हजरत अली ने दिया हक, सच्चाई और इंसाफ के रास्ते चलने का पैगाम। खुरासन रोड। आजमगढ़ जिले के फूलपुर तहसील क्षेत्र के डिघिया गांव स्थिति इमाम बारगाह में शनिवार को आयोजित मजलिस को खिताब करते हुए सुल्तानपुर से आए मौलाना उरूज हैदर खान ने शिया मुसलमानों के पहले इमाम हजरत अली की फजीलत (विशेषता) और महानता के मंजर को विस्तार से बयां किया। उन्होंने कहा कि हजरत अली उस वक्त इस्लाम की मदद के लिए आगे आए जब कोई भी इस्लाम का हमदर्द नहीं था। उन्होंने इस्लाम धर्म को आम लोगों तक पहुंचाया। वे पूरी जिंदगी नेकी, भलाई, सच्चाई, इंसाफ के रास्ते पर चले और लोगों को चलने की नसीहत दी। उनकी इसी सेवाभाव को देखते हुए पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने उन्हें वली अर्थात अपना उत्तराधिकारी मुकर्रर किया। हजरत अली को एक महान योद्धा और सेनापति के रूप में जानते है। उन्होंने कई लड़ाइयों में मुसलमानों की तरफ से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। वे ज्ञान का भंडार व कुरान और हदीस के ज्ञाता थे इस्लामी कानून के बारे में उनकी गहरी समझ थी। हजरत अली न्याय के लिए जाने जाते थे। वे हमेशा गरीबों और कमजोरों के साथ खड़े रहते थे और किसी भी प्रकार के अन्याय का हमेशा विरोध करते थे। मौलाना ने कहा कि हजरत अली का व्यक्तित्व आज भी मुसलमानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मौलाना ने जब जनाबे फातिमा का मसायब सुनाया तो सभी की आंखे नम हो गई। मजलिस से पूर्व शायर शहंशाह आज़मी और अमन आज़मी ने मौला की बारगाह में नजराने अकीदत पेश किया। कुरआन पाक की तिलावत जफर खान ने किया। निजामत मीर रजा आज़मी ने किया। आयोजक इमामे जुमा चमावा मौलाना वसी मोहम्मद खां ने सभी को शुक्रिया कहा।
हजरत अली ने दिया हक, सच्चाई और इंसाफ के रास्ते चलने का पैगाम। खुरासन रोड। आजमगढ़ जिले के फूलपुर तहसील क्षेत्र के डिघिया गांव स्थिति इमाम बारगाह में शनिवार को आयोजित मजलिस को खिताब करते हुए सुल्तानपुर से आए मौलाना उरूज हैदर खान ने शिया मुसलमानों के पहले इमाम हजरत अली की फजीलत (विशेषता) और महानता के मंजर को विस्तार से बयां किया। उन्होंने कहा कि हजरत अली उस वक्त इस्लाम की मदद के लिए आगे आए जब कोई भी इस्लाम का हमदर्द नहीं था। उन्होंने इस्लाम धर्म को आम लोगों तक पहुंचाया। वे पूरी जिंदगी नेकी, भलाई, सच्चाई, इंसाफ के रास्ते पर चले और लोगों को चलने की नसीहत दी। उनकी इसी सेवाभाव को देखते हुए पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने उन्हें वली अर्थात अपना उत्तराधिकारी मुकर्रर किया। हजरत अली को एक महान योद्धा और सेनापति के रूप में जानते है।
उन्होंने कई लड़ाइयों में मुसलमानों की तरफ से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। वे ज्ञान का भंडार व कुरान और हदीस के ज्ञाता थे इस्लामी कानून के बारे में उनकी गहरी समझ थी। हजरत अली न्याय के लिए जाने जाते थे। वे हमेशा गरीबों और कमजोरों के साथ खड़े रहते थे और किसी भी प्रकार के अन्याय का हमेशा विरोध करते थे। मौलाना ने कहा कि हजरत अली का व्यक्तित्व आज भी मुसलमानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मौलाना ने जब जनाबे फातिमा का मसायब सुनाया तो सभी की आंखे नम हो गई। मजलिस से पूर्व शायर शहंशाह आज़मी और अमन आज़मी ने मौला की बारगाह में नजराने अकीदत पेश किया। कुरआन पाक की तिलावत जफर खान ने किया। निजामत मीर रजा आज़मी ने किया। आयोजक इमामे जुमा चमावा मौलाना वसी मोहम्मद खां ने सभी को शुक्रिया कहा।
- *उत्तराखंड-ऋषिकेश–हरिद्वार मार्ग हादसा* मंशा देवी फाटक के पास बीती रात एक्सयूवी 500 कार सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए और छत तक उखड़ गई। दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो ऋषिकेश के निवासी बताए जा रहे हैं, जबकि दो की पहचान अभी नहीं हो सकी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कार की रफ्तार तेज थी और अचानक सामने जानवर आ जाने से यह हादसा हुआ।1
- विचलित कर देने वाली है वीडियो , देखें हकीकत वाराणसी से मुंबई जाने वाली ट्रेन पर जनता किस प्रकार जूझ रही है #suyashkumarmishra #suyashmishra #viral #video #reels #varanasi #mumbai #bambai #indian #Faceboook #india #railway #NarendraModi #pmo #PMOIndia a1
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- प्रयागराज 17 दिसंबर वार्ड नं 42 गंगानगर राजापुर सुबह 8 बजे नगर-निगम सफाई कर्मचारी आए और कूड़ा कचरा उठाकर रफू चक्कर हो गए। पत्रकार बंदुओ एवं शोसल मिडिया को धन्यवाद,1
- *थाना मऊआइमा क्षेत्रान्तर्गत कंचनपुर मोड़ स्थित सोरांव हाईवे के पास 01 हिस्ट्रीशीटर की गोली लगने से ईलाज के दौरान हुई मृत्यु के सम्बंध मे आज दिनांक-17.12.2025 को पुलिस उपायुक्त गंगानगर द्वारा दी गयी बाईट-*1
- *शामली* जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। फारुख ने अपनी पत्नी और दो बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद तीनों शवों को शौचालय के टैंक में दबाकर ऊपर पक्का फर्श बनवा दिया गया। बताया जा रहा है कि पत्नी के बिना बुर्का पहने घर से बाहर जाने पर फारुख खफा था। इसी बात को लेकर उसने पत्नी और दोनों बेटियों की हत्या कर ट्रिपल मर्डर को अंजाम दिया।1