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क्रिसमस के मौके पर पूर्वांचल गांधी ने कहा हिंदू राष्ट्र की बयानबाजी करने वाले असल में अलगाववादी और नफरती हैं।
Gorakhpurhalchal Saeed Alam Khan
क्रिसमस के मौके पर पूर्वांचल गांधी ने कहा हिंदू राष्ट्र की बयानबाजी करने वाले असल में अलगाववादी और नफरती हैं।
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- आदेशों को ताक पर रखकर देर रात तक चल रहा बार, पुलिस और प्राधिकरण मौन मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में नियम-कानून को खुलेआम ठेंगा दिखाने का गंभीर मामला सामने आया है। नौका विहार स्थित फ्लोटिंग रेस्टोरेंट एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। आरोप है कि यहां प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना करते हुए देर रात तक शराब और हुक्का परोसा जा रहा है, जिससे पूरा इलाका असामाजिक गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है। देर रात जानलेवा हमला,कानून-व्यवस्था पर सवाल बीते सोमवार देर रात करीब 1 बजे, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के क्लब में कुर्सी को लेकर हुए विवाद में महराजगंज के पनियरा निवासी शिवम चौरसिया पर जानलेवा हमला कर दिया गया। आरोप है कि वैभव नामक युवक नशे में धुत अपने साथियों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर शिवम पर टूट पड़ा। घटना के बाद घायल की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पहले भी हो चुके हैं विवाद, आदेशों की धज्जियां यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी फ्लोटिंग रेस्टोरेंट नियमविरुद्ध देर रात तक शराब और हुक्का परोसने को लेकर विवादों में रहा है। स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि नौका विहार का माहौल खराब होने लगा। इसे देखते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी ने बार लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए रेस्टोरेंट का संचालन समय सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक निर्धारित किया था और संचालन के दौरान मद्यपान पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। आदेश कागजों तक सीमित, जमीनी हकीकत अलग हैरानी की बात यह है कि इन सख्त आदेशों के बावजूद फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का संचालक बेखौफ होकर देर रात तक बार का संचालन कर रहा है। न तो जीडीए की ओर से ठोस कार्रवाई दिख रही है और न ही पुलिस प्रशासन की सख्ती। नतीजतन, असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं और बड़ी घटना की आशंका लगातार बढ़ती जा रही है। जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता प्राधिकरण मामले पर जब जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किए गए तो प्राधिकरण की ओर से जिम्मेदारी से बचने वाला रुख देखने को मिला। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो नौका विहार जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल की छवि पूरी तरह धूमिल हो जाएगी। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है?या फिर नियमों को तोड़ने वालों पर आखिरकार गिरेगी कार्रवाई की गाज?1
- P -6 बीते कल देर रात्रि तक युवा जोश संगठन द्वारा ठंड से सिकुड़ती ज़िंदगियों को राहत पहुँचाने हेतु लगातार छठवाँ कम्बल एवं ऊनी वस्त्र वितरण कार्यक्रम देवरिया रेलवे स्टेशन, जिला चिकित्सालय परिसर एवं झुग्गी–झोपड़ी क्षेत्रों में निवासरत निर्धन एवं जरूरतमंद परिवारों के बीच सम्मानपूर्वक एवं सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ। यह सेवा अभियान मानवता, सामाजिक संवेदना और संगठन की जनकल्याणकारी प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है। #युवा_जोश_संगठन #सेवा_ही_संकल्प #कंबल_वितरण #मानवता #देवरिया #समाजसेवा #गरीबों_की_मदद #RKsocialist #VoiceOfDeoria1
- कुशीनगर मेडिकल कॉलेज में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जहां एक सफाई कर्मचारी को कथित तौर पर मेडिकल कॉलेज के एक प्रोफेसर द्वारा पीटा गया। आरोप है कि यह घटना तब हुई जब सफाई कर्मचारी द्वारा छत की सफाई की जा रही थी और कुछ मलबा प्रोफेसर पर गिर गया। पीड़ित ने स्थानीय थाने में आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने का दावा किया है। इस घटना पर जिला प्रशासन और पुलिस की चुप्पी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।1
