**कटनी: चारों विधायकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर विधानसभा में उठाए तीखे सवाल मुख्यमंत्री ने दिए निष्पक्ष जांच के निर्देश** कटनी/भोपाल। कटनी जिले की कानून-व्यवस्था एक बार फिर विधानसभा के पटल पर गूंज उठी, जब जिले के चारों विधायकों— संदीप जायसवाल, संजय पाठक, प्रणय पांडे और अभिलाष पांडे—ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठाए। विधायकों ने आरोप लगाया कि माधवनगर थाना में दर्ज एक प्रकरण में पुलिस ने न केवल “पक्षपातपूर्ण कार्रवाई” की, बल्कि हिरासत में रखे गए युवक शुभम त्रिपाठी पर कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम जबरन कहलवाने का दबाव भी बनाया गया। विधानसभा में मामला उठते ही सदन में चर्चा तेज हो गई। विधायकों ने कहा कि यदि पुलिस इसी तरह दबाव और मिलीभगत के आधार पर कार्रवाई करेगी, तो आम जनता का कानून-व्यवस्था पर भरोसा टूट जाएगा। 🔸 “हिरासत में पूछताछ के नाम पर दबाव, CCTV फुटेज की भी जांच हो” विधायकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष यह भी कहा कि मामले से जुड़े CCTV फुटेज, हिरासत प्रक्रिया और थाना प्रभारी की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। सवाल यह उठाया गया कि— क्या पुलिस ने जानबूझकर गलत धाराएँ लगाईं? क्या राजनीतिक या अन्य प्रभाव से पुलिस ने दबाव बनाकर बयान लेने की कोशिश की? क्या थाना स्तर पर ऐसा गिरोह सक्रिय है जो झूठे प्रकरण गढ़कर लाभ उठाता है? 🔸 मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिए स्पष्ट निर्देश बहस बढ़ने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल निर्देश दिए कि पूरे मामले की निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जांच की जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। 🔸 कटनी में पुलिस पर उठ रहे सवालों की यह पहली घटना नहीं पिछले कुछ महीनों में कटनी जिले में पुलिस-कार्यप्रणाली को लेकर लगातार विवाद सामने आए हैं। कई मामलों में कार्रवाई में देरी, पक्षपात, और दबाव बनाकर बयान लेने जैसे आरोप बार-बार उठते रहे हैं। इस ताज़ा मामले ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग की कार्यशैली पर फिर से प्रश्न चिह्न लगा दिया है। --- क्षेत्र की हर छोटी-बड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें कटनी से पत्रकार – बाल किशन नामदेव 📞 मोबाइल: 8959 188111
**कटनी: चारों विधायकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर विधानसभा में उठाए तीखे सवाल मुख्यमंत्री ने दिए निष्पक्ष जांच के निर्देश** कटनी/भोपाल। कटनी जिले की कानून-व्यवस्था एक बार फिर विधानसभा के पटल पर गूंज उठी, जब जिले के चारों विधायकों— संदीप जायसवाल, संजय पाठक, प्रणय पांडे और अभिलाष पांडे—ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठाए। विधायकों ने आरोप लगाया कि माधवनगर थाना में दर्ज एक प्रकरण में पुलिस ने न केवल “पक्षपातपूर्ण कार्रवाई” की, बल्कि हिरासत में रखे गए युवक शुभम त्रिपाठी पर कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम जबरन कहलवाने का दबाव भी बनाया गया। विधानसभा में मामला उठते ही सदन में चर्चा तेज हो गई। विधायकों ने कहा कि यदि पुलिस इसी तरह दबाव और मिलीभगत के आधार पर कार्रवाई करेगी, तो आम जनता का कानून-व्यवस्था पर भरोसा टूट जाएगा। 