Shuru
Apke Nagar Ki App…
वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा की निर्मल धाराएं,आपका मन मोह लेती हैं।
Surjeet Nagwala
वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा की निर्मल धाराएं,आपका मन मोह लेती हैं।
More news from Hazaribag and nearby areas
- चुरचू इंद्रा हज़ारीबाग टुसू मेला 2025 l1
- हज़ारीबाग SDO मामले में बड़ा अपडेट, कोर्ट ने मांगी डायरी?1
- हज़ारीबाग एसपी ने की क्राइम मीटिंग अवैध बालू कोयला कारोबार पर विशेष नकेल साइबर अपराध पर नज़र1
- हज़ारीबाग बिना पैसे दिए जिम कर ले आनंद, खुद को रखें फिट,नगर निगम ने कर रखी है व्यवस्था1
- हज़ारीबाग झील परिसर मे हज़ारीबाग प्रेस क्लब भवन का उद्घाटन डीसी एवं एसपी ने किया1
- हजारीबाग पूर्व एसडीओ हत्याकांड: कोर्ट ने मांगी केस डायरी, जांच में नया मोड़ बहुत चर्चित पूर्व एसडीओ पत्नी हत्याकांड में दोनों पक्षों के वकीलों ने पत्रकारों के सामने दलीलें रखी हजारीबाग के चर्चित पूर्व ₹एसडीओ पत्नी हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है। अदालत ने इस मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस से केस डायरी प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। इस घटनाक्रम के बाद मामले की जांच को लेकर नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कोर्ट ने क्यों मांगी केस डायरी? अदालत ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद पुलिस से केस डायरी पेश करने को कहा है। केस डायरी में जांच से जुड़े तमाम अहम तथ्य, गवाहों के बयान, फॉरेंसिक रिपोर्ट और अन्य साक्ष्य दर्ज होते हैं। अदालत इस डायरी की समीक्षा कर यह समझना चाहती है कि जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है या नहीं। अगली सुनवाई और संभावित असर माना जा रहा है कि केस डायरी के अध्ययन के बाद अदालत आगे की सुनवाई की दिशा तय करेगी। यदि डायरी में कोई महत्वपूर्ण नई जानकारी सामने आती है, तो इससे आरोपी की स्थिति पर असर पड़ सकता है। अदालत इस मामले में जल्द ही अगली तारीख तय कर सकती है। जनता और मीडिया की नजरें टिकीं यह मामला शुरू से ही चर्चा का विषय रहा है, और अब जब कोर्ट ने केस डायरी तलब की है, तो जनता और मीडिया की नजरें इस पर और भी गहराई से टिक गई हैं। सभी को इंतजार है कि आगे क्या होगा और इस बहुचर्चित केस का फैसला किस दिशा में जाएगा।1
- हजारीबाग में अतिक्रमण हटाओ अभियान: इंद्रपुरी से पंच मंदिर चौक तक चला विशेष अभियान नगर आयुक्त के आदेश पर चली सख्त कार्रवाई, शहरवासियों को राहत मिलने की उम्मीद हजारीबाग – नगर आयुक्त के निर्देशानुसार आज इंद्रपुरी से लेकर पंच मंदिर चौक तक अतिक्रमण हटाने का विशेष अभियान चलाया गया। लंबे समय से शहरवासियों द्वारा अतिक्रमण की समस्या को लेकर शिकायतें की जा रही थीं। लोगों का कहना था कि फुटपाथ और सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण के कारण पैदल चलने में परेशानी होती थी, साथ ही यातायात भी प्रभावित हो रहा था। इस अभियान का नेतृत्व प्रशिक्षु आईएएस लोकेश वारंगे ने किया, जिनके साथ सहायक नगर आयुक्त विपिन कुमार, नगर प्रबंधक सतीश कुमार, लेमांशु कुमार, उपेंद्र कुमार, संतोष कुमार, प्रधान सहायक निरंजन सिंह और नगर निगम के अन्य कर्मी मौजूद रहे। नगर प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह कार्रवाई केवल एक दिन के लिए नहीं, बल्कि लगातार जारी रहेगी, ताकि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाया जा सके। अतिक्रमण के कारण बढ़ रही थीं समस्याएं शहर में अतिक्रमण की समस्या कोई नई नहीं है। इंद्रपुरी से पंच मंदिर चौक तक के क्षेत्र