दवा कंपनियां बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे, ऐसी दवा कंपनियों पर सख्त कार्यवाही हो, दादी-नानी का नुस्खा अपनाते तो माताओं के मासूम दम नहीं तोड़ते -- मुनिश्री सानंद सागर जय जिनेन्द्र महिला मंडल गंज मंदिर में भक्तांबर विधान एवं पाठ करेंगी कृत्य कार्य की अनुमोदना करने से दोष लगता है।चोर को चोरी के लिए प्रेरित करना भी चोरी का दोष लगता है। न चोरी करने की सलाह दो और न ही चोरी का माल खरीदो। मिलावट नहीं करना चाहिए। समान रुप वाली नकली वस्तुओं को असली वस्तुओं में मिला कर असली वस्तुओं के दाम में बेचकर और देने के लिए कम और लेने के लिए अधिक तोलते है, यह कार्य अचौर्याणुव्रत में आता है।अचौर्याणुव्रत के पांच अति -- चार है। किसी को चोरी के लिए भेजना, चोरी की वस्तु को खरीदने, राज्य के नियमों का उल्लंघन करना, बहुमूल्य वस्तु में समान रुपवाली अल्प मूल्य की वस्तु मिलाकर बेचना और कम - अधिक नापतोल करना। प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीला कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से 19 बच्चे मर गए। ऐसी दवा कंपनियों पर सरकार सख्त कार्यवाही करें। अगर दादी का नुस्खा लेते तो बच्चे मरते नहीं।दवा कंपनियां बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है, दवा में प्राण घातक सामग्री मिला रहे हैं। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर विराजमान आचार्य आर्जव सागर मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज ने रत्नकरण्डक श्रावकाचार ग्रंथ का स्वाध्याय कराते हुए कहा कि अधिकांश बाजार के पीसे हुए मसालों में मिलावट रहती है। दूध में पानी नहीं मिलाना चाहिए।गाय का दूध सर्वश्रेष्ठ है। बकरी का दूध औषधि का काम करता है। बकरियां जंगल में भी पत्तियों का सेवन करती है जो एक तरह से जड़ी बूटियां औषधि में आती है। तोल में नहीं मारना चाहिए, तोल में मारने वाले को उसका कर्जा अवश्य चुकाना पड़ता है। मायाचारी करके संतुष्ट हो रहे हो, लेकिन कर्म आपके बंध रहे हैं, जिसके परिणाम आपको ही भविष्य में भोगना पड़ेगा। मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज ने कहा श्रावक अपने विवेक से शुद्ध भोजन बनाते हैं और धार्मिक कार्य करते हैं ताकि साधु-संतों का आना-जाना लगा रहें। जो पाप के भय से पराई स्त्रियों के पास न तो स्वयं जाता है और न ही दूसरों को भेजता है, वह परदार-निवृत्ति अथवा स्वदार संतोष नाम का ब्रह्मचर्याणुव्रत है। ब्रह्मचर्य व्रत के पांच अतिचार है - दूसरों का विवाह कराना, काम सेवन के अंगों के सिवाय अन्य अंगों से काम-सेवन करना, अश्लील वचन या कामोत्तेजक वचन कहना, काम - सेवन की अधिक तृष्णा रखना और व्यभिचारिणी स्त्रियों के यहां गमन करना। ब्रह्मचर्य अणुव्रत के पांचों दोष है, इनसे डरना। पिड़ावा में जैन समाज के लोग अपने बच्चों की शादी लोकल के लोकल में करते हैं, कारण कि दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। लोकल की शादी ही सर्वश्रेष्ठ है। शवयात्रा में जब व्यक्ति जाता है तो घर से श्मशान घाट तक में आत्मा के कल्याण की भावना आती है। वहां से निकलने के बाद भाव बदल जाते हैं। मुनिश्री तरुण सागर जी मुनिराज कहते थे कि श्मशान चौराहा-चौराहा पर बनना चाहिए ताकि लोगों को अहसास हो कि गलत काम नहीं करें। हम अन्याय नीति से हटाकर न्याय नीति पर लगाते हैं।जो लोगों का काम बिगाड़ते हैं और लड़ाई झगड़ा कराते हैं, उनसे बचें और ऐसे लोग नर्क गति में जाते हैं। धार्मिक कार्य में कभी भी बाधा नहीं डालें। चौबीस तीर्थंकर में से पांच तीर्थंकर ब्रह्मचारी थे। समाज का काम समाज वाले नहीं तो कौन करेगा। समाज में आ रही कुरीतियों को दूर करने के लिए नियम बनाए जाते हैं।