सामुहिक विवाह पर राज्य सरकार दे रही संस्था व वधु को 25 हजार रूपये, न्युनतम 15 दिवस पूर्व ऑनलाईन आवेदन करना है अनिवार्य पाली, 03 अक्टूबर। राज्य सरकार के महिला अधिकारिता विभाग द्वारा विवाहों में होने वाले अपव्यय को कम करने एवं बाल विवाह को रोकने के लिए राज्य में सामुहिक विवाह के आयोजनो को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह एवं अनुदान योजना 2021 संचालित की जा रही है। जिसमें प्रति जोड़ा कुल 25 हजार रूपये की अनुदान राशि दी जाती है जिसमें संस्था को 4 हजार व वधु को 21 हजार रूपये दिये जाते है। महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक भागीरथ ने बताया कि योजनान्तर्गत सामुहिक विवाह का तात्पर्य एक ही स्थान पर एक ही समय में कम से कम 10 एवं अधिकतम 500 जोडो का विवाह करने से है। इस योजना के अंतर्गत अनुदान की इच्छुक संस्था द्वारा ऐसे आयोजन के कम से कम 15 दिवस पूर्व ऑनलाईन आवेदन करना अनिवार्य है। ऑफलाईन आवेदन मान्य नहीं है। विभाग द्वारा पिछले वर्ष 215 जोड़ों और 14 संस्थाओं को अनुदान राषि का भुगतान किया गया एवं इस वर्ष 38 जोड़ों व 3 संस्थाओं के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। योजना में आवेदन की प्रक्रिया के तहत योजना का लाभ लेने के लिए राजस्थान संस्था एक्ट, 1958 अथवा सोसायटी रजि. एक्ट 1860 अथवा आयकर अधिनियम 1961 अथवा राजस्थान लोक न्यास अधिनियम 1959 के अंतर्गत पंजीकृत किसी भी संस्था द्वारा अपने संस्था आधार नम्बर के माध्यम से राजस्थान सिंगल साईन ऑन आईडी (एसएसओ आईडी) पर जाकर आवेदन किया सकता है। सर्वप्रथम आयोजक संस्था को एसएसओ पोर्टल पर साइन अप करना है। एसएसओ में लॉग-इन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह एवं अनुदान योजना 2021 नामक एप्लिकेषन पर जाकर आयोजक संस्था को स्वयं के संस्था आधार नम्बर दर्ज करने होते है। यह ध्यान देने योग्य है कि आयोजक संस्था का अपना संस्था आधार नम्बर होना अनिवार्य है जिसे ई-मित्र/ऑनलाईन ही आसानी से बनाया जा सकता है। तत्पष्चात् सामुहिक विवाह आयोजन संबंधी समस्त आवश्यक सूचनाएं यथा विवाह दिनांक, स्थान, पुलिस व अग्निषमन अनापत्ति प्रमाण-पत्र एवं वर-वधु की जानकारी भरनी होगी। यह ध्यान देने योग्य है कि संस्था द्वारा आवेदन को विवाह आयोजन दिनांक से न्युनतम 15 दिवस पूर्व ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से विभाग में सबमिट करना अनिवार्य है। वर-वधुओं के आवश्यक दस्तावेज- संस्था को वर-वधुओं को दस्तावेज संलग्न करना अनिवार्य है जिनमें जन आधार कार्ड की अनिवार्यता- राजस्थान राज्य की वधु के परिवार का जन आधार कार्ड का अंकन अनिवार्य है जिसमें वधू के स्वयं का बैंक खाता भी अंकित हो। अपवाद स्वरूप वधू किसी अन्य राज्य की होने पर ऐसे प्रकरण में वर के परिवार का जनाधार कार्ड का अंकन किया जायेगा। मूल-निवास प्रमाण पत्र- वर एवं वधु में से किसी एक का राजस्थान राज्य का मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र। आयु संबंधित प्रमाण-पत्र - 10वीं मार्कशीट या जन्म प्रमाण-पत्र। फोटो पहचान-पत्र- आधार कार्ड/मतदाता पहचान पत्र/ड्राईविंग लाईसेंस, वधु की खाता पासबुक की फोटोप्रति भी संलग्न करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि अनुदान के लिए प्रक्रिया- अनुदान राशि प्राप्त करने के लिए आयोजक संस्था द्वारा विवाह आयोजन के 60 दिवस के भीतर समस्त विवाहित जोड़ों का विवाह पंजीयन प्रमाण-पत्र ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से विभाग में सबमिट करना अनिवार्य है। इसके पश्चात ही विभाग द्वारा आईएफएमएस के माध्यम से अनुदान राषि के भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। अधिक जानकारी के लिए विभाग के जिला कार्यालय में जाकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। -------------
