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सारण में रिवर रैचिंग के तहत नदी में छोड़ी गयी 3.50 लाख मछलियां रिवीलगंज के श्रीनाथ बाबा घाट पर DM ने नदी में बीज प्रवाह कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ
Amit Ranjan
सारण में रिवर रैचिंग के तहत नदी में छोड़ी गयी 3.50 लाख मछलियां रिवीलगंज के श्रीनाथ बाबा घाट पर DM ने नदी में बीज प्रवाह कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ
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- अंगुलिका साइज की भारतीय कॉर्प मत्स्य बीज को जिलाधिकारी ने किया घाघरा नदी में प्रवाहित छपरा/ सारण/ 04 दिसम्बर 2024। सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड अंतर्गत घाघरा नदी किनारे अवस्थित नाथ बाबा मंदिर घाट पर आज गंगा नदी तंत्र में नदी पुनर्स्थापना कार्यक्रम (रिवर रैचिंग) के तहत जिला पदाधिकारी, अमन समीर के द्वारा अंगुलिका साइज का भारतीय कॉर्प का मत्स्य बीज को घाघरा नदी में प्रवाहित करने का शुभारंभ किया गया। उपस्थित मछुआरों के बीच यह संदेश दिया गया कि बिहार में कालांतर में नदियों के प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र पर मानव गतिविधियों और अविवेकपूर्ण मत्स्य दोहन एवं पर्यावरण प्रदूषण हावी होने के फल स्वरुप नदियों के मत्स्यकी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इससे न केवल मत्स्य उत्पादन प्रभावित हुआ है बल्कि मूल मत्स्य प्रजातियों की विविधता अवांछनीय मछलियों की प्रजातियों में अभिवृद्धि तथा मत्स्य उत्पादन में अविश्वसनीय क्षति हुई है जिसका सीधा प्रभाव मछुआरों के आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति एवं नदियों के जल के गुणवत्ता पर पड़ा है। बढ़ती आबादी के साथ गुणवत्ता युक्त मत्स्य प्रोटीन की मांग में अभिवृद्धि, नदी मत्स्य संसाधन के सतत उपयोग, संरक्षण तथा मछुआरों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान को दृष्टिपथ में रखते हुए रिवर रैचिंग कार्यक्रम की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसके आलोक में भारतीय कार्प के अंगुलिका साइज मत्स्य बीज का घाघरा नदी में 3.50 लाख मत्स्य बीज का प्रवाह का शुभारंभ किया गया। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य इससे मछली उत्पादन बढ़ता है, इससे नदी की जैव विविधता बनी रहती है, इससे मछुआरों की आजीविका में सुधार होता है, इससे नदी प्रणाली में स्वस्थ वातावरण बनता है, इससे मत्स्य संसाधनों का सतत उपयोग और संरक्षण होता है, इससे पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होता है, इससे सामाजिक-आर्थिक लाभ में वृद्धि होती है। सभी से अपील है कि अंगुलिका साइज मछलियों का नदियों से शिकार ना किया जाए, इसे बढ़ने-फलने फूलने दिया जाए। इस कार्यक्रम में श्रीमती जयमित्रा देवी, जिला परिषद अध्यक्ष, सुमन कुमार, उप मत्स्य निदेशक सारण परिक्षेत्र, छपरा, उमेश रंजन, उप मत्स्य निदेशक (सा० एवं वि०) मत्स्य निदेशालय पटना, जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार के अलावा, राम विचार मांझी, अंकित श्रीवास्तव, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, नरेंद्र कुमार, मो० अख्तर हुसैन, श्रीमती अमृता रंजन, श्रीमती आस्था मिश्रा, मत्स्य विकास पदाधिकारी कनीय अभियंता श्रवण पंडित, मत्स्य बीज हैचरी मालिक सुखराम, सुदीश कुमार जलालपुर, मांझी, रिविलगंज, मत्स्य जीवी सहयोग समिति के सदस्य एवं मंत्री उपस्थित थे।3