आभास शर्मा बलौदाबाजार (जिला प्रमुख) *सूदखोरी भयादोहन 2 के काले खेल का पर्दाफाश: बंटी बबली (उर्फ)पिंकी–हेमलाल सिन्हा दंपति पर FIR* *“सूदखोरी की शिक़ायत: प्रार्थी की दास्तां ने जगाई संवेदनाएँ, प्रेस क्लब उतरा मैदान में”* *ज्ञापन( शिकायत) के बाद हरकत में आई पुलिस,लेकिन लेकिन FIR दर्ज करने की प्रक्रिया पर उठे सवाल* *कर्जदारों से कई गुना वसूली, कानूनी जाल में फंसाने के आरोप* *आवेदक के सामने नहीं लिखी गई FIR, संदेह गहराया* मामले का सबसे बड़ा सवाल यह है कि पीड़ित के सामने FIR दर्ज नहीं की गई थी और न ही अब तक कॉपी सौंपी गई। ऐसे में संदेह जताया जा रहा है कि क्या पुलिस ने सभी पहलुओं को ईमानदारी से दर्ज किया है या फिर कहीं आरोपियों को बचाने की कवायद चल रही है? *एफआईआर दर्ज होने के बावजूद “बंटी और बबली” दंपति खुलेआम शहर में घूम रहे हैं।* पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच आगे बढ़ने पर इस नेटवर्क से जुड़े तीन और प्रभावशाली चेहरों का पर्दाफाश हो सकता है। ऐसा हुआ तो यह मामला जिले की सबसे बड़ी सूदखोरी और ठगी की साज़िश बन सकता है। *जिले के बहुचर्चित सूदखोरी* मामले में आखिरकार पुलिस ने पिंकी सिंहा एवं पति हेमलाल सिन्हा के विरुद्ध धारा 420, 506, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया मामले में प्रार्थी हेमंत कन्नौजे की ओर पुलिस ने प्रार्थी बनकर एफ आई आर दर्ज किया है, किन्तु अब तक गिरफ्तारी ना होना नगर के आमजनों में चर्चा का विषय बन हुआ है l *प्रेस क्लब का स्पष्ट संदेश* प्रेस क्लब ने साफ कहा कि पत्रकारिता सिर्फ कलम की लड़ाई नहीं है, बल्कि जरूरत पड़ने पर सड़क पर उतरकर भी जनता की आवाज बनकर शासन-प्रशासन तक सच पहुंचाया जाएगा। प्रेस क्लब का यह रुख आम लोगों में भरोसा जगाने वाला साबित हुआ। *सूदखोरी के काले खेल का पर्दाफाश:* “बंटी-बबली” (उर्फ)पिंकी - हेमलाल सिन्हा दंपति पर FIR, पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल ?? जिले में सूदखोरी के काले खेल का बड़ा मामला सामने आया है। कर्जदारों से कई गुना वसूली करने और कानूनी जाल में फंसाने के आरोप में चर्चित बंटी-बबली (उर्फ पिंकी–हेमलाल सिन्हा) दंपति के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। यह कार्रवाई पीड़ितों की ओर से दिए गए ज्ञापन और शिकायत के बाद शुरू हुई। हालांकि, FIR दर्ज होने की प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि FIR उनके सामने दर्ज नहीं की गई और न ही अभी तक उसकी कॉपी सौंपी गई है। इससे यह संदेह गहराता जा रहा है कि क्या पुलिस ने मामले के सभी पहलुओं को ईमानदारी से दर्ज किया है या फिर कहीं आरोपियों को बचाने की कवायद चल रही है।मामला और भी गंभीर तब हो जाता है जब दर्ज FIR के बाद भी “बंटी-बबली” दंपति खुलेआम शहर में घूमते नजर आ रहे हैं। इससे पुलिस की कार्यवाही पर सवाल और गहराते जा रहे हैं। *जांच में बड़े नाम आने की संभावना* पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच आगे बढ़ने पर इस नेटवर्क से जुड़े तीन और प्रभावशाली चेहरों का पर्दाफाश हो सकता है। ऐसा हुआ तो यह मामला जिले की सबसे बड़ी सूदखोरी और ठगी की साज़िश बन सकता है।
