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माँ अलोपी देवी 🙏 श्री आलोपी शंकरी शक्तिपीठ प्रयागराज 🙏🙏 प्रेम से बोलो आलोपी माता की जय 🙏🙏
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Sunil Shakya
माँ अलोपी देवी 🙏 श्री आलोपी शंकरी शक्तिपीठ प्रयागराज 🙏🙏 प्रेम से बोलो आलोपी माता की जय 🙏🙏
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- खोआ मेला 2025 हिन्दुस्तान एकेडमी में चल रहा है जहां खरीददारी करने आई गृहणियों ने क्या कुछ कहा इस खोआ मेला 2025 के बारे में और कितना शुद्धता की कसौटी पर खरा उतर रहा है खोआ मेला,13 मार्च तक चलेगा खोआ मेला,स्वंयसेवी सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा खोआ मेला 2025,प्रयागराज के ग्रामीण अंचल से खोआ बेचने आई महिलाओं के हाथों की बनी ख़ाद्य सामग्री की खरीददारी करके उनके चेहरों पर मुस्कान देने का काम करें सभी शहरवासी। पवनदेव,लोकप्रिय,टीवी पत्रकार,प्रयागराज।1
- Post by Arvind pal1
- ‼️HAPPY CUSOMER FROM-PRAYAGRAJ‼️ ‼️❇️प्रयागराज में सबसे भरोसे वाला शॉप और NUMBER-1 शॉप , जहाँ आपको बिना किसी लालच के और बिना REPAIR वाला ORIGINAL पार्ट्स के साथ LAPTOP मिलने वाले है ‼️❇️ ‼️APS IT SOLUTIONS ‼️जहाँ आपको बिना किसी लालच के लैपटॉप मिलेगे 🤗❌NO GIFT 🎁 ❌NO FAKE ❌ ‼️🚨Refurbished लैपटॉप लेने के टाइम 🎁 gift देने वाले से सावधान रहे ‼️ ❇️समझदार बने और सतर्क रहे ‼️और Repair लैपटॉप से बचे ।😍❇️ कोई गिफ्ट क्यो देगा इसपर विचार करे 🤔 ‼️ज़्यादा जानकारी के लिए कॉल करे - ☎️Anand Maurya- 9451175510 ☎️Abhishek Maurya -94511755101
- પ્રયાગરાજમાં મહાકુંભના સમાપન બાદ ગંગા નદીમાંથી સિક્કા નિકળતા હોવાનો વિડીયો થયો વાયરલ1
- प्रयागराज के ख़ूबसूरत पार्क मे#folwer #shorts #beautiful #park #trending #ytshorts WeRfauzdarBro1
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- जी करता है यही बस जाऊं#प्रयागराज महाकुंभ#भक्ति सॉन्ग1
- शहरवासियों के लिए खोआ मेला का आयोजन,किसानों के उत्पाद अब सीधे ग्राहकों के पास,शुद्धता की कसौटी पर 100% खरा सामान,महिलाओ को बना रहा आत्मनिर्भर बहुप्रतीक्षित खोआ मेला 2025 अधिकारिक तौर पर 10 मार्च 2025 को हिन्दुस्तानी एकेडमी, सिविल लाइन्स, प्रयागराज में शुरू हुआ खोआ मेला। खोआ मेला ई-पहल द्वारा आयोजित एवं नाबार्ड द्वारा प्रायोजित है। कार्यक्रम में श्री मणि प्रकाश मिश्रा जिला अग्रणी प्रबन्धक बैंक आफ बड़ौदा एवं श्री अनिल कुमार शर्मा जिला विकास प्रबन्धक (डीडीएम) नाबार्ड प्रयागराज ने मेले का उद्घाटन किया। श्री मणि प्रकाश मिश्रा ने ग्रामीण महिलाओं और उत्पादकों को सशक्त बनाने में इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि "खोआ मेला ग्रामीण उत्पादकों और शहरी उपभोक्ताओं के बीच एक सेतु का काम करता है, जो हमारी परंपरा के सच्चे स्वाद को दर्शाने वाले प्रामाणिक उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करता है।" श्री अनिल कुमार शर्मा जिला विकास प्रबन्धक (डीडीएम) ने भी ई-पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन ग्रामीण समुदायों के लिए आर्थिक अवसर पैदा करते हैं। उन्होंने कहा, "खोआ मेला जैसे आयोजनों के लिए नाबार्ड का निरंतर समर्थन ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने में अभिन्न है कि गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बाजार तक पहुँचें। यह मेला न केवल हमारी समृद्ध पाक परंपराओं का जश्न मनाता