झारखंड में चलंत पशु चिकित्सालय कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू तीन माह से वेतन नहीं, जॉइनिंग लेटर और बीमा वादा अधूरा, कम वेतन व छुट्टियों की अनदेखी से नाराज़ पायलेट-पारावेट मैदान में हजारीबाग | 2 अगस्त 2025 : झारखंड राज्य में चल रहे मोबाइल वेटरनरी यूनिट (M.V.U 1962) कार्यक्रम के तहत कार्यरत पायलेट और पारावेट कर्मियों ने 1 अगस्त 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। कर्मियों ने कंपनी पर वेतन बकाया, वादाखिलाफी और असमान वेतनमान का आरोप लगाते हुए कार्यस्थल से दूरी बना ली है। तीन माह से नहीं मिला वेतन, आर्थिक संकट में कर्मी हड़ताली कर्मियों का कहना है कि उन्हें पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। कंपनी की तरफ से बार-बार सिर्फ “फंड की प्रतीक्षा” का जवाब मिलता रहा, जिससे अब स्थिति आर्थिक रूप से विकट हो चुकी है। ₹12,000 मासिक वेतन पर निर्भर कर्मियों के सामने रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है। बिहार जैसे राज्यों से तुलना, वेतन में भेदभाव का आरोप पारावेट और पायलेट कर्मियों ने बताया कि झारखंड में उन्हें मात्र ₹12,000 प्रति माह वेतन दिया जा रहा है, जबकि बिहार जैसे राज्यों में पारावेट को ₹20,000 और पायलेट को ₹18,000 मासिक वेतन दिया जाता है। कर्मियों ने सवाल उठाया है कि जब काम एक जैसा है तो वेतन में इतना अंतर क्यों? जॉइनिंग लेटर और बीमा योजना अब तक अधूरी हड़ताली कर्मियों ने यह भी बताया कि 11 माह से सेवा देने के बावजूद उन्हें न तो अब तक नियुक्ति पत्र (Joining Letter) मिला है, न ही कंपनी द्वारा वादा किया गया बॉडी इंश्योरेंस प्रदान किया गया है। यह न केवल अनुचित है बल्कि उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी है। न छुट्टियाँ, न राहत – पूरी तरह अनुशासन में बंधे कर्मी कर्मियों ने यह भी शिकायत की है कि 11 महीने की सेवा के दौरान उन्हें कोई भी राष्ट्रीय या राजकीय अवकाश नहीं मिला, यहाँ तक कि त्योहारों के मौके पर भी छुट्टी नहीं दी गई। कर्मचारियों ने मांग की है कि भविष्य में उन्हें नियमित अवकाश और सुविधाएँ दी जाएँ। कर्मियों का स्पष्ट संदेश: “समाधान नहीं तो काम नहीं” संयुक्त समिति द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जब तक उनकी प्रमुख मांगें नहीं मानी जातीं—वेतन भुगतान, वेतनमान वृद्धि, नियुक्ति पत्र, बीमा सुविधा और छुट्टियों का अधिकार—तब तक सभी कर्मी हड़ताल पर बने रहेंगे। जैसे ही समाधान होगा, वे ड्यूटी पर लौट आएंगे। झारखंड के ग्रामीण इलाकों में चलंत पशु चिकित्सा सेवाओं पर इस हड़ताल का बड़ा असर पड़ सकता है, जिससे पशुपालकों और किसानों को तत्काल पशु चिकित्सा सेवाएँ नहीं मिल पाएंगी। प्रशासन को जल्द हस्तक्षेप कर समाधान निकालना होगा, ताकि सेवा बहाल हो सके और कर्मियों को न्याय मिल सके। कर्मियों की मुख्य मांगें संक्षेप में : 3 माह का बकाया वेतन तत्काल भुगतान। वेतनमान में अन्य राज्यों के बराबर वृद्धि। जॉइनिंग लेटर और बॉडी इंश्योरेंस की सुविधा। राष्ट्रीय, राजकीय और त्योहारों पर अवकाश। वेतन भुगतान में नियमितता। चलंत पशु चिकित्सालय कर्मियों की यह हड़ताल न केवल प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कम वेतन और असुरक्षित नौकरी के हालात में कैसे कोरोना काल के फ्रंटलाइन जैसे सेवाओं को देने वाले कर्मी खुद संघर्षरत हैं। अब देखना है कि झारखंड सरकार और संबंधित कंपनी इस गंभीर स्थिति का समाधान कब तक करती है।
