हमारे शहर प्रयागराज की पूजा पाल कभी राजनीति में नहीं आना चाहती थी। परिवार भी राजनीतिक नहीं था, पिता साईकिल बनाने का छोटा-मोटा काम करते थे। पूजा ने 16 जनवरी 2005 को उस वक्त उपचुनाव जीतकर बसपा से विधायक बने राजू पाल से शादी कर ली थी। खुश थी। परिवार संभालने की तैयारी थी। 25 जनवरी यानी शादी के 9 दिन बाद राजू पाल की निर्मम हत्या कर दी गई। शरीर से 19 गोलियां निकली। हत्या एक जगह स्थिर होकर नहीं बल्कि शहर के अंदर 5 किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ाकर की गई। शहर में अफरा-तफरी मच गई। उस वक्त हम लोगों के स्कूल में कार्यक्रम चल रहा था, तुरंत बंद कर दिया गया, बच्चों को घर भेज दिया गया। ये हत्या अतीक अहमद के भाई अशरफ ने अपने साथियों के साथ किया था। आप जानते हैं, 5 महीने बाद फिर उप चुनाव हुआ। बसपा ने पूजा को कैंडिडेट बना दिया। सपा ने राजू पाल के हत्यारे अशरफ को टिकट दे दिया। उन दिनों अतीक का दबदबा था, वह सांसद था इसलिए अशरफ जीत भी गया। 2007 में विधानसभा चुनाव हुआ। पूजा पाल ने इस बार अशरफ को हरा दिया। बसपा प्रमुख मायावती जी ने खुद प्रचार किया था। 2012 में सपा ने पूजा के सामने अतीक को ही प्रत्याशी बना दिया। पूजा ने इस बार अतीक को 8,885 वोट से हरा दिया। 2017 में पूजा चुनाव हार गई। उसी साल सपा पूरी तरह से अखिलेश यादव के हाथों में थी इसलिए अतीक अहमद को बाहर कर दिया गया। यही वजह रही कि पूजा सपा में आ गई। 2022 में पार्टी ने उन्हें कौशांबी का चायल सीट पर उतारा। पूजा पाल जीत गई। दूसरी तरफ अतीक और अशरफ को लेकर सुनवाई जारी रही। पूजा का पति को इंसाफ दिलवाने का इंतजार 17 साल का हो गया। फिर एक दिन तीन सिरफिरे लड़कों ने अतीक और अशरफ को मार दिया। यह ठीक वैसा ही था जैसे राजू पाल को मारा गया। कानूनी रूप से एकदम गलत। लेकिन एक महिला जिसके पति को सरेआम भूना गया हो और फिर उसके रिलेशन के व्यक्ति को भी उसी तरह से मारा गया हो तब उसके मन में अतीक-अशरफ को मारे जाते देखना सुकून भरा ही होगा। ...यही वजह रही कि पूजा आज योगी की तरफ खड़ी नजर आती हैं। राजनीतिक नफा-नुकसान क्या होगा ये तो वक्त ही जाने लेकिन पूजा के जीवन का एक बड़ा लक्ष्य पूरा हो गया है।
हमारे शहर प्रयागराज की पूजा पाल कभी राजनीति में नहीं आना चाहती थी। परिवार भी राजनीतिक नहीं था, पिता साईकिल बनाने का छोटा-मोटा काम करते थे। पूजा ने 16 जनवरी 2005 को उस वक्त उपचुनाव जीतकर बसपा से विधायक बने राजू पाल से शादी कर ली थी। खुश थी। परिवार संभालने की तैयारी थी। 25 जनवरी यानी शादी के 9 दिन बाद राजू पाल की निर्मम हत्या कर दी गई। शरीर से 19 गोलियां निकली। हत्या एक जगह स्थिर होकर नहीं बल्कि शहर के अंदर 5 किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ाकर की गई। शहर में अफरा-तफरी मच गई। उस वक्त
हम लोगों के स्कूल में कार्यक्रम चल रहा था, तुरंत बंद कर दिया गया, बच्चों को घर भेज दिया गया। ये हत्या अतीक अहमद के भाई अशरफ ने अपने साथियों के साथ किया था। आप जानते हैं, 5 महीने बाद फिर उप चुनाव हुआ। बसपा ने पूजा को कैंडिडेट बना दिया। सपा ने राजू पाल के हत्यारे अशरफ को टिकट दे दिया। उन दिनों अतीक का दबदबा था, वह सांसद था इसलिए अशरफ जीत भी गया। 2007 में विधानसभा चुनाव हुआ। पूजा पाल ने इस बार अशरफ को हरा दिया। बसपा प्रमुख मायावती जी ने खुद प्रचार किया
