ग्रामीण पत्रकारों के हितों की मांगों को लेकर ग्रापए यूपी सक्रिय, डीएम खीरी को सौंपा ज्ञापन” ग्रामीण पत्रकारों के हित में ग्रापए यूपी का बड़ा कदम, जिलाधिकारी को सौंपा 9 सूत्रीय ज्ञापन लखीमपुर खीरी । ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से संबद्ध पत्रकार प्रदेश के सुदूर अंचलों में आम जनमानस की समस्याओं को उठाने और शासन-प्रशासन तक पहुंचाने तथा शासन की विकासोन्मुख प्राथमिकताओं को अपने-अपने अखबार के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं तथा कठिन परिस्थितियों में भी ग्रामीण पत्रकारिता को लोकतंत्र की सशक्त धारा को बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभा रहे है। ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं और उनके कल्याण से जुड़ी निम्नलिखित मांगों पर शासन स्तर से गंभीरता से विचार कर आवश्यक निर्णय लिया जाना नितांत आवश्यक है । यह बातें ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने उपस्थित पत्रकार साथियों से कहीं साथ ही जिलाधिकारी खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल को ज्ञापन सौंप कर ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के लिए राज्य मुख्यालय लखनऊ में शासन की ओर से अन्य संगठनों की भांति कार्यालय हेतु भवन का आवंटन दारुल सफा या ओसीआर में किया जाए। जिससे सुदूर जनपदों से आने वाले पत्रकारों को रुकने तथा प्रदेश स्तरीय बैठके करने की समस्या का निदान हो सके । मान्यता-प्राप्त पत्रकारों की तरह ही ग्रामीण पत्रकारों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाए, ताकि वह और उनका परिवार मुफ्त कैशलेश इलाज करा सके। और उन्हें दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाए। इस योजना में केवल अखबारों में कार्यरत संवाददाताओं को शामिल किया जाए, जिनकी सूची जिला सूचना कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। ग्रामीण पत्रकारों को शासन स्तर से बीमा योजना में शामिल किया जाए। साथ ही लंबे समय से आंचलिक पत्रकारिता कर रहे60 वर्षीय बुजुर्ग ग्रामीण पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। इनकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय के माध्यम से तैयार की जाए। ग्रामीण पत्रकारों के विरुद्ध कोई भी प्राथमिकी दर्ज करने से पूर्व जिला पुलिस के किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा अनिवार्य रूप से जांच की जाए, ताकि पत्रकारों का अनावश्यक उत्पीड़न रोका जा सके। राज्य एवं जिला स्तर पर स्थायी समिति की भांति तहसील स्तर पर भी प्रशासनिक अफसरों के साथ ग्रामीण पत्रकारों की नियमित बैठकें कराई जाएं। शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सभी संबंधित तहसील अध्यक्षों को इसमें अनिवार्य रूप से शामिल किया जाय। प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत ग्रामीण पत्रकार के परिजनों को किसान बीमा योजना की तरह तत्काल पाँच लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए, ताकि शोकग्रस्त परिवार को संकट की घड़ी में सहारा मिल सके।इसकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय से तैयार की जाए । ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली करने वाले फर्जी पत्रकारों की शिनाख्त कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इसके लिए जिला स्तर पर स्थायी समिति की बैठक बुलाकर असली और फर्जी पत्रकारों की पहचान की जाए तथा चिन्हित व्यक्तियों को नोटिस देकर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन के दौरान ग्रापए के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ,जिला उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ,महामंत्री योगेश अवस्थी ,संगठन मंत्री मनोज चौधरी , विनीत गुप्ता, राम चंद्र मंगलेश ,राहुल कुमार,सचिन कुमार लवकुश शुक्ला ,अभिषेक गुप्ता,संतोष पांडेय ,उपेंद्र मिश्रा,प्रदीप दीक्षित, शोभित श्रीवास्तव, नीरज शुक्ला, विकाश गुप्ता, अनिल कुमार, प्रमोद शुक्ल अजय मिश्रा,सचिनेश पाण्डेय,धर्मेंद्र वर्मा,आनंद तिवारी,ललित वर्मा,श्रीकांत के साथ ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार साथी शामिल रहे। खबर की हेड लाइन बनाई लखीमपुर खीरी । ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से संबद्ध पत्रकार प्रदेश के सुदूर अंचलों में आम जनमानस की समस्याओं को उठाने और शासन-प्रशासन तक पहुंचाने तथा शासन की विकासोन्मुख प्राथमिकताओं को अपने-अपने अखबार के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं तथा कठिन परिस्थितियों में भी ग्रामीण पत्रकारिता को लोकतंत्र की सशक्त धारा को बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभा रहे है। ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं और उनके कल्याण से जुड़ी निम्नलिखित मांगों पर शासन स्तर से गंभीरता से विचार कर आवश्यक निर्णय लिया जाना नितांत आवश्यक है । यह बातें ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने उपस्थित पत्रकार साथियों से कहीं साथ ही जिलाधिकारी खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल को ज्ञापन सौंप कर ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के लिए राज्य मुख्यालय लखनऊ में शासन की ओर से अन्य संगठनों की भांति कार्यालय हेतु भवन का आवंटन दारुल सफा या ओसीआर में किया जाए। जिससे सुदूर जनपदों से आने वाले पत्रकारों को रुकने तथा प्रदेश स्तरीय बैठके करने की समस्या का निदान हो सके । मान्यता-प्राप्त पत्रकारों की तरह ही ग्रामीण पत्रकारों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाए, ताकि वह और उनका परिवार मुफ्त कैशलेश इलाज करा सके। और उन्हें दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाए। इस योजना में केवल अखबारों में कार्यरत संवाददाताओं को शामिल किया जाए, जिनकी सूची जिला सूचना कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। ग्रामीण पत्रकारों को शासन स्तर से बीमा योजना में शामिल किया जाए। साथ ही लंबे समय से आंचलिक पत्रकारिता कर रहे60 वर्षीय बुजुर्ग ग्रामीण पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। इनकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय के माध्यम से तैयार की जाए। ग्रामीण पत्रकारों के विरुद्ध कोई भी प्राथमिकी दर्ज करने से पूर्व जिला पुलिस के किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा अनिवार्य रूप से जांच की जाए, ताकि पत्रकारों का अनावश्यक उत्पीड़न रोका जा सके। राज्य एवं जिला स्तर पर स्थायी समिति की भांति तहसील स्तर पर भी प्रशासनिक अफसरों के साथ ग्रामीण पत्रकारों की नियमित बैठकें कराई जाएं। शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सभी संबंधित तहसील अध्यक्षों को इसमें अनिवार्य रूप से शामिल किया जाय। प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत ग्रामीण पत्रकार के परिजनों को किसान बीमा योजना की तरह तत्काल पाँच लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए, ताकि शोकग्रस्त परिवार को संकट की घड़ी में सहारा मिल सके।इसकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय से तैयार की जाए । ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली करने वाले फर्जी पत्रकारों की शिनाख्त कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इसके लिए जिला स्तर पर स्थायी समिति की बैठक बुलाकर असली और फर्जी पत्रकारों की पहचान की जाए तथा चिन्हित व्यक्तियों को नोटिस देकर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन के दौरान ग्रापए के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ,जिला उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ,महामंत्री योगेश अवस्थी ,संगठन मंत्री मनोज चौधरी , विनीत गुप्ता, राम चंद्र मंगलेश ,राहुल कुमार,सचिन कुमार लवकुश शुक्ला ,अभिषेक गुप्ता,संतोष पांडेय ,उपेंद्र मिश्रा,प्रदीप दीक्षित, शोभित श्रीवास्तव, नीरज शुक्ला, विकाश गुप्ता, अनिल कुमार, प्रमोद शुक्ल अजय मिश्रा,सचिनेश पाण्डेय,धर्मेंद्र वर्मा,आनंद तिवारी,ललित वर्मा,श्रीकांत के साथ ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार साथी शामिल रहे। खबर की हेड लाइन बनाई