🔸 “हिरासत में पूछताछ के नाम पर दबाव, CCTV फुटेज की भी जांच हो” विधायकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष यह भी कहा कि मामले से जुड़े CCTV फुटेज, हिरासत प्रक्रिया और थाना प्रभारी की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। सवाल यह उठाया गया कि— क्या पुलिस ने जानबूझकर गलत धाराएँ लगाईं? क्या राजनीतिक या अन्य प्रभाव से पुलिस ने दबाव बनाकर बयान लेने की कोशिश की? क्या थाना स्तर पर ऐसा गिरोह सक्रिय है जो झूठे प्रकरण गढ़कर लाभ उठाता है? 🔸 मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिए स्पष्ट निर्देश बहस बढ़ने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल निर्देश दिए कि पूरे मामले की निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जांच की जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। 🔸 कटनी में पुलिस पर उठ रहे सवालों की यह पहली घटना नहीं पिछले कुछ महीनों में कटनी जिले में पुलिस-कार्यप्रणाली को लेकर लगातार विवाद सामने आए हैं। कई मामलों में कार्रवाई में देरी, पक्षपात, और दबाव बनाकर बयान लेने जैसे आरोप बार-बार उठते रहे हैं। इस ताज़ा मामले ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग की कार्यशैली पर फिर से प्रश्न चिह्न लगा दिया है। --- क्षेत्र की हर छोटी-बड़ी खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें कटनी से पत्रकार – बाल किशन नामदेव 📞 मोबाइल: 8959 188111
- 📰 मेहगांव कॉलेज में बड़ा नकल कांड! जीजिवि यूनिवर्सिटी की परीक्षा में 29 स्टूडेंट्स पर UMC, स्टाफ की भूमिका संदिग्ध ' •मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मेहगांव स्थित राजकीय महाविद्यालय में जीजिवि (Jiwaji University) द्वारा आयोजित B.Sc/B.Ed परीक्षा के दौरान भारी नकल कांड सामने आया है। उड़नदस्ते (Flying Squad) की दबिश में 29 छात्रों को UMC (Unfair Means Case) में पकड़ा गया। सबसे चौंकाने वाली बात—केंद्र के स्टाफ की संलिप्तता भी सामने आई है, जिसके बाद जांच तेज हो गई है। CCTV फुटेज में इस पूरे सामूहिक नकल का खुलासा हो गया है। --- 📌 क्या हुआ परीक्षा केंद्र पर? ➡️ परीक्षा के दौरान कई छात्र खुलेआम नकल सामग्री का इस्तेमाल कर रहे थे। ➡️ कमरे में बैठे छात्रों को लिखने में स्टाफ की मदद के संकेत मिले। ➡️ कुछ छात्रों को बाहर से उत्तर बताने का संदेह। ➡️ पूरे हालात CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हुए। उड़नदस्ते ने मौके पर पहुँचकर पूरी स्थिति की जाँच की और तुरंत कड़ी कार्रवाई की। --- ⚠️ 29 छात्रों पर UMC दर्ज उड़नदस्ता टीम ने नियमों के तहत सीधे 29 परीक्षार्थियों पर UMC बनाया है। इन सभी पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है, जिसमें— ✔ उत्तरपुस्तिका रद्द ✔ वर्ष व परीक्षा निरस्त ✔ भविष्य की परीक्षाओं से निलंबन जैसी सजा शामिल हो सकती है। --- 🏫 स्टाफ की संलिप्तता—सबसे बड़ा खुलासा CCTV और现场 जांच में पाया गया कि 👉 परीक्षा केंद्र का कुछ स्टाफ नकल करवाने में शामिल था 👉 नकल सामग्री को रोकने की कोशिश भी नहीं की गई 👉 छात्रों की मदद की गई या आँखें बंद रखी गईं जीजिवि