था। 2012 में सपा ने पूजा के सामने अतीक को ही प्रत्याशी बना दिया। पूजा ने इस बार अतीक को 8,885 वोट से हरा दिया। 2017 में पूजा चुनाव हार गई। उसी साल सपा पूरी तरह से अखिलेश यादव के हाथों में थी इसलिए अतीक अहमद को बाहर कर दिया गया। यही वजह रही कि पूजा सपा में आ गई। 2022 में पार्टी ने उन्हें कौशांबी का चायल सीट पर उतारा। पूजा पाल जीत गई। दूसरी तरफ अतीक और अशरफ को लेकर सुनवाई जारी रही। पूजा का पति को इंसाफ दिलवाने का इंतजार 17 साल का हो गया। फिर
एक दिन तीन सिरफिरे लड़कों ने अतीक और अशरफ को मार दिया। यह ठीक वैसा ही था जैसे राजू पाल को मारा गया। कानूनी रूप से एकदम गलत। लेकिन एक महिला जिसके पति को सरेआम भूना गया हो और फिर उसके रिलेशन के व्यक्ति को भी उसी तरह से मारा गया हो तब उसके मन में अतीक-अशरफ को मारे जाते देखना सुकून भरा ही होगा। ...यही वजह रही कि पूजा आज योगी की तरफ खड़ी नजर आती हैं। राजनीतिक नफा-नुकसान क्या होगा ये तो वक्त ही जाने लेकिन पूजा के जीवन का एक बड़ा लक्ष्य पूरा हो गया है।
- कवियत्री सोनी शुक्ला क्रांति लखनऊ उत्तर प्रदेश लखनऊ #हाईलाइट1
- लखनऊ नगर निगम जोन 6 जोन 6 सफाई कर्मचारियों की अदभुत कार्यशैली , रोड की सफाई में भी भेदभाव, जोन 6 मल्लाहिटोला वार्ड अंतर्गत मिश्रीबाग की कुछ गलियों में सफाई कर्मचारी द्वारा चलाया जा रहा है सफाई का अद्भुत अभियान , यहां की गलियों में सफाई कर्मचारी मनमाने ढंग से अदभुत तरीके से गलियों की शुरुवात में ही सफाई कर फोटो खींच हो जाते है गायब , कभी भी पूरी गलियों में ना ही होती है सड़कों की सफाई , न ही नालियों में होती है किसी प्रकार की भी सफाई , आखिर किस प्रकार की कार्यशैली से काम कर रहा है लखनऊ नगर निगम जोन 6 , क्या यह सफाई बस फोटो वीडियो बनाने तक ही सीमित है , या फिर शुरुवात में बने घरों से इन कर्मचारियों का कोई अनोखा रिश्ता है ?1
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- Post by बलराम बाग बेलाग1
- केंद्रीय चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी घोषित किया... पूरी चुनाव प्रक्रिया पूरी.. भाजपा के नए अध्यक्ष बने पंकज चौधरी... लखनऊ- पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के 17 वें प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए गए संगठन पर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचन समारोह में पंकज चौधरी को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया उत्तर प्रदेश भाजपा के 17 वें प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए गए पंकज चौधरी महाराजगंज से 7 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं पंकज चौधरी यूपी बीजेपी के बड़े कुर्मी चेहरे हैं पंकज चौधरी1
- उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेताओं के बीच में वाकई में तालमेल की कमी साफ नजर आ रही है तभी तो समाजवादी पार्टी पर विश्वास बढ़ते जा रहा है अखिलेश यादव एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे बोले समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय प्रवक्ता सर्वेश त्रिपाठी राजपथ न्यूज़ पर1
- बस 1 सेकंड की देरी और बड़ा हादसा हो सकता था। तेज रफ्तार से आ रहे बाइक सवार ने अचानक नियंत्रण खो दिया और सड़क किनारे खड़े एक अन्य बाइक सवार से जा टकराया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मौके पर अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि आसपास मौजूद लोगों की मदद से घायल को तुरंत संभाल लिया गया, जिससे उसकी जान बच सकी। घटना ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के खतरे को उजागर किया है।1
- कवियत्री सोनी शुक्ला क्रांति लखनऊ उत्तर प्रदेश लखनऊ #हाईलाइट1