झारखंड में चलंत पशु चिकित्सालय कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू तीन माह से वेतन नहीं, जॉइनिंग लेटर और बीमा वादा अधूरा, कम वेतन व छुट्टियों की अनदेखी से नाराज़ पायलेट-पारावेट मैदान में हजारीबाग | 2 अगस्त 2025 : झारखंड राज्य में चल रहे मोबाइल वेटरनरी यूनिट (M.V.U 1962) कार्यक्रम के तहत कार्यरत पायलेट और पारावेट कर्मियों ने 1 अगस्त 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। कर्मियों ने कंपनी पर वेतन बकाया, वादाखिलाफी और असमान वेतनमान का आरोप लगाते हुए कार्यस्थल से दूरी बना ली है। तीन माह से नहीं मिला वेतन, आर्थिक संकट में कर्मी हड़ताली कर्मियों का कहना है कि उन्हें पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। कंपनी की तरफ से बार-बार सिर्फ “फंड की प्रतीक्षा” का जवाब मिलता रहा, जिससे अब स्थिति आर्थिक रूप से विकट हो चुकी है। ₹12,000 मासिक वेतन पर निर्भर कर्मियों के सामने रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है। बिहार जैसे राज्यों से तुलना, वेतन में भेदभाव का आरोप पारावेट और पायलेट कर्मियों ने बताया कि झारखंड में उन्हें मात्र ₹12,000 प्रति माह वेतन दिया जा रहा है, जबकि बिहार जैसे राज्यों में पारावेट को ₹20,000 और पायलेट को ₹18,000 मासिक वेतन दिया जाता है। कर्मियों ने सवाल उठाया है कि जब काम एक जैसा है तो वेतन में इतना अंतर क्यों? जॉइनिंग लेटर और बीमा योजना अब तक अधूरी हड़ताली कर्मियों ने यह भी बताया कि 11 माह से सेवा देने के बावजूद उन्हें न तो अब तक नियुक्ति पत्र (Joining Letter) मिला है, न ही कंपनी द्वारा वादा किया गया बॉडी इंश्योरेंस प्रदान किया गया है। यह न केवल अनुचित है बल्कि उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी है। न छुट्टियाँ, न राहत – पूरी तरह अनुशासन में बंधे कर्मी कर्मियों ने यह भी शिकायत की है कि 11 महीने की सेवा के दौरान उन्हें कोई भी राष्ट्रीय या राजकीय अवकाश नहीं मिला, यहाँ तक कि त्योहारों के मौके पर भी छुट्टी नहीं दी गई। कर्मचारियों ने मांग की है कि भविष्य में उन्हें नियमित अवकाश और सुविधाएँ दी जाएँ। कर्मियों का स्पष्ट संदेश: “समाधान नहीं तो काम नहीं” संयुक्त समिति द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जब तक उनकी प्रमुख मांगें नहीं मानी जातीं—वेतन भुगतान, वेतनमान वृद्धि, नियुक्ति पत्र, बीमा सुविधा और छुट्टियों का अधिकार—तब तक सभी कर्मी हड़ताल पर बने रहेंगे। जैसे ही समाधान होगा, वे ड्यूटी पर लौट आएंगे। झारखंड के ग्रामीण इलाकों में चलंत पशु चिकित्सा सेवाओं पर इस हड़ताल का बड़ा असर पड़ सकता है, जिससे पशुपालकों और किसानों को तत्काल पशु चिकित्सा सेवाएँ नहीं मिल पाएंगी। प्रशासन को जल्द हस्तक्षेप कर समाधान निकालना होगा, ताकि सेवा बहाल हो सके और कर्मियों को न्याय मिल सके। कर्मियों की मुख्य मांगें संक्षेप में : 3 माह का बकाया वेतन तत्काल भुगतान। वेतनमान में अन्य राज्यों के बराबर वृद्धि। जॉइनिंग लेटर और बॉडी इंश्योरेंस की सुविधा। राष्ट्रीय, राजकीय और त्योहारों पर अवकाश। वेतन भुगतान में नियमितता। चलंत पशु चिकित्सालय कर्मियों की यह हड़ताल न केवल प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कम वेतन और असुरक्षित नौकरी के हालात में कैसे कोरोना काल के फ्रंटलाइन जैसे सेवाओं को देने वाले कर्मी खुद संघर्षरत हैं। अब देखना है कि झारखंड सरकार और संबंधित कंपनी इस गंभीर स्थिति का समाधान कब तक करती है।
- Post by Dabang bihari Pandey ji1
