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विदर्भ केसरी#हिंगणा न्यूज

on 27 April
user_SATISH BHALERAO
SATISH BHALERAO
Journalist Nagpur, Maharashtra•
on 27 April
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विदर्भ केसरी#हिंगणा न्यूज

More news from Maharashtra and nearby areas
  • मतदान नहीं,प्रभाग 4 में जनता की आवाज, क्षेत्रीय कार्यकर्ता को टिकिट मिले, मांग उठी,,7066032143, सहायता करे
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    मतदान नहीं,प्रभाग 4 में जनता की आवाज, क्षेत्रीय कार्यकर्ता को टिकिट मिले, मांग उठी,,7066032143, सहायता करे
    user_Samachar king digital
    Samachar king digital
    Local News Reporter Nagpur, Maharashtra•
    8 hrs ago
  • 💃😀😍💚💐😊dancg💃 Roshan Roshni Sahu
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    💃😀😍💚💐😊dancg💃 Roshan Roshni Sahu
    user_Sangita Sahu vlog
    Sangita Sahu vlog
    Artist Samudrapur•
    6 hrs ago
  • मिर्जापुर में कफ सिरप मामले में तीसरा आरोपी गिरफ्तारः
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    मिर्जापुर में कफ सिरप मामले में तीसरा आरोपी गिरफ्तारः
    user_Mirzapur Samachar
    Mirzapur Samachar
    पत्रकार गौरव विश्वकर्मा समुद्रपूर, वर्धा, महाराष्ट्र•
    7 hrs ago
  • Post by Shani Kumar
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    Post by Shani Kumar
    user_Shani Kumar
    Shani Kumar
    समुद्रपूर, वर्धा, महाराष्ट्र•
    10 hrs ago
  • केन्या में फर्जी वकील का खुलासा: 26 मुकदमे जीतकर न्याय व्यवस्था को चकमा केन्या की न्यायिक व्यवस्था उस वक्त हैरान रह गई, जब ब्रायन म्वेंडा (Brian Mwenda) नामक एक शख्स के फर्जी वकील होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ। बिना किसी लॉ डिग्री और वैध लाइसेंस के म्वेंडा ने न सिर्फ अदालतों में पेशी दी, बल्कि असली और अनुभवी वकीलों को मात देते हुए कुल 26 मुकदमे जीत लिए। जांच में सामने आया कि ब्रायन म्वेंडा ने एक पंजीकृत वकील की फर्जी पहचान और नाम का इस्तेमाल कर हाई कोर्ट और मजिस्ट्रेट कोर्ट में केस लड़े। वह पेशेवर अंदाज़ में दलीलें रखता था, कानूनी धाराओं का हवाला देता था और न्यायाधीशों के सामने आत्मविश्वास के साथ बहस करता था, जिससे किसी को उस पर शक नहीं हुआ। मामला तब उजागर हुआ, जब केन्या लॉ सोसाइटी (LSK) को रिकॉर्ड में गड़बड़ी नजर आई और संबंधित वकील की पहचान को लेकर संदेह पैदा हुआ। जांच के बाद म्वेंडा की सच्चाई सामने आई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद न्यायिक और कानूनी हलकों में हलचल मच गई। सवाल उठने लगे कि आखिर बिना डिग्री और लाइसेंस के कोई व्यक्ति इतने लंबे समय तक अदालतों में कैसे पेश होता रहा और केस जीतता रहा। इस घटना ने कोर्ट में वकीलों की पहचान सत्यापन प्रक्रिया और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल ब्रायन म्वेंडा से पूछताछ जारी है और उसके द्वारा लड़े गए सभी मामलों की दोबारा समीक्षा की जा रही है। केन्या प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले से सबक लेते हुए न्याय व्यवस्था में सख्त सुधार किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो।
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    केन्या में फर्जी वकील का खुलासा: 26 मुकदमे जीतकर न्याय व्यवस्था को चकमा
केन्या की न्यायिक व्यवस्था उस वक्त हैरान रह गई, जब ब्रायन म्वेंडा (Brian Mwenda) नामक एक शख्स के फर्जी वकील होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ। बिना किसी लॉ डिग्री और वैध लाइसेंस के म्वेंडा ने न सिर्फ अदालतों में पेशी दी, बल्कि असली और अनुभवी वकीलों को मात देते हुए कुल 26 मुकदमे जीत लिए।
जांच में सामने आया कि ब्रायन म्वेंडा ने एक पंजीकृत वकील की फर्जी पहचान और नाम का इस्तेमाल कर हाई कोर्ट और मजिस्ट्रेट कोर्ट में केस लड़े। वह पेशेवर अंदाज़ में दलीलें रखता था, कानूनी धाराओं का हवाला देता था और न्यायाधीशों के सामने आत्मविश्वास के साथ बहस करता था, जिससे किसी को उस पर शक नहीं हुआ।
