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Gitgava ka siulig dikhaiye
Ramlala singh Netam
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More news from Garhwa and nearby areas
- रँका विश्रामपुर पंचायत के प्रवासी मजदूर का महाराष्ट्र में हुई मौत डी एल एस एवं प्रशासन के सहयोग से लाया गया शव1
- https://youtu.be/fHVpgnJiR28?si=Z1Uf7jue4k63Ftzc2
- सोनभद्र के कुछ गांवों में ये हालत बने है कि लोगों का ध्यान नहीं जा रहा है1
- समाजसेवी ने किया कंबल का वितरण भवनाथपुर प्रखंड क्षेत्र के मकरी पंचायत के बरवारी गांव के दामर टोला में भवनाथपुर समाजसेवी सुशील कुमार चौबे ने किया तीस गरीब असहाय लोगो के बिच किया कंबल का वितरण कंबल लेकर सभी गरीब लोगो के चेहरे पर मुस्कान नजर आया आगे सुशील चौबे ने बताया की इसी तरह मैं गरीबो को सहायता करता रहुंगा3
- केरजू धान खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक दिनेश गुप्ता ने घर मे फांसी लगाकर की आत्महत्या सीतापुर केरजू समिति प्रबंधक ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली है। अभी स्पष्ट नहीं हो पाया कि आखिर किन कारणों से समिति प्रबंधक दिनेश गुप्ता ने ऐसा कदम उठाया लेकिन दबी जुबा में चर्चा बनी हुई है। की धान खरीदी का प्रेशर या दबाव के कारण समिति प्रबंधक ने ऐसा कदम उठाया होगा लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। मामला विवेचना में है सीतापुर पुलिस जांच में जुट गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राप्त जानकारी के अनुसार, समिति प्रबंधक बीती रात से ही मानसिक रूप से विचलित बताए जा रहे थे। ऐसी स्थिति निर्मित हो गई थी कि प्रबंधक दिनेश गुप्ता को रात में दोबारा समिति जाना पड़ा। वे रात करीब 1 बजे तक समिति में मौजूद रहे, जिसके बाद 1 से 1:30 बजे के बीच अपने घर लौटे। घर लौटने के कुछ समय बाद ही उन्होंने आत्महत्या कर ली, जिससे उनकी जीवनलीला समाप्त हो गई। बताया जा रहा है कि पैसों के लेन-देन से जुड़ा मामला भी सामने आ रहा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सभी पहलुओं पर विवेचना जारी है। जैसे-जैसे जांच में नए तथ्य सामने आएंगे, आगे का खुलासा किया जाएगा।1
- केतार बाजार के दुकानदारोंको थाना प्रभारी ने सीसीटीवी कैमरा लगवाने का निर्देश दिया1
- धान खरीदी व्यवस्था सुचारू, बिचौलियों की राह बंद, उठाव नहीं होने से प्रबंधक परेशान छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य पूरे जोर-शोर से जारी है। राज्य के अधिकांश धान उपार्जन केंद्रों में खरीदी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो रही है। किसानों को मोबाइल के माध्यम से टोकन काटने की सुविधा मिलने से समितियों में अनावश्यक भीड़ नहीं लग रही है और किसानों को लंबे इंतजार से भी मुक्ति मिली है। हालांकि, कई केंद्रों पर धान का समय पर उठाव नहीं होने के कारण समिति प्रबंधक परेशान नजर आ रहे हैं। गोदामों में जगह की कमी और परिवहन व्यवस्था में देरी से खरीदी के बाद भंडारण एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। इसके बावजूद समितियां किसानों से धान खरीदी का कार्य नियमों के अनुसार जारी रखे हुए हैं। इस वर्ष की धान खरीदी व्यवस्था में सबसे अहम बात यह है कि बिचौलियों के लिए अब तक कोई “सुराख” नहीं मिल पाया है। ऑनलाइन टोकन प्रणाली और पारदर्शी खरीदी व्यवस्था के चलते बिचौलिये हाशिए पर चले गए हैं। यही वजह है कि वे असहज और परेशान दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बिचौलिये किसी न किसी तरह फिर से अपने लिए जगह बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं और इस उम्मीद में बैठे हैं कि आने वाले समय में व्यवस्था में ढील मिले और उनके लिए भी कोई रास्ता खुले। फिलहाल प्रशासन और सहकारी समितियों की सख्ती के चलते धान खरीदी किसानों के हित में और अपेक्षाकृत पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ रही है। सुनील गुप्ता की रिपोर्ट2
- रंका प्रखंड के मेराज अहमद को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने पर सर्किट हाउस में भब्य स्वागत1