यूपीएससी 2025 में ऑल इंडिया 16 वीं रैंक लाकर बाराबंकी का नाम किया रोशन संघर्ष, मेहनत और लगन से हासिल किया मुकाम, बेटियों के लिए दर्शिता बनी प्रेरणा त्रिवेदीगंज, बाराबंकी|होनहार वीरवान के होत चिकने पात की उक्ति अब जनपद बाराबंकी की बेटी दर्शिता बाजपेयी की सफलता की कहानी बयां करती है। यूपीएससी द्वारा घोषित भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा 2025 के परिणाम में दर्शिता ने ऑल इंडिया 16वीं रैंक हासिल कर जिले, तहसील और गांव का नाम रोशन किया है। वर्तमान मे लखनऊ के मोती नगर में रह रही तहसील हैदरगढ़ की गौरवा उसमानपुर ग्राम पंचायत के तिलोकपुर गांव की मूल निवासी दर्शिता बाजपेयी साधारण परिवार से निकलकर राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में सफलता की मिसाल बनी हैं। मंगलवार को जैसे ही परिणाम घोषित हुआ, घर से लेकर गांव तक जश्न का माहौल बन गया। मिठाइयाँ बँटीं, बधाइयाँ दी गईं और हर कोई गर्व से कहने लगा “यह हमारी बेटी है|” दर्शिता ने पूरी शिक्षा लखनऊ में ही की है| नवयुग रेडियंस से 12 वीं व नवयुग कन्या महाविद्यालय से बी एस सी तक की पढ़ाई की| उसके बाद लखनऊ विश्वविद्यालय से एम.एस सी. सांख्यिकीय के साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी करती रहीं। इस दौरान उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे और दो बार साछात्कार तक पहुँचने के बाद भी चयन नहीं हुआ| लेकिन दर्शिता ने कभी हार नहीं मानी। दर्शिता की सफलता के पीछे परिवार की प्रेरणा भी अहम रही। पिता सुशील बाजपेयी व माँ हीरा बाजपेयी तथा भाई अदव्य अधिवक्ता हैं| परिवार का माहौल हमेशा शिक्षा और अनुशासन को प्राथमिकता देने वाला रहा,जिसने दर्शिता को इस मुकाम तक पहुँचाया। कहती हैं, “मुझे विश्वास था कि अगर मेहनत और लगन से पढ़ाई की जाए तो सफलता निश्चित है। बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं, बस उन्हें अवसर और आत्मविश्वास चाहिए।”उनकी इस सफलता से पूरे क्षेत्र में बेटियों को शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की दिशा में प्रोत्साहन मिलेगा। बतौर सैनिक देश की सेवा में इस तिलोकपुर के बाजपेयी परिवार के माखन बाजपेयी, बटेश्वर बाजपेयी, तथा दर्शिता के बाबा देवी प्रसाद बाजपेयी ने अपनी सेवाएं दी हैं| तिलोकपुर में दर्शिता के परिवारी पत्रकार व कवि सुनील वाजपेयी शिवम्,भाजपा नेता श्यामू बाजपेयी आदि को घर पहुंचकर व दूरभाष पर लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा है। गांव के लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इसे अपनी सामूहिक उपलब्धि मान रहे हैं। दर्शिता अब न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे बाराबंकी जिले की नई प्रेरणा बन गई है।
यूपीएससी 2025 में ऑल इंडिया 16 वीं रैंक लाकर बाराबंकी का नाम किया रोशन संघर्ष, मेहनत और लगन से हासिल किया मुकाम, बेटियों के लिए दर्शिता बनी प्रेरणा त्रिवेदीगंज, बाराबंकी|होनहार वीरवान के होत चिकने पात की उक्ति अब जनपद बाराबंकी की बेटी दर्शिता बाजपेयी की सफलता की कहानी बयां करती है। यूपीएससी द्वारा घोषित भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा 2025 के परिणाम में दर्शिता ने ऑल इंडिया 16वीं रैंक हासिल कर जिले, तहसील और गांव का नाम रोशन किया है। वर्तमान मे लखनऊ के मोती नगर में रह रही तहसील