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गांव पीपलखेड़ा लोधी राजपूत समाज ने किसी भी समाज को दुश्मन नहीं समझ समझ
Radhe lodhi
गांव पीपलखेड़ा लोधी राजपूत समाज ने किसी भी समाज को दुश्मन नहीं समझ समझ
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- Post by विकास वर्मा1
- लाडली बहनों को 2028 तक पांच हजार भी देने को तैयार हैं : मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कही ये बात.........1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- थाने से लेकर गांधी चौराहा से लेकर महावीर चौक तक पैदल मार्च निकाला गया थाना प्रभारी अनूप यादव1
- रिपोर्ट, हरिकृष्ण सोनी एडिटर इन चीफ जिला सागर।mob,7049459405, — थाना बांदरी, जिला सागर दिनांक: 19 दिसंबर 2025 *सोशल मीडिया पर भ्रामक एवं भयानक पोस्ट फैलाने पर पुलिस की त्वरित एवं संवेदनशील कार्यवाही* सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर प्रभावी नियंत्रण एवं आमजन में भय व भ्रम की स्थिति को रोकने हेतु पुलिस अधीक्षक सागर श्री विकाश कुमार शाहवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर श्री संजीव उइके के निर्देशन में लगातार निगरानी एवं सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस खुरई श्री सचिन परते के नेतृत्व में थाना बांदरी पुलिस को दिनांक 18.12.2025 को साइबर कंट्रोल से सूचना प्राप्त हुई कि संजय पिता कमलेश विश्वकर्मा, निवासी रजवांस, थाना बांदरी द्वारा स्वयं के द्वारा जहरीला पदार्थ सेवन कर आत्महत्या करने का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए थाना बांदरी पुलिस ने तत्परता एवं संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल कार्यवाही की और मौके पर पहुंचकर संबंधित व्यक्ति से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान संजय विश्वकर्मा ने स्वीकार किया कि उसने सोशल मीडिया पर लाइक एवं व्यू बढ़ाने के उद्देश्य से कीटनाशक की खाली व साफ डिब्बी में गाय का दूध भरकर पीने का वीडियो बनाया एवं उसे जहरीला पदार्थ सेवन दर्शाते हुए सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था। तथ्यों की पुष्टि एवं स्वास्थ्य परीक्षण हेतु पुलिस द्वारा संजय विश्वकर्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) मालथोन ले जाया गया, जहां उपस्थित चिकित्सक द्वारा परीक्षण उपरांत उसे पूर्णतः स्वस्थ घोषित किया गया। उक्त घटना के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि सोशल मीडिया पर फैलाया गया वीडियो पूर्णतः भ्रामक, तथ्यहीन एवं जनमानस में भय उत्पन्न करने वाला था, जिस पर पुलिस द्वारा आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। *उल्लेखनीय भूमिका* उक्त त्वरित एवं सराहनीय कार्यवाही में उप निरीक्षक गनपत सिंह बुंदेला, प्रधान आरक्षक जोगेन्द्र राजपूत, प्रधान आरक्षक दीपक शुक्ला, प्रधान आरक्षक हेतराम, प्रधान आरक्षक सौरभ रैकवार, आरक्षक अरविंद एवं आरक्षक रामप्रसाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही। *पुलिस की आमजन से अपील* सागर पुलिस सभी नागरिकों से अपील करती है कि: सोशल मीडिया पर भ्रामक, झूठी या सनसनीखेज पोस्ट न करें। इस प्रकार की पोस्ट से आपका एवं अन्य लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है। सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध दंडात्मक एवं वैधानिक कार्यवाही की जा सकती है। सागर पुलिस सोशल मीडिया पर सतत निगरानी रखते हुए कानून-व्यवस्था, जन-सुरक्षा एवं सामाजिक शांति बनाए रखने हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध है।1
- बीना। नगर में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। साध्वी प्रभा भक्ति ज़ी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन1
- दतिया यादव और गुर्जर समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के खिलाफ आज थाना कोतवाली का घेराव कर सभी यादव समाज( यदुवंशी) संगठन और समस्त गुर्जर ओबीसी एससी एसटी के साथियों ने मुकदमा दर्ज कराया1
- Post by विकास वर्मा1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1