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YOGENDR SINGH
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- मिलने का पता हर रविवार डॉ नन्हे लाल क्लीनिक लाला बाजार मल्लावां हरदोई डॉ प्रतिमा वर्मा M.D स्त्री विशेषज्ञ बलरामपुर हॉस्पिटल लखनऊ पंचकर्म.. बिल्कुल फ्री नस्य. शिरोधारा. वमन. विरेचन. सभी बस्ती. निरुहबस्ती. जालौका थेरेपी. Cupping थेरेपी. जानुबस्ती. कटिबस्ती. स्नेहन. स्वेदन।।।। सुबह 8Am- 9Pm Cont- 83819 15952. . 99181 95064 63867 96252 आंखों से हटेगा चश्मा आयुर्वेद व पंचकर्म इलाज किया जाता है चेहरे पीपल्स व दाग का पड़ जाना पुरानी सोरायसिस or सफेद दाग मूंछ का बाल गिर जाना।सिर का बाल गिर जाना (चर्म रोग से) कमर मर्द से कमर सीधा न होकर चल न पाना शुगर बवासीर आंतों मै सूजन गुर्दे में पथरी कोलाइटिस हाथ पैरों का टेढ़ा होना आंखों से हटेगा चश्मा स्वप्नदोष लिकोरिया जोड़ों में दर्द गठिया घुटने में दर्द. चलने में परेशानी. हड्डी जोड़ नस मांसपेशियों का दर्द. गर्दन का दर्द . सर्वाइकल . फ्रैक्चर व ऑपरेशन के बाद जकड़न । लकवा . कंधे के जकड़न . एडी का दर्द . मांसपेशियों में खिंचाव हाथ पैर में झनझनाहट नसों में ब्लॉकेज पैरों में सुन्नपन । मंदबुद्धि बच्चों की विकास की समस्या #हरदोई #लखनऊ1
- Post by Anoopshukla1
- saram ki baat1
- कफ सिरप मामले पर आज CM योगी आदित्यनाथ ने कहा – 1– कोडीन कफ सिरप से उप्र में कोई मौत नहीं हुई है 2– STF ने जिस सबसे बड़े सप्लायर को पकड़ा, उसको लाइसेंस सपा सरकार में मिला 3– ये पूरा मामला सिर्फ अवैध डायवर्जन का है। 4– UP में अब तक 79 FIR दर्ज हुई। 78 लोग गिरफ्तार, 134 फर्मों पर छापेमारी हुई। 5– बुलडोजर एक्शन की भी तैयारी है।1
- *🟥 #बड़ी खबर | कॉलेज में तिलक लगाने पर छात्र से कथित भेदभाव, परीक्षा फॉर्म रोके जाने का गंभीर आरोप, जिलाधिकारी से शिकायत* _जागो न्यूज हरदोई उ.प्र._ *#हरदोई।* जनपद हरदोई के शाहाबाद क्षेत्र से एक बेहद गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा व्यवस्था, धार्मिक स्वतंत्रता और छात्र अधिकारों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। बीएड प्रथम सेमेस्टर के एक छात्र ने कॉलेज प्रशासन पर धार्मिक आस्था के आधार पर मानसिक उत्पीड़न, भेदभाव और परीक्षा फॉर्म रोकने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला बी एन डिग्री कॉलेज, शाहाबाद से जुड़ा बताया जा रहा है, जो मान्यवर श्रीकाशीराम लॉ कॉलेज के अंतर्गत संचालित है। पीड़ित छात्र अमित यादव पुत्र रामनरेश, निवासी खेड़ा बीबी जई, तहसील शाहाबाद, जिला हरदोई, ने जिलाधिकारी हरदोई को लिखित प्रार्थना पत्र देकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 📌 क्या है पूरा मामला प्रार्थना पत्र के अनुसार, अमित यादव LLB प्रथम सेमेस्टर का नियमित छात्र है। वह अपने धार्मिक विश्वास के अनुसार माथे पर तिलक लगाकर कॉलेज आता-जाता है। आरोप है कि कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. उमर ने छात्र से आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि, > “यह बी एन डिग्री कॉलेज है, गुरुकुल नहीं, यहां तिलक लगाकर मत आओ।” छात्र का आरोप है कि इसके बाद से ही कॉलेज प्रशासन उससे रंजिश मानने लगा और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। सबसे गंभीर आरोप यह है कि छात्र का परीक्षा फॉर्म जानबूझकर नहीं भरवाया गया, जबकि फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर 2025 थी। 📌 भविष्य पर संकट परीक्षा फॉर्म न भर पाने के कारण छात्र का पूरा शैक्षणिक भविष्य संकट में पड़ गया है, क्योंकि बिना परीक्षा फॉर्म वह परीक्षा में बैठ ही नहीं सकता। छात्र का कहना है कि इस पूरे मामले के बाद वह भारी मानसिक तनाव में है, उसे लगातार अज्ञात नंबरों से फोन आ रहे हैं और डराया-धमकाया जा रहा है। 📌 धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल यह मामला केवल एक छात्र का नहीं, बल्कि संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता (अनुच्छेद 25) से भी जुड़ा हुआ है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या कोई शैक्षणिक संस्थान किसी छात्र को उसकी धार्मिक पहचान या आस्था के कारण प्रताड़ित कर सकता है? 📌 प्रशासन से मांग पीड़ित छात्र अमित यादव ने जिलाधिकारी हरदोई से मांग की है कि— उसका परीक्षा फॉर्म तत्काल भरवाया जाए, कॉलेज प्रधानाचार्य एवं संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर उचित एवं कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी छात्र के साथ ऐसा न हो। 📌 शिक्षा विभाग की भूमिका पर भी सवाल यह प्रकरण शिक्षा विभाग की निगरानी व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह न केवल शैक्षणिक अनुशासन का उल्लंघन है, बल्कि मानवाधिकार और संवैधानिक मूल्यों का भी हनन माना जाएगा। फिलहाल मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर आरोप को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या पीड़ित छात्र को न्याय मिल पाता है या नहीं। *(#संवाददाता आलोक सिंह की खास रिपोर्ट ✍️1
- जो भी अपराधी होगा, बचने नहीं पाएगा... आपको फातिहा पढ़ने के लायक भी नहीं छोड़ेंगे, तब तक ऐसी कार्रवाई हम कर देंगे...1
- एक ट्रेन में तबीयत बिगड़ने पर एक हिंदू बहन ने बुज़ुर्ग मुसलमान अंकल का हाथ थाम कर मदद की… यही असली भारत है।❤️ ना टोपी देखी, ना तिलक बस तकलीफ़ देखी और दौड़कर इंसान ने इंसान का साथ दिया… नफ़रतों के इस दौर में ऐसे लम्हे याद दिलाते हैं कि “आज भी इंसानियत ज़िंदा है।1
- Post by Anoopshukla1