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- अज्ञात कारणों से धान की कटी फसल में लगी आग1
- गीता जयंती पर सिवनी कलेक्टर1
- 3 दिवसीय ताप्ती महोत्सव भव्य रूप से आयोजन करने को लेकर संस्कृति मंत्री से चर्चा कर विधायक देशमुख ने सौपा पत्र मुलताई - मां ताप्ती की नगरी मुलताई में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा आयोजित होने वाले तीन दिवसीय ताप्ती महोत्सव राज्य स्तर से भव्य रूप में आयोजित करने एंव राष्ट्रीय एवं आयोजन में में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों की मांग को लेकर क्षेत्र के विधायक चंद्रशेखर देशमुख द्वारा श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ) संस्कृति पर्यटन धार्मिक न्यास विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल को पत्र सौपा गया l विधायक देशमुख ने पत्र में उल्लेख किया कि ताप्ती नदी तट पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह सांस्कृतिक पर्व बैतूल जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश की आस्था व श्रद्धा से जुड़ा हुआ है। इस वर्ष भी 3 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम को और अधिक आकर्षक और भव्य स्वरूप देने की मांग की गई है। प्रस्तावित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल कलाकार महोत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए प्रदेश सहित देश के ख्यात कलाकारों के नाम प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें—सुमन संध्या: श्रेया घोषाल, नेहा कक्कड़, पलक मुच्छल, कविता कृष्णमूर्ति, अलका याग्निक, अरुणिता कांजीवाल, सायली कांबले, सुधेश भोसले सहित अन्य प्रसिद्ध गायक–गायिकाएँ। भजन संध्या: नारणगर, कुमार शानू, अमिताभ भट्टाचार्य, सुरेश भोसले इत्यादि। सांस्कृतिक लोक गीत: बृज की होली, राजस्थानी कैलादेर, बांच, मराठी लावणी आदि। कवि सम्मेलन: कुमार विश्वास, जानी बैरागी, डॉ. भूषण मोहनी और शैलेश लोढ़ा जैसे चर्चित कवि। विधायक ने विभाग से आग्रह किया की राज्य स्तर से विशेष सहयोग प्रदान कर ताप्ती महोत्सव को राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप दिया जाए, जिससे मुलताई की धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन गतिविधियों को नई पहचान मिल सके l1
- कांग्रेस ने मोदी का चाय बेचते AI वीडियो पोस्ट किया:'चाय बोलो, चाय चाहिए' बोलते दिखाया; भाजपा बोली- शर्मनाक, जनता कभी माफ नहीं करेगी... क्या यह सभ्यता का उल्लंघन है? ... पूरी डिबेट देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें :-: https://www.facebook.com/share/v/1ajZ8QKUXt/1
- PM श्री कॉलेज में एबीवीपी का उग्र हंगामा: प्रिंसिपल का चेंबर घेरकर खाली कुर्सी पर चिपकाए आरोप– SDM ने पहुंचकर कराया शांत”2
- साईंखेड़ा में साप्ताहिक बाजार की व्यवस्था ठप, भारी वाहनों से बढ़ा संकट स्टेट हाईवे-44 पर दौड़ते डंपर–हाईवा बने दुर्घटना का कारण, धूल और अव्यवस्था से जनता त्रस्त साईंखेड़ा। नगर परिषद साईंखेड़ा के गठन के बाद भी आज तक यहां साप्ताहिक बाजार की स्थायी व्यवस्था नहीं की गई है। नगर के मध्य स्थित अनुपयोगी कृषि उपज मंडी को बाजार के लिए उपयोग में लाया जा सकता है, लेकिन जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन की उदासीनता के कारण यह सुविधा अब भी अधूरी है। वर्षों से लंबित यह मुद्दा स्थानीय नागरिकों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। नगर के हृदय स्थल से होकर गुजरने वाला स्टेट हाईवे-44 साप्ताहिक बाजार क्षेत्र को चीरता हुआ निकलता है, जिस पर प्रतिदिन गन्ना ट्रॉलियां, एनटीपीसी के भारी वाहन, रेत से भरे हाईवा और बड़े ट्रक तेज रफ्तार से दौड़ते हैं। इन वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही ने मार्ग को दुर्घटनाओं का केंद्र बना दिया है। कई लोग इस सड़क पर अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं। फिर भी किसी भी स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई। धूल के गुबार में घुट रही सांसें भारी वाहनों की रफ्तार से बाजार क्षेत्र में उठने वाली धूल का स्तर चिंताजनक है। लोगों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है । दुकानों पर धूल की मोटी परत जम जाती है बच्चों, बुजुर्गों में सर्दी, जुकाम व एलर्जी की शिकायतें कई बार बड़े डंपर गुजरते ही धूल का ऐसा अंधकार छा जाता है कि सड़क सामने तक दिखाई नहीं देती। बाजार क्षेत्र में पानी का छिड़काव भी नियमित रूप से नहीं किया जाता। हैरानी की बात यह है कि बाजार की भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में भी भारी वाहन अपनी गति कम नहीं करते। यह लापरवाही किसी भी समय गंभीर हादसे का रूप ले सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद न तो स्पीड लिमिट लागू की गई और न ही वैकल्पिक मार्ग बनाने पर विचार किया गया। विकास के दावों के बीच मूलभूत समस्याएं अनसुलझी एक ओर नगर में दादा धाम तीर्थ क्षेत्र जैसी योजनाओं की चर्चा है, वहीं दूसरी ओर साप्ताहिक बाजार और सड़क सुरक्षा जैसी बुनियादी समस्याएं वर्षों से अनदेखी पड़ी हैं। लोगों का कहना है कि उन्हें केवल आश्वासन मिले, समाधान नहीं। स्थानीय निवासियों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि— 1. अनुपयोगी कृषि उपज मंडी में साप्ताहिक बाजार की तत्काल व्यवस्था की जाए। 2. स्टेट हाईवे-44 पर भारी वाहनों के लिए डायवर्जन अथवा वैकल्पिक मार्ग बनाया जाए। 3. बाजार क्षेत्र में स्पीड लिमिट और सख्त निगरानी लागू की जाए। 4. पूरे मार्ग पर धूल नियंत्रण हेतु नियमित पानी छिड़काव और सड़क सुधार कराया जाए। निवासियों का कहना है कि यदि जल्द ही कदम नहीं उठाए गए तो यह समस्या आने वाले समय में और भयावह रूप ले सकती है।4
- कोलारस: राम राई में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई—250 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाया, JCB/बुलडोज़र चलाकर सरसों-मसूर-मिर्च की फसल नष्ट1
- बाबरी की ईंट रखने वालों की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी…1