*आयुष्मान योजना की राशि नहीं मिलने से प्राइवेट अस्पताल परेशान, बैंक से लोन लेकर कर रहे इलाज, डॉक्टरों की गुहार* *सेवा के बदले संघर्ष: बैंक से कर्ज लेकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं निजी अस्पताल* *बकाया करोड़ों में, इलाज जारी,लेकिन कब तक भुगतान नहीं ?* *एक साल से भुगतान अधूरा है, कर्मचारियों की सैलरी और दवाइयों की व्यवस्था बैंक से लोन लेकर करनी पड़ रही है :– अध्यक्ष* हजारीबाग हजारीबाग और रामगढ़ के प्राइवेट अस्पतालों के संचालक और डॉक्टर कैमरे के सामने आए और खुले तौर पर अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष से आयुष्मान भारत योजना के तहत किए गए इलाज की राशि लंबित है। ऐसी स्थिति में प्राइवेट अस्पताल कैसे अपना गुजर-बसर करेंगे? डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन मरीजों की सेवा के लिए बैंक से लोन लेकर इलाज करवा रहे हैं, पर अब स्थिति संकटपूर्ण होती जा रही है। एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (भारत) की हजारीबाग शाखा द्वारा बुधवार को एक विशेष प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें हजारीबाग और रामगढ़ के कई प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर और संचालक मुख्य रूप से उपस्थित रहे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए झारखंड शाखा के जॉइंट सेक्रेटरी हर्ष अजमेरा ने कहा की पिछले 1 साल से प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत राशि नहीं मिली है, जो करोड़ों में है। इस परिस्थिति में अस्पताल कैसे कार्य करेगा? हम गरीबों का समर्पणपूर्वक इलाज करते हैं, उन्हें स्वस्थ कर घर भेजते हैं, पर अस्पताल पर जो आर्थिक दबाव आता है, उसे केवल अस्पताल ही समझ सकता है। आयुष्मान योजना बस एक नाम बनकर रह गया है, इसकी प्रक्रियाएँ इतनी जटिल हैं कि अस्पताल परेशान हो जाता है। फिर भी सेवा भावना से हम अपने कर्तव्यों पर अडिग रहते हैं। परंतु अब एक वर्ष से भुगतान नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा की अपने कर्मचारियों के वेतन, दवाइयों की आपूर्ति और अन्य जरूरी सामग्री की खरीद बैंक से लोन लेकर करनी पड़ रही है। आंकड़ों की बात करें तो हजारीबाग में 30 से 40 करोड़ रुपये और रामगढ़ में लगभग 10 करोड़ रुपये आयुष्मान योजना के तहत बकाया हैं। यह तो केवल एक अनुमानित आँकड़ा है। झारखंड में 2018 से आयुष्मान योजना शुरू हुई, शुरुआत में इसका संचालन बेहतर था, पर पिछले एक वर्ष में यह कछुए की चाल चल रही है। अगर यह स्थिति नहीं सुधरी, तो अस्पताल वेंटिलेटर पर पहुँच जाएगा और यदि यही सिलसिला कुछ और दिन चलता रहा, तो प्राइवेट अस्पतालों को मजबूरी में बंद करना पड़ेगा। हर्ष अजमेरा ने यह भी जानकारी दी कि आरोग्यम हॉस्पिटल ने अब तक 25240 मरीजों का आयुष्मान योजना के अंतर्गत इलाज किया है, जिसमें 3500 मरीजों का भुगतान अब भी बकाया है। यह तो बस एक अस्पताल का आंकड़ा है हजारीबाग के कई अन्य अस्पतालों की भी यही स्थिति है। