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।। HARDA।। काली रेत का खेल निर्माणधीन उपस्वस्थ केंद्र मगरधा क्या ऐसे ही होगा निर्माण।
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।। HARDA।। काली रेत का खेल निर्माणधीन उपस्वस्थ केंद्र मगरधा क्या ऐसे ही होगा निर्माण।
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- कन्नौद मे है मुक्ति धाम जहा मिलती है आध्यात्मिक शांति और जीवन से मुक्ति कन्नौद,मध्यप्रदेश के देवास जिले का कन्नौद नगर मैं चार इंसान के अंतिम विश्राम के स्थान है जहां नगर के नगरवासी अपने प्रियजनों के अंतिम विदाई देने आते हैं। इन चारों जीवन मुक्ति के स्थान में एक है भूतेश्वर मुक्ति धाम जहां इस आधुनिक युग में वह सब समुचित व्यवस्था मिलती है जो अंतिम विदाई के समय लगती है। अपने प्रियजन को कांधे पर रखकर लाने के लिए सीढ़ी , कपाल क्रिया से लेकर दाह संस्कार के लिए नाम मात्र के शुल्क पर लकड़ी उपलब्ध होती है। कोई पांच एकड़ भूमि में फैले यह धाम में गुलाव वाटिका,पितृ पर्वत,पक्की सिमेंट की सडक ,चारों तरफ हरियाली,शब रखने और श्रृद्धांजलि देने का बड़ा हाल , दो शिवालय , अस्थियां रखने का लाकर, चौबीस घंटे चौकीदार, गर्म और ठंडे पानी की मशीन,तीन जलस्त्रोत आमजन को गर्मी के समय गला तर करने की बड़ी पानी की टंकी,के साथ बहुत कुछ सुविधाएं आज यहा पर आप देख सकते हैं। सन 1976 तक उजाड़ पड़ा यह स्थान नगर की प्रगति का उपहास का केंद्र रहा पर उसके बाद नगर से ही तीन लोगों ने इसको संवारने के लिए मुक्ति धाम में अमावस की काली रात में सत्यकथा रखी और इस स्थान को संवारने का काम शुरू किया अनेक बाधा को पार करते हुए इस भूमि को चारों तरफ से तार फेंसिंग किया यह स्थान नगर से वाहर होने से इमारती लकड़ी चोरी से ले जाने का रास्ता रहा कारण इस भूमि के तीन ओर शासकीय सड़क मार्ग है। मुख्य गेट के सामने इन्दौर बेतूल मार्ग,एक तरफ पुराने स्टेट के समय हरदा से इन्दौर जाने का झुनझुना मार्ग तक जाने का मार्ग और पीछे ना झुनझुना मार्ग जो सीधे पानीगांव होते हुए कमलापुर जाता था इस मार्ग का उपयोग चोरी से माल परिवहन होता था इस कारण मुक्ति धाम उन लोगों की शरणार्थी रहा है उनको रोकना भी अनेक बार सीधे मौत से साक्षात्कार था किन्तु किसी नेक काम का हौसला हो तो मौत से भी लड़कर जीत हो सकती है और हुआ भी यही । इस भूमि को अपराधियों से मुक्त कराने में तत्कालीन पुलिस अधिकारीयो का सहयोग आज की शान बनी है।इस भूमि पर आज हरे भरे छायादार और फलदार वृक्ष लगे हुए हैं। इस भूमि के संरक्षण में तीन से दो हुए फिर भी अविरल यह कारवां चलता रहा और सन दो हज़ार में नगर के कुछ लोग इस पुनीत सेवा में आगे बढ़े जिसमें प्रमुख रूप से श्री जोरावरसिह फौजी जो तभी से आज तक समिति के अध्यक्ष हैं श्री रमेशचन्द्र डाबी,श्री नरसिंह धूत,श्री राधेश्याम खत्री वार्ड पार्षद,श्री शंकरलाल दलवी लेखा-जोखा अधिकारी,श्री रमेश डाबी मुख्य पर्यावरण,श्री रमेश राठौर , श्री मधुर अग्रवाल, बृजेश धूत ,श्री संतोष पंडा ,पंडित प्रमोद मेहता आज इस अभियान के लिए सतत प्रयत्नशील है। इस भूमि के देखरेख नगर पंचायत अधिकारी श्री अनिल जोशी का सदैव विशेष सहयोग बना हुआ है। इस तरह से एक समिति के सदस्य तन-मन-धन से कार्यरत हैं। इस समिति के कुछ सदस्य पूर्व में अपने जीवन काल तक जुड़े रहे उसमें श्रीरामचंद्र जी अग्रवाल,श्री ब्यकंटेश सिंगी का सहयोग आज उनकी स्मृति करा रहा है। इसी के साथ असंख्य उन दानवीर भामाशाह पुरुष जिन्होंने इस समिति पर भरोसा कर अपनी ओर से अनेक सुविधाएं संस्था के नाम की है। भूतेश्वर मुक्ति धाम की अलौकिक यात्रा की एक झलक इस समाचार के साथ सभी के समक्ष साझा की जा रही है।1
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- भोपाल मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी सबसे ज्यादा ठंड मालवा निमाड़ इंदौर उज्जैन संभाग में भोपाल में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री1
- Post by SWADESH KI AWAZ NEWS1
- जिले में जल सरंक्षरण के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं को किया पुरस्कृत आप देखिए पूरी खबर सी न्यूज़ भारत पर साजिद पठान की रिपोर्ट1
- *ठंड से सुरक्षा, जीवन की रक्षा* *जिले में नवजात शिशुओं की जान बचाने प्रशासन की पहल* खरगोन 18 दिसंबर 2025। जिले में नवजात शिशुओं को ठंड से होने वाली जटिलताओं से बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पहल की गई है। कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल के निर्देशन में जिले में संचालित 108 एम्बुलेंस एवं जननी एम्बुलेंस वाहनों में कंबलों की व्यवस्था की गई है, जिससे शिशुओं को सुरक्षित रूप से स्वास्थ्य संस्थाओं तक पहुंचाया जा सके। इस दौरान कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने कहा कि ठंड के मौसम में नवजात शिशुओं को उपचार अथवा रेफर किए जाने के दौरान हाइपोथर्मिया का खतरा रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए एम्बुलेंस वाहनों में कंबल उपलब्ध कराए गए हैं तथा वहां कार्यरत स्टाफ को नवजात शिशुओं की देखभाल के संबंध में प्रशिक्षण भी दिया गया है, ताकि शिशुओं के शरीर का तापमान सुरक्षित रखा जा सके। कलेक्टर सुश्री मित्तल ने जिले के समस्त अभिभावकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों से अपील की कि नवजात शिशुओं को एम्बुलेंस में लाते-ले जाते समय उन्हें अच्छी तरह ढककर लाया जाए, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। जनजागरूकता एवं नवजात शिशुओं की सुरक्षा के उद्देश्य से रोटरी क्लब खरगोन द्वारा जिले में संचालित 108 एवं जननी एम्बुलेंस वाहनों के लिए 60 कंबल प्रदान किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दौलत सिंह चौहान ने इस जनहितकारी पहल के लिए जिला प्रशासन एवं रोटरी क्लब का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।1
- Pratap Singh Thakur1
- Post by Kedar purbiya1