सामुहिक विवाह पर राज्य सरकार दे रही संस्था व वधु को 25 हजार रूपये, न्युनतम 15 दिवस पूर्व ऑनलाईन आवेदन करना है अनिवार्य पाली, 03 अक्टूबर। राज्य सरकार के महिला अधिकारिता विभाग द्वारा विवाहों में होने वाले अपव्यय को कम करने एवं बाल विवाह को रोकने के लिए राज्य में सामुहिक विवाह के आयोजनो को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह एवं अनुदान योजना 2021 संचालित की जा रही है। जिसमें प्रति जोड़ा कुल 25 हजार रूपये की अनुदान राशि दी जाती है जिसमें संस्था को 4 हजार व वधु को 21 हजार रूपये दिये जाते है। महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक भागीरथ ने बताया कि योजनान्तर्गत सामुहिक विवाह का तात्पर्य एक ही स्थान पर एक ही समय में कम से कम 10 एवं अधिकतम 500 जोडो का विवाह करने से है। इस योजना के अंतर्गत अनुदान की इच्छुक संस्था द्वारा ऐसे आयोजन के कम से कम 15 दिवस पूर्व ऑनलाईन आवेदन करना अनिवार्य है। ऑफलाईन आवेदन मान्य नहीं है। विभाग द्वारा पिछले वर्ष 215 जोड़ों और 14 संस्थाओं को अनुदान राषि का भुगतान किया गया एवं इस वर्ष 38 जोड़ों व 3 संस्थाओं के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। योजना में आवेदन की प्रक्रिया के तहत योजना का लाभ लेने के लिए राजस्थान संस्था एक्ट, 1958 अथवा सोसायटी रजि. एक्ट 1860 अथवा आयकर अधिनियम 1961 अथवा राजस्थान लोक न्यास अधिनियम 1959 के अंतर्गत पंजीकृत किसी भी संस्था द्वारा अपने संस्था आधार नम्बर के माध्यम से राजस्थान सिंगल साईन ऑन आईडी (एसएसओ आईडी) पर जाकर आवेदन किया सकता है। सर्वप्रथम आयोजक संस्था को एसएसओ पोर्टल पर साइन अप करना है। एसएसओ में लॉग-इन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह एवं अनुदान योजना 2021 नामक एप्लिकेषन पर जाकर आयोजक संस्था को स्वयं के संस्था आधार नम्बर दर्ज करने होते है। यह ध्यान देने योग्य है कि आयोजक संस्था का अपना संस्था आधार नम्बर होना अनिवार्य है जिसे ई-मित्र/ऑनलाईन ही आसानी से बनाया जा सकता है। तत्पष्चात् सामुहिक विवाह आयोजन संबंधी समस्त आवश्यक सूचनाएं यथा विवाह दिनांक, स्थान, पुलिस व अग्निषमन अनापत्ति प्रमाण-पत्र एवं वर-वधु की जानकारी भरनी होगी। यह ध्यान देने योग्य है कि संस्था द्वारा आवेदन को विवाह आयोजन दिनांक से न्युनतम 15 दिवस पूर्व ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से विभाग में सबमिट करना अनिवार्य है। वर-वधुओं के आवश्यक दस्तावेज- संस्था को वर-वधुओं को दस्तावेज संलग्न करना अनिवार्य है जिनमें जन आधार कार्ड की अनिवार्यता- राजस्थान राज्य की वधु के परिवार का जन आधार कार्ड का अंकन अनिवार्य है जिसमें वधू के स्वयं का बैंक खाता भी अंकित हो। अपवाद स्वरूप वधू किसी अन्य राज्य की होने पर ऐसे प्रकरण में वर के परिवार का जनाधार कार्ड का अंकन किया जायेगा। मूल-निवास प्रमाण पत्र- वर एवं वधु में से किसी एक का राजस्थान राज्य का मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र। आयु संबंधित प्रमाण-पत्र - 10वीं मार्कशीट या जन्म प्रमाण-पत्र। फोटो पहचान-पत्र- आधार कार्ड/मतदाता पहचान पत्र/ड्राईविंग