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. मिराज ने बताया की आयुष्मान योजना का भुगतान तो रुका ही है, साथ ही सरकार अस्पतालों को चलाने के लिए उपकरणों पर भारी टैक्स भी लगा रही है। बायोमेडिकल वेस्ट के लिए हर बेड पर 7 प्रति दिन देना पड़ता है। यदि अस्पताल के पास 100 बेड का लाइसेंस है, तो प्रतिदिन 700 देना होगा। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ओर भुगतान नहीं मिल रहा और दूसरी ओर पैसों का बोझ बढ़ रहा है। वहीं डॉ. अमर ने प्रेस वार्ता में विस्तारपूर्वक कहा की आयुष्मान योजना केवल एक योजना नहीं, बल्कि गरीब परिवारों के लिए एक वरदान है। हम इसे वरदान मानकर ही समाज सेवा करते हैं, पर सरकार जब भुगतान ही बंद कर दे, तो अस्पताल का स्टाफ और उनके परिवार कैसे चलेंगे? हम जिन संसाधनों का उपयोग करते हैं, उनका भुगतान कैसे होगा? जब कोई मरीज आयुष्मान कार्ड लेकर आता है, तो सबसे पहले बायोमेट्रिक प्रक्रिया होती है, जिसमें नाम और आधार का मिलान किया जाता है। इसके बाद अप्रूवल की प्रक्रिया शुरू होती है और हर मिनट का रिकॉर्ड अपलोड किया जाता है। मरीज को औसतन तीन दिन अस्पताल में रखा जाता है, फिर उन्हें रिलीज किया जाता है। उसके बाद अस्पताल की प्रतिक्रिया भेजी जाती है, और नियम के अनुसार 15 दिनों में भुगतान होना चाहिए, परंतु अब यह नहीं हो रहा। उन्होंने अंत में यह भी कहा की हम किसी मरीज को मना नहीं कर सकते कि हम इलाज नहीं करेंगे यह हजारीबाग है, यहां कभी भी कोई हमारे ऊपर आरोप लगा सकता है। ऐसे में हम लगातार सेवा दे रहे हैं, पर सरकार से विनम्र आग्रह है कि जल्द से जल्द बकाया भुगतान किया जाए, ताकि हम अपने कार्य को निर्बाध रूप से आगे बढ़ा सकें। मौके पर हजारीबाग प्राइवेट हॉस्पिटल के कई डॉक्टर एवं अस्पताल के प्रशासक वहीं रामगढ़ प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालक मौजूद रहे जिसमें जीवन श्री हॉस्पिटल रामगढ़,प्राइम हॉस्पिटल रामगढ़, थे होप हॉस्पिटल रामगढ़, आरोग्यम हॉस्पिटल, डॉक्टर विनस आई एंड डेंटल हॉस्पिटल,श्रीनिवास हॉस्पिटल,मां अंबे नर्सिंग होम, वंदना नर्सिंग होम श,आयुष्मान हॉस्पिटल, क्षितिज हॉस्पिटल, न्यू लाइफलाइन हॉस्पिटल, राज हॉस्पिटल,महावीर हॉस्पिटल, श्री हरि कृष्ण नर्सिंग होम एवं कई अस्पताल के संचालक मौजूद रहें.