ग्रामीण पत्रकारों के हितों की मांगों को लेकर ग्रापए यूपी सक्रिय, डीएम खीरी को सौंपा ज्ञापन” ग्रामीण पत्रकारों के हित में ग्रापए यूपी का बड़ा कदम, जिलाधिकारी को सौंपा 9 सूत्रीय ज्ञापन लखीमपुर खीरी । ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से संबद्ध पत्रकार प्रदेश के सुदूर अंचलों में आम जनमानस की समस्याओं को उठाने और शासन-प्रशासन तक पहुंचाने तथा शासन की विकासोन्मुख प्राथमिकताओं को अपने-अपने अखबार के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं तथा कठिन परिस्थितियों में भी ग्रामीण पत्रकारिता को लोकतंत्र की सशक्त धारा को बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभा रहे है। ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं और उनके कल्याण से जुड़ी निम्नलिखित मांगों पर शासन स्तर से गंभीरता से विचार कर आवश्यक निर्णय लिया जाना नितांत आवश्यक है । यह बातें ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने उपस्थित पत्रकार साथियों से कहीं साथ ही जिलाधिकारी खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल को ज्ञापन सौंप कर ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के लिए राज्य मुख्यालय लखनऊ में शासन की ओर से अन्य संगठनों की भांति कार्यालय हेतु भवन का आवंटन दारुल सफा या ओसीआर में किया जाए। जिससे सुदूर जनपदों से आने वाले पत्रकारों को रुकने तथा प्रदेश स्तरीय बैठके करने की समस्या का निदान हो सके । मान्यता-प्राप्त पत्रकारों की तरह ही ग्रामीण पत्रकारों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाए, ताकि वह और उनका परिवार मुफ्त कैशलेश इलाज करा सके। और उन्हें दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाए। इस योजना में केवल अखबारों में कार्यरत संवाददाताओं को शामिल किया जाए, जिनकी सूची जिला सूचना कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। ग्रामीण पत्रकारों को शासन स्तर से बीमा योजना में शामिल किया जाए। साथ ही लंबे समय से आंचलिक पत्रकारिता कर रहे60 वर्षीय बुजुर्ग ग्रामीण पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। इनकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय के माध्यम से तैयार की जाए। ग्रामीण पत्रकारों के विरुद्ध कोई भी प्राथमिकी दर्ज करने से पूर्व जिला पुलिस के किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा अनिवार्य रूप से जांच की जाए, ताकि पत्रकारों का अनावश्यक उत्पीड़न रोका जा सके। राज्य एवं जिला स्तर पर स्थायी समिति की भांति तहसील स्तर पर भी प्रशासनिक अफसरों के साथ ग्रामीण पत्रकारों की नियमित बैठकें कराई जाएं। शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सभी संबंधित तहसील अध्यक्षों को इसमें अनिवार्य रूप से शामिल किया जाय। प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत ग्रामीण पत्रकार के परिजनों को किसान बीमा योजना की तरह तत्काल पाँच लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए, ताकि शोकग्रस्त परिवार को संकट की घड़ी में सहारा मिल सके।इसकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय से तैयार की जाए । ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली करने वाले फर्जी पत्रकारों की शिनाख्त कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इसके लिए जिला स्तर पर स्थायी समिति की बैठक बुलाकर असली और फर्जी पत्रकारों की पहचान की जाए तथा चिन्हित व्यक्तियों को नोटिस देकर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन के दौरान ग्रापए के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ,जिला उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ,महामंत्री योगेश अवस्थी ,संगठन मंत्री मनोज चौधरी , विनीत गुप्ता, राम चंद्र मंगलेश ,राहुल कुमार,सचिन कुमार लवकुश शुक्ला ,अभिषेक गुप्ता,संतोष पांडेय ,उपेंद्र मिश्रा,प्रदीप दीक्षित, शोभित श्रीवास्तव, नीरज शुक्ला, विकाश गुप्ता, अनिल कुमार, प्रमोद शुक्ल अजय मिश्रा,सचिनेश पाण्डेय,धर्मेंद्र वर्मा,आनंद तिवारी,ललित वर्मा,श्रीकांत के साथ ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार साथी शामिल रहे। खबर की हेड लाइन बनाई लखीमपुर खीरी । ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से संबद्ध पत्रकार प्रदेश के सुदूर अंचलों में आम जनमानस की समस्याओं को उठाने और शासन-प्रशासन तक पहुंचाने तथा शासन की विकासोन्मुख प्राथमिकताओं को अपने-अपने अखबार के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं तथा कठिन परिस्थितियों में भी ग्रामीण पत्रकारिता को लोकतंत्र की सशक्त धारा को बनाए रखने में अग्रणी भूमिका निभा रहे है। ग्रामीण पत्रकारों की समस्याओं और उनके कल्याण से जुड़ी निम्नलिखित मांगों पर शासन स्तर से गंभीरता से विचार कर आवश्यक निर्णय लिया जाना नितांत आवश्यक है । यह बातें ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने उपस्थित पत्रकार साथियों से कहीं साथ ही जिलाधिकारी खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल को ज्ञापन सौंप कर ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के लिए राज्य मुख्यालय लखनऊ में शासन की ओर से अन्य संगठनों की भांति कार्यालय हेतु भवन का आवंटन दारुल सफा या ओसीआर में किया जाए। जिससे सुदूर जनपदों से आने वाले पत्रकारों को रुकने तथा प्रदेश स्तरीय बैठके करने की समस्या का निदान हो सके । मान्यता-प्राप्त पत्रकारों की तरह ही ग्रामीण पत्रकारों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाए, ताकि वह और उनका परिवार मुफ्त कैशलेश इलाज करा सके। और उन्हें दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाए। इस योजना में केवल अखबारों में कार्यरत संवाददाताओं को शामिल किया जाए, जिनकी सूची जिला सूचना कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। ग्रामीण पत्रकारों को शासन स्तर से बीमा योजना में शामिल किया जाए। साथ ही लंबे समय से आंचलिक पत्रकारिता कर रहे60 वर्षीय बुजुर्ग ग्रामीण पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। इनकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय के माध्यम से तैयार की जाए। ग्रामीण पत्रकारों के विरुद्ध कोई भी प्राथमिकी दर्ज करने से पूर्व जिला पुलिस के किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा अनिवार्य रूप से जांच की जाए, ताकि पत्रकारों का अनावश्यक उत्पीड़न रोका जा सके। राज्य एवं जिला स्तर पर स्थायी समिति की भांति तहसील स्तर पर भी प्रशासनिक अफसरों के साथ ग्रामीण पत्रकारों की नियमित बैठकें कराई जाएं। शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सभी संबंधित तहसील अध्यक्षों को इसमें अनिवार्य रूप से शामिल किया जाय। प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत ग्रामीण पत्रकार के परिजनों को किसान बीमा योजना की तरह तत्काल पाँच लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए, ताकि शोकग्रस्त परिवार को संकट की घड़ी में सहारा मिल सके।इसकी सूची भी जिला सूचना कार्यालय से तैयार की जाए । ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली करने वाले फर्जी पत्रकारों की शिनाख्त कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। इसके लिए जिला स्तर पर स्थायी समिति की बैठक बुलाकर असली और फर्जी पत्रकारों की पहचान की जाए तथा चिन्हित व्यक्तियों को नोटिस देकर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन के दौरान ग्रापए के जिलाध्यक्ष नितेश अग्रवाल ,जिला उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ,महामंत्री योगेश अवस्थी ,संगठन मंत्री मनोज चौधरी , विनीत गुप्ता, राम चंद्र मंगलेश ,राहुल कुमार,सचिन कुमार लवकुश शुक्ला ,अभिषेक गुप्ता,संतोष पांडेय ,उपेंद्र मिश्रा,प्रदीप दीक्षित, शोभित श्रीवास्तव, नीरज शुक्ला, विकाश गुप्ता, अनिल कुमार, प्रमोद शुक्ल अजय मिश्रा,सचिनेश पाण्डेय,धर्मेंद्र वर्मा,आनंद तिवारी,ललित वर्मा,श्रीकांत के साथ ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार साथी शामिल रहे। खबर की हेड लाइन बनाई
- Post by Sadaf khatoon1
- ✍🏻..पलिया खीरी... अवैध खनन का विरोध करने पर सिख समाज की पगड़ी उछाली गई अवैध खनन माफियों द्वारा कई सारे टैक्टर ट्राली व जेसीबी से किया जा रहा था अवैध खनन। माननीय के इशारे पर प्रकरण को लीपापोती करने में लगा शासन प्रशासन अवैध खनन करने वालों के ट्रैक्टर ट्राली व जेसीबी अभी तक नहीं की गई सीज। थाना पलिया जिला खीरी का पुलिस प्रशासन मौन।1
- Dhruv rathee dhurandhar controversy #DhruvRatheeControversy #DhruvRatheeExposed #dhruvrathee #dhruvratheeyoutuber #dhruvratheeroast1
- उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के तत्वाधान में गोरखपुर में होने जा रहे सीएम कप के लिए मंडलीय खोखो टीम चयन हेतु जिला ओलम्पिक संघ शाहजहांपुर के सचिव नरेंद्र कुमार त्यागी को बरेली मंडल का चयन कॉर्डिनेटर बनाया गया है जिला ओलम्पिक संघ की एक बैठक लेते हुए नरेंद्र कुमार त्यागी ने बताया कि गोरखपुर में 25 से 27 दिसंबर तक खो खो ओर हैंडबॉल की प्रदेश स्तर की खेल प्रतियोगिता का आयोजन होगा जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी स्वयं उपस्थित रहकर खिलाड़ियों को पुरस्कृत करेंगे उन्होंने बताया कि खो-खो की गोरखपुर मंडल, आजमगढ़ मंडल, वाराणसी मंडल , प्रयागराज मंडल , चित्रकूट मंडल , लखनऊ मंडल , आगरा मंडल , अलीगढ़ मंडल , झांसी मंडल ,मेरठ मंडल , बरेली मंडल , मुरादाबाद मंडल, सहारनपुर मंडल यूपी पुलिस सशस्त्र बल आदि की सीनियर बॉयज टीम हिस्सा लेंगी बरेली मंडल की टीम का चयन ट्रायल 23 दिसंबर को सुबह 10 बजे से हरि कौशल त्यागी पब्लिक स्कूल रेलवे साइडिंग जमुही रोजा में किया जाएगा चयनित टीम 24 दिसंबर की शाम 7:00 बजे तक गोरखपुर पहुंचना सुनिश्चित करेंगी टीम में 14 खिलाड़ी + एक कोच/ मैनेजर कुल 15 सदस्य होंगे। अध्यक्ष विनय गुप्ता ने कहा कि यह खेल ओर खिलाड़ियों के लिए बहुत गौरव की बात है स्वयं मुख्यमंत्री जी का आशीर्वाद खिलाड़ियों को प्राप्त होगा इस अवसर पर डॉ के डी सिंह विपिन अग्निहोत्री सचिनप्रेमी प्रमोद पाण्डेय राहुल तोमर आशू पंडित रविन्द्रसर मयंक मिश्रा अजयपाल पंकज सक्सेना आनंद कुमार प्रदीप मिश्रा गोपाल दीक्षित योगेन्द्र किशन त्यागी सुनील तिवारी आदि उपस्थित रहे2
- Post by Anoopshukla1
- ➡️ पत्रकार रामजी दीक्षित बाराबंकी राधा सीड्स एंड पेस्टीसाइड एंड मनीराम पहलवान बीज भण्डार श्री राम कालोनी बाराबंकी नीतेश कुमार वैश्य द्वारा जरूरत लोगों को कमल वितरण किया गया धनोखर चौराहा बस अड्डे रेलवे स्टेशन ठंड से बचने के लिए कमल वितरण किया गया जरुरत मंद लोगों के दिया गया कि ठंड से आराम मिल सके उपस्थित लोग राम जी दीक्षित अंकित वर्मा शिवम पटेल4
- चाचा की समस्या बड़ी गंभीर है. ये ज़िंदा हैं, लेकिन सरकारी अधिकारियों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया है. राशन कार्ड के अनुसार इनकी मौत हो चुकी है. अब यह खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. घटना यूपी के अलीगढ की है.1
- Post by Sadaf khatoon1
- Post by Anoopshukla1