पूर्व जिला पंचायत सदस्य भाजपा नेता अनिल गुप्ता के ज्येष्ठ पुत्र गोल्ड मेडलिस्ट डॉ अंशुल गुप्ता का जिला चिकित्सालय ओयल में सीनियर रेजिडेंट पद पर चयन जेटीसी परिवार में गौरव का पल: आज6 दिसम्बर से संभालेंगे मरीजों की सेवा खमरिया खीरी। कस्बा खमरिया निवासी तथा जेटीसी परिवार के गौरव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य व भाजपा नेता अनिल गुप्ता के होनहार ज्येष्ठ पुत्र गोल्ड मेडलिस्ट डॉ अंशुल गुप्ता (MBBS, MD Medicine) का चयन जनपद के जिला चिकित्सालय ओयल में सीनियर रेजिडेंट के पद पर किया गया है। डॉ अंशुल गुप्ता आज 6 दिसंबर 2025 से अस्पताल में मरीजों की चिकित्सा सेवा के लिए अपनी सेवाएं देंगे। डॉ अंशुल गुप्ता की इस बड़ी उपलब्धि से खमरिया समेत पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके चयन की सूचना मिलते ही रिश्तेदारों, शुभचिंतकों और क्षेत्रवासियों ने उन्हें बधाइयों का तांता लगा दिया। उनकी इस सफलता ने न केवल जेटीसी परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। क्षेत्र के लोग उनके इस चयन पर गर्व महसूस कर रहे हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं। डॉ अंशुल गुप्ता की यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है और यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य भाजपा नेता अनिल गुप्ता के ज्येष्ठ पुत्र गोल्ड मेडलिस्ट डॉ अंशुल गुप्ता का जिला चिकित्सालय ओयल में सीनियर रेजिडेंट पद पर चयन जेटीसी परिवार में गौरव का पल: आज6 दिसम्बर से संभालेंगे मरीजों की सेवा खमरिया खीरी। कस्बा खमरिया निवासी तथा जेटीसी परिवार के गौरव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य व भाजपा नेता अनिल गुप्ता के होनहार ज्येष्ठ पुत्र गोल्ड मेडलिस्ट डॉ अंशुल गुप्ता (MBBS, MD Medicine) का चयन जनपद के जिला चिकित्सालय ओयल में सीनियर रेजिडेंट के पद पर किया गया है। डॉ अंशुल गुप्ता आज 6 दिसंबर 2025 से अस्पताल में मरीजों की चिकित्सा सेवा के लिए अपनी सेवाएं देंगे। डॉ अंशुल गुप्ता की इस बड़ी उपलब्धि से खमरिया समेत पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके चयन की सूचना मिलते ही रिश्तेदारों, शुभचिंतकों और क्षेत्रवासियों ने उन्हें बधाइयों का तांता लगा दिया। उनकी इस सफलता ने न केवल जेटीसी परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। क्षेत्र के लोग उनके इस चयन पर गर्व महसूस कर रहे हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं। डॉ अंशुल गुप्ता की यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है और यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।