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विदर्भ केसरी#हिंगणा न्यूज
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- मतदान नहीं,प्रभाग 4 में जनता की आवाज, क्षेत्रीय कार्यकर्ता को टिकिट मिले, मांग उठी,,7066032143, सहायता करे1
- 💃😀😍💚💐😊dancg💃 Roshan Roshni Sahu1
- मिर्जापुर में कफ सिरप मामले में तीसरा आरोपी गिरफ्तारः1
- Post by Shani Kumar1
- केन्या में फर्जी वकील का खुलासा: 26 मुकदमे जीतकर न्याय व्यवस्था को चकमा केन्या की न्यायिक व्यवस्था उस वक्त हैरान रह गई, जब ब्रायन म्वेंडा (Brian Mwenda) नामक एक शख्स के फर्जी वकील होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ। बिना किसी लॉ डिग्री और वैध लाइसेंस के म्वेंडा ने न सिर्फ अदालतों में पेशी दी, बल्कि असली और अनुभवी वकीलों को मात देते हुए कुल 26 मुकदमे जीत लिए। जांच में सामने आया कि ब्रायन म्वेंडा ने एक पंजीकृत वकील की फर्जी पहचान और नाम का इस्तेमाल कर हाई कोर्ट और मजिस्ट्रेट कोर्ट में केस लड़े। वह पेशेवर अंदाज़ में दलीलें रखता था, कानूनी धाराओं का हवाला देता था और न्यायाधीशों के सामने आत्मविश्वास के साथ बहस करता था, जिससे किसी को उस पर शक नहीं हुआ। मामला तब उजागर हुआ, जब केन्या लॉ सोसाइटी (LSK) को रिकॉर्ड में गड़बड़ी नजर आई और संबंधित वकील की पहचान को लेकर संदेह पैदा हुआ। जांच के बाद म्वेंडा की सच्चाई सामने आई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद न्यायिक और कानूनी हलकों में हलचल मच गई। सवाल उठने लगे कि आखिर बिना डिग्री और लाइसेंस के कोई व्यक्ति इतने लंबे समय तक अदालतों में कैसे पेश होता रहा और केस जीतता रहा। इस घटना ने कोर्ट में वकीलों की पहचान सत्यापन प्रक्रिया और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल ब्रायन म्वेंडा से पूछताछ जारी है और उसके द्वारा लड़े गए सभी मामलों की दोबारा समीक्षा की जा रही है। केन्या प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले से सबक लेते हुए न्याय व्यवस्था में सख्त सुधार किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो।1
- 26 December 2025 ki badi khabren1
- दिव्यांगांच्या वेदनांना थेट न्यायाचा आधार वर्ध्यात दिव्यांग भावाला भेटण्यासाठी पोलीस अधीक्षक स्वतः केबिनबाहेर आले आज २५ डिसेंबर, दुपारी २ वाजताच्या सुमारास, वर्ध्यात नुकतेच पदभार स्वीकारलेले यांच्या कार्यालयात एक हृदयस्पर्शी प्रसंग घडला. वर्धा शहरातील एक दिव्यांग भाऊ आपल्या समस्या व वेदना शब्दांत मांडत लेखी तक्रार घेऊन पोलीस अधीक्षक कार्यालयात आला होता. तक्रार मिळताच, केवळ कागदांपुरते न थांबता पोलीस अधीक्षक सौरभ कुमार अग्रवाल स्वतः केबिनबाहेर येऊन त्या दिव्यांग भावाची भेट घेतली. त्यांच्या डोळ्यांतली व्यथा, बोलण्यातला कळवळा आणि आयुष्यातील संघर्ष त्यांनी शांतपणे, समजूतदारपणे ऐकून घेतला. दिव्यांग भावांच्या अडचणी सविस्तर समजून घेतल्यानंतर पोलीस अधीक्षकांनी ठाम शब्दांत आश्वासन दिले की, “पोलीस प्रशासनाच्या वतीने दिव्यांग बांधवांना १०० टक्के न्याय दिला जाईल. कोणताही अन्याय सहन केला जाणार नाही.” त्यांच्या या संवेदनशील भूमिकेमुळे उपस्थितांच्या मनात पोलीस प्रशासनाबद्दल विश्वास अधिक दृढ झाला. आजच्या धकाधकीच्या काळात, अधिकाराच्या खुर्चीपेक्षा माणुसकीला प्राधान्य देणारा हा क्षण अनेकांसाठी प्रेरणादायी ठरला. दिव्यांगांच्या हक्कांसाठी प्रशासन संवेदनशील आहे, हे या घटनेतून पुन्हा एकदा अधोरेखित झाले2
- good morning 🌄 Radhe Radhe doston 😊💐2