आरा से संजय श्रीवास्तव की रिपोर्ट मशहूर गायक मो.रफी के जन्म शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में प्रेम का सुसाज संस्था के बैनर तले नागरी प्रचारिणी सभागार में सौ साल पहले...कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें कलाकारों ने मो.रफी के अलावा इनके साथ गाए अन्य कलाकारों के 100 गीतों को प्रस्तुत किया। इस आयोजन में संगीतकार दिलीप सेन, एंकर व अभिनेता जावेद नसीम, अभिनेता घनश्याम श्रीवास्तव, अपने घर में मो.रफी का मंदिर निर्माण करने वाले उमेश मखीजा, रफी अरुण गौतम, संजीव दीक्षित और दूरदर्शन केंद्र, भुवनेश्वर के राजेश तिवारी के इस आयोजन को लेकर भेजे गए वीडियो को प्रोजेक्टर के माध्यम से दर्शकों को दिखाया गया। कार्यक्रम के दौरान मो.रफी के व्यक्तित्व व कृतित्व से संबंधित सवाल दर्शकों से पूछा गया। सही जवाब देने वालों को पुरस्कृत किया गया। मो.रफी स्मृति सम्मान से सुनीता पांडेय और धर्मेन्द्र कुमार को सम्मानित किया। साथ ही अन्य कलाकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन गायक धर्मेन्द्र कुमार, शिक्षक रमेश कुमार, गायक मो. रफी, राजकुमार, गायिका सुनीता पांडेय और संगीत प्रेमी इकबाल इल्मी ने दीप जलाकर और मो.रफी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया। सौ साल पहले मुझे तुमसे प्यार था...गीत को धर्मेन्द्र कुमार और रजनी शाक्या गाकर कार्यक्रम का शानदार आगाज किया। तदोपरांत कलाकारों ने मुझको मेरे बाद जमाना ढूंढेगा..., तुम मुझे यूं भुला न पाओगे...,, दीवाना हुआ बादल...,क्या हुआ तेरा वादा..., लिखे जो खत तुझे...,ओ मेरी महबूबा-महबूबा...,खुदा भी आसमां से जब जमीं पर देखता होगा...,बेखुदी में सनम उठ गए जो कदम..., बाबुल की दुआएं लेती जा..., वादियां मेरा दामन...,इतना तो याद है मुझे...,दिल की आवाज भी सुन मेरे फसाने..., तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है...,समेत अन्य गीतों को बखूबी पेश किया। कार्यक्रम का समापन बार-बार दिन ये आए बार-बार हम ये गाए...गीत को सामूहिक पेश किया गया, जिसमें दर्शक भी शामिल हुए। कलाकारों में डॉक्टर अमित जयसवाल, धर्मेन्द्र कुमार, रमेश कुमार, राजकुमार, राजाराम शर्मा, शमशाद, मो.नौशाद, नवीन कुमार, कुमार अनुपम, रजनी शाक्या, सुनीता पांडेय, सृष्टि, आरती मौर्या, सरगम कुमारी, सबीना अंसारी, अंबे शरण, अलका शरण, संजना सिंह, श्रेया आदि थी। संचालन रेड क्रास की सचिव डॉक्टर विभा कुमारी और कार्यक्रम के संयोजक शमशाद 'प्रेम' ने किया। कार्यक्रम के अंत में इस आयेजन से जुड़े शिक्षक सह गायक मो.मनव्वर अंसारी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गइ। कार्यक्रम में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार मिश्रा, डॉक्टर के.एन.सिन्हा, डॉक्टर मदन मोहन द्विवेदी, साहित्यकार जितेन्द्र कुमार, जनार्दन मिश्र, डॉक्टर रेणु कुमारी, पंकज विभाकर, राजेन्द्र पर्यावरण, पास्टर अनिल जीउत, गायक लडडन आदि मोजूद थे।
आरा से संजय श्रीवास्तव की रिपोर्ट मशहूर गायक मो.रफी के जन्म शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में प्रेम का सुसाज संस्था के बैनर तले नागरी प्रचारिणी सभागार में सौ साल पहले...कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें कलाकारों ने मो.रफी के अलावा इनके साथ गाए अन्य कलाकारों के 100 गीतों को प्रस्तुत किया। इस आयोजन में संगीतकार दिलीप सेन, एंकर व अभिनेता जावेद नसीम, अभिनेता घनश्याम श्रीवास्तव, अपने घर में मो.रफी का मंदिर निर्माण करने वाले उमेश मखीजा, रफी अरुण गौतम, संजीव दीक्षित और दूरदर्शन केंद्र, भुवनेश्वर के राजेश तिवारी के इस आयोजन को लेकर भेजे गए वीडियो को प्रोजेक्टर के माध्यम से दर्शकों को दिखाया गया। कार्यक्रम के दौरान मो.रफी के व्यक्तित्व व कृतित्व से संबंधित सवाल दर्शकों से पूछा गया। सही जवाब देने वालों को पुरस्कृत किया गया। मो.रफी स्मृति सम्मान से सुनीता पांडेय और धर्मेन्द्र कुमार को सम्मानित किया। साथ ही अन्य कलाकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन गायक धर्मेन्द्र कुमार, शिक्षक रमेश कुमार, गायक मो. रफी, राजकुमार, गायिका सुनीता पांडेय और संगीत प्रेमी इकबाल इल्मी ने दीप जलाकर और मो.रफी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया। सौ साल पहले मुझे तुमसे प्यार था...गीत को धर्मेन्द्र कुमार और रजनी शाक्या गाकर कार्यक्रम का शानदार आगाज किया। तदोपरांत कलाकारों ने मुझको मेरे बाद जमाना ढूंढेगा..., तुम मुझे यूं भुला न पाओगे...,, दीवाना हुआ बादल...,क्या हुआ तेरा वादा..., लिखे जो खत तुझे...,ओ मेरी महबूबा-महबूबा...,खुदा भी आसमां से जब जमीं पर देखता होगा...,बेखुदी में सनम उठ गए जो कदम..., बाबुल की दुआएं लेती जा..., वादियां मेरा दामन...,इतना तो याद है मुझे...,दिल की आवाज भी सुन मेरे फसाने..., तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है...,समेत अन्य गीतों को बखूबी पेश किया। कार्यक्रम का समापन बार-बार दिन ये आए बार-बार हम ये गाए...गीत को सामूहिक पेश किया गया, जिसमें दर्शक भी शामिल हुए। कलाकारों में डॉक्टर अमित जयसवाल, धर्मेन्द्र कुमार, रमेश कुमार, राजकुमार, राजाराम शर्मा, शमशाद, मो.नौशाद, नवीन कुमार, कुमार अनुपम, रजनी शाक्या, सुनीता पांडेय, सृष्टि, आरती मौर्या, सरगम कुमारी, सबीना अंसारी, अंबे शरण, अलका शरण, संजना सिंह, श्रेया आदि थी। संचालन रेड क्रास की सचिव डॉक्टर विभा कुमारी और कार्यक्रम के संयोजक शमशाद 'प्रेम' ने किया। कार्यक्रम के अंत में इस आयेजन से जुड़े शिक्षक सह गायक मो.मनव्वर अंसारी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गइ। कार्यक्रम में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार मिश्रा, डॉक्टर के.एन.सिन्हा, डॉक्टर मदन मोहन द्विवेदी, साहित्यकार जितेन्द्र कुमार, जनार्दन मिश्र, डॉक्टर रेणु कुमारी, पंकज विभाकर, राजेन्द्र पर्यावरण, पास्टर अनिल जीउत, गायक लडडन आदि मोजूद थे।
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