोई आम सरहंग पुलिस की मौजूदगी पर महिला को मार रहा घर में जेसीबी चला रहा ये शर्मसार करने की बात है मोहन सरकार ऐसे सरहंगो को घर मे नहीं सलाखों के पीछे होना चाहिए।3
- अनूपपुर इंदिरा तिराहे पर शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू दास एवं अमृत मंडल की निर्मम हत्या के विरोध में इंदिरा तिराहे पर विरोध प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश सरकार के विरुद्ध कार्रवाई एवं वहां रह रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं की रक्षा की मांग भारत सरकार से की गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश सरकार के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन करते हुए बांग्लादेश सरकार के वहां रह रहे हिंदुओं पर अत्याचार एवं उनकी हत्या पर विरोध दर्ज कराया गया। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री रोशन पुरी ने कहा कि बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की रक्षा में नाकाम हो चुकी है और वहां कट्टरपंथी हिंदुओं को चिन्हित करते हुए उन पर हमला कर उनकी हत्या कर रहे हैं। इस मामले पर उन्होंने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है जिससे कि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा की जा सके।2