मामला तब उजागर हुआ, जब केन्या लॉ सोसाइटी (LSK) को रिकॉर्ड में गड़बड़ी नजर आई और संबंधित वकील की पहचान को लेकर संदेह पैदा हुआ। जांच के बाद म्वेंडा की सच्चाई सामने आई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद न्यायिक और कानूनी हलकों में हलचल मच गई। सवाल उठने लगे कि आखिर बिना डिग्री और लाइसेंस के कोई व्यक्ति इतने लंबे समय तक अदालतों में कैसे पेश होता रहा और केस जीतता रहा। इस घटना ने कोर्ट में वकीलों की पहचान सत्यापन प्रक्रिया और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फिलहाल ब्रायन म्वेंडा से पूछताछ जारी है और उसके द्वारा लड़े गए सभी मामलों की दोबारा समीक्षा की जा रही है। केन्या प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले से सबक लेते हुए न्याय व्यवस्था में सख्त सुधार किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो।
    user_भावना तिवारी
    भावना तिवारी
    ज्योतिष विद्या India•
    12 hrs ago
  • 26 December 2025 ki badi khabren
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    26 December 2025 ki badi khabren
    user_AKS CRIME ALERT NEWS 24
    AKS CRIME ALERT NEWS 24
    Journalist समुद्रपूर, वर्धा, महाराष्ट्र•
    15 hrs ago
  • दिव्यांगांच्या वेदनांना थेट न्यायाचा आधार वर्ध्यात दिव्यांग भावाला भेटण्यासाठी पोलीस अधीक्षक स्वतः केबिनबाहेर आले आज २५ डिसेंबर, दुपारी २ वाजताच्या सुमारास, वर्ध्यात नुकतेच पदभार स्वीकारलेले यांच्या कार्यालयात एक हृदयस्पर्शी प्रसंग घडला. वर्धा शहरातील एक दिव्यांग भाऊ आपल्या समस्या व वेदना शब्दांत मांडत लेखी तक्रार घेऊन पोलीस अधीक्षक कार्यालयात आला होता. तक्रार मिळताच, केवळ कागदांपुरते न थांबता पोलीस अधीक्षक सौरभ कुमार अग्रवाल स्वतः केबिनबाहेर येऊन त्या दिव्यांग भावाची भेट घेतली. त्यांच्या डोळ्यांतली व्यथा, बोलण्यातला कळवळा आणि आयुष्यातील संघर्ष त्यांनी शांतपणे, समजूतदारपणे ऐकून घेतला. दिव्यांग भावांच्या अडचणी सविस्तर समजून घेतल्यानंतर पोलीस अधीक्षकांनी ठाम शब्दांत आश्वासन दिले की, “पोलीस प्रशासनाच्या वतीने दिव्यांग बांधवांना १०० टक्के न्याय दिला जाईल. कोणताही अन्याय सहन केला जाणार नाही.” त्यांच्या या संवेदनशील भूमिकेमुळे उपस्थितांच्या मनात पोलीस प्रशासनाबद्दल विश्वास अधिक दृढ झाला. आजच्या धकाधकीच्या काळात, अधिकाराच्या खुर्चीपेक्षा माणुसकीला प्राधान्य देणारा हा क्षण अनेकांसाठी प्रेरणादायी ठरला. दिव्यांगांच्या हक्कांसाठी प्रशासन संवेदनशील आहे, हे या घटनेतून पुन्हा एकदा अधोरेखित झाले
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    दिव्यांगांच्या वेदनांना थेट न्यायाचा आधार
वर्ध्यात दिव्यांग भावाला भेटण्यासाठी पोलीस अधीक्षक स्वतः केबिनबाहेर आले
आज २५ डिसेंबर, दुपारी २ वाजताच्या सुमारास, वर्ध्यात नुकतेच पदभार स्वीकारलेले यांच्या कार्यालयात एक हृदयस्पर्शी प्रसंग घडला. वर्धा शहरातील एक दिव्यांग भाऊ आपल्या समस्या व वेदना शब्दांत मांडत लेखी तक्रार घेऊन पोलीस अधीक्षक कार्यालयात आला होता.
तक्रार मिळताच, केवळ कागदांपुरते न थांबता पोलीस अधीक्षक सौरभ कुमार अग्रवाल स्वतः केबिनबाहेर येऊन त्या दिव्यांग भावाची भेट घेतली. त्यांच्या डोळ्यांतली व्यथा, बोलण्यातला कळवळा आणि आयुष्यातील संघर्ष त्यांनी शांतपणे, समजूतदारपणे ऐकून घेतला.
दिव्यांग भावांच्या अडचणी सविस्तर समजून घेतल्यानंतर पोलीस अधीक्षकांनी ठाम शब्दांत आश्वासन दिले की, “पोलीस प्रशासनाच्या वतीने दिव्यांग बांधवांना १०० टक्के न्याय दिला जाईल. कोणताही अन्याय सहन केला जाणार नाही.” त्यांच्या या संवेदनशील भूमिकेमुळे उपस्थितांच्या मनात पोलीस प्रशासनाबद्दल विश्वास अधिक दृढ झाला.
आजच्या धकाधकीच्या काळात, अधिकाराच्या खुर्चीपेक्षा माणुसकीला प्राधान्य देणारा हा क्षण अनेकांसाठी प्रेरणादायी ठरला. दिव्यांगांच्या हक्कांसाठी प्रशासन संवेदनशील आहे, हे या घटनेतून पुन्हा एकदा अधोरेखित झाले
    user_Ravi yenorkar PRESS -IN BCN NEWS
    Ravi yenorkar PRESS -IN BCN NEWS
    हिंगणघाट, वर्धा, महाराष्ट्र•
    13 hrs ago
  • good morning 🌄 Radhe Radhe doston 😊💐
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    good morning 🌄 Radhe Radhe doston 😊💐
    user_Sangita Sahu vlog
    Sangita Sahu vlog
    Artist Samudrapur•
    14 hrs ago
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