इन्दौर ... विजय दिवस पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट ने सम्मानित किया इन्दौर। श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट द्वारा विजय दिवस 16 दिसम्बर पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से सम्मानीत किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल, समाज सेवी मदन परमालिया ने बताया की इस अवसर पर समाज में अपनी सेवाए देने वाली 7 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड दिया गया। इसमें श्रीमती साधना भण्डारी, नीता नामदेव, किरण जिरेती, भाग्यश्री खरखड़िया, शशी यादव, डॉ. पायल प्रमाणीक, हेमलता धीमान को इण्डीयन कॉफी हाउस रीगल तिराहा पुलिस अधिक्क्षक कार्यालय समीप मुख्य अतिथि अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव व पुर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, श्याम सुन्दर यादव, राधेश्याम पटेल, चेतन सिंह चौधरी, अभ्यास मण्डल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, शिवाजी मोहिते के आतिथ्य में दिया गया। इस अवसर पर राधेश्याम पटेल ने कहा कि, इन्दिरा माता इन्दिरा नहीं राष्ट्रमाता थी जिन्होंने हिन्दुस्तान का सर झूकने नहीं दिया और ना ही अमेरिका के आगे हाथ टेके। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंटक नेता श्री श्यामसुंदर यादव ने इन्दिराजी के बारे में सम्पूर्ण इतिहास दौराया और मॉ दुर्गा के स्वरूप की वन्दना की। इस अवसर पर प्रारंभ में राष्ट्रीय देशभक्ति गीतगायक आफताब आलम कुरैशी ने देशभक्ति गीत एवं कवियत्री श्रीमती महिमा मनस्वती दवे ने काव्य पाठ किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत नरेन्द्र सूर्यवंशी, गणेश वर्मा, जगदीश सतैया, जगदीश जोशी आदि ने किया। संचालन मदन परमालिया ने किया एवं आभार राहूल निहोरे ने माना। बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) का पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र देश बनना 1971 में हुआ था, जिसका अंतिम दिन 16 दिसंबर 1971 था, जब पाकिस्तानी सेना ने भारत और बांग्लादेश मुक्ति वाहिनी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जिससे बांग्लादेश मुक्ति संग्राम समाप्त हुआ और बांग्लादेश का जन्म हुआ. पृष्ठभूमिः 1947 भारत के विभाजन के बाद, पाकिस्तान दो हिस्सों - पश्चिमी पाकिस्तान (वर्तमान पाकिस्तान) और पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में बंटा था, जो भाषाई और सांस्कृतिक रूप से अलग थे. 1970 का चुनावः पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली लोगों ने अपनी भाषाई और सांस्कृतिक पहचान के लिए आवाज उठाई, जिसे पश्चिमी पाकिस्तान द्वारा दबाया गया. 1971 का युद्ध पाकिस्तान सेना के अत्याचारों के खिलाफ पूर्वी पाकिस्तान में आंदोलन शुरु हुआ. भारत ने इसमें हस्तक्षेप किया और 3 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध शुरु हुआ. परिणामः 16 दिसंबर 1971 को ढाका में पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के साथ, पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र, बांग्लादेश के रूप में उभरा. यह भारत के लिए विजय दिवस भी कहलाता है। मदन परमालिया
