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Jai baba ri

on 22 August
user_Surendra regar raithal baran raj.
Surendra regar raithal baran raj.
Electrician Baran•
on 22 August

Jai baba ri

More news from Sawai Madhopur and nearby areas
  • सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने पर श्याम परिवार सेवा समिति द्वारा गौशाला में गायों को किया को पूजन आई जानते हैं नगर परिषद सभापति शिवरतन अग्रवाल का विषय में क्या कहना है
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    सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने पर श्याम परिवार सेवा समिति द्वारा गौशाला में गायों को किया को पूजन आई जानते हैं नगर परिषद सभापति शिवरतन अग्रवाल का विषय में क्या कहना है
    user_Anil Kumar journalist
    Anil Kumar journalist
    Rajasthan TV news buro chief Sawai Madhopur•
    22 hrs ago
  • ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
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    ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर
ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है।
न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा।
अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा?
प्रशासन से मांग:
शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए।
पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए।
मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो।
मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
    user_मीडिया लाइन
    मीडिया लाइन
    Journalist Gwalior•
    4 hrs ago
  • सर मथुरा के पास रीछरा गांव के पास सेंचुरी बनने वाली है टाइगर ट्रैकिंग भरत सिंह मीणा ने किया निरीक्षण मोनेटाइज भरत सिंह मीणा मोठिया पूरा गांव का लड़का है
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    सर मथुरा के पास रीछरा गांव के पास सेंचुरी बनने वाली है टाइगर ट्रैकिंग भरत सिंह मीणा ने किया निरीक्षण मोनेटाइज भरत सिंह मीणा मोठिया पूरा गांव का लड़का है
    user_Bharat SING Meena
    Bharat SING Meena
    Voice of people Dholpur•
    17 hrs ago
  • राज्य सफ़ाई कर्मचारी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष करोसिया ने  जावरा नगर पालिका परिषद पर ली बैठक, सफ़ाई कर्मचारियों कि समस्याओं के निवारण के लिए सीएमओ को दिए दिशा निर्देश
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    राज्य सफ़ाई कर्मचारी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष करोसिया ने  जावरा नगर पालिका परिषद पर ली बैठक, सफ़ाई कर्मचारियों कि समस्याओं के निवारण के लिए सीएमओ को दिए दिशा निर्देश
    user_Lakhan Panwar
    Lakhan Panwar
    Journalist Ratlam•
    23 hrs ago
  • कई वर्षों से अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के संस्थापक अरविंद चौहान जी के द्वारा ग्वालियर चंबल संभाग में गरीबों की कर रहे निस्वार्थ सेवा...........👀🌹 ग्वालियर महाराज बाड़ा पर ठंड से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रोड पर सोए हुए ग़रीब जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण ....। अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के द्वारा संस्थापक:- अरविंद चौहान ।
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    कई वर्षों से अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के संस्थापक अरविंद चौहान जी के द्वारा ग्वालियर चंबल संभाग में गरीबों की कर रहे निस्वार्थ सेवा...........👀🌹
ग्वालियर महाराज बाड़ा पर
ठंड से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रोड पर सोए हुए ग़रीब जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण ....। अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के द्वारा 
संस्थापक:- 
अरविंद चौहान ।
    user_GWALIOR PRAVAH NEWS
    GWALIOR PRAVAH NEWS
    Voice of people Gwalior•
    2 hrs ago
  • पहले चित्तौड़, फिर उदयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद… शहर बदले, पहचान बढ़ी। 👉 दो महिलाओं से शुरू हुआ सफर, आज 25 आत्मनिर्भर बहनों तक पहुँचा। अपने हाथों से स्वदेशी प्रोडक्ट बनाकर पूरे भारत में नाम कमाया। चित्तौड़ में पहचान हो या न हो, देशभर में इन बहनों की मिसाल है। लेकिन अफ़सोस… “घर की मुर्गी दाल बराबर” स्थानीय स्तर पर इन्हें विदेशी बताकर पहले लिस्ट में रखा, फिर नाम ही गायब कर दिया। 👉 यह किसके इशारे पर हुआ? “दूध का दूध, पानी का पानी” होना अभी बाकी है। अब ये बहनें रुकी नहीं हैं — नई रणनीति तैयार है 🔥 Next गुजरात 🇮🇳 “हौसले बुलंद हों तो रास्ते खुद बनते हैं।”
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    पहले चित्तौड़, फिर उदयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद…
शहर बदले, पहचान बढ़ी।
👉 दो महिलाओं से शुरू हुआ सफर, आज 25 आत्मनिर्भर बहनों तक पहुँचा।
