अम्बेडकरनगर* अकबरपुर मित्रो हम जातिवादी मानसिकता के तहत और निजी स्वार्थ में आज तक किसी कि ख़बर प्रकाशित नही किये है *फिर भी आरोप अनेको लगे परन्तु पुष्टी नही हुए* अम्बेडकरनगर में इस समय पत्रकारिता पक्षकारिता और निजी स्वार्थ तक सिमित हों गया है *कोतवाली प्रभारी श्री निवास पाण्डेय से जनता संतुष्ट है फिर भी तकलीफ कुछ पत्रकारों को है* कोइ अधिकारी पत्रकार का कार्य नही करेगा सिफारिश नही सुनेगा तो वह पक्षकार बन जाएगे *ऐसा ही एक मामला अम्बेडकर नगर में प्रकाश आ रहा है* कमी उस कुर्सी का उस व्यक्ति का नही कमी और गुनाह उस कुर्सी पर बैठने वाले व्यक्ति कि जाति से है *कुछ सजातीय जयचंदो को मिलाकर एक विशेष जाति ब्राम्हण कोतवाली प्रभारी श्री निवास पाण्डेय को टारगेट कर रही है* यह कोइ नई बात कहानी शाजिस नही है इसके पूर्व भी राजेसुल्तानपुर थानाध्यक्ष विजय तिवारी को भी लगातार महीनो तक टारगेट किया गया था *परंतु उस समय के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार विजय तिवारी थानाध्यक्ष के साथ पूरी प्रमुखता के साथ खड़े थे* जबकि थानाध्यक्ष का गुनाह यह था कि एक पत्रकार के कहने पर धारा 151 की कार्यवाही उन्होने नहीं किया था *इस समय भी अकबरपुर कोतवाली प्रभारी श्रीनिवास पांडेय जी के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है* सूत्रों ने बताया कि एक पत्रकार के दो पहिया वाहन से जुड़ा हुआ मामला था जबकि कोतवाली प्रभारी उस मोटरसाइकिल मामले की विवेचना भी नहीं कर रहे थे परंतु विवेचना अधिकारी से टकराने की वजाय साहब सजातीय कोतवाली प्रभारी से टकरा हैं *बड़ा सवाल यह है कि क्या यह पत्रकारिता इस स्तर पर गिरकर कार्य करेगा* क्या चौथे स्तंभ का अस्तर अब इतना गिर जाएगा इन सब मामलों से जाहिर होता है कि कुछ पत्रकार अब सिस्टम को हैक करना चाहते हैं और अपने सिस्टम के तहत चलाना चाहते हैं *इस समय जनपद अंबेडकर नगर में पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कानून व्यवस्था 100% सही सलामत चल रही है* जनता को न्याय मिल रहा है और हर मामले में त्वरित कार्यवाही हो रही है और यही सब कुछ जयचंदों को पसंद नहीं हो रहा है *यह जितने लोग पुलिस अधीक्षक और कोतवाली प्रभारी की निंदा कर रहे हैं जरा बता दें कि कितने गरीब शोषित पीड़ित वंचित लोगों की आज तक आवाज़ उठाएं हैं* और कितने भ्रष्टाचार पर है लोग खबर चलाएं हैं जहां हो जाती है जेब गर्म वहां खबर चलाने में इनको आती है शर्म और जहां नहीं होती है जेब गम वहां बना जाते हैं बेशर्म *तमसा नदी अतिक्रमण से जुड़ा मामला सबसे बड़ा है परंतु अंबेडकर नगर की धरती पर दो तीन लोगों को छोड़कर एक भी माई का लाल जन्म नहीं लिया* जो इतने बड़े खबर को कवरेज किया हो क्योंकि यहां कुछ रईस जादो के तरफ से लोग को विज्ञापन के तौर पर फंडिंग पाते है इसलिए खबर चलाने में इनको ठंडी लग गई है *हम पर तो जिले कई ब्राह्मण संगठन ब्राह्मण विरोधी का आरोप लगा रहे थे* अब क्या चूड़ी पहन कर बैठ गये है यह संगठन *अभी इतना ही लिख रहा हूं बहुत जल्द में विस्तृत रिपोर्ट इस पर प्रकाशित करूंगा* Suyash Kumar Mishra Ashu 8755777000 9506000647