हैदरगढ़ की गौरवा उसमानपुर ग्राम पंचायत के तिलोकपुर गांव की मूल निवासी दर्शिता बाजपेयी साधारण परिवार से निकलकर राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में सफलता की मिसाल बनी हैं। मंगलवार को जैसे ही परिणाम घोषित हुआ, घर से लेकर गांव तक जश्न का माहौल बन गया। मिठाइयाँ बँटीं, बधाइयाँ दी गईं और हर कोई गर्व से कहने लगा “यह हमारी बेटी है|” दर्शिता ने पूरी शिक्षा लखनऊ में ही की है| नवयुग रेडियंस से 12 वीं व नवयुग कन्या महाविद्यालय से बी एस सी तक की पढ़ाई की| उसके बाद लखनऊ विश्वविद्यालय से एम.एस सी. सांख्यिकीय के साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी करती रहीं। इस दौरान उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे और दो बार साछात्कार तक पहुँचने के बाद भी चयन नहीं हुआ| लेकिन दर्शिता ने कभी हार नहीं मानी। दर्शिता की सफलता के पीछे परिवार की प्रेरणा भी अहम रही। पिता सुशील बाजपेयी व माँ हीरा बाजपेयी तथा भाई अदव्य अधिवक्ता हैं| परिवार का माहौल हमेशा शिक्षा और अनुशासन को प्राथमिकता देने वाला रहा,जिसने दर्शिता को इस मुकाम तक पहुँचाया। कहती हैं, “मुझे विश्वास था कि अगर मेहनत और लगन से पढ़ाई की जाए तो सफलता निश्चित है। बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं, बस उन्हें अवसर और आत्मविश्वास चाहिए।”उनकी इस सफलता से पूरे क्षेत्र में बेटियों को शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की दिशा में प्रोत्साहन मिलेगा। बतौर सैनिक देश की सेवा में इस तिलोकपुर के बाजपेयी परिवार के माखन बाजपेयी, बटेश्वर बाजपेयी, तथा दर्शिता के बाबा देवी प्रसाद बाजपेयी ने अपनी सेवाएं दी हैं| तिलोकपुर में दर्शिता के परिवारी पत्रकार व कवि सुनील वाजपेयी शिवम्,भाजपा नेता श्यामू बाजपेयी आदि को घर पहुंचकर व दूरभाष पर लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा है। गांव के लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इसे अपनी सामूहिक उपलब्धि मान रहे हैं। दर्शिता अब न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे बाराबंकी जिले की नई प्रेरणा बन गई है।
- Post by स्वतंत्र प्रयाग न्यूज़ 241
- मनरेगा ऐसा क्रांतिकारी कदम था, जिसका फायदा करोड़ों ग्रामीण व गरीब परिवारों को मिला। इसने लोगों को रोजगार का कानूनी हक़ दिया और ग्राम पंचायतों को ताकत मिली। लेकिन मोदी सरकार ने मनरेगा पर बुलडोजर चला दिया है। न सिर्फ महात्मा गांधी का नाम हटाया, बल्कि मनरेगा का स्वरूप मनमाने ढंग से बदल दिया। मोदी सरकार ने इस कानून को कमजोर करके देश के करोड़ों किसानों, श्रमिकों और गरीबों के हितों पर हमला किया है। 20 साल पहले अपने गरीब भाई-बहनों को रोजगार का अधिकार दिलवाने के लिए मैं भी लड़ी थी, आज भी इस काले कानून के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं। जय हिंद 🇮🇳 -श्रीमती सोनिया गांधी जी, CPP चेयरपर्सन4
- छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर को केरल में भीड़ ने 17 दिसंबर को बांग्लादेशी समझकर पीट-पीटकर मार डाला। भीड़ तब तक मजदूर को पीटती रही, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। उसके शरीर का शायद ही कोई ऐसा हिस्सा था, जिस पर चोट के निशान न हों। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में 80 से ज्यादा चोटों का पता चला है। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान रामनारायण बघेल (31) के रूप में हुई है, जो सक्ती जिले के करही गांव का रहने वाला था। वह एक हफ्तेभर पहले काम के लिए केरल के पलक्कड़ जिले गया था। हमले का एक वीडियो भी सामने आया है। वारदात पलक्कड़ जिले के वालैयार पुलिस स्टेशन इलाके में हुई।1