है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है।" कार्यक्रम का संचालन डा0 गोपाल कृष्ण, निदेशक ई-पहल ने किया। इस कार्यक्रम मंर खोआ, गुझिया, पापड़, चिप्स और अन्य स्थानीय स्नैक्स जैसे विभिन्न प्रकार के उत्पाद बिक रहे हैं। ये उत्पाद ग्रामीण महिलाओं द्वारा हाथ से बनाए गए हैं, जिनमें से कई आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि से हैं। चार दिवसीय कार्यक्रम में लगभग 7,000 से 8,000 प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है, जिसमें स्थानीय निवासी और शहरी क्षेत्रों से आने वाले आगंतुक शामिल हैं, जो आगामी होली समारोहों के लिए प्रामाणिक और उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद खरीदने के लिए उत्सुक हैं। खोआ मेले का उद्देश्य डेयरी उत्पादों, विशेष रूप से खोआ की शुद्धता को बढ़ावा देना है, जो होली के त्योहार के दौरान बनाई जाने वाली पारंपरिक मिठाइयों एवं विशेष कर गुझिया के लिए आवश्यक है। इस मौसम में मिलावटी उत्पादों से बाजार में बाढ़ आने की प्रवृत्ति को देखते हुए, यह मेला यह सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है कि उपभोक्ता सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले सामान खरीद सकें। यह आयोजन स्वयं सहायता समूह और कृषक उत्पादक संघ के लिए अपने उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है, जिससे उत्पादक-उपभोक्ता संपर्क को सुविधाजनक बनाया जाता है और ग्रामीण उद्यमियों को अपनी बाज़ार पहुँच का विस्तार करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह मेला स्वयं सहायता समूह और कृषक उत्पादक संघ सदस्यों के लिए आय सृजन के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी से आयोजन के दौरान औसतन ₹ 15,000 कमाने की उम्मीद की जाती है। 2015 में अपनी स्थापना के बाद से, खोआ मेले ने लगातार सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त की है और जबरदस्त वृद्धि दिखाई है। 2016 से नाबार्ड से मिल रहे समर्थन ने इस आयोजन की सफलता में अहम भूमिका निभाई है, जिससे इसे ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने और शहरी बाजारों तक गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक मंच के रूप में स्थापित करने में मदद मिली है। आगे देखते हुए, ई-पहल का इरादा उत्पाद रेंज का विस्तार करना और मेले में पेशकशों में विविधता लाना है। वे डिजिटल मार्केटिंग को एकीकृत करने और अपनी पहुंच को और बढ़ाने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तलाशने की भी योजना बना रहे हैं। एसएचजी और कारीगरों की भागीदारी बढ़ने की उम्मीद है, और इन ग्रामीण उत्पादों के लिए बाजार पहुंच को व्यापक बनाने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के साथ सहयोग की संभावनाएं हैं। खोआ मेला 2025 की शानदार शुरुआत हुई है, जिसमें उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों की महत्वपूर्ण भागीदारी है। इसने पहले ही उच्च गुणवत्ता वाले, प्रामाणिक डेयरी उत्पादों को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने पर सार्थक प्रभाव डाला है। अपनी निरंतर सफलता के साथ, यह मेला न केवल ग्रामीण उद्यमिता के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करना जारी रखेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि होली के त्योहार के दौरान उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित उत्पादों तक पहुंच मिले। पवनदेव,लोकप्रिय,टीवी पत्रकार,प्रयागराज।1