*ओशो फेस्टिवल ओर ध्यान शिविर,2024,दमोह का 25 दिसम्बर को दोपहर बाद समापन हो गया।* *ओशो फेस्टिवल ओर ध्यान शिविर दमोह में देश के कई राज्यों के संन्यासियों नें भाग लिया।* *इलाहाबाद कुंभ में जगह मिली तो ओशों अखाड़ा लगने की संभावना।* *कुंभ में ओशों शिविर लगता है तो सहयोग के साथ ले सभी ओशो संन्यासी भाग।* "तुम जैसे ही भीतर मुड़े संसार गया। ध्यान का अर्थ है.................. अपने भीतर ठहर जाना। करो कुछ भी ठहरे रहो भीतर चलने दो झंझावात।आधियां ओर तूफान बाहर। तुम भीतर मत कपों,निकम्प रहो वहां। तुम पाओगे शरीर मे रहते, तुम अशरीर हो गए।" ------------------------ओशो। दमोह में 25 दिसम्बर,2024 को 22 दिसम्बर से 24 ओर 25 दिसम्बर,2024 तक राधिका पैलेस रिसोर्ट दमोह के खुले ओर बन्द परिसर में बनाएं गये पांडाल में चल रहा 4 से 5 दिवसीय ओशो फेस्टिवल ओर ध्यान शिविर का आज संन्यास दीक्षा के बाद 25 दिसम्बर बुधवार को दोपहर 2.00 बजे बाद समापन हो गया।ओशो सन्यासी दमोह टीम ने चन्दू स्वामी जी के सानिध्य में शिविर की बहुत अच्छी व्यवस्था की,इसके लिए ओशो सन्यासी दमोह टीम के सभी संन्यासियों के आगंतुक संन्यासी सदा आभारी रहेगें।आशा है आगे भी ऐसे शिविर दमोह(मध्यप्रदेश) में आयोजित होते रहेगें।सभी ओशो शिविर के आयोजक,सहयोगियों को धन्यवाद,छबड़ा,छीपाबडौद,बारां कोटा राजस्थान से भी कई ओशों विचारक,फॉलोवर एवं दीक्षित ओशो संन्यासियों नें भाग लिया।छबड़ा-छीपाबडौद से स्वामी ध्यान गगन,अनिल कुमार जैन,सत्यप्रकाश शर्मा,ब्रजेश शर्मा आदि नें भी भाग लिया,दमोह में स्वामी आनन्द एकांत जी ने घोषणा की,की कुंभ में जगह मिली तो ओशो का ध्यान शिविर ओर अखाड़ा भी लग सकता है ? उन्होंने आवाहन किया कि कुंभ में अखाड़ा लगता है तो आप सभी संन्यासी अवश्य भाग लेवे,हम सब मिलकर आगंतुक सन्यासियों की आवास, अल्पाहार,भोजन एवं शिविर में ओशों महोत्सव एवं ध्यान शिविर की सारी व्यवस्था करेगें।
*ओशो फेस्टिवल ओर ध्यान शिविर,2024,दमोह का 25 दिसम्बर को दोपहर बाद समापन हो गया।* *ओशो फेस्टिवल ओर ध्यान शिविर दमोह में देश के कई राज्यों के संन्यासियों नें भाग लिया।* *इलाहाबाद कुंभ में जगह मिली तो ओशों अखाड़ा लगने की संभावना।* *कुंभ में ओशों शिविर लगता है तो सहयोग के साथ ले सभी ओशो संन्यासी भाग।* "तुम जैसे ही भीतर मुड़े संसार गया। ध्यान का अर्थ है.................. अपने भीतर ठहर जाना।
करो कुछ भी ठहरे रहो भीतर चलने दो झंझावात।आधियां ओर तूफान बाहर। तुम भीतर मत कपों,निकम्प रहो वहां। तुम पाओगे शरीर मे रहते, तुम अशरीर हो गए।" ------------------------ओशो। दमोह में 25 दिसम्बर,2024 को 22 दिसम्बर से 24 ओर 25 दिसम्बर,2024 तक राधिका पैलेस रिसोर्ट दमोह के खुले ओर बन्द परिसर में बनाएं गये पांडाल में चल रहा 4 से 5 दिवसीय ओशो फेस्टिवल ओर ध्यान शिविर का आज संन्यास दीक्षा के बाद 25 दिसम्बर बुधवार को
दोपहर 2.00 बजे बाद समापन हो गया।ओशो सन्यासी दमोह टीम ने चन्दू स्वामी जी के सानिध्य में शिविर की बहुत अच्छी व्यवस्था की,इसके लिए ओशो सन्यासी दमोह टीम के सभी संन्यासियों के आगंतुक संन्यासी सदा आभारी रहेगें।आशा है आगे भी ऐसे शिविर दमोह(मध्यप्रदेश) में आयोजित होते रहेगें।सभी ओशो शिविर के आयोजक,सहयोगियों को धन्यवाद,छबड़ा,छीपाबडौद,बारां कोटा राजस्थान से भी कई ओशों विचारक,फॉलोवर एवं दीक्षित ओशो संन्यासियों नें भाग लिया।छबड़ा-छीपाबडौद से स्वामी ध्यान गगन,अनिल