लाईसेंस, वधु की खाता पासबुक की फोटोप्रति भी संलग्न करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि अनुदान के लिए प्रक्रिया- अनुदान राशि प्राप्त करने के लिए आयोजक संस्था द्वारा विवाह आयोजन के 60 दिवस के भीतर समस्त विवाहित जोड़ों का विवाह पंजीयन प्रमाण-पत्र ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से विभाग में सबमिट करना अनिवार्य है। इसके पश्चात ही विभाग द्वारा आईएफएमएस के माध्यम से अनुदान राषि के भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। अधिक जानकारी के लिए विभाग के जिला कार्यालय में जाकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। -------------
- *_‘राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर विशेष’_* *_‘2 साल: नव उत्थान-नई पहचान’_ _‘बढ़ता राजस्थान-हमारा राजस्थान’_* *मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में लॉजिस्टिक अवसंरचना के विकास में हो रही उल्लेखनीय प्रगति* *माल परिवहन लागत में कमी की दिशा में राज्य सरकार का निर्णायक एवं दूरदर्शी कदम* *पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के चार स्टेशन टू-लेन सड़कों से जुड़े, 8 स्टेशनों का काम भी शीघ्र होगा पूरा* जयपुर, 21 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व एवं प्रभावी नीतियों के फलस्वरूप प्रदेश में परिवहन तथा लॉजिस्टिक अवसंरचना के विकास की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। राज्य सरकार द्वारा माल परिवहन लागत में कमी लाने एवं औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गत 2 वर्षों में किए गए प्रयास अब मूर्त रूप ले रहे हैं। माल परिवहन को और अधिक सुलभ, त्वरित एवं किफायती बनाने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की प्रमुख धुरी माने जाने वाले पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के प्रदेश से गुजरने वाले खंड में सभी फ्रेट कॉरिडोर स्टेशनों को ऑल-वेदर टू-लेन सड़कों से जोड़ने का काम किया जा रहा है। *112 करोड़ रुपये की लागत से 59 किलोमीटर लंबी टू-लेन सड़कों का निर्माण* राज्य सरकार द्वारा पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 12 नवीन स्टेशनों तक कनेक्टिविटी सुदृढ़ करने के लिए लगभग 112 करोड़ रुपये की लागत से 59 किलोमीटर लंबी टू-लेन सड़कों के निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। इनमें से चार स्टेशनों- किशनगढ़, मारवाड़ जंक्शन, केशवगंज एवं बनास स्टेशनों तक सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अन्य आठ स्टेशनों- श्रीमाधोपुर, सराधना, हरिपुर, चंडावल, जवाली, बिरोलिया, साखून एवं स्वरूपगंज स्टेशनों को भी टू-लेन सड़कों से जोड़ने का कार्य जारी है। इन सड़कों के निर्माण से उद्योगों को कच्चे माल एवं तैयार उत्पादों के परिवहन में सुगमता मिलेगी साथ ही लागत में भी कमी आएगी। लॉजिस्टिक दक्षता में वृद्धि होने के कारण औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार होगा तथा रोजगार के नवीन अवसर उपलब्ध होंगे। फ्रेट कॉरिडोर की कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ बनाने के लिए बधाल डीएफसीसी टर्मिनल को राष्ट्रीय राजमार्ग-52 से जोड़ने हेतु 95 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। साथ ही मुख्य जिला सड़क-81 पर बागावास बाईपास के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति जारी की गई है। यहां भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अतिरिक्त मंडा रीको औद्योगिक क्षेत्र को लालासर (एमडीआर-81) से जोड़ने के लिए 9 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी प्रदान की जा चुकी है एवं कार्य प्रगति पर है। *564 किलोमीटर फ्रेट कॉरिडोर पर 18 नवीन फ्रेट स्टेशन* उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे द्वारा विकसित किए जा रहे 1504 किलोमीटर लंबे पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में से लगभग 564 किलोमीटर का महत्त्वपूर्ण खंड राजस्थान से होकर गुजरता है। इस मार्ग पर 18 नवीन फ्रेट स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं। इनमें से 12 स्टेशन पूर्व में समुचित सड़क सुविधा से वंचित थे। राज्य सरकार की बजट घोषणा के बाद इन सभी स्टेशनों को ऑल वेदर रोड से जोड़ने का काम प्रगति पर है। --------4
- Post by District.reporter.babulaljogawat1
- भारतीय मजदूर संघ की 26 दिसंबर की राज्य स्तरीय रैली को लेकर जोधपुर में पोस्टर विमोचन जोधपुर5
- नंदलाल पुरबिया न्यू द्वारकेश न्यूज़ चैनल नांदोली राजसमंद राजस्थान द्वारा जनहित में प्रसारित1
- दासपां में सड़क व साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित दासपां। राजस्थान पुलिस टीम एवं सोनल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय दासपां परिसर में सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियम, साइबर सुरक्षा, जागरूकता एवं नैतिक विकास विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महात्मा गांधी विद्यालय, राउमावि दासपां, श्री क्षेत्रपाल विद्यालय तथा श्री सरस्वती विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर पुलिस उप अधीक्षक श्री शंकर लाल मंसूरिया ने बच्चों को यातायात दुर्घटनाओं से बचाव के उपाय बताते हुए ट्रैफिक नियमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बालिकाओं को गुड टच–बैड टच के बारे में समझाया तथा वर्तमान परिवेश में स्वयं को सुरक्षित रखने के तरीकों पर प्रकाश डालते हुए सतर्क रहने की सलाह दी। साथ ही, बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूरी बनाए रखने की भी अपील की गई। कार्यक्रम में कालिका पेट्रोलियम टीम ने भी सहभागिता करते हुए बालिकाओं को सुरक्षित रहने के गुर बताए और किसी भी असुरक्षित स्थिति में हेल्पलाइन पर कॉल कर सहायता लेने की जानकारी दी। इस अवसर पर पीईईओ साहब श्री सांवल राम पालीवाल, प्रधानाचार्य श्रीमती नीलम कुमारी, सोनल फाउंडेशन के संस्थापक कैलाश जैन सहित नारायण सिंह, करण सिंह, उदय सिंह, शांति लाल जी, कुइया लाल जी, रमेश जी तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ, पुलिस टीम और कालिका पेट्रोलियम टीम उपस्थित रही। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाना रहा। इंस्टाग्राम ईद को फॉलो जरूर करें https://www.instagram.com/reel/DShUOUgkVeG/?igsh=MWgxZ3V3NzZ6bWkxcg==2
- मां के दरबार में जो भी आया, खाली हाथ नहीं गया ❤️ जय माता रानी 🚩 #जयमातादी #मातारानी #मांकीकृपा #भक्ति #श्रद्धा #देवीमां #मांदुर्गा #मांअंबे #NavDurga #BhaktiReels #DevotionalReels #ReelsIndia #ViralReels #DesiBhakti #JaiMataDi #MataRani #Bhakti #Devotional #Spiritual #IndianCulture #Shorts #YouTubeShorts #TrendingShorts1
- पुष्कर विधायक कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने की प्रेस वार्ता1
- Post by District.reporter.babulaljogawat1