इन्दौर ... विजय दिवस पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट ने सम्मानित किया इन्दौर। श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट द्वारा विजय दिवस 16 दिसम्बर पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से सम्मानीत किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल, समाज सेवी मदन परमालिया ने बताया की इस अवसर पर समाज में अपनी सेवाए देने वाली 7 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड दिया गया। इसमें श्रीमती साधना भण्डारी, नीता नामदेव, किरण जिरेती, भाग्यश्री खरखड़िया, शशी यादव, डॉ. पायल प्रमाणीक, हेमलता धीमान को इण्डीयन कॉफी हाउस रीगल तिराहा पुलिस अधिक्क्षक कार्यालय समीप मुख्य अतिथि अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव व पुर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, श्याम सुन्दर यादव, राधेश्याम पटेल, चेतन सिंह चौधरी, अभ्यास मण्डल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, शिवाजी मोहिते के आतिथ्य में दिया गया। इस अवसर पर राधेश्याम पटेल ने कहा कि, इन्दिरा माता इन्दिरा नहीं राष्ट्रमाता थी जिन्होंने हिन्दुस्तान का सर झूकने नहीं दिया और ना ही अमेरिका के आगे हाथ टेके। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंटक नेता श्री श्यामसुंदर यादव ने इन्दिराजी के बारे में सम्पूर्ण इतिहास दौराया और मॉ दुर्गा के स्वरूप की वन्दना की। इस अवसर पर प्रारंभ में राष्ट्रीय देशभक्ति गीतगायक आफताब आलम कुरैशी ने देशभक्ति गीत एवं कवियत्री श्रीमती महिमा मनस्वती दवे ने काव्य पाठ किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत नरेन्द्र सूर्यवंशी, गणेश वर्मा, जगदीश सतैया, जगदीश जोशी आदि ने किया। संचालन मदन परमालिया ने किया एवं आभार राहूल निहोरे ने माना। बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) का पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र देश बनना 1971 में हुआ था, जिसका अंतिम दिन 16 दिसंबर 1971 था, जब पाकिस्तानी सेना ने भारत और बांग्लादेश मुक्ति वाहिनी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जिससे बांग्लादेश मुक्ति संग्राम समाप्त हुआ और बांग्लादेश का जन्म हुआ. पृष्ठभूमिः 1947 भारत के विभाजन के बाद, पाकिस्तान दो हिस्सों - पश्चिमी पाकिस्तान (वर्तमान पाकिस्तान) और पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में बंटा था, जो भाषाई और सांस्कृतिक रूप से अलग थे. 1970 का चुनावः पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली लोगों ने अपनी भाषाई और सांस्कृतिक पहचान के लिए आवाज उठाई, जिसे पश्चिमी पाकिस्तान द्वारा दबाया गया. 1971 का युद्ध पाकिस्तान सेना के अत्याचारों के खिलाफ पूर्वी पाकिस्तान में आंदोलन शुरु हुआ. भारत ने इसमें हस्तक्षेप किया और 3 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध शुरु हुआ. परिणामः 16 दिसंबर 1971 को ढाका में पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के साथ, पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र, बांग्लादेश के रूप में उभरा. यह भारत के लिए विजय दिवस भी कहलाता है। मदन परमालिया
- *मल्हार स्मृति मंदिर देवास में आयोजित कला शिविर में विद्यार्थियों और कलाकारों द्वारा बनाए गए चित्रों का कलेक्टर ने किया अवलोकन।* आप देखिए पूरी खबर सी न्यूज़ भारत पर साजिद पठान की रिपोर्ट1
