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- मटर के पकोडे देखो कैसे बनाते है।1
- एक ट्रेन में तबीयत बिगड़ने पर एक हिंदू बहन ने बुज़ुर्ग मुसलमान अंकल का हाथ थाम कर मदद की… यही असली भारत है।❤️ ना टोपी देखी, ना तिलक बस तकलीफ़ देखी और दौड़कर इंसान ने इंसान का साथ दिया… नफ़रतों के इस दौर में ऐसे लम्हे याद दिलाते हैं कि “आज भी इंसानियत ज़िंदा है।1
- Post by रेनू सिंह राणा1
- Post by Kaif Army1
- बुर्का कांड में फारूक को हथियार सप्लाई करने वाला आरोपित गिरफ्तार पुलिस ने किया खुलासा1
- एक मोहतरमा हैं, उनके पतिदेव दुबई में रहते हैं। शादी को पांच साल हो चुका है। चार साल की एक बेटी है। मोहतरमा का अपने गांव के एक युवक से अफेयर था। वो अक्सर महिला के सुस्तल पहुंच जाती। चुपके से घर में रहता। अगली सुबह चल जाता। कल रात को वो फिर आय था। दोनों कमरे में खुसर फुसर कर रहे थे। घर वालों को लगे चोर घुस आया है। शोर मचाया। कमरे का दरवाज़ा पीटा। भीड़ लग गई। अंदर मोहतरमा बहुत परेशान। पहले बोलीं कमरे में कोई नहीं है। लेकिन घर वाले नहीं माने। तब मोहतरमा ने उसे अपने बेड के अंदर छिपा दिया। उसके बाद दरवाजा खोला। अंदर कोई नहीं मिला। लेकिन बेड की चादर नीचे गिरी पड़ी थी। गद्दा भी जगह पर नहीं था। घर वालों को शक हुआ। पूछा तो मोहतरमा बोलीं सोने के दौरान चादर गिर गई है। घर वाले नहीं माने। बेड खोलने को कहा। मोहतरमा जिद पर अड़ गईं। कहा नहीं खोलने दूंगी। आख़िर कार किसी ने बेड खोल दिया। शक सही साबित हुआ। उसमें एक हट्टा कट्टा इंसान लेटा हुआ मिला। उसे बाहर निकाला गया। कुटाई हुई। मोहतरमा रोने लगीं। मिन्नत करने लगीं। बोलीं इसे छोड़ दो, मैंने ही बुलाया है। मैं इसे पसंद करती हूं। प्यार करती हूं। घर वालों ने दुबई फोन मिला दिया। वहां से पतिदेव बोले जब इसकी यही चाहत है तो यही सही। दोनों की शादी करवा दी जाए। मियां बीवी राजी तो क्या करेगा काजी। पुलिस को जानकारी दी गई। दोनों की शादी की गई। ससुर जी ने अपनी बहु को बेटी की तरह उस बंदे के साथ रुखसत कर दिया, जिसकी थोड़ी देर पहले कुटाई की गई थी। कथा समाप्त... (कहानी तो अब शुरू होगी, जब इश्क़ का भूत उतरेगा)1
- चीत को पकडने के लिऐ कैसे ...1
- महानगर कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस शासनाकाल के दौरान पास कराए गए मनरेगा विधेयक से वर्तमान सरकार द्वारा छेड़छाड़ किए जाने के विरोध में कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया इस मौके पर राष्ट्रपति को संबोधित जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी अपर नगर मजिस्ट्रेट अभय सिंह को एक ज्ञापन महानगर अध्यक्ष हाजी जुनेद इकराम उर्फ बंटी के नेतृत्व में पेश किया गया जिसमें महात्मा गांधी के नाम तथा मनरेगा के मूल अधिकार आधारित स्वरूप को यथावत रखे जाने की मांग उठाई गई है1
- सहारनपुर कलेक्ट्रेट में कांग्रेसियों का जोरदार प्रदर्शन,मनरेगा का नाम बदलने के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन सहारनपुर कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी की तस्वीरें हाथों में लेकर नारेबाजी की और मनरेगा योजना का नाम बदलने के कथित प्रयास को लेकर गंभीर आरोप लगाए। प्रदर्शन के बाद वे जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित एक मांगपत्र सौंपा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि केंद्र की भाजपा सरकार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदलकर 'जी राम जी' करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस ने इसे महात्मा गांधी का अपमान बताया और कहा कि यह केवल नाम बदलने की राजनीति नहीं, बल्कि योजना के मूल स्वरूप और उद्देश्यों को कमजोर करने की साजिश है। पार्टी नेताओं ने मनरेगा को ग्रामीण मजदूरों के अधिकारों और केंद्र सरकार की जिम्मेदारी पर सीधा हमला करार दिया। कांग्रेस का कहना है कि मनरेगा "हर हाथ को काम, पूरा दाम" के सिद्धांत पर आधारित एक ऐतिहासिक कानून है, जिसने करोड़ों ग्रामीण परिवारों को रोजगार और सम्मान प्रदान किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मनरेगा के वित्तपोषण और प्रभावी क्रियान्वयन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, लेकिन सरकार लगातार इसे कमजोर करने का प्रयास कर रही है। पार्टी का दावा है कि नाम बदलने जैसे मुद्दों में उलझकर सरकार बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार जैसे वास्तविक सवालों से जनता का ध्यान भटका रही है।जिला कांग्रेस अध्यक्ष संदीप राणा ने कहा कि भाजपा सरकार नाम बदलने की राजनीति में व्यस्त है। उन्होंने सवाल उठाया कि पहले स्टेशनों और शहरों के नाम बदले गए और अब जनकल्याणकारी योजनाओं के नाम बदलने की तैयारी है, जिससे आम जनता को क्या लाभ मिलेगा। राणा ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं के रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी समस्याओं पर चुप है और केवल धार्मिक व भावनात्मक मुद्दों को हवा दे रही है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि महात्मा गांधी के नाम और मजदूरों के अधिकारों से किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पार्टी ने ऐलान किया कि यदि मनरेगा के नाम या स्वरूप से छेड़छाड़ की गई तो कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक मजबूती से संघर्ष जारी रखेगी।4