*आयुष्मान योजना की राशि नहीं मिलने से प्राइवेट अस्पताल परेशान, बैंक से लोन लेकर कर रहे इलाज, डॉक्टरों की गुहार* *सेवा के बदले संघर्ष: बैंक से कर्ज लेकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं निजी अस्पताल* *बकाया करोड़ों में, इलाज जारी,लेकिन कब तक भुगतान नहीं ?* *एक साल से भुगतान अधूरा है, कर्मचारियों की सैलरी और दवाइयों की व्यवस्था बैंक से लोन लेकर करनी पड़ रही है :– अध्यक्ष* हजारीबाग हजारीबाग और रामगढ़ के प्राइवेट अस्पतालों के संचालक और डॉक्टर कैमरे के सामने आए और खुले तौर पर अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष से आयुष्मान भारत योजना के तहत किए गए इलाज की राशि लंबित है। ऐसी स्थिति में प्राइवेट अस्पताल कैसे अपना गुजर-बसर करेंगे? डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन मरीजों की सेवा के लिए बैंक से लोन लेकर इलाज करवा रहे हैं, पर अब स्थिति संकटपूर्ण होती जा रही है। एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (भारत) की हजारीबाग शाखा द्वारा बुधवार को एक विशेष प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें हजारीबाग और रामगढ़ के कई प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर और संचालक मुख्य रूप से उपस्थित रहे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए झारखंड शाखा के जॉइंट सेक्रेटरी हर्ष अजमेरा ने कहा की पिछले 1 साल से प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान योजना के
तहत राशि नहीं मिली है, जो करोड़ों में है। इस परिस्थिति में अस्पताल कैसे कार्य करेगा? हम गरीबों का समर्पणपूर्वक इलाज करते हैं, उन्हें स्वस्थ कर घर भेजते हैं, पर अस्पताल पर जो आर्थिक दबाव आता है, उसे केवल अस्पताल ही समझ सकता है। आयुष्मान योजना बस एक नाम बनकर रह गया है, इसकी प्रक्रियाएँ इतनी जटिल हैं कि अस्पताल परेशान हो जाता है। फिर भी सेवा भावना से हम अपने कर्तव्यों पर अडिग रहते हैं। परंतु अब एक वर्ष से भुगतान नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा की अपने कर्मचारियों के वेतन, दवाइयों की आपूर्ति और अन्य जरूरी सामग्री की खरीद बैंक से लोन लेकर करनी पड़ रही है। आंकड़ों की बात करें तो हजारीबाग में 30 से 40 करोड़ रुपये और रामगढ़ में लगभग 10 करोड़ रुपये आयुष्मान योजना के तहत बकाया हैं। यह तो केवल एक अनुमानित आँकड़ा है। झारखंड में 2018 से आयुष्मान योजना शुरू हुई, शुरुआत में इसका संचालन बेहतर था, पर पिछले एक वर्ष में यह कछुए की चाल चल रही है। अगर यह स्थिति नहीं सुधरी, तो अस्पताल वेंटिलेटर पर पहुँच जाएगा और यदि यही सिलसिला कुछ और दिन चलता रहा, तो प्राइवेट अस्पतालों को मजबूरी में बंद करना पड़ेगा। हर्ष अजमेरा ने यह
भी जानकारी दी कि आरोग्यम हॉस्पिटल ने अब तक 25240 मरीजों का आयुष्मान योजना के अंतर्गत इलाज किया है, जिसमें 3500 मरीजों का भुगतान अब भी बकाया है। यह तो बस एक अस्पताल का आंकड़ा है हजारीबाग के कई अन्य अस्पतालों की भी यही स्थिति है। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. मिराज ने बताया की आयुष्मान योजना का भुगतान तो रुका ही है, साथ ही सरकार अस्पतालों को चलाने के लिए उपकरणों पर भारी टैक्स भी लगा रही है। बायोमेडिकल वेस्ट के लिए हर बेड पर 7 प्रति दिन देना पड़ता है। यदि अस्पताल के पास 100 बेड का लाइसेंस है, तो प्रतिदिन 700 देना होगा। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ओर भुगतान नहीं मिल रहा और दूसरी ओर पैसों का बोझ बढ़ रहा है। वहीं डॉ. अमर ने प्रेस वार्ता में विस्तारपूर्वक कहा की आयुष्मान योजना केवल एक योजना नहीं, बल्कि गरीब परिवारों के लिए एक वरदान है। हम इसे वरदान मानकर ही समाज सेवा करते हैं, पर सरकार जब भुगतान ही बंद कर दे, तो अस्पताल का स्टाफ और उनके परिवार कैसे चलेंगे? हम जिन संसाधनों का उपयोग करते हैं, उनका भुगतान कैसे होगा? जब कोई मरीज आयुष्मान कार्ड लेकर आता है, तो सबसे पहले बायोमेट्रिक प्रक्रिया होती
है, जिसमें नाम और आधार का मिलान किया जाता है। इसके बाद अप्रूवल की प्रक्रिया शुरू होती है और हर मिनट का रिकॉर्ड अपलोड किया जाता है। मरीज को औसतन तीन दिन अस्पताल में रखा जाता है, फिर उन्हें रिलीज किया जाता है। उसके बाद अस्पताल की प्रतिक्रिया भेजी जाती है, और नियम के अनुसार 15 दिनों में भुगतान होना चाहिए, परंतु अब यह नहीं हो रहा। उन्होंने अंत में यह भी कहा की हम किसी मरीज को मना नहीं कर सकते कि हम इलाज नहीं करेंगे यह हजारीबाग है, यहां कभी भी कोई हमारे ऊपर आरोप लगा सकता है। ऐसे में हम लगातार सेवा दे रहे हैं, पर सरकार से विनम्र आग्रह है कि जल्द से जल्द बकाया भुगतान किया जाए, ताकि हम अपने कार्य को निर्बाध रूप से आगे बढ़ा सकें। मौके पर हजारीबाग प्राइवेट हॉस्पिटल के कई डॉक्टर एवं अस्पताल के प्रशासक वहीं रामगढ़ प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालक मौजूद रहे जिसमें जीवन श्री हॉस्पिटल रामगढ़,प्राइम हॉस्पिटल रामगढ़, थे होप हॉस्पिटल रामगढ़, आरोग्यम हॉस्पिटल, डॉक्टर विनस आई एंड डेंटल हॉस्पिटल,श्रीनिवास हॉस्पिटल,मां अंबे नर्सिंग होम, वंदना नर्सिंग होम श,आयुष्मान हॉस्पिटल, क्षितिज हॉस्पिटल, न्यू लाइफलाइन हॉस्पिटल, राज हॉस्पिटल,महावीर हॉस्पिटल, श्री हरि कृष्ण नर्सिंग होम एवं कई अस्पताल के संचालक मौजूद रहें.
- हजारीबाग सदर अंचल अंदर मौजा सिन्दूर गैरमजरूवा खाता 59 को बदलकर आनलाईन मे रैयती रोजन के नाम से किया गया कैसे? इतना ही नही इस खाता का प्लौट 2478 नदी का जमीन पर भूदान का पर्चा दिखा कर कब्जा करने का निर्माण जारी ,नदी का अतिक्रमण1
- ठंड को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट? #jharkhand #JharkhandNews #JMM #BJPGovernment #BreakingNews #popular #trendingvideo #short #facebookreels #2026Goals1
- 🚨 दर्दनाक सड़क हादसा: कोलटेक्स चौक पर पिकअप वैन की टक्कर से युवक की मौत हजारीबाग | मंगलवार देर रात करीब 12:52 बजे कोलटेक्स चौक में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। कटकमदाग थाना क्षेत्र के कूद गांव निवासी रमेश साव की कोलटेक्स चौक के पास पिकअप वैन से टक्कर हो गई, जिसमें मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इस हादसे के बाद इलाके में शोक की लहर है। स्थानीय लोगों ने सड़क सुरक्षा और चौराहे पर तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण की मांग की है। 👉 प्रशासन से अपील: ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। 👉 आपकी राय क्या है? कमेंट में जरूर बताएं।1
