*लोकेसन कटनी* *तेवरी निवासी कृष्ण कुम्हार और माँ के ऊपर प्राण घातक हमला इंसाफ की लगा रहा गुहार परिवार* *कटनी से अभिमन्यु विश्वकर्मा की रिपोर्ट* कटनी जिले ग्राम तेवरी का एक मामला सामने आया है जंहा कृष्ण कुम्हार और उसकी माँ के ऊपर प्राण घातक हमला किया गया जिसमे कृष्ण कुम्हार के सर में टांके और पैर हाथ तोड़ दिए गये जो जिला अस्पताल में 11 दिनों से भर्ती है अपनी माँ के साथ और मिडिया से बात चीत करते हुये बताया की मेरे बड़े पापा और उनके बेटे करीब आठ से दस लोगो के द्वारा लाठी डंडो से मुझे और मेरी माँ को मारा गया है जिसमे मेरे सर में और हाथ पैर पर चोट आई है और मेरी माँ को भी गंभीर छोटे आई है जिसकी शिकायत सलीमनाबाद थाना में की गई तो वहाँ पर कोई सुनवाई नहीं की गई और आज में और मेरी माँ दस दिनों से जिला अस्पताल कटनी में भर्ती है मिडिया से बातचीत में जानकारी प्राप्त के अनुसार तेवरी निवासी दोनों पक्षो में जमीनी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था जिसमे पीड़ित पक्ष को गंभीर चोट आने से कटनी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसमे पीड़ित परिवार ने जिला पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है
*लोकेसन कटनी* *तेवरी निवासी कृष्ण कुम्हार और माँ के ऊपर प्राण घातक हमला इंसाफ की लगा रहा गुहार परिवार* *कटनी से अभिमन्यु विश्वकर्मा की रिपोर्ट* कटनी जिले ग्राम तेवरी का एक मामला सामने आया है जंहा कृष्ण कुम्हार और उसकी माँ के ऊपर प्राण घातक हमला किया गया जिसमे कृष्ण कुम्हार के सर में
टांके और पैर हाथ तोड़ दिए गये जो जिला अस्पताल में 11 दिनों से भर्ती है अपनी माँ के साथ और मिडिया से बात चीत करते हुये बताया की मेरे बड़े पापा और उनके बेटे करीब आठ से दस लोगो के द्वारा लाठी डंडो से मुझे और मेरी माँ को मारा
गया है जिसमे मेरे सर में और हाथ पैर पर चोट आई है और मेरी माँ को भी गंभीर छोटे आई है जिसकी शिकायत सलीमनाबाद थाना में की गई तो वहाँ पर कोई सुनवाई नहीं की गई और आज में और मेरी माँ दस दिनों से जिला अस्पताल कटनी में भर्ती
है मिडिया से बातचीत में जानकारी प्राप्त के अनुसार तेवरी निवासी दोनों पक्षो में जमीनी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था जिसमे पीड़ित पक्ष को गंभीर चोट आने से कटनी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसमे पीड़ित परिवार ने जिला पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है
- नागौद टीम खजुराहो में जो होटल में जहर देकर कुशवाहाओं की हत्या की गई पीड़ित परिवार से मिलकर संवेदनाएं व्यक्ति की और अधिकारियों से बात की गई आज 48 घंटे का समय दिया गया है खजुराहो t i,sp को अगर 48 घंटे के अंदर होटल मालिक के ऊपर 302 का प्रकरण दर्ज नहीं होता है तो खजुराहो कलेक्टर ध्यान दें 13 तारीख को हम इतना बड़ा प्रदर्शन करेंगे की मध्य प्रदेश का इतिहास बन जाएगा क्योंकि समाज में हो रही घटनाएं बहुत तेजी से बढ़ रही हैं आज खजुराहो जाकर पीड़ित परिवार से मिला गया और अखिलेश यादव जी से कहकर कुछ मदद पार्टी की तरफ हो यह मांग की गई नागौद टीम मोहनलाल कुशवाहा बिंदल यादव जी रजा सिद्धकी जी पन्ना से साथी दशरथ जी अमित सिंह कुशवाहा जी आनंद सिंह जी टीम के साथ गए 13 तारीख को मध्य प्रदेश के इतिहास का ऐतिहासिक आंदोलन होगा अगर न्याय नहीं मिलता है तो। हमारी मांग परिवार को एक करोड रुपए प्रति मृतक के परिवार को बच्चों को नौकरी और आरोपी के ऊपर 302 का मुकदमा अब अन्याय कहीं भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। न्याय के लिए आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी मोहनलाल कुशवाहा। आप सभी लोगों से निवेदन है सभी लोग संघर्ष में साथ दें1
