सच्चे दिलों से भगवान से मांगने पर क्या नहीं मिल सकता है,जिसका जीता जागता मिशाल है मुजफ्फरपुर जिले के सनाठी गांव निवासी श्री मिथलेश कुमार कि। सुधाकर प्रसाद सिंह सरायरंजन प्रखण्ड संवादाता समस्तीपुर जिला बिहार। भगवान से अगर सच्चे दिलों से मांगने पर भक्त को क्या नहीं मिल सकता है जिसका जीता जागता उदाहरण है मुजफ्फरपुर जिले के सनाठी गांव के रहने वाले मिथलेश कुमार कि जिनकी मुरादें भगवान शिव ने ऐसे पुरा कर दिए जैसे बंजर खेत में हरियाली का होना।मिथलेश कुमार मुजफ्फरपुर जिले के सनाठी गांव के रहने वाले हैं उनकी इच्छा थी कि हमारे घरों के आंगन में एक बेटी की मधुर आवाज़ गूंजती, क्योंकि उनके परिवार में तीनो भाई में किसी के पास भी एक बेटी नहीं थी सबके सब बेटी के लिए सदा उदास रहते थे जो मिथलेश कुमार से देखा नहीं जा रहा था। अंतोगत्वा उदास भाईयों की इच्छा पूर्ति के लिए एक दिन उसने उस इच्छा को भगवान शिव के दरबार में आराधना किया भगवान भाव के भुखे होते हैं उन्होंने अपने भक्त की अराधना सूनी और एक समय आया और सभी भाईयों के पास एक एक लड़की का जन्म हुआ। मिथलेश कुमार के साथ साथ भाईयों में भी खुशियों का बरसात होने लगा।तब अपनी इच्छा पूर्ण होने पर मिथलेश कुमार ने एक काट का खटोला बना कर अपनी बच्ची के साथ सावन के पावन माह में कमर में डोर लगा कर खिंचते हुए दण्ड लगा कर भगवान के दरबार में जलाभिषेक के लिए निकल पड़े।
सच्चे दिलों से भगवान से मांगने पर क्या नहीं मिल सकता है,जिसका जीता जागता मिशाल है मुजफ्फरपुर जिले के सनाठी गांव निवासी श्री मिथलेश कुमार कि। सुधाकर प्रसाद सिंह सरायरंजन प्रखण्ड संवादाता समस्तीपुर जिला बिहार। भगवान से अगर सच्चे दिलों से मांगने पर भक्त को क्या नहीं मिल सकता है जिसका जीता जागता उदाहरण है मुजफ्फरपुर जिले के सनाठी गांव के रहने वाले मिथलेश कुमार कि जिनकी मुरादें भगवान शिव ने ऐसे पुरा कर दिए जैसे बंजर खेत में हरियाली का होना।मिथलेश कुमार मुजफ्फरपुर जिले के सनाठी गांव के रहने वाले हैं उनकी इच्छा थी कि हमारे घरों के आंगन में एक बेटी की मधुर आवाज़ गूंजती, क्योंकि उनके परिवार में तीनो भाई में किसी के पास भी एक बेटी नहीं थी सबके
सब बेटी के लिए सदा उदास रहते थे जो मिथलेश कुमार से देखा नहीं जा रहा था। अंतोगत्वा उदास भाईयों की इच्छा पूर्ति के लिए एक दिन उसने उस इच्छा को भगवान शिव के दरबार में आराधना किया भगवान भाव के भुखे होते हैं उन्होंने अपने भक्त की अराधना सूनी और एक समय आया और सभी भाईयों के पास एक एक लड़की का जन्म हुआ। मिथलेश कुमार के साथ साथ भाईयों में भी खुशियों का बरसात होने लगा।तब अपनी इच्छा पूर्ण होने पर मिथलेश कुमार ने एक काट का खटोला बना कर अपनी बच्ची के साथ सावन के पावन माह में कमर में डोर लगा कर खिंचते हुए दण्ड लगा कर भगवान के दरबार में जलाभिषेक के लिए निकल पड़े।
- User9737Harsidhi, Purbi Champaran💣on 8 August
- क्या आपने कभी देखा है कि चूड़ा (चिउरा) कैसे तैयार होता है? इस वीडियो में हम आपको दिखा रहे हैं चिउरा कुटी मशीन की पूरी प्रक्रिया — धान से लेकर तैयार चूड़ा तक का सफ़र। चूड़ा न सिर्फ़ स्वादिष्ट है, बल्कि मिनटों में तैयार होने वाला मैगी से भी ज़्यादा तेज़ और पूरी तरह देसी व पौष्टिक भोजन है। बिहार, यूपी, झारखंड सहित पूरे पूर्वी भारत में चूड़ा नाश्ते से लेकर व्रत और आपातकालीन भोजन तक का अहम हिस्सा है। 👉 वीडियो पूरा देखिए 👉 देसी तकनीक को समझिए 👉 और शेयर कीजिए, ताकि यह जानकारी ज़्यादा लोगों तक पहुँचे चिउरा कुटी मशीन, चूड़ा कैसे बनता है, Chura Making Machine, Chiura Making Process, Poha Making Machine, Desi Food Process, Bihar Chura, Village Industry, Mini Food Factory, Traditional Food India, Fastest Indian Food, Maggie Se Tez Khana, Rural Business Idea, Food Processing Machine, #निष्पक्ष_ख़बरें_अब_तक_बिहार #Ankesh_Thakur1
- Post by Santosh kumar1
- daru sarab pine se goondo aur sarani ko himat milta hai jiske karan Bihar me sarab band hai1
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- देखिए जादू का सच? Swargiy Siyaram Mahto ॥ #viralreels #fbreels #viralvideos #fbvideos #viralpost #magician #magic #exposesitamarhi #jaadu #Science1
- Post by User13082
- Post by Reporter Awnish1
- Post by Santosh kumar1