गोरखपुर में ट्रेन के सामने कूदकर जान देने वाले प्रेमी-प्रेमिका एक साथ जिंदगी बिताना चाहते थे। लेकिन, परिवार वालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। लोग बताते हैं कि दोनों ने परिवार से मिन्नत करते हुए कहा था कि हम लोग अलग होकर जिंदा नहीं रह पाएंगे। तब सभी ने फिल्मी डायलॉग समझकर उनकी बातों को इग्नोर कर दिया। इसी बीच युवती के परिवार वालों ने उसकी शादी सऊदी में रहने वाले एक लड़के से तय कर दी। इसके बाद दोनों ने साथ इस दुनिया को अलविदा कहने का प्लान बनाया। दोनों ने रेलवे स्टेशन पर हमसफर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। मरने के बाद दोनों की चिताएं एक साथ अगल-बगल जलीं। रामघाट पर ये नजारा देखकर सभी आंखें नम थीं। दोनों का परिवार जलती चिताओं को देखकर पछतावा करता रहा। दोनों पिपराइच के रहने वाले थे। एक किमी की दूरी पर दोनों के घर थे। युवती तीन बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी थी। उसके पिता बेंगलुरु में काम करते हैं और घटना की सूचना मिलते ही गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। युवक विश्वकर्मा कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
गोरखपुर में ट्रेन के सामने कूदकर जान देने वाले प्रेमी-प्रेमिका एक साथ जिंदगी बिताना चाहते थे। लेकिन, परिवार वालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। लोग बताते हैं कि दोनों ने परिवार से मिन्नत करते हुए कहा था कि हम लोग अलग होकर जिंदा नहीं रह पाएंगे। तब सभी ने फिल्मी डायलॉग समझकर उनकी बातों को इग्नोर कर दिया। इसी बीच युवती के परिवार वालों ने उसकी शादी सऊदी में रहने वाले एक लड़के से तय कर दी। इसके बाद दोनों ने साथ इस दुनिया को अलविदा कहने का प्लान बनाया। दोनों ने रेलवे स्टेशन पर हमसफर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। मरने के बाद दोनों की चिताएं एक साथ अगल-बगल जलीं। रामघाट पर ये नजारा देखकर सभी आंखें नम थीं। दोनों का परिवार जलती चिताओं को देखकर पछतावा करता रहा। दोनों पिपराइच के रहने वाले थे। एक किमी की दूरी पर दोनों के घर थे। युवती तीन बहनों और एक भाई में सबसे बड़ी थी। उसके पिता बेंगलुरु में काम करते हैं और घटना की सूचना मिलते ही गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। युवक विश्वकर्मा कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
- पति ने खूबसूरत पत्नी की अवैध संबंध के शक में बेरहमी से हत्या कर उसके शव को घर के पीछे गाढ़ दिया, चार दिन तक सभी को उलझाए रखा,पुलिस ने पति से की कड़ाई से पूछताछ तो उगला पूरा राज......1
- मां की डांट बनी वजह, सोने के बिस्किट लेकर घर से भागा हाईस्कूल छात्र गोरखपुर में मचा हड़कंप,मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल गोरखपुर के एम्स थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को भावुक कर दिया है। मां की हल्की-सी डांट से नाराज 16 साल का हाईस्कूल छात्र घर छोड़कर भाग गया। जाते-जाते वह घर की अलमारी में रखे 10-10 ग्राम के दो सोने के बिस्किट भी साथ ले गया। बेटे के अचानक गायब होने से घरवालों में कोहराम मचा हुआ है। झरना टोला न्यू टीचर कॉलोनी निवासी जया सिंह के अनुसार, 21 दिसंबर की शाम उनका छोटा बेटा देर तक बाहर घूमने के बाद घर लौटा था। मां ने जब सख्ती से पूछताछ की तो वह चुप रहा। डांट से नाराज होकर शाम करीब 5 बजे वह बिना कुछ बताए घर से निकल गया। काफी देर तक जब वापस नहीं आया तो खोजबीन शुरू हुई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। रेलवे स्टेशन से बस अड्डे तक तलाश, फिर थाने पहुंची मां परिजनों ने रिश्तेदारों, दोस्तों, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे तक छान मारा, मगर बेटा कहीं नहीं मिला। पति दुबई में नौकरी करते हैं, ऐसे में अकेली मां घबरा गई। अनहोनी की आशंका के चलते वह बड़े बेटे के साथ एम्स थाने पहुंची और बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस जांच में लड़के के एक दोस्त का पता सिलीगुड़ी का मिला है। एम्स पुलिस के मुताबिक, छात्र की लोकेशन सिलीगुड़ी के आसपास ट्रेस हो रही है। पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही बच्चे को सुरक्षित बरामद कर घरवालों को सौंपने का भरोसा दिलाया गया है। दुबई में बैठे पिता भी परेशान बेटे के गायब होने की खबर जैसे ही दुबई में काम कर रहे पिता मोहन सिंह को मिली, वे बेहद परेशान हो गए। बार-बार काम छोड़कर भारत लौटने की बात कह रहे हैं। वहीं मां जया सिंह बेटे को याद कर बार-बार फूट-फूटकर रो पड़ती हैं। पुलिस का दावा—जल्द होगा खुलासा एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि पुलिस पूरी गंभीरता से मामले की जांच कर रही है और जल्द ही लापता छात्र को ढूंढ लिया जाएगा। एक मां की डांट, एक किशोर का गुस्सा और सोने के बिस्किट… अब हर किसी की नजर इस बात पर टिकी है कि आखिर कब सुरक्षित घर लौटेगा बेटा।1
- naya viral ladka1