यूनिवर्सिटी ने संबंधित स्टाफ पर भी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। --- 🎥 CCTV फुटेज में सामूहिक नकल कैद इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई देता है कि— ➡️ छात्र खुले में नकल कर रहे हैं ➡️ कोई रोक-टोक नहीं है ➡️ स्टाफ नकल पर ध्यान नहीं दे रहा यह फुटेज अब जांच का मुख्य आधार बना हुआ है। --- 📢 अधिकारियों की प्रतिक्रिया स्थानीय प्रशासन और विश्वविद्यालय अधिकारियों ने कहा— > “नकल में शामिल छात्रों और स्टाफ—दोनों पर सख्त कार्रवाई होगी। किसी भी कीमत पर परीक्षा की पारदर्शिता से समझौता नहीं किया जाएगा।” --- 🔍 आगे की कार्रवाई ✔ जीजिवि यूनिवर्सिटी ने रिपोर्ट मांगी ✔ परीक्षा केंद्र पर निगरानी बढ़ाई जाएगी ✔ स्टाफ का निलंबन संभव ✔ छात्रों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई --- 🗣 जनता की राय – सोशल मीडिया पर हंगामा इस मामले के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के तीखे कमेंट आ रहे हैं— • “ये शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करता है।” • “ऐसे केंद्रों को तुरंत बदलना चाहिए।” • “नकल करवाने वाले स्टाफ पर क्रिमिनल केस होना चाहिए।” --- 📍 Location: मेहगांव, भिंड (मध्य प्रदेश) 📰 Channel: Sach Tak Patrika News 🎙 Reporter: Deepak Vishwakarma 》 Sach Tak Patrika NEWS के साथ — हर खबर तक, सच के साथ। 》 "नमस्कार, मैं हूँ दीपक विश्वकर्मा। अगर आपको हमारा यह वीडियो और हमारी रिपोर्टिंग पसंद आई, तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। देश और दुनिया की कोई भी बड़ी खबर आपसे छूट न जाए, इसके लिए अभी हमारे चैनल 'सच तक पत्रिका न्यूज़' deepak_vishwakarma_89 को सब्सक्राइब और फॉलो कर लें। जुड़े रहिए हमारे साथ और देखते रहिए... सच तक पत्रिका न्यूज़।"1
- बरही: बाउंड्रीवाल विवाद में बुजुर्ग दंपत्ति और उनकी बेटी पर जानलेवा हमला, पुलिस ने FIR दर्ज की संवाददाता बालकिशन नामदेव कटनी। बरही थाना क्षेत्र के विजयराघवगढ़ रोड पर बाउंड्रीवाल विवाद को लेकर एक बुजुर्ग दंपत्ति और उनकी बेटी पर पड़ोसी परिवार के करीब आधा दर्जन लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में एक ही परिवार के तीन सदस्य घायल हुए। घटना गुरुवार शाम करीब 4:50 बजे की है। पुलिस ने शिकायत मिलते ही मामला दर्ज कर लिया है। घटना का विवरण शिकायतकर्ता उत्तमचंद गुप्ता, जो स्थानीय स्तर पर दुकान चलाते हैं, ने बताया कि उनके खाली प्लॉट में बनी बाउंड्रीवाल को लेकर विवाद चल रहा था। इसी दौरान पड़ोसी पक्ष के कृष्ण कुमार सोनी, सुनीता सोनी, राजा सोनी, राजकुमारी सोनी और प्रकाशचंद सोनी की पत्नी ने फावड़ा, लाठी और गैंती लेकर उनके घर में घुसकर हमला कर दिया। हमलावरों ने उनके प्लॉट की बाउंड्रीवाल भी तोड़ दी। घायलों की स्थिति हमले में उत्तमचंद गुप्ता, उनकी पत्नी सुनीता गुप्ता और उनकी बेटी प्रियंका घायल हुई हैं। उत्तमचंद गुप्ता को कमर, चेहरा और पीठ पर चोटें आईं। सुनीता गुप्ता को फावड़ा और गैंती से मारा गया, जिससे कंधा और कलाई घायल हुई। प्रियंका के चेहरे और आंख के नीचे चोट पहुंची। हमलावरों की धमकी शिकायत में आरोप लगाया गया कि हमलावर गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर मौके से भाग गए। पुलिस की कार्रवाई घायलों को उपचार के लिए शासकीय अस्पताल भेजा गया और उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। पुलिस ने घर में घुसकर हमला करने, गंभीर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर ली है। मामले की जांच जारी है और आरोपियों की भूमिका की पुष्टि की जा रही है।1
