Shuru
Apke Nagar Ki App…
Sisirit rohtas nokha kand
RAO SAHAB
Sisirit rohtas nokha kand
More news from Arwal and nearby areas
- तेज़ हवा में टूटी पेड़ की डाल, साइकिल सवार घायल शहर में साइकिल चला रहे एक व्यक्ति पर अचानक पेड़ की डाल टूटकर गिर गई, जिससे वह घायल हो गया। नगर प्रशासन के अनुसार तेज़ हवाओं की वजह से डाल टूटने की घटना हुई। घायल व्यक्ति को इलाज के बाद खतरे से बाहर बताया जा रहा है।1
- हसपूरा में सीपीआई 100वीं स्थापना दिवस मनाया1
- बिहार के स्कूल में टीचर और रसोइया कर्मी के बीच जबरदस्त झोंटा झोंटी, क्या हो गया है हमारे देश को??1
- Post by Suno India Digital1
- Post by Al hikma pharmacy1
- घर के बाहर धूप सेंक रहे बुजुर्ग पर पलटा गिट्टी से भरा डंपर... उठने से पहले ही दबे, मौके पर मौत, Video ग्वालियर के बहोड़ापुर क्षेत्र में दर्दनाक हादसा हो गया. यहां घर के बाहर बैठकर धूप सेंक रहे 90 साल के बुजुर्ग पर अचानक गिट्टी से भरा डंपर पलट गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. हादसा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि सड़क पर खोदे गए गड्ढों को ठीक से न भरने की वजह से डंपर असंतुलित होकर पलटा1
- ज्ञान ज्योति आवासीय ़विद्यालय का 20वां वार्षिकोत्सव सह पुरस्कार वितरण समारोह सोल्लास सम्पन्न हुआ। समारोह का विधिवत उद्घाटन अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। विदित हो कि हेल्थ एण्ड एजुकेशनल सोसायटी द्वारा सन् 2005 में स्थापित ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय अपने स्थापना काल से ही अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने वाला भोजपुर जिला का पहला विद्यालय है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्वरूप पधारे सी.बी.आई. के पूर्व निदेशक श्री अनिल कुमार सिन्हा, भा.पु.से. ने अपने बाल्यावस्था की पुरानी यादें स्मरण करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों की प्रतिभा निखरती है। श्री सिन्हा ने अभिभावकों से अपील किया कि वर्तमान के इन्टरनेट युग में अपने बच्चाों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ-साथ सबसे जरूरी है कि अभिभावक स्वयं अच्छा बनें, नारियों का सम्मान करें। उनका तात्पर्य था कि जैसा अभिभावक बात करेंगे, जैसे भाषा बोलेंगे, जैसा करेंगे, बच्चे भी वैसा ही सिखते हैं। साथ ही कहा कि आरा कला एवं संस्कृति की विरासत रहा है। भोजपुरी भाषा भी शान की बात है और भाषा का सम्मान अपनी मां, अपने देश के समान करना चाहिए। ज्ञान ज्योति के इस भव्य कार्यक्रम से प्रेरित होकर श्री सिन्हा ने अपने पिता के नाम पर डॉ. रमण एकाडमिक, कल्चरल एवं स्पोर्ट्स एवार्ड प्रति वर्ष विद्यालय में सम्मिलित करने की घोषणा की। विशिष्ट अतिथि स्वरूप पधारे एस.टी.एफ. एस.पी. श्री संजय कुमार सिंह, भा.पु.से. ने विद्यालय द्वारा आयोजित देश भक्ति से ओत-प्रोत इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अभिभावकों से अपील किया कि उनके बच्चे बहुत कम समय के लिए विद्यालय आते हैं, जहां विद्यालय केवल उनके मार्गदर्शक के रूप में काम करता है और वे अधिक समय अपने परिवार के साथ ही रहते हैं । अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधयों पर 24 घंटे नजर रखनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि बच्चे की परवरिश हमें प्रकृति से सीखना चाहिए। जैसे एक बीज अपने जीवन के विभिन्न पड़ावों को पार करते हुए विशाल वृक्ष बनता है। आचार्यकुल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कुलपति आचार्य डॉ. धर्मेन्द्र तिवारी ने विद्यालय के निदेशक डॉ. आदित्य बिजय जैन और प्राचार्य डॉ. सीपी जैन को राष्ट्रीय आचार्यकुल की ओर से सारस्वत कर्मयोगी सम्मान 2025 प्रदान कर सम्मानित किया। विद्यालय के 20 वर्षों के सफर पर आयोजित कार्यक्रम का थीम ‘सफर-20’ में विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा अनेक मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें मुख्य रूप से बचपन डांस, नन्हे मुन्नों द्वारा भारत को क्रिकेट विश्व विजेता बनाने का दृश्य, छात्राओं द्वारा नारी शक्ति, अर्धनारिश्वर, हिप-हॉप डान्स के साथ ही बिहार की विशेषता बताने वाले नाटक-नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया। प्राचार्या डॉ. सीपी जैन ने अपने सम्बोधन में बच्चों, अभिभावकों एवं अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए सदैव उनके सहयोग की अपेक्षा की। इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्वरूप महापौर श्रीमती इन्दु देवी, पुलिस अधीक्षक श्री राज के साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों में डॉ. प्रदीप जैन, श्रीमती हिमानी, डॉ. कुमार जितेन्द्र, वीणा जैन, साकेत जैन, ई. धीरेन्द्र सिंह, भाई ब्रह्मेश्वर, रेशु जैन, प्राची जैन, करनल राणा प्रताप, राजेन्द्र परिहार, डी. राजन, अजित राय, सुनील राय, अजय कृष्ण अग्रवाल, डॉ. विजय गुप्ता, डॉ. सविता रूंगटा, डॉ. राखि अग्रवाल, दुर्गा राज, मंटु शर्मा, हेमन्त अग्रवाल, रवि अग्रवाल, आलोक कुमार आदि ने भाग लिया। ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय परिवार के चतुरानन ओझा, तबस्सुम बानो, अरिहन्त बिजय, नेहा ओझा, सिद्ध बिजय, जिनवाणी जैन, आशुतोष दीक्षित, दीपक उपाध्याय, दीक्षा, स्नीग्धा, कविता, अनुष्का, प्राची, अमित, राकेश पाठक, गुड़िया, रेशमी आदि का सहयोग सराहनीय रहा। धन्यवाद ज्ञापन निदेशक डॉ. आदित्य बिजय जैन ने किया।1
- Post by Al hikma pharmacy1