में फुटपाथों और सड़कों पर अवैध दुकानों, ठेलों और अस्थायी निर्माणों ने कब्जा जमा लिया था। इससे पैदल यात्रियों और वाहनों के लिए आवागमन बाधित हो रहा था, जिसके कारण ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही थी। इसके अलावा, अतिक्रमण के कारण: रोज़मर्रा के यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही थी। आपातकालीन वाहनों (एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड) को रास्ता मिलने में मुश्किल हो रही थी। फुटपाथों पर दुकानें लगने से पैदल यात्रियों को सड़क पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया था। शहरवासियों की लगातार शिकायतों के बाद नगर निगम ने यह अभियान चलाने का फैसला लिया। नगर निगम की टीम ने पहले अतिक्रमणकारियों को समझाया और नोटिस जारी किया, जिसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की गई। कई जगहों पर जेसीबी मशीन की सहायता से अतिक्रमण हटाया गया। सहायक नगर आयुक्त विपिन कुमार ने कहा: "नगर निगम किसी भी तरह के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह अभियान सिर्फ एक बार की कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि इसे लगातार चलाया जाएगा।" नगर प्रबंधक सतीश कुमार ने बताया कि जो भी दोबारा अतिक्रमण करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम की अपील – अतिक्रमण न करें, सहयोग दें नगर निगम ने जनता से अपील की है कि वे सड़कों और फुटपाथों पर अतिक्रमण न करें और प्रशासन का सहयोग करें। नगर निगम ने यह भी कहा है कि व्यापारियों के लिए उचित वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है, ताकि उनकी रोज़ी-रोटी पर असर न पड़े। नगर निगम ने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति दोबारा अतिक्रमण करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भारी जुर्माना लगाया जाएगा। क्या अतिक्रमण हटाने के बाद स्थायी समाधान मिलेगा? अतिक्रमण हटाने का यह अभियान सराहनीय है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह समस्या पूरी तरह खत्म हो पाएगी? अक्सर देखने में आता है कि प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के बाद कुछ ही दिनों में फिर से लोग सड़क किनारे दुकानें लगा लेते हैं। यदि इस समस्या का स्थायी समाधान चाहिए, तो: नगर निगम को नियमित रूप से निगरानी रखनी होगी। व्यापारियों को उचित स्थान देकर उनके पुनर्वास की व्यवस्था करनी होगी। शहरवासियों को जागरूक करना होगा कि वे खुद भी अतिक्रमण न करें और दूसरों को ऐसा करने से रोकें। नगर निगम ने इस बार यह स्पष्ट किया है कि यह कोई एक बार की कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि इसे सतत रूप से जारी रखा जाएगा। अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन अपने इस अभियान को पूरी तरह सफल बना पाता है या फिर कुछ समय बाद शहर में फिर से अतिक्रमण अपनी जगह बना लेगा।1
- बहन अनीता जलकर तो मर गई लेकिन आज ज्यादा रो रही होगी यह देखकर आपको बता दे बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भूतपूर्व एसडीओ हत्यारोपी अशोक कुमार के बचाव में लड़ रहे हैं बहुत ही सर्मनाक सारे वकील को बॉयकॉट करना चाहिए था आज उनकी बहन के साथ होता तो क्या वह भी बहस करते बहुत ही निंदनीय बहन अनीता हत्याकांड में पहली कोर्ट की सुनवाई भूतपूर्व एसडीओ जेल जाकर रहेंगे ? पूरा हजारीबाग और भारत की जनता ने गिरफ्तारी और जेल मांगा उसके बचाने के लिए बार एसोसिएशन अध्यक्ष लग गए ? #justiceanita #HemantSoren #hazaribagh #india #Ranchi1
- वादे Vs हकीकत! "Delhi Ki Chunav Aur Rajneeti Par Bada Sawaal! 🧐1