गुप्त मार्ग से आ रही थी अवैध शराब, रामपुर बघेलान पुलिस की बड़ी कार्रवाई रामपुर बघेलान। भाटिया ग्रुप की अवैध शराब को गुप्त रास्ते से उचेहरा क्षेत्र से रामपुर बघेलान लाया जा रहा था। इस शराब को क्षेत्र में खपाने की तैयारी चल रही थी लेकिन रामपुर बघेलान पुलिस की सतर्कता ने तस्करों की योजना पर पानी फेर दिया। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के निर्देश पर रामपुर बघेलान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी के मार्गदर्शन पर टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना पर रामपुर बघेलान के ग्राम चोरहटा में दबिश देकर बड़ी मात्रा में अवैध देशी और अंग्रेजी शराब जब्त की। शराब बोलेरो वाहन में लोड थी जिसे तस्करी के उद्देश्य से लाया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा जब्त शराब और वाहन को थाने लाया गया है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है और शराब तस्करी से जुड़े अन्य नेटवर्क की जांच की जा रही है।
गुप्त मार्ग से आ रही थी अवैध शराब, रामपुर बघेलान पुलिस की बड़ी कार्रवाई रामपुर बघेलान। भाटिया ग्रुप की अवैध शराब को गुप्त रास्ते से उचेहरा क्षेत्र से रामपुर बघेलान लाया जा रहा था। इस शराब को क्षेत्र में खपाने की तैयारी चल रही थी लेकिन रामपुर बघेलान पुलिस की सतर्कता ने तस्करों की योजना पर पानी फेर दिया। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के निर्देश पर रामपुर बघेलान थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी के मार्गदर्शन पर टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना पर रामपुर बघेलान के ग्राम चोरहटा में दबिश देकर बड़ी मात्रा में अवैध देशी और अंग्रेजी शराब जब्त की। शराब बोलेरो वाहन में लोड थी जिसे तस्करी के उद्देश्य से लाया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा जब्त शराब और वाहन को थाने लाया गया है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है और शराब तस्करी से जुड़े अन्य नेटवर्क की जांच की जा रही है।
- Deepak ShuklaAdarsh Nagar Nai Basti, Satna😔on 2 August
- अरावली पर वार! अब क्या होगा? अरावली बची तो हम बचेंगे। #Aravalli #SaveNature #DelhiNCR #AirPollution1
- *चित्रकूट की गुप्त गोदावरी में अवैध वसूली जारी, प्रतिदिन 40–50 हजार की काली कमाई की चर्चा!* चित्रकूट। पवित्र धार्मिक और पर्यटन स्थल गुप्त गोदावरी में अवैध वसूली का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का आरोप है कि नगर परिषद चित्रकूट के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) और गुप्त गोदावरी के प्रभारी की अनदेखी के चलते यहां खुलेआम अवैध वसूली हो रही है। आरोप है कि गुप्त गोदावरी परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों को तैनात कर श्रद्धालुओं को “शॉर्टकट दर्शन” कराने के नाम पर प्रति व्यक्ति 100 से 300 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस अवैध वसूली से प्रतिदिन लगभग 15 से 20 हजार रुपये की कमाई हो रही है, जिसे आपस में बांटा जा रहा है। बताया जाता है कि इस पूरे लेन-देन का हिसाब-किताब संभालने के लिए चित्रकूट का एक व्यक्ति सक्रिय भूमिका निभा रहा है। *पंडों का जबरन चढ़ावा जारी* वहीं, प्रथम गुफा में सीता कुंड क्षेत्र में भी कथित तौर पर कोर्ट परिसर की आड़ में कुछ पंडा किस्म के लोग श्रद्धालुओं से जबरन चढ़ावे के नाम पर वसूली कर रहे हैं। यहां से प्रतिदिन 20 से 25 हजार रुपये तक की राशि निजी हाथों में जाने का आरोप है। श्रद्धालुओं का कहना है कि शासकीय परिसर में बैठकर इस तरह की गतिविधियां बिना किसी डर के की जा रही हैं, जो प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है। *सीढी में मूर्ति रख हो रही वसूली* इसके अलावा, पानी वाली गुफा की सीढ़ियों के पास अवैध रूप से एक छोटी मूर्ति स्थापित कर धर्म के नाम पर वसूली किए जाने की भी शिकायतें सामने आई हैं। पानी वाली गुफा के अंदर भी 2 से 3 अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग लोग श्रद्धालुओं से पैसे वसूलते देखे जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद के वर्तमान सीएमओ इन गतिविधियों पर कार्रवाई करने से बचते नजर आ रहे हैं, जबकि पूर्व सीएमओ के कार्यकाल में इन अवैध गतिविधियों पर काफी हद तक रोक लगाई गई थी। जनता सवाल उठा रही है कि आखिर 40 से 50 हजार रुपये प्रतिदिन की यह कथित अवैध कमाई किसकी जेब में जा रही है और किनके संरक्षण में यह सब हो रहा है। बताया जा रहा है कि इन दिनों गुप्त गोदावरी में प्रतिदिन 9 से 12 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। सामान्य दर्शन में जहां 2 से 3 घंटे का समय लग रहा है, वहीं पैसे देकर मात्र 5 मिनट में दर्शन कराए जाने की शिकायतें भी लगातार मिल रही हैं। अब सवाल यह उठता है कि पवित्र धार्मिक स्थल पर इस तरह की अवैध वसूली आखिर क्यों और किसके इशारे पर हो रही है? जनता प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है।1
- इसको भी देखिए1
- Post by Ankit choube Ankit1
- नए साल में आयकर विभाग बड़े बदलाव करने जा रहा है। आयकर चोरी रोकने और घोषित इनकम के बारे में जानकारी हासिल करने जैसे कई उद्देश्य के लिए अब 1 अप्रैल, 2026 से आयकर विभाग के अधिकारी आपके ईमेल अकाउंट, बैंक अकाउंट, ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और यहां तक कि आपका सोशल मीडिया प्रोफाइल और क्लाउड स्टोरेज तक भी पहुंचने का अधिकार रखेंगे। चलिए समझते हैं कि इस नए कानून का क्या प्रभाव होगा। आयकर जांच का दायरा बढ़ेगा आयकर अधिकारियों की पहुंच अब केवल करदाताओं की अलमारी, लॉकर तक ही नहीं बल्कि उनके इनबॉक्स, डीएम और डिजिटल संपत्तियों तक भी बढ़ रही है। आयकर विभाग के नए कानून के अंतर्गत अब जांच का दायरा और बढ़ जाएगा। इसके बाद अघोषित आय और कर चोरी जैसे मामलों का पता लगाने के लिए अब केवल करदाताओं की भौतिक संपत्तियों की ही जांच नहीं की जाएगी बल्कि सोशल मीडिया अकाउंट और ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट पर भी आयकर विभाग सख्ती से नजर रखेगा।1
- रीवा में बिजली उपभोक्ता की मौत का वीडियो आया सामने : अधिकारी से बात करते करते गिरा और हो गई मौत _📃बिजली चोरी की शंका पर जांच करने पहुंची थी बिजली विभाग की संभाग स्तरीय उड़नदस्ता टीम, अधिकारियों के सामने उपभोक्ता की हुई मौत।1
- पूर्व प्रधानमंत्री महान अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह जी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।🙏🙏💐💐🏵️1
- Post by रवि Shank1