अलख योग केंद्र पर शिक्षक दिवस मनाया।--- छबड़ा:निकटवर्ती भुवाखेड़ी ग्राम के निकट नव निर्माणाधिन अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र,अमीरपुर खेड़ी पर शिक्षक दिवस मनाया गया।इस अवसर पर सेवानिवृत प्रधानाचार्य जगदीश चन्द्र शर्मा,जो वर्तमान में जन-जन को योग की शिक्षा दे रहे है,उन्हें योग केंद्र पर सम्मानित किया गया।विधित हो भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।यह दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।वे एक महान शिक्षक और दार्शनिक थे, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया।शिक्षक दिवस का उद्देश्य समाज में शिक्षकों के योगदान और उनके महत्व को पहचानना और उनका सम्मान करना है। शिक्षक न केवल हमें किताबी ज्ञान देते हैं बल्कि हमें एक बेहतर इंसान बनने के लिए भी प्रेरित करते हैं।वे हमारे भविष्य की नींव रखते हैं और हमें सही रास्ता दिखाते हैं।इस दिन,स्कूल और कॉलेज में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।छात्र अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए कविताएं, भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देते हैं।कई जगहों पर सरकार और शैक्षणिक संस्थान उन शिक्षकों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम किया है। इस साल भी पूरे देश में शिक्षक दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। छात्रों ने अपने शिक्षकों को उपहार दिए और उनका आशीर्वाद लिया। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपने पसंदीदा शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए पोस्ट शेयर किए।शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षकों का सम्मान करना और उनके दिखाए रास्ते पर चलना कितना महत्वपूर्ण है।इस अवसर पर योग केंद्र के सादा कार्यक्रम में एडवोकेट अनिल कुमार जैन,सतीश शर्मा,राम गोपाल,बाबू लाल सुमन आदि उपस्थित रहें।
अलख योग केंद्र पर शिक्षक दिवस मनाया।--- छबड़ा:निकटवर्ती भुवाखेड़ी ग्राम के निकट नव निर्माणाधिन अलख निरंजन ज्योति ध्यान योग केंद्र,अमीरपुर खेड़ी पर शिक्षक दिवस मनाया गया।इस अवसर पर सेवानिवृत प्रधानाचार्य जगदीश चन्द्र शर्मा,जो वर्तमान में जन-जन को योग की शिक्षा दे रहे है,उन्हें योग केंद्र पर सम्मानित किया गया।विधित हो भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।यह दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।वे एक महान शिक्षक और दार्शनिक थे, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया।शिक्षक दिवस का उद्देश्य समाज में शिक्षकों के योगदान और उनके महत्व को पहचानना और उनका सम्मान करना है। शिक्षक न केवल हमें किताबी ज्ञान देते हैं बल्कि हमें एक बेहतर इंसान बनने के लिए भी प्रेरित करते हैं।वे हमारे भविष्य की नींव रखते हैं और हमें सही रास्ता दिखाते हैं।इस दिन,स्कूल और कॉलेज में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।छात्र अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए कविताएं, भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देते हैं।कई जगहों पर सरकार और शैक्षणिक संस्थान उन शिक्षकों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम किया है। इस साल भी पूरे देश में शिक्षक दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। छात्रों ने अपने शिक्षकों को उपहार दिए और उनका आशीर्वाद लिया। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपने पसंदीदा शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए पोस्ट शेयर किए।शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षकों का सम्मान करना और उनके दिखाए रास्ते पर चलना कितना महत्वपूर्ण है।इस अवसर पर योग केंद्र के सादा कार्यक्रम में एडवोकेट अनिल कुमार जैन,सतीश शर्मा,राम गोपाल,बाबू लाल सुमन आदि उपस्थित रहें।
- Post by राजेश पाटीदार1
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- कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग कोटा ने फूंका बिहार के सीएम का पुतला -मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब खींचने को लेकर किया विरोध प्रदर्शन कोटा। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग कोटा शहर की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया गया। शहर के सुभाष सर्किल श्रीपुरा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्र हुए और नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। प्रदर्शन कारियों ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पटना में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान नव नियुक्त आयुष डॉक्टर नुसरत प्रवीण का हिजाब (नकाब) हटाने का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया है। वीडियो में नीतीश कुमार डॉक्टर को नियुक्ति पत्र देते समय उनका हिजाब नीचे खींचते नजर आ रहे हैं। विपक्षी दलों ने इसे महिलाओं की गरिमा और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। पूरे देश की महिलाओं का अपमान कांग्रेस अल्पसंख्यक शहर जिला अध्यक्ष मोहम्मद जुबेर अंसारी ने कहा कि नीतीश कुमार का यह कृत्य न केवल एक मुस्लिम महिला का अपमान है, बल्कि पूरे देश की महिलाओं का अपमान है। उन्होंने नीतीश कुमार से तुरंत माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर भविष्य में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई।वक्ताओं ने कहा कि यह देश रानी लक्ष्मीबाई का है, जहां नारी की पूजा होती है। ऐसे देश में किसी भी महिला का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर स्तर पर इसका खंडन किया जाएगा। प्रदर्शन में उमड़ा जनसैलाब प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवा, बुजर्ग और महिलाएं शामिल हुईं। सभी में नीतीश कुमार के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिला। नारेबाजी के बीच पुतला दहन किया गया। प्रदर्शन करने वालों में ये रहे शामिल प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष मुईजुद्दीन गुड्डू, पूर्व पार्षद शमीम भाई, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अल्पसंख्यक विभाग अब्दुल अजीज सिद्दीकी, नावेद खान, मोहम्मद जुनेद, चिंटू गौरी, फिरोज दबंग, अरीब खान, सिद्धिक अंसारी, अमित सूद, जाहिर अहमद, गनी भाई, जीशान अली, फिरोज खान, लियाकत भाई, शेर अली, मोहम्मद भाई, सोहेल लाला, ईशान अंसारी, जाहिर भाई समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।4