- कार्मेल विद्यालय में 65वाँ वार्षिक खेलकूद समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हजारीबाग। कार्मेल विद्यालय परिसर में शनिवार को 65वाँ वार्षिक खेलकूद समारोह अत्यंत हर्षोल्लास, अनुशासन एवं गरिमामय वातावरण में भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान कार्मेल बैंड की छात्राओं द्वारा मुख्य अतिथि तन्वी (विशेष न्यायाधीश, हजारीबाग), विशिष्ट अतिथि मनोज कुमार रंजन (प्राथमिक शिक्षा निदेशक, झारखंड) तथा आकाश कुमार (जिला शिक्षा अधीक्षक, हजारीबाग) का भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि तन्वी द्वारा ध्वजारोहन एवं मशाल प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके उपरांत छात्राओं ने आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत कर अनुशासन और एकता का संदेश दिया। विभिन्न एथलेटिक प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपनी खेल प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्राइमरी एवं हाई स्कूल की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक एवं खेल प्रदर्शन ने दर्शकों का मन मोह लिया। समारोह के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य सि. सविथा मेरी ए.सी. ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा खेलकूद को शारीरिक एवं मानसिक विकास का महत्वपूर्ण माध्यम बताया। इस अवसर पर विद्यालय की मैनेजर सि. एम. वल्सा ए.सी., उप प्रधानाचार्या सि. सोफिया मेरी ए.सी., सि. अल्बेला, सि. रेणु, सि. हर्षित सहित समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन सत्र में झारखंड के प्राथमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार रंजन एवं जिला शिक्षा अधीक्षक आकाश कुमार ने उपस्थित होकर समारोह का विधिवत समापन किया। उन्होंने विद्यार्थियों के अनुशासन, प्रतिभा तथा कार्मेल विद्यालय की उत्कृष्ट शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक परंपराओं की सराहना करते हुए विद्यालय परिवार को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी। 👇👇 https://youtu.be/1TQdKcib8cI?si=yPOo3-hpJHkCE9JV1
- #जहां_चाह_वहां_राह ... इस कामयाब एवं होनहार बेटी की नसीहत को सुने और अपनाएं। PVM आज सचमुच इस बेटी आलिया परवीन को सम्मानित करके गौरांवित हुआ। ❤️ #ProudMoment #AirForce #AirForceSelection #Hazaribagh #jharkhand #hazaribaghnews #JharkhandNews1
- Post by Abhay Ahir kumar Yadav2
- तीन दिवसीय अंतरराज्यीय खेल प्रतियोगिता के लिए जेविएम के छात्र नवादा रवाना1
- झारखंड में स्कॉलरशिप का आंदोलन हुआ सफल हेमंत सोरेन ने कहा?नहीं मिल पाएगा स्कॉलरशिप।#jharkhand।1
- पैसे लेकर महिला ने कराया था गैंग रेप का झूठा केस, पुलिस ने की तफ्तीएस, महिला समेत पांच आरोपी गिरफ्तार। दिनांक-12.12.25, धारा-308(5)/231/308(4)/76/352/चान्हों थाना कांड सं० 181/25 351(2) (3)/61(2) भा०न्या०सं०-2023 के अनुसंधान के क्रम में प्राथमिकी नामजद अभियुक्त साबिर खान, नसीम अहमद, नसीहा खातून, विक्की खान, इम्तेयाज आलम को वादी के विरुद्ध मारपीट, रंगदारी मांगने एवं अपराधिक अतिचार करते हुए महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोप में दिनांक-13.12.25 को पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार किया गया। कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी है कि अभियुक्त साबिर खान एवं नसीम अहमद के द्वारा पूर्व के दुश्मनी को लेकर अपने ही गाँव के सद्दाम अंसारी एवं अन्य के विरुद्ध फर्जी तरीके से षडयंत्र के तहत् नसीहा खातून को फर्जी गैंग रेप का केस करने के लिए पैसे देकर तैयार किया गया एवं षडयंत्र के तहत् दिनांक 02.09.2025 को बेड़ो पहुँचकर फर्जी घटनास्थल का चिन्हित किया गया एवं फर्जी गवाह बनाते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध झूठा केस बेड़ों थाना में थाना कांड सं0-85/25 दर्ज करवाया गया। चूंकि साबिर खान बलसोकरा के एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं जिसका दुरुपयोग करते हुए कांड के अनुसंधान को प्रभावित करने का काम किया गया एवं अनुसंधान में व्यवधान उत्पन्न किया। सभी अभियुक्तों ने अपना अपना स्वीकारोक्ति बयान दिया जिसमें सभी अपना अपराध को स्वीकार किये हैं।1
- Post by Abhay Ahir kumar Yadav1