- मोदी जी हैं तो मुमकिन है की लंबी लिस्ट यह सब मुमकिन करके दिखाया मोदी जी ने1
- मंडला - बिना नोटिस जारी किये रानी अवंती बाई वार्ड में अतिक्रमण.. रोज कमाने खाने वाले व्यापारियों में आक्रोश... #mandla #breaking #news1
- साईंखेड़ा में साप्ताहिक बाजार की व्यवस्था ठप, भारी वाहनों से बढ़ा संकट स्टेट हाईवे-44 पर दौड़ते डंपर–हाईवा बने दुर्घटना का कारण, धूल और अव्यवस्था से जनता त्रस्त साईंखेड़ा। नगर परिषद साईंखेड़ा के गठन के बाद भी आज तक यहां साप्ताहिक बाजार की स्थायी व्यवस्था नहीं की गई है। नगर के मध्य स्थित अनुपयोगी कृषि उपज मंडी को बाजार के लिए उपयोग में लाया जा सकता है, लेकिन जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन की उदासीनता के कारण यह सुविधा अब भी अधूरी है। वर्षों से लंबित यह मुद्दा स्थानीय नागरिकों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। नगर के हृदय स्थल से होकर गुजरने वाला स्टेट हाईवे-44 साप्ताहिक बाजार क्षेत्र को चीरता हुआ निकलता है, जिस पर प्रतिदिन गन्ना ट्रॉलियां, एनटीपीसी के भारी वाहन, रेत से भरे हाईवा और बड़े ट्रक तेज रफ्तार से दौड़ते हैं। इन वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही ने मार्ग को दुर्घटनाओं का केंद्र बना दिया है। कई लोग इस सड़क पर अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं। फिर भी किसी भी स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई। धूल के गुबार में घुट रही सांसें भारी वाहनों की रफ्तार से बाजार क्षेत्र में उठने वाली धूल का स्तर चिंताजनक है। लोगों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है । दुकानों पर धूल की मोटी परत जम जाती है बच्चों, बुजुर्गों में सर्दी, जुकाम व एलर्जी की शिकायतें कई बार बड़े डंपर गुजरते ही धूल का ऐसा अंधकार छा जाता है कि सड़क सामने तक दिखाई नहीं देती। बाजार क्षेत्र में पानी का छिड़काव भी नियमित रूप से नहीं किया जाता। हैरानी की बात यह है कि बाजार की भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में भी भारी वाहन अपनी गति कम नहीं करते। यह लापरवाही किसी भी समय गंभीर हादसे का रूप ले सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद न तो स्पीड लिमिट लागू की गई और न ही वैकल्पिक मार्ग बनाने पर विचार किया गया। विकास के दावों के बीच मूलभूत समस्याएं अनसुलझी एक ओर नगर में दादा धाम तीर्थ क्षेत्र जैसी योजनाओं की चर्चा है, वहीं दूसरी ओर साप्ताहिक बाजार और सड़क सुरक्षा जैसी बुनियादी समस्याएं वर्षों से अनदेखी पड़ी हैं। लोगों का कहना है कि उन्हें केवल आश्वासन मिले, समाधान नहीं। स्थानीय निवासियों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि— 1. अनुपयोगी कृषि उपज मंडी में साप्ताहिक बाजार की तत्काल व्यवस्था की जाए। 2. स्टेट हाईवे-44 पर भारी वाहनों के लिए डायवर्जन अथवा वैकल्पिक मार्ग बनाया जाए। 3. बाजार क्षेत्र में स्पीड लिमिट और सख्त निगरानी लागू की जाए। 4. पूरे मार्ग पर धूल नियंत्रण हेतु नियमित पानी छिड़काव और सड़क सुधार कराया जाए। निवासियों का कहना है कि यदि जल्द ही कदम नहीं उठाए गए तो यह समस्या आने वाले समय में और भयावह रूप ले सकती है।4
