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खेलते खेलते बच्चे की जान चली गई 😭😭😭😭🤩🥳🤩
Girraj Kushwah
खेलते खेलते बच्चे की जान चली गई 😭😭😭😭🤩🥳🤩
- User6011Badarwas, Shivpuri🙏23 min ago
More news from Agra and nearby areas
- Post by User85062
- ब्रेकिंग न्यूज़ आगरा थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के अंतर्गत चोरी करने पहुंचा एक युवक कोर की आड़ में चोरी की वारदात को देने पहुंचा था अंजाम किसी के तहत स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस को दी सूचना पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में लेते हुए भेजा थाना और की गई पूछताछ में पता चला कि युवक का नाम छोटू है नेशनल मीडिया न्यूज़ एजेंसी के माध्यम से आगरा से पत्रकार धर्मेंद्र कुमार राजपूत की आकाश खबर1
- sharab ke theke per mahilaon ka photo gussa1
- Post by MD Arman1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- राष्ट्रीय युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओ ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीकांत उपाध्याय की अध्यक्षता में महापौर के नाम का 4 सूत्री मांगों का ज्ञापन सहायक नगर आयुक्त को सौंपा। आज संगठन द्वारा एक ज्ञापन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित श्रीकांत उपाध्याय जी की अध्यक्षता में श्रीमती कामिनी राठौर जी महापौर नगर निगम फिरोजाबाद की अनुपस्थित में सहायक नगर आयुक्त को दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित श्रीकांत उपाध्याय जी ने अवगत कराया है। कि शहर के प्रसिद्ध घंटाघर के जीणोद्धार की मांग संगठन लगभग 2 वर्षों से करता आ रहा है। जिस पर अभी तक नगर निगम द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया। व वार्ड 18 नई आवादी में पक्की सड़क , नाली, पानी की लाइन , स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है। जिससे वहां रहने वाले नागरिकों को प्रतिदिन जलभराव, अंधेरे जैसी समस्याओं से जुझना पड़ता है। जिसके लिए संगठन ने निम्न मांग की है। 1- फिरोजाबाद का प्रसिद्ध घंटाघर का जीर्णोद्वार करवाने व पूर्व की भांति घंटाघर पर घड़ी निर्माण व पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था की मांग करता है। 2- नगर निगम वार्ड स. 18 में एतराज नगला विजया वालो के घर से अटल शास्त्री के घर तक सड़क निर्माण, पानी की पाइप लाइन व्यवस्था आदि व इस वार्ड में जर्जर सड़क व जर्जर नाली की मरम्मत की मांग करता है। 3- वार्ड स. 18 में तत्काल चिन्हित कर स्ट्रीट लाइट लगवाने की मांग करता है। 4- वार्ड न 18 की नई आवादी में कई लाभार्थी ऐसे है। जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्के मकान का निर्माण होना चाहिए। उनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन भी किए गए। लेकिन अभी तक उन आवेदनों को मंजूरी नहीं मिली। कृपया इस विषय पर संज्ञान लेकर आवश्यक दिशा निर्देश देने की मांग करता है। ज्ञापन देने में आनंद शर्मा, पवन शर्मा, गौरव शर्मा, नितिन शर्मा, अयांश उपाध्याय,प्रदेश गुप्ता, विवेक शर्मा, पप्पू, मनीष शर्मा, राहुल शर्मा आदि उपस्थित रहे।1
- ब्रेकिंग न्यूज़ आगरा थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के अंतर्गत चोरी करने पहुंचा एक युवक कोर की आड़ में चोरी की वारदात को देने पहुंचा था अंजाम किसी के तहत स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस को दी सूचना पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में लेते हुए भेजा थाना और की गई पूछताछ में पता चला कि युवक का नाम छोटू है नेशनल मीडिया न्यूज़ एजेंसी के माध्यम से आगरा से पत्रकार धर्मेंद्र कुमार राजपूत की आकाश खबर1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- लंदन से भारत लौटीं माला रस्तोगी ने फिरोजाबाद में शहर का पहला फ्री इंग्लिश मीडियम गर्ल्स स्कूल शुरू करने का ऐलान किया है। एक ऐसा स्कूल, जहां फीस नहीं… मजबूरी नहीं… सिर्फ शिक्षा और भविष्य होगा। यह स्कूल दाऊ दयाल गर्ल्स इंटर व डिग्री कॉलेज परिसर में संचालित किया जाएगा। अब तक जहां हिंदी मीडियम पढ़ाई होती रही, वहीं से अब गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियां इंग्लिश मीडियम में पढ़कर आगे बढ़ेंगी।1