- Post by Prabhu Saran1
- आज अपने वार्ड में अलावा की व्यवस्था किया और अपने मित्रों के साथ रहना हुआ।1
- ✍🏻..पलिया खीरी... अवैध खनन का विरोध करने पर सिख समाज की पगड़ी उछाली गई अवैध खनन माफियों द्वारा कई सारे टैक्टर ट्राली व जेसीबी से किया जा रहा था अवैध खनन। माननीय के इशारे पर प्रकरण को लीपापोती करने में लगा शासन प्रशासन अवैध खनन करने वालों के ट्रैक्टर ट्राली व जेसीबी अभी तक नहीं की गई सीज। थाना पलिया जिला खीरी का पुलिस प्रशासन मौन।1
- *रायबरेली जमीनी विवाद के चलते दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट दोनों पक्षों में जमकर चलें ईंट पत्थर मारपीट में महिलाओं समेत दो लोग हुए घायल, मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में हुआ वायरल, वायरल वीडियो एक सप्ताह पुराना बताया जा रहा है जगतपुर थाना क्षेत्र के उड़वा गांव की घटना*1
- ब्रेकिंग *निर्मला अस्पताल पर लगे आरोपों को बताया निराधार, प्रबंधन ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस* अयोध्या निर्मला हॉस्पिटल एंड मैटरनिटी सेंटर प्रबंधन ने अस्पताल पर लगाए गए गंभीर आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा अस्पताल की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से झूठे आरोप लगाए गए हैं अस्पताल में डायलिसिस और आईसीयू जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिसके चलते गंभीर मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर इलाज दिया जाता है। हाल ही में एक महिला मरीज की मृत्यु को लेकर अस्पताल पर ओवरडोज इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया गया, जिसे प्रबंधन ने सिरे से खारिज किया है अस्पताल प्रशासन के अनुसार महिला मरीज को सुबह आठ बजे इंजेक्शन लगाया गया था और शाम चार बजे तक उसकी स्थिति सामान्य रही, इसके बाद उसे लखनऊ के एक अस्पताल में रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हुई। प्रबंधन का कहना है कि यदि इंजेक्शन का ओवरडोज होता तो उसका रिएक्शन तत्काल सामने आ जाता डॉक्टर बाणोधा ने कहा कि कि 16 दिसंबर की रात करीब तीन बजे मृत महिला के परिजनों और कुछ अन्य लोगों ने अस्पताल परिसर में घुसकर तोड़फोड़ की, स्टाफ के साथ मारपीट की और अस्पताल निदेशक को जान से मारने की धमकी दी। इस पूरे घटनाक्रम की रिकॉर्डिंग अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि हंगामे की सूचना तत्काल 112 नंबर और स्थानीय पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वीडियोग्राफी कराई गई। प्रबंधन का आरोप है कि दबाव बनाकर स्टाफ से झूठे आरोप लिखवाने का प्रयास भी किया गया अंत में अस्पताल प्रशासन ने कहा कि इस तरह के बेबुनियाद आरोपों से न केवल डॉक्टरों और निजी अस्पतालों की छवि खराब होती है, बल्कि गंभीर मरीजों के इलाज पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। प्रबंधन ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।3
- मया प्रथम की सम्मानित जनता जनार्दन को प्रणाम।1