- P -6 बीते कल देर रात्रि तक युवा जोश संगठन द्वारा ठंड से सिकुड़ती ज़िंदगियों को राहत पहुँचाने हेतु लगातार छठवाँ कम्बल एवं ऊनी वस्त्र वितरण कार्यक्रम देवरिया रेलवे स्टेशन, जिला चिकित्सालय परिसर एवं झुग्गी–झोपड़ी क्षेत्रों में निवासरत निर्धन एवं जरूरतमंद परिवारों के बीच सम्मानपूर्वक एवं सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ। यह सेवा अभियान मानवता, सामाजिक संवेदना और संगठन की जनकल्याणकारी प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है। #युवा_जोश_संगठन #सेवा_ही_संकल्प #कंबल_वितरण #मानवता #देवरिया #समाजसेवा #गरीबों_की_मदद #RKsocialist #VoiceOfDeoria1
- कुशीनगर मेडिकल कॉलेज में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जहां एक सफाई कर्मचारी को कथित तौर पर मेडिकल कॉलेज के एक प्रोफेसर द्वारा पीटा गया। आरोप है कि यह घटना तब हुई जब सफाई कर्मचारी द्वारा छत की सफाई की जा रही थी और कुछ मलबा प्रोफेसर पर गिर गया। पीड़ित ने स्थानीय थाने में आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने का दावा किया है। इस घटना पर जिला प्रशासन और पुलिस की चुप्पी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।1
- देवरिया में 6 साल की बच्ची से रेप करने वाले का पिता ने मंगलवार को प्राइवेट पार्ट काट दिया। आज सुबह उसने खुद फंदे पर लटक कर जान दे दी। आरोपी ने खुद को बचाने के लिए बच्ची के पिता को अपना गे पार्टनर बताया था। पिता ने अपनी बहन से कहा था कि मैं बेटी के लिए न्याय चाहता हूं। लेकिन लोग मुझे ही अपराधी समझ रहे। मृतक की बहन ने बताया कि गुरुवार को आरोपी जमानत पर जेल से छूटने के बाद देर रात हमारे घर आया था। उसने भाई से गाली-गलौच की। मोहल्ले वालों के सामने बेइज्जत किया। इस बात को लेकर वो रातभर रोता रहा। आज सुबह उठकर नहाने चला गया। बाथरूम से निकलकर बोला- अब मन शांत है। कुछ देर बाद कमरे में जाकर फांसी लगा ली। घटना की सूचना पर पहुंचे खुखुन्दू थानाध्यक्ष दिनेश मिश्र ने बताया कि घटना के बाद से बच्ची के पिता की मानसिक स्थिति सही नहीं थी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक की बहन से मिली तहरीर पर पुलिस जांच कर रही है।1
- CM योगी पहुंचे कीर्तन समागम, वीर बाल दिवस पर साहिबजादों को किया नमन | Yogi Adityanath1
- P -5 बीते कल देर रात्रि तक युवा जोश संगठन द्वारा ठंड से सिकुड़ती ज़िंदगियों को राहत पहुँचाने हेतु लगातार छठवाँ कम्बल एवं ऊनी वस्त्र वितरण कार्यक्रम देवरिया रेलवे स्टेशन, जिला चिकित्सालय परिसर एवं झुग्गी–झोपड़ी क्षेत्रों में निवासरत निर्धन एवं जरूरतमंद परिवारों के बीच सम्मानपूर्वक एवं सुव्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ। यह सेवा अभियान मानवता, सामाजिक संवेदना और संगठन की जनकल्याणकारी प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है। #युवा_जोश_संगठन #सेवा_ही_संकल्प #कंबल_वितरण #मानवता #देवरिया #समाजसेवा #गरीबों_की_मदद #RKsocialist #VoiceOfDeoria1
- खड्डा के सिरसिया गांव में गन्ने के खेत में लगी भीषण आग, एक बीघा फसल जलकर राख खड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरसिया गांव में गुरुवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक गन्ने के खेत से धुआं उठता देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और मिश्रौली निवासी किसान मोतीचन्द्र व गोपीनाथ कुशवाहा के गन्ने के खेत को अपनी चपेट में ले लिया। आग की तेज लपटों में करीब एक बीघा गन्ने की फसल झुलसकर पूरी तरह नष्ट हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में खेत का बड़ा हिस्सा जलकर काला पड़ गया। आसपास के खेतों में काम कर रहे किसान जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। तेज धूप और सूखी फसल के कारण आग ने और भी भयावह रूप ले लिया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पानी, मिट्टी व हरे पौधों की मदद से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। इसी बीच अग्निशमन विभाग को भी सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड कर्मियों और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। समय रहते आग बुझ जाने से आसपास के खेतों में खड़ी अन्य फसलों को बचा लिया गया, अन्यथा नुकसान और भी बड़ा हो सकता था। पीड़ित किसान मोतीचन्द्र ने बताया कि आग लगने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। उन्होंने इस संबंध में खड्डा थाना में तहरीर देकर अज्ञात कारणों से फसल में आग लगने की सूचना दी है और मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। उधर, घटना की जानकारी मिलते ही ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक खड्डा पवन कुमार पटेल ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित पर्यवेक्षक को मौके पर भेजकर स्थलीय जांच के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार किसानों को सप्लाई टिकट जारी कर राहत प्रदान की जाएगी, ताकि पीड़ित किसानों को आर्थिक नुकसान की आंशिक भरपाई हो सके। इस घटना के बाद क्षेत्र के किसानों में दहशत और चिंता का माहौल है। किसानों का कहना है कि गर्मी और सूखे मौसम में खेतों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस सुरक्षा व्यवस्था नहीं की जा रही। किसानों ने प्रशासन से आग लगने के कारणों की गहन जांच, खेतों के आसपास सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।1