*"नवरात्र में क्यों जलाते हैं अखंड ज्योत"* 〰️〰️🌼〰️〰️🌼 *पं0 मनीष नयन* *📞9693092266* 〰️〰️🌼〰️〰️ नवरात्र यानि नौ दिनों तक चलने वाली देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना के साथ ही इस पावन पर्व पर कई घरों में घटस्थापना होती है, तो कई जगह अखंड ज्योत का विधान है। शक्ति की आराधना करने वाले जातक अखंड ज्योति जलाकर माँ दुर्गा की साधना करते हैं। अखंड ज्योति अर्थात ऐसी ज्योति जो खंडित न हो। अखंड ज्योत पूरे नौ दिनों तक अखंड रहनी चाहिए यानी जलती रहनी चाहिए। अंखड दीप को विधिवत मत्रोच्चार से प्रज्जवलित करना चाहिए। नवरात्री में कई नियमो का पालन किया जाता है। अखंड ज्योत का महत्व 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ नवरात्री में अखंड ज्योत का बहुत महत्व होता है। इसका बुझना अशुभ माना जाता है। जहा भी ये अखंड ज्योत जलाई जाती है वहा पर किसी न किसी की उपस्थिति जरुरी होती इसे सूना छोड़ कर नहीं जाते है। अखंड ज्योत में दीपक की लौ बांये से दांये की तरफ जलनी चाहिए। इस प्रकार का जलता हुआ दीपक आर्थिक प्राप्ति का सूचक होता है। दीपक का ताप दीपक से 4 अंगुल चारों ओर अनुभव होना चाहिए, इससे दीपक भाग्योदय का सूचक होता है। जिस दीपक की लौ सोने के समान रंग वाली हो वह दीपक आपके जीवन में धन-धान्य की वर्षा कराता है एवं व्यवसाय में तरक्की का सन्देश देता है। निरंन्तर १ वर्ष तक अंखड ज्योति जलने से हर प्रकार की खुशियों की बौछार होती है। ऐसा दीपक वास्तु दोष, क्लेश, तनाव, गरीबी आदि सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करता है। अगर आपकी अखंड ज्योति बिना किसी कारण के स्वयं बुझ जाए तो इसे अशुभ माना जाता। दीपक में बार-बार बत्ती नहीं बदलनी चाहिए। दीपक से दीपक जलाना भी अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से रोग में वृद्धि होती है, मांगलिक कार्यो में बाधायें आती हैं। संकल्प लेकर किए अनुष्ठान या साधना में अखंड ज्योति जलाने का प्रावधान है। अखंड ज्योति में घी डालने या फिर उसमें कुछ भी बदलाव का काम साधक को ही करना चाहिए, अन्य किसी व्यक्ति से नहीं करवाना चाहिए। अंखड ज्योत स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा दरअसल ऐसा माना जाता है कि मां के सामने अंखड ज्योति जलाने से उस घर में हमेशा से मां की कृपा रहती हैं। नवरात्र में अंखड दीप जलाना स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है क्योंकि घी और कपूर की महक से इंसान की श्वास और नर्वस सिस्टम बढ़िया रहता है। नवरात्र में अखंड दीप जलाने से मां कभी अपने भक्तों से नाराज नहीं होती हैं। नवरात्र में अखंड ज्योति से पूजा स्थल पर कभी भी अनाप-शनाप चीजों का साया नहीं पड़ता है। नवरात्र में घी या तेल का अखंड दीप जलाने से दिमाग में कभी भी नकारात्मक सोच हावी नहीं होती है और चित्त खुश और शांत रहता है। घर में सुगंधित दीपक की महक चित्त शांत रखता है जिसके चलते घर में झगड़े नहीं होते, वातावरण शांत रहता है। 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️
*"नवरात्र में क्यों जलाते हैं अखंड ज्योत"* 〰️〰️🌼〰️〰️🌼 *पं0 मनीष नयन* *📞9693092266* 〰️〰️🌼〰️〰️ नवरात्र यानि नौ दिनों तक चलने वाली देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना के साथ ही इस पावन पर्व पर कई घरों में घटस्थापना होती है, तो कई जगह अखंड ज्योत का विधान है। शक्ति की आराधना करने वाले जातक अखंड ज्योति जलाकर माँ दुर्गा की साधना करते हैं। अखंड ज्योति अर्थात ऐसी ज्योति जो खंडित न हो। अखंड ज्योत पूरे नौ दिनों तक अखंड रहनी चाहिए यानी जलती रहनी चाहिए। अंखड दीप को विधिवत मत्रोच्चार से प्रज्जवलित करना चाहिए। नवरात्री में कई नियमो का पालन किया जाता है। अखंड ज्योत का महत्व 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ नवरात्री में अखंड ज्योत का बहुत महत्व होता है। इसका बुझना अशुभ माना जाता है। जहा