- ग्राम खाचरोदा से 10 दिन पहले चोरी हुई बोलेर वाहन को बरामद करने मे कानवन पुलिस को मिली सफलता नागदा (धार) पुलिस अधीक्षक धार ममयंक अवस्थी के निर्देशन मे कानवन पुलिस द्वारा 10 दिन पहले हुई बोलेर वाहन को अलिराजपुर के ग्राम बोरी के जंगल से बरामद करने मे सफलता हासिल की गई । मालूम हो कि दिनांक 02.12.2025 को लोकेश पिता बाबुलाल सांसरी उम्र 43 साल निवासी मुखर्जी नगर जिला रतलाम अपने दोस्त की शादी में ग्राम खाचरौदा आया था जहां पर रात्रि में अज्ञात बदमाश उसकी महेन्द्रा बोलेरो गाङी क्रमांक MP-43-T-0851 चुराकर ले गया। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना कानवन पर अपराध क्रमांक 450/2025 धारा 303(2) बीएनएस का अपराध पंजीबध्द विवेचना में लिया गया । उक्त घटना को गम्भीरता से लेते पुलिस अधीक्षक धार मयंक अवस्थी के निर्देशन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धार विजय डाबर एवं एसडीओपी बदनावर अरविन्दसिंह तोमर के मार्गदर्शन मे वाहन चोरो की शिघ्र गिरफ्तारी एवं वाहन बरामद करने हेतु थाना प्रभारी कानवन उप पुलिस अधीक्षक गगन हनवत के नेतृत्व मे एक विशेष टीम गठित की गई। वहीं पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये लगातार क्षेत्र के मुख्य मार्गो पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले औऱ मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर तकनिकी साधनो का उपयोग कर घटना दिनांक से 10 दिन के अन्दर चोरी गई बोलेरो को जिला अलीराजपुर के ग्राम बोरी के जंगल से बरामद किया गया। साथ ही वाहन चुराने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है। जबकि वाहन चोरो पर धार पुलिस की निगरानी सतत जारी है । जप्त मशरुका :- 1 महेन्द्रा बोलेरो गाङी क्रमांक MP-43-T-0851, कीमती 5,00000(पाँच लाख)रुपये उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी कानवन उप पुलिस अधीक्षक गगन हनवत, सउनि राजेश हाडा, सउनि बालकृष्ण मिश्रा, आरक्षक नवीन, आरक्षक अजयपाल, आरक्षक प्रताप का विशेष योगदान रहा।3
- 👉जय श्री राम जय गौ माता सबसे निवेदन करता हूं बात का ध्यान रखें 💐💐🌹🌹🙏1
- आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) भोपाल इकाई द्वारा कानून-व्यवस्था की दृष्टि से अनुभाग आष्टा में एरिया डोमिनेशन एवं फ्लैग मार्च कियाl आरएएफ RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) भोपाल इकाई, जो कानून-व्यवस्था की दृष्टि से जिला सीहोर हेतु आवंटित है, ने जावर एवं आष्टा क्षेत्रों में भ्रमण किया। इस दौरान साम्प्रदायिक चुनौती वाले क्षेत्रों, कानून-व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों एवं अपराध-संभावित स्थानों का निरीक्षण कर संपूर्ण क्षेत्र के संबंध में आवश्यक जानकारी एकत्रित कीl जिला पुलिस बल के साथ समन्वय स्थापित करते हुए एरिया डोमिनेशन एवं फ्लैग मार्च निकाला, जिससे आमजन में सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हो सके। साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति में आरएएफ द्वारा प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने की दृष्टि से भी यह भ्रमण हुआ। पुलिस अधीक्षक सीहोर के निर्देशन एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) आष्टा की उपस्थिति में थाना आष्टा, थाना पार्वती एवं थाना जावर के बल के साथ आरएएफ कंपनी द्वारा आष्टा क्षेत्र के संवेदनशील एवं अत्यधिक व्यस्त मार्गों पर एरिया डोमिनेशन एवं फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च अस्पताल चौराहा, खत्री मार्केट, राम मंदिर, गंज चौराहा, सिकंदर बाज़ार, बड़ा बाजार, पुराना बस स्टैंड होते हुए भ्रमण किया, जहां समय-समय पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। जावर क्षेत्र में भी आरएएफ कंपनी एवं स्थानीय पुलिस बल द्वारा क्षेत्रों में एरिया डोमिनेशन करते हुए फ्लैग मार्च निकाला। इस कार्यवाही में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) आष्टा थाना प्रभारी आष्टा — श्री गिरीश दुबे थाना प्रभारी पार्वती — श्री हरि सिंह परमार थाना प्रभारी जावर — श्रीमती नीता देयारवाल आरएएफ भोपाल इकाई एवं जिला पुलिस बल उपस्थित रहे।2
