Shuru
Apke Nagar Ki App…
Ghaghra Pul ki ghatna Aaj Ki
SY
Sankar Yadav
Ghaghra Pul ki ghatna Aaj Ki
More news from Barabanki and nearby areas
- पत्रकार रामजी दीक्षित बाराबंकी *मा0 मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सहयोग के प्रति मीडिया के बन्धुओं, अधिकारियों/कर्मचारियों का आभार-डीएम* बाराबंकी 12 दिसम्बर 2025-: मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा ग्राम दौलतपुर में आयोजित प्रगतिशील किसान सम्मेलन : खेती की बात खेत पर एवं किसान पाठशाला के शुभारंभ कार्यक्रम के सफल एवं उच्च स्तरीय आयोजन पर जिलाधिकारी श्री शशांक त्रिपाठी ने सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा मीडिया बन्धुओं के प्रति हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सुव्यवस्थित, सुरक्षित और उत्कृष्ट रूप से संपन्न कराने में प्रशासन, पुलिस, कृषि विभाग, एवं अन्य सभी ने अत्यंत समर्पण, अनुशासन और टीम भावना के साथ कार्य किया। उनके अथक प्रयासों के कारण यह व्यापक कार्यक्रम बिना किसी व्यवधान के सफलतापूर्वक सम्पन्न हो सका, जो पूरे जिला प्रशासन के लिए गर्व का विषय है। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम की निर्बाध एवं सुव्यवस्थित कवरेज सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु मीडिया बन्धुओं के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं मीडिया के बीच प्रभावी समन्वय और सहयोग ही जनहित से सम्बंधित जानकारियों के समयबद्ध एवं व्यापक प्रसार को सुनिश्चित करता है, जिससे योजनाओं एवं कार्यक्रमों की अधिकतम उपयोगिता जनता तक पहुँच पाती है।4
- झुंझुनूं से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर! चिड़ावा के रीको एरिया में एक दिल दहला देने वाला हादसा… सीसीटीवी में कैद वो पल, जिसने तीन नन्हीं बेटियों से उनका पिता छीन लिया। यूपी निवासी नरेश कुमार, जो दही-बड़े बेचकर परिवार चलाते थे… सड़क किनारे जा रहे थे, तभी गैस सिलेंडरों से भरी पिकअप के चालक ने लापरवाही से गाड़ी को तेज़ी से पीछे लिया… और नरेश को पीछे के टायर से कुचल दिया। कुछ ही सेकंड में सब खत्म… लोग मदद को दौड़े, अस्पताल ले जाया गया… लेकिन झुंझुनूं पहुंचते-पहुंचते डॉक्टरों ने नरेश को मृत घोषित कर दिया। घर में कमाने वाला एकमात्र सहारा भी चला गया। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल… सीसीटीवी फुटेज ने हादसे की पूरी सच्चाई सामने ला दी है।1
- कच्ची शराब के 17 स्थानों पर छापेमारी, 03 अभियोग पंजीकृत 02 गये जेल ब्यूरो ओमप्रकाश श्रीवास्तव बाराबंकी। आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेशानुसार चलाये जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के अंतर्गत ज़िलाधिकारी बाराबंकी के आदेश पर जिला आबकारी अधिकारी बाराबंकी श्री कुलदीप दिनकर के निर्देशन मे दिनांक 13.12.2025 को ग्राम इरशाद नगर, अकबरपुर, आल्हनमऊ थाना टिकैत नगर में आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-2 रामसनेहीघाट लक्ष्मीचंद्र पाल और पुलिस चौकी सुखीपुर थाना टिकैत नगर की संयुक्त टीम द्वारा 17 स्थानों पर दबिश दी गई।आबकारी अधिनियम के तहत 65 लीटर शराब बरामद कर 03 अभियोग पंजीकृत करते हुए 02 अभियुक्तों को जेल भेजने की करवाई की गई और मौके पर 800 केजी लहन नष्ट करते गए २ भट्ठियों को नष्ट किया गया ।दबिश के दौरान उक्त ग्राम के ग्रामवासियों को अवैध शराब के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया गया एवं आस पास अवैध शराब के निर्माण/बिक्री/परिवहन की गतिविधियों के संचालन होने के बारे में सूचना दिये जाने की भी अपील की गयी।3
- UP, बहराइच हिंसा : गांव में 10 मुस्लिम घर और 2 हिंदू घर हैं। हिंदू घर पर जय श्री राम का धार्मिक झंडा लगा था, इसलिए हिंदू कट्टरपंथियों ने सिर्फ मुस्लिम घरों में आग लगाई और लूटपाट की। धार्मिक ग्रंथ मनुस्मृति का हवाला देते हुए सरफराज को फांसी की सजा और इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं ।1
