बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों के आरोप, अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर कथित अत्याचार और हमलों को लेकर एक बार फिर चिंता गहराती जा रही है। विभिन्न मानवाधिकार संगठनों और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बीते कुछ समय से देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदू समुदाय के घरों, मंदिरों और संपत्तियों को निशाना बनाए जाने के आरोप सामने आए हैं। रिपोर्टों के मुताबिक, कुछ इलाकों में धार्मिक आयोजनों के दौरान तनाव की स्थिति बनी, जिसके बाद हिंसा, तोड़फोड़ और डराने-धमकाने की घटनाएं होने का दावा किया गया। प्रभावित परिवारों का कहना है कि वे असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं और कई लोग पलायन पर भी विचार कर रहे हैं। मानवाधिकार संगठनों ने इन घटनाओं को गंभीर बताते हुए बांग्लादेश सरकार से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, बांग्लादेश सरकार का कहना है कि वह सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और जहां भी कानून-व्यवस्था भंग हुई है, वहां कार्रवाई की जा रही है। भारत सहित कई देशों में इन घटनाओं को लेकर चिंता जताई गई है और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वाली किसी भी घटना से पूरे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ सकती है। फिलहाल, सच्चाई तक पहुंचने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग तेज हो रही है, ताकि दोषियों को सजा मिले और बांग्लादेश में सभी समुदायों के बीच विश्वास बहाल हो सके।
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों के आरोप, अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर कथित अत्याचार और हमलों को लेकर एक बार फिर चिंता गहराती जा रही है। विभिन्न मानवाधिकार संगठनों और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बीते कुछ समय से देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदू समुदाय के घरों, मंदिरों और संपत्तियों को निशाना बनाए जाने के आरोप सामने आए हैं। रिपोर्टों के मुताबिक, कुछ इलाकों में धार्मिक आयोजनों के दौरान तनाव की स्थिति बनी, जिसके बाद हिंसा, तोड़फोड़ और डराने-धमकाने की घटनाएं होने का दावा किया गया। प्रभावित परिवारों का कहना है कि वे असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं और कई लोग पलायन पर भी विचार कर रहे हैं। मानवाधिकार संगठनों ने इन घटनाओं को गंभीर बताते हुए बांग्लादेश सरकार से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, बांग्लादेश सरकार का कहना है कि वह सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और जहां भी कानून-व्यवस्था भंग हुई है, वहां कार्रवाई की जा रही है। भारत सहित कई देशों में इन घटनाओं को लेकर चिंता जताई गई है और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वाली किसी भी घटना से पूरे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ सकती है। फिलहाल, सच्चाई तक पहुंचने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग तेज हो रही है, ताकि दोषियों को सजा मिले और बांग्लादेश में सभी समुदायों के बीच विश्वास बहाल हो सके।
- Son of ChhattisgarhRajnandgaon, Chhattisgarhजल्लाद हरामी लोगों को फांसी की सजा होनी चाहिए44 min ago
- Bablu Khanसोहावल, अयोध्या, उत्तर प्रदेशबांग्लादेश के कट्टर मुस्लिम निर्दोष बांग्लादेशी हिंदू भाइयों को नाजायज तरीके से मारपीट कर भारत का गुस्सा बढ़ा रहे हैं बांग्लादेशियों को तुरंत सुधार जाना चाहिए वरना भारत बांग्लादेश को सुधारने में टाइम नहीं लगाएगा46 min ago
- User9442Bihar😂3 hrs ago
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- Post by Suno India Digital1
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- Post by Bihar News 241
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- संत रामपाल जी महाराज जी की रहमत सुनी दुखियों की पुकार। तपा मंडी पंजाब में संत रामपाल जी महाराज द्वारा एक बेसहारा परिवार की निरंतर मदद की जा रही है। भारी बारिश के कारण घर की छत गिरने से संकट में फंसी एक महिला और उसकी तीन बेटियों (जिन्हें पति ने 12 साल पहले छोड़ दिया था) को "अन्नपूर्णा" मिशन के तहत राशन, कपड़े, जूते और पढ़ाई की सामग्री बार-बार उपलब्ध कराई जा रही है। देखें Annapurna Muhim YouTube Channel #अन्नपूर्णा_मुहिम_बनी_वरदान #Haryana #flood #floodrelief #flooding #farmer #india #sanatandharma #AnnapurnaMuhimSantRampalJi #kalyug #satyug #goldenage #help #humanity #Kindness #AnnapurnaMuhim #heaven #SantRampalJiMaharaj ✰वह कौनसा मंत्र है जिसके जाप मात्र से हमारे सभी पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं?✰ अवश्य पढ़ें पवित्र सद्ग्रंथों पर आधारित संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक *ज्ञान गंगा*। निःशुल्क पुस्तक प्राप्त करने हेतु अपना नाम, पूरा पता, और मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप करें : +91 74968018251