- 🔴 ID कार्ड गिरते ही भड़का पुलिस अफसर, बीच सड़क युवती को जड़े थप्पड़ — VIDEO वायरल > 📍अहमदाबाद से सामने आया यह मामला एक बार फिर पुलिस के व्यवहार और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। बीच सड़क एक युवती के साथ हुई कथित मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद लोग हैरानी, गुस्से और चिंता का इज़हार कर रहे हैं। > 🔹 क्या है पूरा मामला? पीड़ित युवती की पहचान बंसारी ठक्कर के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, घटना उस समय हुई जब युवती सड़क से गुजर रही थी। इसी दौरान एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसे रोका और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने को कहा। > युवती ने पुलिसकर्मी को अपना लाइसेंस दिखाया। इसके बाद जब बातचीत के दौरान पुलिस अधिकारी का ID कार्ड युवती के हाथ से गलती से गिर गया, तो अधिकारी अचानक भड़क गया। > प्रत्यक्षदर्शियों और वायरल वीडियो में आरोप लगाया जा रहा है कि इसी बात पर पुलिसकर्मी ने युवती से ऊंची आवाज़ में बात करना शुरू किया और देखते ही देखते बीच सड़क उसे थप्पड़ मार दिए। > 🔹 चोट, डर और अफरा-तफरी थप्पड़ों के बाद युवती की आंख के ऊपर चोट लगने और खून निकलने की बात सामने आई है। मौके पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही हालात तनावपूर्ण हो गए। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि घटना के बाद युवती घबराई हुई और डरी-सहमी नजर आती है। > इस पूरी घटना ने सड़क पर मौजूद लोगों को भी स्तब्ध कर दिया। कई लोग यह सवाल करते नजर आए कि क्या एक छोटी-सी गलती पर इस तरह का व्यवहार उचित है। 🔹 FIR कराने पहुंची तो वहां भी परेशानी? पीड़िता का आरोप है कि वह जब इस घटना की शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंची, तो वहां भी उसे धमकाया गया और शिकायत दर्ज करने से इनकार किया गया। बताया गया कि युवती देर रात तक थाने में बैठी रही और आखिरकार उसने लिखित शिकायत दी। इस दौरान कथित तौर पर उसे यह भी कहा गया कि उसके खिलाफ क्रॉस कंप्लेंट दर्ज की जा सकती है। > 🔹 वीडियो वायरल, सवाल तेज इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि— > क्या पुलिस को नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार करने का अधिकार है? क्या महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गई है? क्या कानून सभी के लिए बराबर है? सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। > 🔹 अहम समय पर सामने आया मामला यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब हाल ही में पुलिस अधिकारियों को नागरिकों से सम्मान, संयम और संवेदनशीलता के साथ पेश आने की सख्त हिदायतें दी गई थीं। खास तौर पर महिलाओं, बुजुर्गों और आम नागरिकों के साथ व्यवहार को लेकर पुलिस विभाग को बार-बार निर्देश दिए जाते रहे हैं। ऐसे में यह घटना इन निर्देशों पर भी सवाल खड़े करती है। > 🔹 महिला सुरक्षा पर फिर बहस महिला अधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि— > “अगर एक महिला के साथ बीच सड़क पुलिस द्वारा इस तरह का व्यवहार होता है, तो आम नागरिक खुद को कितना सुरक्षित महसूस करेगा?” उनका कहना है कि पुलिस व्यवस्था पर भरोसा तभी मजबूत होगा जब गलत करने वालों पर बिना भेदभाव के कार्रवाई होगी। > 🔹 पुलिस की छवि और जवाबदेही पुलिस को समाज का रक्षक माना जाता है। लेकिन जब इसी व्यवस्था से जुड़े किसी अधिकारी पर इस तरह के आरोप लगते हैं, तो पूरी व्यवस्था की छवि पर असर पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि— ऐसी घटनाओं में त्वरित