आभास शर्मा बलौदाबाजार (जिला प्रमुख) *सूदखोरी भयादोहन 2 के काले खेल का पर्दाफाश: बंटी बबली (उर्फ)पिंकी–हेमलाल सिन्हा दंपति पर FIR* *“सूदखोरी की शिक़ायत: प्रार्थी की दास्तां ने जगाई संवेदनाएँ, प्रेस क्लब उतरा मैदान में”* *ज्ञापन( शिकायत) के बाद हरकत में आई पुलिस,लेकिन लेकिन FIR दर्ज करने की प्रक्रिया पर उठे सवाल* *कर्जदारों से कई गुना वसूली, कानूनी जाल में फंसाने के आरोप* *आवेदक के सामने नहीं लिखी गई FIR, संदेह गहराया* मामले का सबसे बड़ा सवाल यह है कि पीड़ित के सामने FIR दर्ज नहीं की गई थी और न ही अब तक कॉपी सौंपी गई। ऐसे में संदेह जताया जा रहा है कि क्या पुलिस ने सभी पहलुओं को ईमानदारी से दर्ज किया है या फिर कहीं आरोपियों को बचाने की कवायद चल रही है? *एफआईआर दर्ज होने के बावजूद “बंटी और बबली” दंपति खुलेआम शहर में घूम रहे हैं।* पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच आगे बढ़ने पर इस नेटवर्क से जुड़े तीन और प्रभावशाली चेहरों का पर्दाफाश हो सकता है। ऐसा हुआ तो यह मामला जिले की सबसे बड़ी सूदखोरी और ठगी की साज़िश बन सकता है। *जिले के बहुचर्चित सूदखोरी* मामले में आखिरकार पुलिस ने पिंकी सिंहा एवं पति हेमलाल सिन्हा के विरुद्ध धारा 420, 506, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया मामले में प्रार्थी हेमंत कन्नौजे की ओर पुलिस ने प्रार्थी बनकर एफ आई आर दर्ज किया है, किन्तु अब तक गिरफ्तारी ना होना नगर के आमजनों में चर्चा का विषय बन हुआ है l *प्रेस क्लब का स्पष्ट संदेश* प्रेस क्लब ने साफ कहा कि पत्रकारिता सिर्फ कलम की लड़ाई नहीं है, बल्कि जरूरत पड़ने पर सड़क पर उतरकर भी जनता की आवाज बनकर शासन-प्रशासन तक सच पहुंचाया जाएगा। प्रेस क्लब का यह रुख आम लोगों में भरोसा जगाने वाला साबित हुआ। *सूदखोरी के काले खेल का पर्दाफाश:* “बंटी-बबली” (उर्फ)पिंकी - हेमलाल सिन्हा दंपति पर FIR, पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल ?? जिले में सूदखोरी के काले खेल का बड़ा मामला सामने आया है। कर्जदारों से कई गुना वसूली करने और कानूनी जाल में फंसाने के आरोप में चर्चित बंटी-बबली (उर्फ पिंकी–हेमलाल सिन्हा) दंपति के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। यह कार्रवाई पीड़ितों की ओर से दिए गए ज्ञापन और शिकायत के बाद शुरू हुई। हालांकि, FIR दर्ज होने की प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि FIR उनके सामने दर्ज नहीं की गई और न ही अभी तक उसकी कॉपी सौंपी गई है। इससे यह संदेह गहराता जा रहा है कि क्या पुलिस ने मामले के सभी पहलुओं को ईमानदारी से दर्ज किया है या फिर कहीं आरोपियों को बचाने की कवायद चल रही है।मामला और भी गंभीर तब हो जाता है जब दर्ज FIR के बाद भी “बंटी-बबली” दंपति खुलेआम शहर में घूमते नजर आ रहे हैं। इससे पुलिस की कार्यवाही पर सवाल और गहराते जा रहे हैं। *जांच में बड़े नाम आने की संभावना* पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच आगे बढ़ने पर इस नेटवर्क से जुड़े तीन और प्रभावशाली चेहरों का पर्दाफाश हो सकता है। ऐसा हुआ तो यह मामला जिले की सबसे बड़ी सूदखोरी और ठगी की साज़िश बन सकता है।
- Post by Ajaykumarratre1
- जमीन बिकाऊ है सम्पर्क 92382100141
- ब्रेकिंग न्यूज़: बालोद जिले में अवैध पैथोलॉजी लैब का संचालन, मरीजों का स्वास्थ्य खतरे में ग्राम पंचायत मोखा, ब्लॉक - गुण्डरदेही, जिला बालोद में स्थित मौली पैथोलॉजी लैब के खिलाफ बड़ी खबर सामने आई है। यह लैब बिना रजिस्ट्रेशन और सीजीएलटी नंबर के अवैध रूप से चल रही है, जो मरीजों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है। लैब के मालिक ने बताया कि उन्होंने सीएमएचओ को रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन दिया है, लेकिन एक साल से अधिक समय हो गया