ज्योतिष प्रकाश की जरुरत है अब जरुरत हैं - पिता - माता - बड़े भाई और अंततः श्री मति से भी अन-बन । पत्नि से अन-बन तभी होता है जब आप अकेले पड़ जाते हैं - सूर्य - चन्द्र और मंगल प्रतिकुल होने पर जीवन की बगियां सुख-,मय नहीं होता - अभाव सा बना रहता है ? यह सुख- दुख पीछे से चला आ रहा है - कहना अतिश्योक्ति नहीं यह है जैनेटिक। पुत्र पिता का रुपांतरण वा दूसरा जन्म पुत्र स्वरुप में,। पिता जो जो हरकतें किया होगा - वह पुत्र रुप में भी करेगा - गुण की न्यूनता अधिकता हो सकती है । वैश्विक धरा पर भारतीय ज्योतिष प्रकाश का अपना अलग हि संविधान हैं जो पुरुषार्थ सिध्दि करा देता है - यह तब होगा जब आप प्रकाश को दैनिक जीवन में देखना प्रारंभ करें - चूंकि ज्योतिष के नाम पर बस इतना जानते हैं - कि ग्रह है और समय समय अनुकूल व प्रतिकुल हुआ करते हैं - इस दोनों के बीच जब ग्रह प्रतिकुल अपनी माया में जकड़ते है तब ज्योतिष यानि जन्मकुंडली याद आती है - उसके बाद फिर नहीं । जब कि हमारे पक्ष में सूर्य - चंद्र और मंगल सापेक्ष जब तक शरीर में उनका सम्मान - पिता से नहीं बनती तो समझ लिजिए* दादा से हमारे पिता का नहीं बनता रहा - यही क्रम सृष्टि में है - यह टूटता है चौथे पीढ़ी - जो बदलाव लाता है । उसमें पूर्व के जैनेटिक तत्व का अभाव हो जाता है ।।। भारतीय ज्योतिष में - भाग्यशाली - पुरुषार्थी - योध्या ,- और विद्वान हुआ करते थे - आज क्यों नहीं - अनेकों विसंगतियों के बीच युवा - आत्मबल के अभाव में है - सूर्य बनाम सरकार का सहयोग अनेकों प्रयास के बाद भी नहीं।।।। सूर्य का बल नहीं मिल रहा है - सूर्य उदय के बाद शय्या का त्याग करते होंगे । सूर्य से संबंधित समस्त वस्तुएं - समाज - प्रमोशन - नेतृत्व आदि सभी प्रतिकुल होंगे --- पढ़ाई में आलस्य ।
ज्योतिष प्रकाश की जरुरत है अब जरुरत हैं - पिता - माता - बड़े भाई और अंततः श्री मति से भी अन-बन । पत्नि से अन-बन तभी होता है जब आप अकेले पड़ जाते हैं - सूर्य - चन्द्र और मंगल प्रतिकुल होने पर जीवन की बगियां सुख-,मय नहीं होता - अभाव सा बना रहता है ? यह सुख- दुख पीछे से चला आ रहा है - कहना अतिश्योक्ति नहीं यह है जैनेटिक। पुत्र पिता का रुपांतरण वा दूसरा जन्म पुत्र स्वरुप में,। पिता जो जो हरकतें किया होगा - वह पुत्र रुप में भी करेगा - गुण की न्यूनता अधिकता हो सकती है । वैश्विक धरा पर भारतीय ज्योतिष प्रकाश का अपना अलग हि संविधान हैं जो पुरुषार्थ सिध्दि करा देता है - यह तब होगा जब आप प्रकाश को दैनिक जीवन में देखना प्रारंभ करें - चूंकि ज्योतिष के नाम पर बस इतना जानते हैं - कि ग्रह है और समय समय अनुकूल व प्रतिकुल हुआ करते हैं - इस दोनों के बीच जब ग्रह प्रतिकुल अपनी माया में जकड़ते है तब ज्योतिष यानि जन्मकुंडली याद आती है - उसके बाद फिर नहीं । जब कि हमारे पक्ष में सूर्य - चंद्र और मंगल सापेक्ष जब तक शरीर में उनका सम्मान - पिता से नहीं बनती तो समझ लिजिए* दादा से हमारे पिता का नहीं बनता रहा - यही क्रम सृष्टि में है - यह टूटता है चौथे पीढ़ी - जो बदलाव लाता है । उसमें पूर्व के जैनेटिक तत्व का अभाव हो जाता है ।।। भारतीय ज्योतिष में - भाग्यशाली - पुरुषार्थी - योध्या ,- और विद्वान हुआ करते थे - आज क्यों नहीं - अनेकों विसंगतियों के बीच युवा - आत्मबल के अभाव में है - सूर्य बनाम सरकार का सहयोग अनेकों प्रयास के बाद भी नहीं।।।। सूर्य का बल नहीं मिल रहा है - सूर्य उदय के बाद शय्या का त्याग करते होंगे । सूर्य से संबंधित समस्त वस्तुएं - समाज - प्रमोशन - नेतृत्व आदि सभी प्रतिकुल होंगे --- पढ़ाई में आलस्य ।
- #chandauli मुगलसराय: रमज़ान की तैयारियों में बाज़ार गुलज़ार, सेहरी और तरावीह के सामान की बढ़ी मांग1
- *माफिया अतीक की मौत के बाद अब टूटा कुदरत का कहर----* प्रयागराज में अतीत अहमद के बंद पड़े ऑफिस में लगी आग1
- भैयालोगन आज बिरहा जगत के सुपर डुपर कलाकार भैया ओमप्रकाश दीवाना जी क स्वागत क़यल गयल 🙏🙏🙏1
- चंदौली मुगलसराय में सिक्स लेन रोड नहीं बनी तो अधिवक्ता भी उतरेंगे सड़कों पर संतोष कुमार पाठक एडवोकेट1
- ADMISSION OPEN 📃 BRILLIANT PUBLIC SCHOOL - BEST CBSE SCHOOL NEAR ME - BRILLIANT COACHING MUGHALSARAI, VARANASI, CHANDAULI, JHARKHAND, BIHAR, AGRA, BAUXAR, SASARAM, JAUNPUR, AZAMGARH, GAYA HOSTEL FACILITY AVAILABLE CHECK OUT OUR YOUTUBE CHANNEL: DJ CLASSES 82997456621
- 🚨मुगलसराय में बन रहा 4लेन सड़क और पहले 4लेन सड़क में क्या अंतर ||मुगलसराय में चौड़ीकरण केवल दिखावा‼️1
- पूजा रानी बंगाली का बिरहा मुगलसराय में #puja bangalin1
- वाराणसी चाँदपुर से रोड कोरोता चौड़ी किया1