और पारदर्शी जांच जरूरी है दोषी पाए जाने पर कड़ी विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए पीड़िता को न्याय और सुरक्षा का भरोसा मिलना चाहिए > 🔹 अब आगे क्या? फिलहाल यह मामला जांच का विषय बताया जा रहा है। संबंधित विभाग द्वारा तथ्यों की पुष्टि की जा रही है। वीडियो और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल मजबूती से खड़ा कर दिया है कि— ❓ क्या खाकी कानून से ऊपर है? ❓ महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा कौन करेगा? ❓ ऐसी घटनाओं पर कब सख्त और उदाहरणात्मक कार्रवाई होगी? --- 📌 संपादकीय नोट यह खबर उपलब्ध जानकारी, वायरल वीडियो और पीड़िता के आरोपों पर आधारित है। मामले की जांच संबंधित विभाग द्वारा की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही अंतिम स्थिति स्पष्ट होगी। --- 📰 Sach Tak Patrika News 🎤 संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1
- राम नाम से तकलीफ किसे है? गरीब का हक़ बढ़ा, पर राम नाम चुभ गया! ये बहस क्यों? #RamG #HinduSamaj #DeshKiBaat #Sachai #PublicVoice1
- *यातायात पुलिस द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के विरूद्ध की गयी कार्यवाही* पुलिस मुख्यालय पी0टी0आर0आई0 भोपाल म0प्र0 के आदेशानुसार, पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती निवेदिता नायडू ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती वंदना सिंह चौहान व अनु विभागीय अधिकारी पुलिस पन्ना एस.पी.सिंह बघेल के दिशा निर्देशन में थाना प्रभारी यातायात निरीक्षक नीलम लक्षकार द्वारा जिले में बढती सड़क दुर्घटनाओं व उनमें होने वाली मृत्युदर को कमी लाये जाने हेतु, सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शराब के नशे मे वाहन चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान संचालित कर लगातार बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालको के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है । दौरान वाहन चैकिंग के 25 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही कर 19500 / - रूपये बसूल किया गया तथा 03 ट्रक चालकों को ब्रीथ एनालाईजर मशीन द्वारा चेक किया नशे की हालत में वाहन चलाते पाये गये, जिनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा ।3
- शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट1
- Post by Mohan Lodhi1
- शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार की रिपोर्ट1
- धान खरीदी केंद्र बहादुरगंज में किसानों की मुसीबत: सहकारी समिति में धान का ढेर, ट्रांसपोर्ट की कमी से हाहाकार! अजयगढ- प्राथमिक शाख सहकारी समिति मर्यादित शान गुरैया केंद्र में इन दिनों धान का अम्बार लगा हुआ है, लेकिन ट्रांसपोर्ट की कमी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। सैकड़ों किसान अपनी मेहनत की उपज को रखने और तुलवाने के लिए घंटों इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसान बताते हैं कि धान के ढेर बढ़ते जा रहे हैं, जिससे नमी और खराबी का खतरा मंडरा रहा है। ऊपर से ग्रेडर मशीन का इस्तेमाल करके धान को प्रोसेस किया जा रहा है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। "हमारी फसल बर्बाद हो रही है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा," एक किसान ने दर्द बयां किया। स्थानीय किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं की गई, तो आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। क्या अधिकारियों की नींद अब खुलेगी? या किसानों की मेहनत यूं ही बर्बाद होती रहेगी?4
- Post by Mohan Lodhi1