कुमार जैन,सत्यप्रकाश शर्मा,ब्रजेश शर्मा आदि नें भी भाग लिया,दमोह में स्वामी आनन्द एकांत जी ने घोषणा की,की कुंभ में जगह मिली तो ओशो का ध्यान शिविर ओर अखाड़ा भी लग सकता है ? उन्होंने आवाहन किया कि कुंभ में अखाड़ा लगता है तो आप सभी संन्यासी अवश्य भाग लेवे,हम सब मिलकर आगंतुक सन्यासियों की आवास, अल्पाहार,भोजन एवं शिविर में ओशों महोत्सव एवं ध्यान शिविर की सारी व्यवस्था करेगें।
- क्या हार में क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं। कर्तव्य पथ पर जो मिले यह भी सही, वह भी सही।।1
- Namaz ke fikar kro💯🥀🤲🏼 #guna #namaz #sabar #allhamdullilahforeverything❤️ #taklef #instagram #viral #mh #reelsinstagram #mafi #1
- Post by R R1
- KanaKaanumKaalangal3 ❤️💖1
- गुना मधुसूदनगढ़ परीक्षा केंद्र हाई स्कूल नसीरपुर में ओलंपियाड प्रतियोगिता परीक्षा संपन्न कराईं गई1
- ♥️♥️♥️1
- ☝️Altın Oran / Güzellik ve Evren Bazı okült yaklaşımlar, evrendeki düzenin ve güzelliğin altın oranla açıklandığını savunur Bu düşünceye göre, evrendeki büyük ve küçük tüm yapılar (galaksiler, gezegenlerin yörüngeleri, atom yapıları vb bu orana göre şekillenmiştir Altın oran, kozmik ahengin bir işareti olarak kabul edilir ve Yaratıcının yaratılıştaki düzeni, denge ve uyumu bu orana uyar Altın Oran / Güzellik ve Ezoterizm öğretilerinde altın oran, aynı zamanda içsel ve dışsal dünyaların uyumu ve birliği olarak da yorumlanır Altın Oran Güzellik ve Hermetik Gelenek öğretilerde, altın oran "makrokozmos" (evren) ile "mikrokozmos" (insan bedeni) arasındaki bağlantıyı simgeler Yaratanın gözünde, yaratılanda böyledir Kusurlu (bizim boyutumuzdaki anlayışla) veya kusursuz her yaratılan sistemin bir mikro parçası olması sebebiyle yaradılış güzelliğinin bütünlüğünü varlığı ile tamamlar Kötülük diye bi şey yok, senin az görebildiğin iyilik var" "Çirkinlik diye birşey yok, senin az görebildiğin güzellik var" Dolayısıyla varoluşta eksiklik yok, eksiklik senin bakış açında Bu altın oran veya güzellik konusunun mikro örneklerinden biri olan insandaki yıldız etkilerine bakalım; -Koç burcu -Fiziksel güzellik / 14°/ 29° -İkizler 16° Jüpiter / 22° Güneş -Aslan 15° -1 evdeki Ay -Terazi 8° -Boğa burcu estetiksel güzellik / 0° -Regulus -1 evdeki Lilth vs herkesin dönüp bir daha baktığı güzellik verebilir Bu yerleşimler kişisel haritalarınıza göre değil yıldız etkisine göredir Kişisel haritanızda bu yerleşimler olsa dahi çirkinde olabilirsiniz :) Kimbilir UNUTMAYIN;* Güzeli görmeye gelmedik, GÜZEL GÖRMEYE geldik bu hayata Sevgiyle1
- मध्य प्रदेश के गुना जिले से बड़ी खबर1
- Secularism at its peak🙇♂️🌟1