कई बार ज्यादा कमाई का लालच जान पर भारी पड़ जाता है। सहारनपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 10 हजार रुपए की शर्त ने एक युवक की जान ले ली। 34 वर्षीय सिकंदर नाथ गांव-गांव घूमकर जड़ी-बूटी बेचता था और दावा करता था कि उसके पास ऐसी जड़ी है, जिससे सांप के काटने का असर नहीं होता। जब वह सहारनपुर के सुंदरपुर पहुंचा, तो कुछ युवकों से उसकी बातों पर बहस और शर्त लग गई। युवकों ने कहा—अगर तुम्हारी बात सच है तो कोबरा से कटवाकर दिखाओ, बदले में 10 हजार रुपये मिलेंगे। लोगों ने काफी मना किया, लेकिन सिकंदर लालच में आकर तैयार हो गया। उसने उंगली पर कोबरा से कटवा लिया, और शर्त लगाने वाले लोग इसका वीडियो बनाते रहे। कुछ ही देर में उसका शरीर सुन्न पड़ने लगा और अस्पताल ले जाते-ले जाते उसकी मौत हो गई। एक शर्त… और 10 हजार रुपये का लालच—सीधे मौत की तरफ ले गया। #viralchallenge #trendingpost #reelitfeelit #AzabGajab #viralnews
कई बार ज्यादा कमाई का लालच जान पर भारी पड़ जाता है। सहारनपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 10 हजार रुपए की शर्त ने एक युवक की जान ले ली। 34 वर्षीय सिकंदर नाथ गांव-गांव घूमकर जड़ी-बूटी बेचता था और दावा करता था कि उसके पास ऐसी जड़ी है, जिससे सांप के काटने का असर नहीं होता। जब वह सहारनपुर के सुंदरपुर पहुंचा, तो कुछ युवकों से उसकी बातों पर बहस और शर्त लग गई। युवकों
ने कहा—अगर तुम्हारी बात सच है तो कोबरा से कटवाकर दिखाओ, बदले में 10 हजार रुपये मिलेंगे। लोगों ने काफी मना किया, लेकिन सिकंदर लालच में आकर तैयार हो गया। उसने उंगली पर कोबरा से कटवा लिया, और शर्त लगाने वाले लोग इसका वीडियो बनाते रहे। कुछ ही देर में उसका शरीर सुन्न पड़ने लगा और अस्पताल ले जाते-ले जाते उसकी मौत हो गई। एक शर्त… और 10 हजार रुपये का लालच—सीधे मौत की तरफ ले गया। #viralchallenge #trendingpost #reelitfeelit #AzabGajab #viralnews
- लखनऊ में 2 युवकों ने नगर निगम के कर्मचारियों की जमकर पिटाई की। युवकों ने नगर निगम कर्मियों को बेल्ट से पीटा। उसके बाद सड़क पर गिराकर लात-घूसों से मारा। अन्य कर्मचारियों के जुटने पर आरोपी युवक भाग गए। मामला सोमवार दोपहर अमीनाबाद का है। नगर निगम कर्मचारियों ने अमीनाबाद थाने में शिकायत दी थी। बाद में पीड़ित कर्मचारी की शिकायत पर अमीनाबाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। मंगलवार को इसका वीडियो सामने आया। उसमें दिख रहा है कि नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर नगर निगम की टीम कार्रवाई करने पहुंची।1
- *🔴रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राजघाट पहुंच कर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की*1
- घाटमपुर रात के अंधेरे में अधिकारियों ने ओवरलोड वाहनों पर कसा शिकंजा हुई कार्यवाही@1
- क्या आप जानते हैं नहीं तो पूरी खबर देख लीजिए। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जहां भी जाते हैं वहां उनके साथ पोर्टेबल शौचालय क्यों होता है।1
- कानपुर के जाजमऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही एक महिला की 14 वर्षीय बेटी के साथ उसके प्रेमी ने एक साल तक शोषण किया। मां मजदूरी पर जाती थी और उसी दौरान आरोपी अजीत बच्ची को धमकाकर अत्याचार करता रहा। जब बच्ची ने हिम्मत जुटाकर अपनी मां को सच्चाई बताई, तो उसने तुरंत जाजमऊ थाने में FIR दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को जेके क्रॉसिंग से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसीपी आकांक्षा पांडे ने पुष्टि की कि नाबालिग बेटी लंबे समय से शोषण का शिकार हो रही थी। यह घटना लिव-इन रिश्तों के पीछे छिपे जोखिमों और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।1
- जालौन: नेशनल हाइवे पर बाइक सवारों की जानलेवा स्टंटबाजी का वीडियो वायरल। उरई कोतवाली क्षेत्र, कालपी रोड, संकट मोचन मंदिर के पास का मामला1
- लखनऊ की मेयर सुषमा खरकवाल - "यहाँ की पूरी आबादी बांग्लादेशी है। पुरुष भाग गए हैं, और केवल महिलाएँ ही बची हैं। उन्हें अपने आधार कार्ड की जाँच कराने के लिए कहा गया है।" *कागज मांगते ही नौकरी छोड़ भागे 160 कर्मचारी, लखनऊ की महापौर बोलीं-चेक कर रहे एनआरसी* यूपी की राजधानी लखनऊ से हैरान कर देने वाली एक खबर सामने आई है। यहां नागरिकता को प्रमाणित करने वाले कागज (दस्तावेज) मांगते ही 160 सफाई कर्मचारी नौकरी छोड़कर भाग गए हैं। महापौर सुषमा खर्कवाल ने दावा किया है कि उनके द्वारा चलाए गए ऑपरेशन के दौरान 160 कर्मचारी भाग गए। शक है कि वे सब रोहिंग्या, बांग्लादेशी थे। जैसे ही जांच शुरू हुई ये भाग गए। हम आधार चेक कर रहे हैं। ये खुद को असम का बताते हैं तो हम एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) भी चेक कर रहे हैं। बता दें कि ये सभी कर्मचारी कूड़ा प्रबंधन का काम कर रही कंपनी से जुड़े थे। कंपनी ने जब उनसे अभिलेख मांगे तो वे भाग गए। महापौर सुषमा खर्कवाल ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि इनसे कागज मांगे गए थे लेकिन दिखाने से पहले ही जिस दिन इन्हें बुलाया गया था, ये भाग निकले। उन्होंने आशंका जताई कि ये संदिग्ध दिन में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करते हैं और रात में वारदात करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल नवंबर-दिसंबर में एक वारदात हुई थी जिसमें छह लोग पकड़े गए थे। वे सभी रोहिंग्या थे। *सोचिए और कुछ पार्टी कह रहीं है SIR रोको , क्यों करवा रहे हो ।*1
- गोवंशों के प्रति लगातार कवरेज करके न्यूज़ चलाने के बावजूद भी जनपद के माननीय एवं संबंधित अधिकारी कान में रूई लगाकर बैठे हैं। आखिर कब तक यूं ही सड़कों पर मरते रहेंगे गोवंश तथा गोवंशों से परेशान रहेगा किसान।1