अपने हाथों से स्वदेशी प्रोडक्ट बनाकर पूरे भारत में नाम कमाया।
चित्तौड़ में पहचान हो या न हो,
देशभर में इन बहनों की मिसाल है।
लेकिन अफ़सोस…
“घर की मुर्गी दाल बराबर”
स्थानीय स्तर पर इन्हें विदेशी बताकर
पहले लिस्ट में रखा, फिर नाम ही गायब कर दिया।
👉 यह किसके इशारे पर हुआ?
“दूध का दूध, पानी का पानी” होना अभी बाकी है।
अब ये बहनें रुकी नहीं हैं —
नई रणनीति तैयार है 🔥
Next गुजरात 🇮🇳
“हौसले बुलंद हों तो रास्ते खुद बनते हैं।”
    user_सुनीता शर्मा
    सुनीता शर्मा
    व्यापारी (हैंडीक्राफ्ट) मैन्युफैक्चरर Chittorgarh•
    6 hrs ago
  • #Crime गोरखपुर: 30 टन मिलावटी चना पकड़ा: चमड़ा रंगने वाला औरामाइन केमिकल लगाकर चने को पीला चमकदार बनाया जा रहा था। ये केमिकल प्रतिबंधित और जहरीला है। मां तारा ट्रेडर्स इस चने की 375 बोरी बेच भी चुका है...
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    #Crime गोरखपुर: 30 टन मिलावटी चना पकड़ा: चमड़ा रंगने वाला औरामाइन केमिकल लगाकर चने को पीला चमकदार बनाया जा रहा था। ये केमिकल प्रतिबंधित और जहरीला है। मां तारा ट्रेडर्स इस चने की 375 बोरी बेच भी चुका है...
    user_Ahmed Siraj Farooqi
    Ahmed Siraj Farooqi
    रिपोर्टर Kota•
    1 hr ago
  • गंगापुर सिटी आस्था के साथ सेवा, सेवा के साथ संकल्प सभापति शिवरतन अग्रवाल आज उघाड़मल बालाजी मंदिर के समीप स्थित भोमिया बाबा के पावन स्थान पर परमपूज्य गुरुदेव 1008 श्री रघुनंदन दास महाराज जी की मूर्ति स्थापना एवं भव्य भंडारा कार्यक्रम में सभापति शिवरतन अग्रवाल शामिल हुए। इस पावन अवसर पर धार्मिक एवं सामाजिक सेवा के संकल्प के तहत सभापति अग्रवाल द्वारा मूर्ति स्थापना एवं भंडारा आयोजन हेतु ₹2,51,000/- (दो लाख इक्यावन हजार रुपये) की सहयोग राशि समर्पित की गई। इस अवसर पर सभापति ने बताया कि धर्म की जड़ सदा हरि होती हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हम बुराई को छोड़कर अच्छाई अपनाए स्वयं को सभ्य बनाए। आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि यह योगदान केवल आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति, आस्था और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है। आयोजनकर्ता एवं आसपास के ग्रामों की सरदारी द्वारा दिए गए सम्मान, स्नेह एवं विश्वास के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ऐसे धार्मिक आयोजन समाज को जोड़ने, संस्कारों को जीवित रखने और सामूहिक एकता को मजबूत करने का कार्य करते हैं। भोमिया बाबा एवं गुरुदेव महाराज जी की कृपा से क्षेत्र में सुख, शांति और समृद्धि का संचार हो — यही प्रार्थना है।
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    गंगापुर सिटी आस्था के साथ सेवा, सेवा के साथ संकल्प सभापति शिवरतन अग्रवाल 
आज उघाड़मल बालाजी मंदिर के समीप स्थित भोमिया बाबा के पावन स्थान पर परमपूज्य गुरुदेव 1008 श्री रघुनंदन दास महाराज जी की मूर्ति स्थापना एवं भव्य भंडारा कार्यक्रम में सभापति शिवरतन अग्रवाल शामिल हुए।
इस पावन अवसर पर धार्मिक एवं सामाजिक सेवा के संकल्प के तहत सभापति अग्रवाल द्वारा मूर्ति स्थापना एवं भंडारा आयोजन हेतु ₹2,51,000/- (दो लाख इक्यावन हजार रुपये) की सहयोग राशि समर्पित की गई। 
इस अवसर पर सभापति ने बताया कि धर्म की जड़ सदा हरि होती हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हम बुराई को छोड़कर अच्छाई अपनाए स्वयं को सभ्य बनाए।
आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि यह योगदान केवल आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति, आस्था और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
आयोजनकर्ता एवं आसपास के ग्रामों की सरदारी द्वारा दिए गए सम्मान, स्नेह एवं विश्वास के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ऐसे धार्मिक आयोजन समाज को जोड़ने, संस्कारों को जीवित रखने और सामूहिक एकता को मजबूत करने का कार्य करते हैं।
भोमिया बाबा एवं गुरुदेव महाराज जी की कृपा से क्षेत्र में सुख, शांति और समृद्धि का संचार हो — यही प्रार्थना है।
    user_Anil Kumar journalist
    Anil Kumar journalist
    Rajasthan TV news buro chief Sawai Madhopur•
    22 hrs ago
  • ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
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    ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर
ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है।
न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा।
अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा?
प्रशासन से मांग:
शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए।
पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए।
मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो।
मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
    user_मीडिया लाइन
    मीडिया लाइन
    Journalist Gwalior•
    4 hrs ago
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