कुलाचार और जैन धर्म में बट्टा लगता है बिना छने पानी का भोजन नहीं करें। मर्यादा में रहना चाहिए कभी भी मर्यादा पार नहीं करें। गरिष्ठ भोजन अधिक करने से विकृति आती है। कोई भी सामग्री अधिक सेवन नहीं करें । जय जिनेन्द्र महिला मंडल जय जिनेंद्र महिला मंडल ने 9 अक्टूबर गुरुवार की सुबह 9 बज कर 9 मिनट पर श्री भक्तांबर जी का विधान एवं पाठ का आयोजन श्रीचंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर गंज में रखा है। पूज्य गुरुदेव के आदेश अनुसार यह विधान और पाठ समय अनुसार 9 बजकर 9 मिनट पर रखा गया है। जय जिनेन्द्र महिला मंडल अध्यक्ष शकुंतला छाजेड़ ने मंडल की सभी सदस्यों से समय पर पाठ में सम्मिलित होने का आग्रह करते हुए कहा कि सभी सदस्य पीली साड़ी पहन कर आए। श्रीमती छाजेड़ ने कहा इसके पश्चात शाम को 7:30 बजे गंज मंदिर जी में 48 दीपों को प्रज्जवलित कर आदिनाथ भगवान की भक्तांबर स्त्रोत के साथ भक्ति की जाएगी। सभी सदस्य पीली साड़ी पहनकर ही शाम को समय पर उपस्थित हो।
दवा कंपनियां बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे, ऐसी दवा कंपनियों पर सख्त कार्यवाही हो, दादी-नानी का नुस्खा अपनाते तो माताओं के मासूम दम नहीं तोड़ते -- मुनिश्री सानंद सागर जय जिनेन्द्र महिला मंडल गंज मंदिर में भक्तांबर विधान एवं पाठ करेंगी कृत्य कार्य की अनुमोदना करने से दोष लगता है।चोर को चोरी के लिए प्रेरित करना भी चोरी का दोष लगता है। न चोरी करने की सलाह दो और न ही चोरी का माल खरीदो। मिलावट नहीं करना चाहिए। समान रुप वाली नकली वस्तुओं को असली वस्तुओं में मिला कर असली वस्तुओं के दाम में बेचकर और देने के लिए कम और लेने के लिए अधिक तोलते है, यह कार्य अचौर्याणुव्रत में आता है।अचौर्याणुव्रत के पांच अति -- चार है। किसी को चोरी के लिए भेजना, चोरी की वस्तु को खरीदने, राज्य के नियमों का उल्लंघन करना, बहुमूल्य वस्तु में समान रुपवाली अल्प मूल्य की वस्तु मिलाकर बेचना और कम - अधिक नापतोल करना। प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीला कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से 19 बच्चे मर गए। ऐसी दवा कंपनियों पर सरकार सख्त कार्यवाही करें। अगर दादी का नुस्खा लेते तो बच्चे मरते नहीं।दवा कंपनियां बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है, दवा में प्राण घातक सामग्री मिला रहे हैं। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर विराजमान आचार्य आर्जव सागर मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज ने रत्नकरण्डक श्रावकाचार ग्रंथ का स्वाध्याय कराते हुए कहा कि अधिकांश बाजार के पीसे हुए मसालों में मिलावट रहती है। दूध में पानी नहीं मिलाना चाहिए।गाय का दूध सर्वश्रेष्ठ है। बकरी का दूध औषधि का काम करता है। बकरियां जंगल में भी पत्तियों का सेवन करती है जो एक तरह से जड़ी बूटियां औषधि में आती है। तोल में नहीं मारना चाहिए, तोल में मारने वाले को उसका कर्जा अवश्य चुकाना पड़ता है। मायाचारी करके संतुष्ट हो रहे हो, लेकिन कर्म आपके बंध रहे हैं, जिसके परिणाम आपको ही भविष्य में भोगना पड़ेगा। मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज ने कहा श्रावक अपने विवेक से शुद्ध भोजन बनाते हैं और धार्मिक कार्य करते हैं ताकि साधु-संतों का आना-जाना लगा रहें। जो पाप के भय से पराई स्त्रियों के पास न तो स्वयं जाता है और न ही दूसरों को भेजता है, वह परदार-निवृत्ति अथवा स्वदार संतोष नाम का ब्रह्मचर्याणुव्रत है। ब्रह्मचर्य व्रत के पांच अतिचार है - दूसरों का विवाह कराना, काम सेवन के अंगों के सिवाय अन्य अंगों से काम-सेवन करना, अश्लील वचन या कामोत्तेजक वचन कहना, काम - सेवन की अधिक तृष्णा रखना और व्यभिचारिणी स्त्रियों के यहां गमन करना। ब्रह्मचर्य अणुव्रत के पांचों दोष है, इनसे डरना। पिड़ावा में जैन समाज के लोग अपने बच्चों की शादी लोकल के लोकल में करते हैं, कारण कि दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। लोकल की शादी ही सर्वश्रेष्ठ है। शवयात्रा में जब व्यक्ति जाता है तो घर से श्मशान घाट तक में आत्मा के कल्याण की भावना आती है। वहां से निकलने के बाद भाव बदल जाते हैं। मुनिश्री तरुण सागर जी मुनिराज कहते थे कि श्मशान चौराहा-चौराहा पर बनना चाहिए ताकि लोगों को अहसास हो कि गलत काम नहीं करें। हम अन्याय नीति से हटाकर न्याय नीति पर लगाते हैं।