- देवरिया में 6 साल की बच्ची से रेप करने वाले का पिता ने मंगलवार को प्राइवेट पार्ट काट दिया। आज सुबह उसने खुद फंदे पर लटक कर जान दे दी। आरोपी ने खुद को बचाने के लिए बच्ची के पिता को अपना गे पार्टनर बताया था। पिता ने अपनी बहन से कहा था कि मैं बेटी के लिए न्याय चाहता हूं। लेकिन लोग मुझे ही अपराधी समझ रहे। मृतक की बहन ने बताया कि गुरुवार को आरोपी जमानत पर जेल से छूटने के बाद देर रात हमारे घर आया था। उसने भाई से गाली-गलौच की। मोहल्ले वालों के सामने बेइज्जत किया। इस बात को लेकर वो रातभर रोता रहा। आज सुबह उठकर नहाने चला गया। बाथरूम से निकलकर बोला- अब मन शांत है। कुछ देर बाद कमरे में जाकर फांसी लगा ली। घटना की सूचना पर पहुंचे खुखुन्दू थानाध्यक्ष दिनेश मिश्र ने बताया कि घटना के बाद से बच्ची के पिता की मानसिक स्थिति सही नहीं थी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक की बहन से मिली तहरीर पर पुलिस जांच कर रही है।1
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- गोरखपुर विकास प्राधिकरण की घोर लापरवाही उजागर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट बना शराबियों और अवैध हुक्का बार का अड्डा आदेशों को ताक पर रखकर देर रात तक चल रहा बार, पुलिस और प्राधिकरण मौन मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में नियम-कानून को खुलेआम ठेंगा दिखाने का गंभीर मामला सामने आया है। नौका विहार स्थित फ्लोटिंग रेस्टोरेंट एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। आरोप है कि यहां प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना करते हुए देर रात तक शराब और हुक्का परोसा जा रहा है, जिससे पूरा इलाका असामाजिक गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है। देर रात जानलेवा हमला,कानून-व्यवस्था पर सवाल बीते सोमवार देर रात करीब 1 बजे, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के क्लब में कुर्सी को लेकर हुए विवाद में महराजगंज के पनियरा निवासी शिवम चौरसिया पर जानलेवा हमला कर दिया गया। आरोप है कि वैभव नामक युवक नशे में धुत अपने साथियों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर शिवम पर टूट पड़ा। घटना के बाद घायल की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पहले भी हो चुके हैं विवाद, आदेशों की धज्जियां यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी फ्लोटिंग रेस्टोरेंट नियमविरुद्ध देर रात तक शराब और हुक्का परोसने को लेकर विवादों में रहा है। स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि नौका विहार का माहौल खराब होने लगा। इसे देखते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी ने बार लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके बाद गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए रेस्टोरेंट का संचालन समय सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक निर्धारित किया था और संचालन के दौरान मद्यपान पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। आदेश कागजों तक सीमित, जमीनी हकीकत अलग हैरानी की बात यह है कि इन सख्त आदेशों के बावजूद फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का संचालक बेखौफ होकर देर रात तक बार का संचालन कर रहा है। न तो जीडीए की ओर से ठोस कार्रवाई दिख रही है और न ही पुलिस प्रशासन की सख्ती। नतीजतन, असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं और बड़ी घटना की आशंका लगातार बढ़ती जा रही है। जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता प्राधिकरण मामले पर जब जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किए गए तो प्राधिकरण की ओर से जिम्मेदारी से बचने वाला रुख देखने को मिला। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो नौका विहार जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल की छवि पूरी तरह धूमिल हो जाएगी। बाइट – आनंद वर्धन, उपाध्यक्ष (वीसी), जीडीए अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है?या फिर नियमों को तोड़ने वालों पर आखिरकार गिरेगी कार्रवाई की गाज?1