- सुनिए सरफराज के परिवार की महिलाओं का बयान बहराइच के महराजगंज में राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर की गई हत्या के मामले में गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट के बाहर काफी भीड़ रही। कोर्ट ने मुख्य आरोपी को फांसी की सजा सुनाई है। जबकि अन्य नौ लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इससे पूर्व परिवार के लोगों ने एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया।1
- गुजरात के अहमदाबाद से एक अनोखा तलाक़ मामला सामने आया है, जहां पति-पत्नी के बीच झगड़े की वजह न कोई बड़ा विवाद था और न ही मैरिटल अफ़ेयर, बल्कि रसोई का साधारण मसला—प्याज और लहसुन। पत्नी स्वामीनारायण संप्रदाय की थीं और ये खाद्य पदार्थ नहीं खाती थीं, जबकि पति और सास नियमित रूप से सेवन करते थे। शुरुआत में अलग-अलग खाना बनाना सह लिया गया, लेकिन धीरे-धीरे यह मतभेद घर में तनाव और झगड़ों का कारण बन गया। पत्नी बच्चा लेकर मायके चली गई और पति ने 2013 में क्रूरता के आधार पर तलाक़ की याचिका दायर की। फैमिली कोर्ट ने 2024 में तलाक़ मंजूर कर दिया और पति को भरण-पोषण का आदेश दिया। पत्नी ने हाईकोर्ट में चुनौती दी, लेकिन सुनवाई के दौरान उन्होंने तलाक़ पर कोई आपत्ति नहीं जताई। आखिरकार हाईकोर्ट ने फैमिली कोर्ट का फैसला कायम रखा। यह मामला साबित करता है कि कभी-कभी सबसे छोटे मतभेद भी बड़े विवाद का रूप ले सकते हैं।1
- प्रो. एस.एन. शर्मा (आयु 100 वर्ष, 2 माह, 28 दिन) का निधन – भारतीय फार्मेसी शिक्षा जगत की अपूरणीय क्षति आज फार्मेसी जगत में गहरा शोक व्याप्त हो गया, गहरी शोक एवं अत्यंत व्यथित मन से Pharmacist Federation ने अपने सदस्यों यह सूचित किया है कि भारतीय फार्मेसी शिक्षा के स्तंभ, दूरदर्शी शिक्षक, महान विद्वान और असाधारण व्यक्तित्व प्रोफेसर एस.एन. शर्मा का 6 दिसंबर 2025 को देहावसान हो गया। उनकी अंतिम यात्रा आज, दिनांक 7 दिसंबर 2025 को सायं 3:30 बजे, मोक्ष धाम सेक्टर-39, मेडांटा के निकट, गुरुग्राम (हरियाणा) में संपन्न हुई । उन्होंने अपने प्रिय शिष्य प्रोफेसर हरलोकेश के माध्यम से युवाओं को अंतिम संदेश दिया जो अत्यंत भावुक करने वाला तो है लेकिन प्रेरणा दाई है । "हम लाए हैं तूफान से कश्ती निकल के, इस देश को रखना मेरे बच्चों संभल के ।" प्रो. शर्मा ने अपने सात दशकों से अधिक लंबे शैक्षणिक एवं शोध-कार्यकाल में भारत तथा विदेशों में फार्मेसी शिक्षा को नई दिशा प्रदान की। वे अपनी अद्भुत वाक्-शैली, गहन विद्वता, अनुशासित जीवन-दृष्टि, तथा निष्ठावान शिक्षकीय मूल्यों के लिए पूरे देश में सम्मानित रहे। भारतीय फार्मेसी समुदाय के लिए उनका योगदान सदैव प्रेरणा देता रहेगा। उनका जाना न केवल फार्मेसी जगत के लिए, बल्कि समूचे स्वास्थ्य-शिक्षा क्षेत्र के लिए अतुलनीय हानि है। Pharmacist Federation के अध्यक्ष सुनील के यादव, वैज्ञानिक समिति के चेयरमैन प्रोफेसर हरलोकेश यादव, सलाहकार प्रो पी वी दीवान, महामंत्री अशोक कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पी नायक, उपाध्यक्ष राजेश सिंह, शिव कारण यादव, संगठन मंत्री आर पी सिंह, सहित पूरे परिवार ने दिवंगत आत्मा के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करता है कि पावन आत्मा को अपने श्रीचरणों में उच्चतम स्थान प्रदान करें। श्री शर्मा के स्व अनुशासन, छात्रों के प्रति व्यवहार की अनेक कहानियां इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं ।2
- UP, बहराइच दंगों के दौरान, कलीम की 4 साल की बेटी शिफा को चरमपंथियों ने पकड़ लिया और उसे जलती हुई मोटरसाइकिल में फेंकने की कोशिश की, लेकिन कलीम ने उसे समय रहते बचा लिया। धार्मिक ग्रंथ मनुस्मति का हवाला देते हुए सरफराज को फांसी की सजा और इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं।1