- क्षैत्र के ग्राम थुरिया जागठा,तीन टप्पर, की महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री की एसडीएम एवं पुलिस को की शिकायत कन्नौद क्षेत्र के ग्राम थुरिया,जागठा, तीन टप्पर, की महिलाओ ने शराबियों से परेशान होकर गांव की दुकानों पर अवैध रूप से शराब बिक्री बंद करने के लिए मोर्चा खोल दिया है तीनो गांव की महिलाएं एक साथ कन्नौद एसडीएम कार्यालय एवं पुलिस थाना पहुंची, अधिकारियों को अवगत कराते हुए गांव में अवैध तरीके से डायरी के माध्यम से बिकने वाली शराब बंद करने की गुहार लगाई, मंगलवार दोपहर 1 बजे आवेदन में बताया कि ग्राम थुरिया, जागठा एवं तीन टप्पर तहसील कन्नौद मे डायरी द्वारा शराब बिक्री की जा रही है जिससे हम ग्राम की समस्त महिलाएं बहुत परेशान हैं ग्राम के लोग शराब पीकर गाली गलौज लड़ाई झगड़ा करते हैं, इससे बच्चों पर भी गलत असर पड़ रहा है हमारे आवेदन पत्र को स्वीकार करके उक्त दुकानों पर डायरी सिस्टम से जो अवैध शराब बिक्री हो रही है उसे रोका जाए, इस अवसर पर ग्राम जागठा सरपंच सोनाली वट्टी, गंगाबाई, किरण बाई,पांचीबाई, भूरी बाई सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी1
- मोहम्मद पैगंबर के वंशज ने ड्राइव की गाड़ी मोदी जी के लिए, ऐसा देश है मेरा गाने की धूम, मनरेगा की जगह नया बिल इंट्रोड्यूस किया शिवराज सिंह ने, प्रियंका बोली महात्मा गांधी मेरे परिवार के नहीं, प्रदूषण के खिलाफ रेखा गुप्ता को जगाया आपने थाली चम्मच से और सांसद इलेक्ट्रिक बाइक बनाकर खुद ड्राइव करके पहुंचे संसद... देखिए छ बड़ी खबरें राजपथ न्यूज़ पर....1
- नगर कन्नौद के मुख्य बाजार से नगर परिषद ने हटाया अतिक्रमण कन्नौद,नगर कन्नौद के बस स्टैंड से लेकर राजवाड़ा चौक तक मुख्य बाज़ार मार्ग से नगर परिषद एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दोपहर के समय अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई इस दौरान सीएमओ अनिल जोशी एवं नगर परिषद के अमले की उपस्थिति में दुकानों के बाहर रखा सामान दुकानदारों द्वारा स्वयं हटाया गया दो दुकानों के बाहर लगे लोहे के स्टैंड एवं टेबल तकत को नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा जप्त कर लिया गया इसके साथ ही सभी दुकानदारों को सीएमओ अनिल जोशी द्वारा आगे से दुकानों के सामने बाहर सामान नहीं रखने की हिदायत भी दी गई मंगलवार दोपहर 3 बजे सीएमओ जोशी ने बताया कि बुलडोजर उपलब्ध नहीं हो पाया, आगे से आवागमन में बाधित दुकानों के बाहर हो रहे अतिक्रमण को बुलडोजर के माध्यम से हटाया जाएगा1
- Post by Pushpendra Rajak1
- मध्य प्रदेश: संत और उनके शिष्यों द्वारा मौलाना मौज दरगाह परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ! वीडियो सामने आने के बाद उज्जैन में शिप्रा नदी किनारे स्थित मौलाना मौज दरगाह कमेटी ने इस पर आपत्ति जताते हुए विरोध किया है। कमेटी का कहना है कि संत ने उनसे कव्वाली और चादर चढ़ाने की अनुमति ली थी, लेकिन हनुमान चालीसा पाठ की जानकारी नहीं दी गई थी जिससे हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।1