- *स्व. रफीक अंसारी की 13वीं पुण्यतिथि पर फ़हिमा एकेडमी की सामाजिक पहल, कंबल–स्वेटर वितरण व 150 छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करेगी* हजारीबाग : जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में कुशल राजनीतिज्ञ सह प्रखर समाजसेवी फहिमा एकेडमी के संस्थापक स्व: रफीक आलम का 13 वीं पुण्यतिथि उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मुन्ना सिंह उपस्थित हुए। इस अवसर पर उनकी पोती सह फहिमा एकेडमी के प्राचार्य फरहा फातमी नें लोंगो को संबोधित करते हुए कहा कि दादा जी प्रेरक सोच और समाज हित उठाए गए सराहनीय कदम के तेहत स्व. रफीक अंसारी के समाजसेवी कार्यों, उनके सरल और सहज व्यक्तित्व तथा जीवन भर की जनसेवा को भावपूर्ण रूप से याद किया जाएगा।ठंड के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए फ़हिमा एकेडमी ने सामाजिक दायित्व निभाते हुए एक महत्वपूर्ण पहल की है। कार्यक्रम के दौरान 200 असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल वितरित किए गए। साथ ही ठंड से बचाव हेतु छोटे बच्चों को 200 स्वेटर भी प्रदान किए गए जिससे उन्हें सर्दी के मौसम में राहत मिल सके।बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहयोग देने के उद्देश्य से फ़हिमा एकेडमी द्वारा 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक विशेष ‘शिक्षा सहायता अभियान’ शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत 150 छात्राओं का नामांकन पूर्णतः निःशुल्क किया जाएगा। कक्षा 5 से 9वीं तक की छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी, ताकि वे बिना किसी आर्थिक बाधा के अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर आगे बढ़ सकें।इस अवसर पर प्राचार्या फरह फातमी ने कहा कि उनके दादाजी स्वर्गीय रफीक अंसारी समाज में सेवा, सहायता और सादगी की मिसाल थे। उनकी पुण्यतिथि केवल स्मरण का दिन नहीं है, बल्कि उनके आदर्शों को समाज तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम भी है। उन्होंने बताया कि इसी भावना के साथ जरूरतमंदों के बीच कंबल और स्वेटर वितरण किया जा रहा है, ताकि कोई भी गरीब परिवार ठंड से परेशान न हो।उन्होंने आगे कहा कि बेटियों की शिक्षा स्व. रफीक अंसारी के जीवन के प्रमुख सिद्धांतों में से एक थी। इसी प्रेरणा से 150 छात्राओं को निःशुल्क नामांकन और शिक्षा देने का निर्णय लिया गया है। यह पहल न केवल उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि समाज में शिक्षा के प्रसार की दिशा में एक सकारात्मक और सराहनीय कदम भी है। फ़हिमा एकेडमी की यह सामाजिक और शैक्षिक पहल जरूरतमंद परिवारों के लिए आशा की किरण बनेगी और बेटियों के भविष्य को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस अवसर पर फहिमा एकेडमी के छात्रओं संस्कृत कार्यक्रम कर शमा बांध दी। कार्यक्रम उनके पुत्र सलीम रजा, सोहेल अनवर सहित परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल हुए। कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसजनों को मेमोंटो तथा अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम वरिष्ठ कांग्रेसी अशोक देव पूर्व जिला अध्यक्ष विजय कुमार यादव, अवधेश कुमार सिंह, शैलेन्द्र कुमार यादव, विनोद सिंह कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष निसार खान, लाल बिहारी सिंह, कुलदीप तिवारी, विरेन्द्र कुमार सिंह, मिथिलेशदुबे, साजिद हुसैन, सुनिल कुमार ओझा, अजय गुप्ता,उदय पाण्डेय सुरजीत नागवाला,रेणु देवी,कोमल कुमारी,नगर अध्यक्ष परवेज अहमद, गुड्डू सिंह,नौशाद आलम, गोवर्धन गंझू, ललितेश्वर प्रसाद चौधरी,कृष्णदेव प्रसाद सिंह, दिलीप कुमार रवि,शारदा रंजन दुबे,सदरूल होदा, जावेद इकबाल, निसार अहमद भोला,विजय कुमार सिंह, बाबर अंसारी, तसलीम अंसारी,भैया असीम कुमार,गुलाम शाबिर उर्फ बब्लू,मुस्ताक अंसारी, मोहम्मद रब्बानी, मोहम्मद जाविर,मोहम्मद कमरूउद्दीन, मोहम्मद क्यूम,आफताब खान, मोहम्मद तलहा,मोहम्मद फैज,पांडू कुमार, अहमद अली,हसरत अली, सिकन्दर कुमार, कुणाल सिंह, राहुल यादव, सोमनाथ कुमार, मनोज प्रसाद, राजन कुमार, नाजदा खातून, पल्लवी राणा, इजहार अंसारी, विक्की धान, शशिकांत सिंह, मोहम्मद मोईनउद्दीन, मनोहर शर्मा, रोहन ठाकुर,अरशद आलम, मुगेश्वर प्रसाद चौधरी,हेमलाल साव. सैयद अशरफ अ अली,अर्जुन नायक के अतिरिक्त सैकड़ो गण्यमान्य लोग उपस्थित थे ।4
- #रक्तदान_महादान_इससे_बड़ा_ना_कोई_दूजा_दान PVM 🩸🩸🩸 8 वर्षीय #थैलेसीमिया पीड़ित बच्चा अबू सूफियान (O-) सा. पदमा,हजारीबाग के लिए #रक्तदात्री सिफ्ती ढिल्लों मैम हाल मुकाम मटवारी,हजारीबाग ने की #रक्तदान । उल्लेखनीय है कि अबू सूफियान बाबू को #BoneMarrowTransplant हेतु #बैंगलोर जाना तय है। इसकी सूचना सूफियान के पिता ने आज प्रातः 11 बजे PVM को दी कि 1 यूनिट अगर ब्लड चढ़ जायेगा तो वहां परेशानी नहीं होगी। ज्ञात हो कि SBMCH ब्लड बैंक में O negative खून उपलब्ध नहीं था। संज्ञान लेते हुए PVM द्वारा तत्काल रक्तदात्री सिफ्ती मैम जिनका ब्लड ग्रुप O negative है उनसे टेलीफोनिक संपर्क किया गया। उस ओर से तत्काल मैम ने रक्तदान हेतु सहमति जताते हुए 1:30 PM का समय दे दीं कि आ जाऊंगी। ससमय मैम अपनी बेटी के साथ ब्लड बैंक पहुंची और रक्तदान कर इंसानियत का सटीक परिचय दीं। आज सिफ्ती मैम का पांचवा रक्तदान संपन्न हुआ। रक्तदान के पश्चात मैम को #VideoCall के द्वारा अबू सूफियान से परिचय करवाया गया। इन्होंने बच्चे को शुभकामनाएं दी। इस नेक काम के लिए SBMCH ब्लड बैंक द्वारा इन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। PVM BLOOD DONORS CLUB की ओर से सिफ्ती मैम के जज्बे को दिल की गहराईयों से SALUTE एवं अनंत शुभकामनाएं। 👏👏👏 PVM ऐसी रक्तदात्रि के द्वारा रक्तदान करवाकर गौरांवित हुआ। इनसे अन्य महिलाओं एवं युवतियों को जरूर सबक लेनी चाहिए कि रक्तदान से किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है बल्कि यह पुनित कार्य के रूप में देखा जाता है एवं किसी मासूम थैलेसिमिया पीड़ित बच्चे को नया जीवन मिलता है। इस पुनित कार्य में मंच के उपाध्यक्ष Sudhir Thakur एवं उप सचिव Inzmamul Haque Bharti ने अपनी उपस्तिथि ब्लड बैंक में दर्ज कराई जो सराहनीय है। #DonateBloodSaveLife #DonateBloodHumanityWillSaluteYou #blooddonation #BeALifeSaver #pvmblooddonorsclub #hazaribagh #jharkhand5
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- छत्तीसगढ़ मै 2 औरत पैसे निकाले 50 हजार ओर उसी वक्त चोर आया spray मारकर भाग गया,1
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