जो लोगों का काम बिगाड़ते हैं और लड़ाई झगड़ा कराते हैं, उनसे बचें और ऐसे लोग नर्क गति में जाते हैं। धार्मिक कार्य में कभी भी बाधा नहीं डालें। चौबीस तीर्थंकर में से पांच तीर्थंकर ब्रह्मचारी थे। समाज का काम समाज वाले नहीं तो कौन करेगा। समाज में आ रही कुरीतियों को दूर करने के लिए नियम बनाए जाते हैं।कुलाचार और जैन धर्म में बट्टा लगता है बिना छने पानी का भोजन नहीं करें। मर्यादा में रहना चाहिए कभी भी मर्यादा पार नहीं करें। गरिष्ठ भोजन अधिक करने से विकृति आती है। कोई भी सामग्री अधिक सेवन नहीं करें । जय जिनेन्द्र महिला मंडल जय जिनेंद्र महिला मंडल ने 9 अक्टूबर गुरुवार की सुबह 9 बज कर 9 मिनट पर श्री भक्तांबर जी का विधान एवं पाठ का आयोजन श्रीचंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर गंज में रखा है। पूज्य गुरुदेव के आदेश अनुसार यह विधान और पाठ समय अनुसार 9 बजकर 9 मिनट पर रखा गया है। जय जिनेन्द्र महिला मंडल अध्यक्ष शकुंतला छाजेड़ ने मंडल की सभी सदस्यों से समय पर पाठ में सम्मिलित होने का आग्रह करते हुए कहा कि सभी सदस्य पीली साड़ी पहन कर आए। श्रीमती छाजेड़ ने कहा इसके पश्चात शाम को 7:30 बजे गंज मंदिर जी में 48 दीपों को प्रज्जवलित कर आदिनाथ भगवान की भक्तांबर स्त्रोत के साथ भक्ति की जाएगी। सभी सदस्य पीली साड़ी पहनकर ही शाम को समय पर उपस्थित हो।
- सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने देवास पुलिस की संवेदनशील पहल, दुर्घटना-संभावित एवं जानलेवा स्थानों पर चेतावनी पोस्टर लगाकर आमजन को किया जा रहा है जागरूक देवास,देवास पुलिस द्वारा जिले में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं आम नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु निरंतर विभिन्न स्तरों पर प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया एवं उप पुलिस अधीक्षक (एल-आर) संजय शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी देवास बैंक नोट प्रेस अमित सोलंकी के नेतृत्व में एक संवेदनशील एवं जनहितकारी पहल की जा रही है। इस पहल के अंतर्गत जिले के उन स्थानों पर, जहाँ पूर्व में सड़क दुर्घटनाओं में व्यक्तियों की मृत्यु अथवा गंभीर चोट की घटनाएं घटित हुई हैं, देवास पुलिस द्वारा चेतावनी एवं जागरूकता संबंधी पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इन पोस्टरों के माध्यम से आम जनता को सतर्क रहने, वाहन सावधानीपूर्वक चलाने तथा सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में दिनांक 05.12.2025 एवं 06.12.2025 को ग्राम बिलावली एवं ग्राम खटाम्बा में हुई दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो व्यक्तियों की गंभीर रूप से घायल होने के पश्चात मृत्यु हो गई थी। उक्त दोनों दुर्घटनास्थलों पर थाना बीएनपी पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में दुर्घटना चेतावनी संबंधी पोस्टर लगाए गए हैं, ताकि वहां से गुजरने वाले वाहन चालक सतर्क रहें एवं भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। देवास पुलिस आम नागरिकों से अपील करती है कि वे वाहन चलाते समय गति सीमा का पालन करें, हेलमेट व सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें, नशे की हालत में वाहन न चलाएं तथा यातायात नियमों का पूर्णतः पालन कर स्वयं एवं दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। देवास पुलिस — सुरक्षित यातायात, सुरक्षित जीवन1
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