भी ये अखंड ज्योत जलाई जाती है वहा पर किसी न किसी की उपस्थिति जरुरी होती इसे सूना छोड़ कर नहीं जाते है। अखंड ज्योत में दीपक की लौ बांये से दांये की तरफ जलनी चाहिए। इस प्रकार का जलता हुआ दीपक आर्थिक प्राप्ति का सूचक होता है। दीपक का ताप दीपक से 4 अंगुल चारों ओर अनुभव होना चाहिए, इससे दीपक भाग्योदय का सूचक होता है। जिस दीपक की लौ सोने के समान रंग वाली हो वह दीपक आपके जीवन में धन-धान्य की वर्षा कराता है एवं व्यवसाय में तरक्की का सन्देश देता है। निरंन्तर १ वर्ष तक अंखड ज्योति जलने से हर प्रकार की खुशियों की बौछार होती है। ऐसा दीपक वास्तु दोष, क्लेश, तनाव,
गरीबी आदि सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करता है। अगर आपकी अखंड ज्योति बिना किसी कारण के स्वयं बुझ जाए तो इसे अशुभ माना जाता। दीपक में बार-बार बत्ती नहीं बदलनी चाहिए। दीपक से दीपक जलाना भी अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से रोग में वृद्धि होती है, मांगलिक कार्यो में बाधायें आती हैं। संकल्प लेकर किए अनुष्ठान या साधना में अखंड ज्योति जलाने का प्रावधान है। अखंड ज्योति में घी डालने या फिर उसमें कुछ भी बदलाव का काम साधक को ही करना चाहिए, अन्य किसी व्यक्ति से नहीं करवाना चाहिए। अंखड ज्योत स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा दरअसल ऐसा माना जाता है कि मां के सामने अंखड ज्योति जलाने से उस घर में हमेशा
से मां की कृपा रहती हैं। नवरात्र में अंखड दीप जलाना स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है क्योंकि घी और कपूर की महक से इंसान की श्वास और नर्वस सिस्टम बढ़िया रहता है। नवरात्र में अखंड दीप जलाने से मां कभी अपने भक्तों से नाराज नहीं होती हैं। नवरात्र में अखंड ज्योति से पूजा स्थल पर कभी भी अनाप-शनाप चीजों का साया नहीं पड़ता है। नवरात्र में घी या तेल का अखंड दीप जलाने से दिमाग में कभी भी नकारात्मक सोच हावी नहीं होती है और चित्त खुश और शांत रहता है। घर में सुगंधित दीपक की महक चित्त शांत रखता है जिसके चलते घर में झगड़े नहीं होते, वातावरण शांत रहता है। 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️
- राशन डीलर अब नहीं चुरा पाएंगे अनाज जनवरी माह से राशन बढ़कर मिलेगा जिसमें चावल और गेहूं दोनों दिया जाएगा1
- Post by Nisha Kumari vaishali jila jadhua hajipur1
- जहानाबाद : मॉडल बस स्टैंड की बदहाली पर डीएम सख्त, त्वरित सुधार के दिए निर्देश1
- जय बाबा शिव गुरु विडियो न0-440🚩🌅⛲🪷♥️👋1
- गया नगर ब्लॉक में काम के समय कार्यालय के सामने लटका मिला ताला1
- 14 साल बाद भी ज़िंदा है संघर्ष की विरासत! जागेश्वरी देवी को दीरीपर ने नम आंखों से किया नमन #national1
- 15 दिन का अल्टीमेटम! ट्रैकिंग सिस्टम नहीं लगाया तो कंपनियां होंगी ब्लैकलिस्ट, #NationalNalandaNews #BreakingNews #BigBreaking #BiharBreaking #NalandaNews #BiharSharif1
- बाढ़ शहर में लोगों के मनोरंजन के लिए नीलम सिनेमा हॉल के समीप डिज्नीलैंड मेला का आयोजन किया गया है। इस वर्ष डिज्नीलैंड मेला के आयोजकों ने पिछले साल की तुलना में कहीं अधिक भव्य और बेहतर तैयारी की है। इस बार मेले का सबसे खास आकर्षण ‘जलपरी शो’ है, जिसे बाढ़ के नागरिक पहली बार देख रहे हैं। यह शो लोगों को काफी पसंद आ रहा है और दर्शकों की अच्छी भीड़ जुट रही है। इसके अलावा मेले में बच्चों और बड़ों के लिए विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए हैं। नाश्ते और खानपान के लिए कई तरह के स्टॉल मौजूद हैं। ठंड के मौसम को देखते हुए गर्म कपड़ों की दुकानें भी लगाई गई हैं। साथ ही किचन से लेकर रोजमर्रा के घरेलू उपयोग के सामानों के लिए भी अलग-अलग स्टॉल लगाए गए हैं। आज के दौर में युवाओं और युवतियों में बढ़ते सेल्फी क्रेज को ध्यान में रखते हुए मेले में आकर्षक सेल्फी प्वाइंट्स भी बनाए गए हैं, जहां लोग तस्वीरें खिंचवा रहे हैं। इस संबंध में डिज्नीलैंड मेला के प्रबंधक राजीव रंजन ने जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ शहर के नागरिकों को बेहतर मनोरंजन उपलब्ध कराना ही मेले का मुख्य उद्देश्य है।1
- कौशल यादव पर पप्पू खान का बाउंसर1