अम्बेडकरनगर* अकबरपुर मित्रो हम जातिवादी मानसिकता के तहत और निजी स्वार्थ में आज तक किसी कि ख़बर प्रकाशित नही किये है *फिर भी आरोप अनेको लगे परन्तु पुष्टी नही हुए* अम्बेडकरनगर में इस समय पत्रकारिता पक्षकारिता और निजी स्वार्थ तक सिमित हों गया है *कोतवाली प्रभारी श्री निवास पाण्डेय से जनता संतुष्ट है फिर भी तकलीफ कुछ पत्रकारों को है* कोइ अधिकारी पत्रकार का कार्य नही करेगा सिफारिश नही सुनेगा तो वह पक्षकार बन जाएगे *ऐसा ही एक मामला अम्बेडकर नगर में प्रकाश आ रहा है* कमी उस कुर्सी का उस व्यक्ति का नही कमी और गुनाह उस कुर्सी पर बैठने वाले व्यक्ति कि जाति से है *कुछ सजातीय जयचंदो को मिलाकर एक विशेष जाति ब्राम्हण कोतवाली प्रभारी श्री निवास पाण्डेय को टारगेट कर रही है* यह कोइ नई
बात कहानी शाजिस नही है इसके पूर्व भी राजेसुल्तानपुर थानाध्यक्ष विजय तिवारी को भी लगातार महीनो तक टारगेट किया गया था *परंतु उस समय के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार विजय तिवारी थानाध्यक्ष के साथ पूरी प्रमुखता के साथ खड़े थे* जबकि थानाध्यक्ष का गुनाह यह था कि एक पत्रकार के कहने पर धारा 151 की कार्यवाही उन्होने नहीं किया था *इस समय भी अकबरपुर कोतवाली प्रभारी श्रीनिवास पांडेय जी के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है* सूत्रों ने बताया कि एक पत्रकार के दो पहिया वाहन से जुड़ा हुआ मामला था जबकि कोतवाली प्रभारी उस मोटरसाइकिल मामले की विवेचना भी नहीं कर रहे थे परंतु विवेचना अधिकारी से टकराने की वजाय साहब सजातीय कोतवाली प्रभारी से टकरा हैं *बड़ा सवाल यह है कि क्या यह पत्रकारिता इस स्तर पर
गिरकर कार्य करेगा* क्या चौथे स्तंभ का अस्तर अब इतना गिर जाएगा इन सब मामलों से जाहिर होता है कि कुछ पत्रकार अब सिस्टम को हैक करना चाहते हैं और अपने सिस्टम के तहत चलाना चाहते हैं *इस समय जनपद अंबेडकर नगर में पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कानून व्यवस्था 100% सही सलामत चल रही है* जनता को न्याय मिल रहा है और हर मामले में त्वरित कार्यवाही हो रही है और यही सब कुछ जयचंदों को पसंद नहीं हो रहा है *यह जितने लोग पुलिस अधीक्षक और कोतवाली प्रभारी की निंदा कर रहे हैं जरा बता दें कि कितने गरीब शोषित पीड़ित वंचित लोगों की आज तक आवाज़ उठाएं हैं* और कितने भ्रष्टाचार पर है लोग खबर चलाएं हैं जहां हो जाती है जेब
गर्म वहां खबर चलाने में इनको आती है शर्म और जहां नहीं होती है जेब गम वहां बना जाते हैं बेशर्म *तमसा नदी अतिक्रमण से जुड़ा मामला सबसे बड़ा है परंतु अंबेडकर नगर की धरती पर दो तीन लोगों को छोड़कर एक भी माई का लाल जन्म नहीं लिया* जो इतने बड़े खबर को कवरेज किया हो क्योंकि यहां कुछ रईस जादो के तरफ से लोग को विज्ञापन के तौर पर फंडिंग पाते है इसलिए खबर चलाने में इनको ठंडी लग गई है *हम पर तो जिले कई ब्राह्मण संगठन ब्राह्मण विरोधी का आरोप लगा रहे थे* अब क्या चूड़ी पहन कर बैठ गये है यह संगठन *अभी इतना ही लिख रहा हूं बहुत जल्द में विस्तृत रिपोर्ट इस पर प्रकाशित करूंगा* Suyash Kumar Mishra Ashu 8755777000 9506000647