है और अभी तक रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिला है। लैब में विभिन्न प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं, जिनमें लिवर टेस्ट, टाइफाइड, किडनी टेस्ट, बलगम, सीबीसी, वीर्य, मल-मूत्र, मलेरिया, और थायराइड शामिल हैं। यह मामला चिंताजनक है क्योंकि बिना योग्यता और रजिस्ट्रेशन के पैथोलॉजी लैब चलाना मरीजों के स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और अवैध पैथोलॉजी लैब को बंद करना चाहिए। *लोकेशन: ग्राम पंचायत मोखा, ब्लॉक - गुण्डरदेही, जिला बालोद* *आवश्यक कार्रवाई के लिए अनुरोध* स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करें और अवैध पैथोलॉजी लैब को बंद करें। मरीजों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है। *क्या है मामला?* - मौली पैथोलॉजी लैब बिना रजिस्ट्रेशन और सीजीएलटी नंबर के अवैध रूप से चल रही है। - सैंपल लेने वाले के पास CgLT नंबर नहीं है फिर भी सैंपल निकल रहा है। - जब मीडिया वाले क्वेश्चन करते हैं तो बदतमीजी से बात करते हैं और मारने पीटने का धमकी देते हैं न्यूज कवरेज करने नहीं देते मीडिया से दूर व्यवहार से बात करते हैं।1
- 🎤 बहरीन के सिंगर फ्लिप्पेराची, जिनकी अलग पहचान वाली आवाज़ कभी चर्चा में रही थी, एक बार फिर सुर्खियों में लौट आए हैं। वजह बना फिल्म ‘धुरंधर’ का एक सीन, जिसमें अक्षय खन्ना की दमदार मौजूदगी के साथ उनका म्यूज़िक फिर से लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। via @flipperachay #Dhurandhar #AkshayeKhanna #Flipperachi #ViralMusic #MusicComeback #IndianCinema #ViralReels #TrendingMusic #InstagramTrends #MovieBuzz1
- सत्य वचन1
- बालको छेत्र मे लाल इटो के लिए अवैध रूप से कोयला को जमा किया गया है पर शासन प्रशासन की नजर नहीं पड़ रही3
- सैदा धान खरीदी केंद्र मे सुगम और पारदर्शी धान खरीदी व्यवस्था से किसानों को मिला बड़ा लाभ आज रविवार की साम 5 बजे पी आर ओ द्वारा जारी किये गए प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी अनुसार बिलासपुर, 14 दिसम्बर 2025/जिले में इस वर्ष धान खरीदी व्यवस्था पूरी तरह सुचारू, पारदर्शी और किसान-हितैषी साबित हो रही है। टोकन तुंहर हाथ ऐप के माध्यम से किसानों को घर बैठे ही आसानी से टोकन प्राप्त हो रहे हैं, जिससे खरीदी केंद्रों में अनावश्यक भीड़, भागदौड़ और प्रतीक्षा जैसी समस्याएँ लगभग समाप्त हो गई हैं। साथ ही बारदाना उपलब्धता, तौल, भंडारण और भुगतान की सभी प्रक्रियाएँ इस बार पहले से अधिक सुव्यवस्थित और समयबद्ध की गई हैं। सैदा धान खरीदी केंद्र पहुँचे चिचिरदा के किसान रामसाय साहू ने बताया कि वे 1 एकड़ भूमि में खेती करते हैं और इस वर्ष उनकी पैदावार अच्छी रही। उन्होंने मोबाइल से ही टोकन कटवाया और 19 क्विंटल 60 किलो धान लेकर केंद्र पहुँचे। उन्होंने कहा कि तौल प्रक्रिया पूरी तरह आसान रही और धान बिकते ही वे चिंतामुक्त हो गए। वहीं मेण्ड्रा निवासी किसान विष्णुप्रसाद वर्मा 50 क्विंटल धान लेकर केंद्र पहुँचे। उन्होंने बताया कि खरीदी केंद्र में किसानों के लिए सभी सुविधाएँ आसानी से उपलब्ध हैं। उन्हें मिल रहा समर्थन मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल उनकी आमदनी में बढ़ोतरी कर रहा है। श्री वर्मा कहते हैं कि सरकार की पारदर्शी और व्यवस्थित खरीदी व्यवस्था ने उनके सपनों को साकार करने में मदद की है। रचना1
- इंसान का सपना कभी पूरा नहीं होता1
- Post by Beer Bahadur Maurya1