- Post by Sheel kumar2
- जिला कटनी। महानदी बना समस्याओं का जड़, जनता लगा रही शासन से गुहार1
- 🔴 ‘रसगुल्ला युद्ध’! मिठाई कम पड़ी और शादी बनी रणभूमि – जानिए पूरा मामला बिहार के बोधगया में एक शादी समारोह उस समय हंगामे में बदल गया, जब रसगुल्ला कम पड़ने की वजह से दूल्हा–दुल्हन पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। घटना 29 नवंबर की है और इसका CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है। --- 🎉 शादी में मिठाई कम पड़ते ही तू-तू मैं-मैं से हाथापाई तक मामला बढ़ा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, होटल में जब रसगुल्ले की सर्विंग कम हुई तो दोनों पक्षों में पहले बहस हुई। कुछ ही मिनटों में मामला इतना बिगड़ गया कि: 💥 कुर्सियाँ फेंकी गई 💥 बर्तन उड़ने लगे 💥 लात-घूंसे चले 💥 कई लोग घायल हो गए हंगामे के दौरान लोग भाग-दौड़ करते दिखे और समारोह में अफरा-तफरी मच गई। --- 📹 CCTV फुटेज वायरल – सोशल मीडिया पर लोग भी हैरान होटल के CCTV कैमरों में पूरा मारपीट का दृश्य कैद हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं: “शादी में मिठाई कम पड़ जाए तो युद्ध होना तय है” “रसगुल्ला इतना भी ज़रूरी था क्या?” “समझ नहीं आता—हंसी आए या दुख हो!” --- 💔 दुल्हन पक्ष ने तोड़ी शादी – रिश्ता हुआ रद्द सबसे बड़ा झटका दूल्हा पक्ष को तब लगा जब दुल्हन के परिवार ने वहीं शादी तोड़ने का फैसला ले लिया। मारपीट और हंगामे को देखकर दुल्हन पक्ष ने कहा: > “जो लोग मिठाई पर लड़ सकते हैं, वे कल किसी और बात पर भी लड़ सकते हैं।” इस वक्त दोनों परिवारों में तनाव बना हुआ है। --- 🏥 कई लोग घायल – इलाज जारी मारपीट में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। होटल प्रबंधन के अनुसार, माइक्रोवेव, बर्तन और कुर्सियों को नुकसान पहुँचा है। --- 👮 पुलिस हुई सक्रिय – जांच शुरू हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और होटल से CCTV फुटेज लिया। मामला फिलहाल जांच में है। --- 📝 क्या सिर्फ रसगुल्ले पर शादी टूट सकती है? समाजशास्त्रियों का मानना है कि: दबाव + भीड़ + आयोजन में तनाव किसी भी छोटी बात को बड़े विवाद में बदल सकता है। मिठाई कम पड़ना सिर्फ एक कारण था, असली आग पहले से जल रही थी। --- 📍 घटना कहाँ हुई? स्थान: बोधगया, गया जिला, बिहार घटना: रसगुल्ला कम मिलने पर हिंसक झड़प वीडियो: CCTV फुटेज वायरल --- ❓ आपकी राय क्या है? क्या किसी शादी को रसगुल्ले जैसी मामूली चीज़ पर तोड़ देना सही है? 👇 नीचे कमेंट में बताएं। ___ 🙏"नमस्कार, मैं हूँ दीपक विश्वकर्मा। अगर आपको हमारा यह वीडियो और हमारी रिपोर्टिंग पसंद आई, तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। देश और दुनिया की कोई भी बड़ी खबर आपसे छूट न जाए, इसके लिए अभी हमारे चैनल 'सच तक पत्रिका न्यूज़' deepak_vishwakarma_89 को सब्सक्राइब और फॉलो कर लें। जुड़े रहिए हमारे साथ और देखते रहिए... सच तक पत्रिका न्यूज़।"1