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विधानसभा शस्त्र समाप्ति के दौरान करैरा विधायक रमेश खटीक नरवर में हुए मीडिया से रूबरू विधानसभा शस्त्र समाप्ति के दौरान करैरा विधायक रमेश खटीक द्वारा आज नरवर में आगमन हुआ इस बीच नरवर में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया की मेरे द्वारा नरवर सिंध नदी पुल की स्वीकृति करवाई है जिसका प्रस्ताव मेरे द्वारा भेजा है जिसकी रासी 59 करोड़ रुपए है रमेश प्रसाद खटीक द्वारा करैरा बताया गया की नरवर मैं जो खाई में नाला वना हुए हैं वह भी बहुत जल्दी खाई नाले की जांच की जाएगी और विधानसभा में क्षतिग्रस्त पुल मगरोनी नरवर के बीच में जो पुल क्षतिग्रस्त था उसका बारीकी से निरीक्षण किया तथा ठेकेदार एवं डिपार्टमेंट एमडी को दूरभाष द्वारा गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा ऐसे निर्देश दिए तथा ठेकेदार को निर्देश दिया कि इसमें कोई घटिया सामग्री का उपयोग न करें अन्यथा आपके खिलाफ कार्रवाई करवाई जाएगी इस बीच उपस्थित मगरोनी नरवर की जनता जनार्दन राजस्व विभाग तहसीलदार श्री संतोष धाकड़ जी नगर निरीक्षक यादव जी एवम भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री भाजपा कैलाश कुशवाह, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष इमरत सिंह कुशवाह नरवर , उदयवीर सिंह , बल्लू सिकरवार, लल्ला धाकड़ , नवल सिंह गुर्जर,भारत प्रजापति सेकडों भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे

on 7 August
user_गजेन्द्र सिंह मीडिया प्रभारी
गजेन्द्र सिंह मीडिया प्रभारी
Journalist Shivpuri•
on 7 August

विधानसभा शस्त्र समाप्ति के दौरान करैरा विधायक रमेश खटीक नरवर में हुए मीडिया से रूबरू विधानसभा शस्त्र समाप्ति के दौरान करैरा विधायक रमेश खटीक द्वारा आज नरवर में आगमन हुआ इस बीच नरवर में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया की मेरे द्वारा नरवर सिंध नदी पुल की स्वीकृति करवाई है जिसका प्रस्ताव

मेरे द्वारा भेजा है जिसकी रासी 59 करोड़ रुपए है रमेश प्रसाद खटीक द्वारा करैरा बताया गया की नरवर मैं जो खाई में नाला वना हुए हैं वह भी बहुत जल्दी खाई नाले की जांच की जाएगी और विधानसभा में क्षतिग्रस्त पुल मगरोनी नरवर के बीच में जो पुल क्षतिग्रस्त था

उसका बारीकी से निरीक्षण किया तथा ठेकेदार एवं डिपार्टमेंट एमडी को दूरभाष द्वारा गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा ऐसे निर्देश दिए तथा ठेकेदार को निर्देश दिया कि इसमें कोई घटिया सामग्री का उपयोग न करें अन्यथा आपके खिलाफ कार्रवाई करवाई जाएगी इस बीच उपस्थित मगरोनी नरवर की जनता जनार्दन राजस्व विभाग

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तहसीलदार श्री संतोष धाकड़ जी नगर निरीक्षक यादव जी एवम भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री भाजपा कैलाश कुशवाह, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष इमरत सिंह कुशवाह नरवर , उदयवीर सिंह , बल्लू सिकरवार, लल्ला धाकड़ , नवल सिंह गुर्जर,भारत प्रजापति सेकडों भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे

  • user_महेंद्र पाल सिंह नयागांव
    महेंद्र पाल सिंह नयागांव
    Narwar, Shivpuri
    🙏
    on 8 August
  • user_महेंद्र पाल सिंह नयागांव
    महेंद्र पाल सिंह नयागांव
    Narwar, Shivpuri
    👏
    on 8 August
More news from Gwalior and nearby areas
  • ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
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    ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर
ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है।
न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा।
अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा?
प्रशासन से मांग:
शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए।
पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए।
मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो।
मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
    user_मीडिया लाइन
    मीडिया लाइन
    Journalist Gwalior•
    7 hrs ago
  • झांसी के टहरोली तहशील का मामला दबंग कोटेदार की मनमानी से ग्रामीण परेशान, राशन के बदले दे रहा पैसे तहसील गरौठा के क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करवा बुजुर्ग डोडीया में एक दबंग कोटेदार की मनमानी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार द्वारा लोगों का अंगूठा लगवा कर राशन अंदर ही रख लेता है और कहता है कि ₹12 किलो के हिसाब से पैसे ले जाओ राशन नहीं मिलेगा जिससे गरीब और जरूरतमंद परिवारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोटेदार कभी दुकान बंद रखता है तो कभी सर्वर खराब होने का बहाना बनाकर राशन वितरण टाल देता है। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनसे अंगूठा लगवा लिया जाता है, लेकिन राशन नहीं दिया जाता। और कभी राशन देता भी है तो उसमें से 2 किलो निकाल लेता है और कहता है कि यह हमारी मेहनत का है जहां शिकायत करनी है कर दो जब लोग विरोध करते हैं तो कोटेदार दबंगई दिखाते हुए अभद्र व्यवहार करता है और धमकी तक दे देता है। ग्रामीणों के अनुसार, राशन न मिलने के कारण गरीब परिवारों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। मजदूरी करने वाले परिवार बाजार से महंगे दामों पर अनाज खरीदने को मजबूर हैं। महिलाओं और बुजुर्गों ने बताया कि सप्लाई विभाग में शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से मांग की है कि कोटेदार की जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि पात्र लोगों को उनका हक मिल सके। वहीं, सप्लाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दबंग कोटेदार की मनमानी से क्षेत्र के लोग परेशान हैं और प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
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    झांसी के टहरोली तहशील का मामला 
दबंग कोटेदार की मनमानी से ग्रामीण परेशान, राशन के बदले दे रहा पैसे
तहसील गरौठा के क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करवा बुजुर्ग डोडीया में एक दबंग कोटेदार की मनमानी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार द्वारा लोगों का अंगूठा लगवा कर राशन अंदर ही रख लेता है और कहता है कि ₹12 किलो के हिसाब से पैसे ले जाओ राशन नहीं मिलेगा जिससे गरीब और जरूरतमंद परिवारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोटेदार कभी दुकान बंद रखता है तो कभी सर्वर खराब होने का बहाना बनाकर राशन वितरण टाल देता है। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनसे अंगूठा लगवा लिया जाता है, लेकिन राशन नहीं दिया जाता। और कभी राशन देता भी है तो उसमें से 2 किलो निकाल लेता है और कहता है कि यह हमारी मेहनत का है जहां शिकायत करनी है कर दो जब लोग विरोध करते हैं तो कोटेदार दबंगई दिखाते हुए अभद्र व्यवहार करता है और धमकी तक दे देता है।
ग्रामीणों के अनुसार, राशन न मिलने के कारण गरीब परिवारों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। मजदूरी करने वाले परिवार बाजार से महंगे दामों पर अनाज खरीदने को मजबूर हैं। महिलाओं और बुजुर्गों ने बताया कि सप्लाई विभाग में शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
इस मामले में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से मांग की है कि कोटेदार की जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि पात्र लोगों को उनका हक मिल सके। वहीं, सप्लाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल दबंग कोटेदार की मनमानी से क्षेत्र के लोग परेशान हैं और प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
    user_प्रदीप यादव दादा पत्रकार बबीना झांसी
    प्रदीप यादव दादा पत्रकार बबीना झांसी
    Journalist Jhansi•
    1 hr ago
  • सनातनियों से विशेष आग्रह है अपने बच्चों को जोकर नहीं बनाए बल्कि अपने संस्कार, सभ्यता एवं संस्कृति को बनाए रखना है।
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    सनातनियों से विशेष आग्रह है अपने बच्चों को जोकर नहीं बनाए बल्कि अपने संस्कार, सभ्यता एवं संस्कृति को बनाए रखना है।
    user_विकास वर्मा
    विकास वर्मा
    Journalist Datia•
    4 hrs ago
  • लाडली बहनों को 2028 तक पांच हजार भी देने को तैयार हैं : मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कही ये बात.........
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    लाडली बहनों को 2028 तक पांच हजार भी देने को तैयार हैं : मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कही ये बात.........
    user_Shayar Ali
    Shayar Ali
    Journalist Datia•
    18 hrs ago
  • राजापुर से पढ़कर आ रहा है टीचर कि उनाव रोड पर हार्ट अटैक से मौत
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    राजापुर से पढ़कर आ रहा है टीचर कि उनाव रोड पर हार्ट अटैक से मौत
    user_राजेंद्र  पटवा
    राजेंद्र पटवा
    Journalist Datia•
    22 hrs ago
  • कई वर्षों से अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के संस्थापक अरविंद चौहान जी के द्वारा ग्वालियर चंबल संभाग में गरीबों की कर रहे निस्वार्थ सेवा...........👀🌹 ग्वालियर महाराज बाड़ा पर ठंड से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रोड पर सोए हुए ग़रीब जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण ....। अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के द्वारा संस्थापक:- अरविंद चौहान ।
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    कई वर्षों से अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के संस्थापक अरविंद चौहान जी के द्वारा ग्वालियर चंबल संभाग में गरीबों की कर रहे निस्वार्थ सेवा...........👀🌹
ग्वालियर महाराज बाड़ा पर
ठंड से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रोड पर सोए हुए ग़रीब जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण ....। अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के द्वारा 
संस्थापक:- 
अरविंद चौहान ।
    user_GWALIOR PRAVAH NEWS
    GWALIOR PRAVAH NEWS
    Voice of people Gwalior•
    5 hrs ago
  • कैसे-कैसे लोग रहते हैं#🤣₹1200 नहीं दे पा रहे हैं#🤣🤣#हंसते मुस्कुराते रहा करो भाई साहब
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    कैसे-कैसे लोग रहते हैं#🤣₹1200 नहीं दे पा रहे हैं#🤣🤣#हंसते मुस्कुराते रहा करो भाई साहब
    user_Kshatr Pal shivhare
    Kshatr Pal shivhare
    Actor Jhansi•
    3 hrs ago
  • ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
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    ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर
ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है।
न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा।
अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा?
प्रशासन से मांग:
शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए।
पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए।
मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो।
मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
    user_मीडिया लाइन
    मीडिया लाइन
    Journalist Gwalior•
    7 hrs ago
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